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  • 6/4/2025
#Sher #DanishTaimoor #SarahKhan
Sher Episode 5 | Digitally Presented | Danish Taimoor | Sarah Khan | 4 June 2025 | ARY Digital Drama

Some love stories aren't just written in hearts—they're carved through pain, sacrifice, and fire. Enter the world of Sher, where two souls—Sher Zaman and Fajar—dare to love beyond the lines drawn by generations of hate.

Danish Taimoor breathes life into Sher Zaman, a man raised with command in his veins—fierce, proud, and built to lead.
Sarah Khan shines as Fajar, a gentle heart swept into the storm of a family feud, trying to hold on to love and light in a world clouded by old grudges.

Their paths were never meant to cross. But love… had other plans.

Sher is a gripping Pakistani drama packed with raw emotions, intense rivalries, and deep-rooted traditions.
From kidnappings and secret alliances to broken promises and forbidden love, every episode leaves you wanting more.
Featuring a stellar cast and top-tier storytelling from the makers of iconic drama hits.

Cast:
Danish Taimoor as Sher Zaman
Sarah Khan as Fajar
Arjumand Rahim,
Sunita Marshall,
Nadia Afgan,
Yousuf Bashir Qureshi,
Faizan Shaikh,
Atiqa Odho, and more.

Written by: Zanjabeel Asim
Directed by: Aehsun Talish

Airs Wed & Thu at 8:00 PM, only on ARY Digital

Don't miss this emotional rollercoaster of love, loyalty, and legacy.

#Sher #DanishTaimoor #SarahKhan #PakistaniDrama #ARYDigital #DramaSerial #NewDrama2025 #FamilyFeud #LoveStory #RomanticDrama #ZanjabeelAsim #AehsunTalish #SherZaman #Fajar #pakistanitvdrama

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Transcript
00:00और अगर वो ना आता तो तो शायद हमारे दरम्यान वो बात अधूरी ना रहती है
00:06अगर कोई बात करने से पहले ही ख़बराहट हो तो उसे अनकही रहना चाहिए
00:12पैड़ा, यहाब क्या बात तर निन? ताया जान हमारी जिम्यादारी है
00:30अब ताया जान इनको इस्सा दें या ना दें
00:35मैं इनको अकेला निछोड़ूँगा अभी शेर के रह्म और करम पे
00:41नहीं, नहीं, ये नी होपाएगा?
00:45देख देख देख भावेजी.
01:01वेटर अपने बाबा को विल्ला आके लाना, जरा?
01:05जेख भावेजी, जेख उन्टेने.
01:08बस, बस.
01:09अरे, भावेजी.
01:10भावेजी, भावेजी.
01:14वो सेयद नाईम शीराजी साब है ना?
01:17उनकी बेटी है रेदा.
01:19शेयर को पसंद आ गई है.
01:21से शादी करना चाहता है.
01:23लेकिन वो तो सेयद है ना?
01:26तो गैरों में शादी नहीं करते है.
01:29आले कि बात करने में कोई हर्श तो नहीं.
01:34बिलकुल कोई हर्श नहीं है.
01:36पहली दफ़ा मेरे बेटे को कोई लड़की पसंद आई है.
01:39और उसके बारे में वो सीरियस है.
01:41अब बात क्या? मैं तो जा की गड़ गड़ाऊंगा.
01:44जिना अगर मनों नहीं ना करती ना,
01:48तो शेयर का दिल टूट साइड.
01:50बाबा?
01:52बाबा, वो बड़ी अमी आप दोनों को चाय पर बुला रही हैं.
01:58ठीक है, वर कामिंग.
02:00मैं सेजीद साब से टाइम लेता हूं.
02:02अल्ला पिटर के.
02:04अल्ला पिटर के.
02:20आईए भाएज़, आईज़े.
02:25शाजमान मैं आपसे अकेले में बात करना चाहूंगे.
02:34कहां जा रही हैं? चाहिनी पिरी?
02:36नहीं, मुझे इसके साथ जर्रूरी काम है. मैं अभी आई.
02:56मुझे एक बात बताईए.
02:58हमारे दामाद को उसके एकसियार क्यों नहीं दिये गये?
03:02क्या मैं आपकी बीवी नहीं हूँ?
03:05क्या ये हमारी बच्ची नहीं है?
03:08मैं भी जिन्दा हूँ.
03:10और मेरे जीते जीएक, इसको क्या हिस्सा मिनना है?
03:14इसकी वजाहत के भी कोई जरूरत मुझे.
03:16वह आपने है Nicky Vिंत मिलना है कि आभ को जब चूएर ह में वारी हिस्सा को आपने हिस्सा क्यों कापना हूंका इसकी आपनी मिलने विर गतर करत भूर एक हूं
03:27दी उड्राएं धूंदारी लगल मिलना हो। उन गजब ट्रिस्सों की बारी आई देना
03:31तो मरजान और नसीम का ऐसा कोई दी निखा सकता हूँ
03:34ब्याई हुई बच्ची है
03:36उसको उसका हग दें और फारिक करें
03:38अरे अगर ब्याखे कहीं बाहर जारी होती
03:42तो हग देता ना?
03:43अरे चोड़े भावी
03:43ने क्या बटवारे की बाते ने के बैठे
03:46बाहिसाब से वो कहूँ जो मैंने बचारिश की थी
03:50मैं चाहती हूँ कि नसीम का रिष्टा फाहद से पक्का किया जाए
03:56तैकर चुकी हो
04:04यह तुम्हारी खाहिश है
04:06फिलाल तो खाहिश है
04:10लेकिन अगर आपने
04:12गलत फैसले लिया है ना?
04:16फाहद अपना है घर का लड़का है देखा बाला है
04:27घर की बात घर में रह जाएगी
04:30आपने इसलिए सब जानते हैं
04:32कि इतना गलत है वो
04:34तुम तो चुपी रहो शेर
04:39तुम्हे क्या पता है
04:42जिम्हदारियां क्या होती है
04:44दुष्मनिया कैसे निभाई जाती है
04:46बस मू उठाया और मलको के घर पहुँचके
04:49कभी हस्पताल और अपनों को तो खुड़े लाइन लगाया है
04:53अच्छा बस
04:54मुझे मेरी बहन के लिए फाहद का रिष्टा ठीक नहीं लग रहा है यहाँ बात ख़तम जाते है
04:58मैं उसकी सगी और बड़ी बहनी मुझे ठीक लग रहा है
05:02मैं उसका एकलादा भाई हूँ और मुझे ठीक नहीं लग रहा है
05:08बाई साब शेयर सगोव मेरी बरदाष्ट की भी हाथ है
05:13किसी को अच्छा लग या बुरा लेकिन मैं अपनी बहन को अंधे कुए में नहीं गिरने दूगा
05:22मैं भी देखता हूँ मेरी बहन की शादी कैसे होती यह फाहँ से है
05:31यह बाब
05:36देख रहे हैं आप कितनी बत्तमीजी से बात करके गया है
05:47घर में रहते रहते धंकी दे गया है
05:50मैं मा हूँ अगर मुझे एतराज निये इस रश्टे से तो यह कौन होता है मना करने वाला
05:57यह कुछ शेयर मेरा बेटा रही और मेरा वारिस है
06:03जब तर उसकी रजबन्दी नहीं होगी यह बात आगे नहीं गट सकते
06:13इसको अब्जूर करने नाइनसाफी है इसका मतलब है कि मेरे किसी फैस्टी की एम्याती नहीं है इस घर में
06:25मुझे कुछ बात करने है तुमसे आओ बैठो
06:36बोलो ये देखो क्या है ये इंटर्मेडियेट के सर्टिफिकेट है और क्या है
06:48किसका है तुम्हारा है और किसका है बस ये एक ही सर्टिफिकेट है मेरे پास और वो जिसे तुम मेरे लिए
06:59रिजेक्ट करके आयो ना वो बहार का पड़ालिखा इंजीनियर है और मैं
07:05एफे पास, वो भी सेकंड डिविजिन में.
07:08वो आत्मी तुम्हारी लिए ठीक नहीं है.
07:10ना हो, देखो, मेरे लिए ना, इससे अच्छा और कोई नहीं आ सकता.
07:16मेरे प्यारे भाई नहीं हो, जाके फौर ही हां करा क्या.
07:18अरे क्यों हां करा दू?
07:19मैं तुम्हारी शादी से बहुत अच्छी जगां कराऊंगा, ट्रैस्ट में.
07:25नहीं नहीं, मुझे नहीं करनी, मुझे इधार ही करनी है.
07:30वो अच्छा लगता है मुझे.
07:36हीरो जैसी शकल है उसकी.
07:38और कर्तूद विलन वाले, मैं ताओं क्या क्या करता पिरता है वो.
07:49एना मैं जान देदूंगी अपनी.
08:19अब हमें अल्ला ने बेटियां बनाया है, तो इसमें हमारा तो कोई कसूर नहीं.
08:23कि हमारे कहें कि कोई हैसियत ही नहीं हो.
08:27आपको तो हम नजर ही नहीं आते जैसे अबबा.
08:30जगे और सौतेले का फर्ग मुझे कभी महसूस ही नहीं हुआ है.
08:32मुझे मेरी बैन की खुशी अजीज थी, इसली वो डिसीजिजन ले रहा था.
08:41अगर आप सब लोगों की यही राह है तो, तो मुझे कोई अद्रास नहीं है.
08:53अगर आपको लगता है कि नसीम पात के साथ खुश रहेगी तो, तो पिर मैं राजी हूँ.
09:02कि नसीम से पूछ लिया है, कि रहेगी कि वो राजी है, आप चाहें तो अनौस करते हैं.
09:19मेरी राय के खिलाफ कोई जाता है न तो उसा चड़ जाता है, बस इतनी सी बात थी बटा.
09:24उसा किस बात का? इस तो मुबारक बात का वक्त है.
09:28बाबा, पहले मामा को बुला लें, फिर मुबारक बात देजिए.
09:34तहमीना?
09:37तहमीना?
09:40जी.
09:45बाबाने एक छोटी सी अनॉस्मेंट करनी है.
09:53और आप सब लोग एक बात बतानी है.
09:56हम लोग कल शेर का रिष्टा लेने के लिए जा रहे हैं.
10:00इसको लड़की पसंद आ गई है.
10:03थाई.
10:07क्या?
10:08लड़की पसंद कर दी?
10:10बात पक्की कर दी आप लोगोंने, मुझे अभी पता चल रहा है.
10:13अभी तो ये मेसेज आया, सेजन साब का.
10:19तुम तो बड़ी मीसनी निकलीते है, मीना.
10:21नहीं, अमी, मैंने मामा को भी बताया है वोड़ी देट पने.
10:25रहने दो, जैसे माम वैसी बेटा.
10:29खेर, मैंने तो बहुत सारी त्यारियं करने हैं आप लगे रहें.
10:55हंने हा वोड़ी में लिकलीते हैं.
11:01अधने हम को वैसी दो आफेते हैं,
11:05प्लयों मॉज़ी मामाने का.
11:16कि तुम बार पन्यू उजय औाrain reverbा मे करनके,
11:19का.
11:20टाने के सरुवत नहां, जो होना था वो हो चुका, चलो अब चलते हैं
11:31आओ जी आओ, बिसमिल्लाह, पहली टोली तो आ गई, अब दूसरी टोली रास्ते में
11:42असलाम लेकूम पाकर साथ, असलाम लेकूम पुपो
11:48अशलाम लेकूम काका साथ, असलाम लेकूम पापा,
12:05असलाम लेकूम पापा,
12:07मुष्यारम साहरें, बापी.
12:37मैं मरी नहीं, कर मैं आपसे वादा करते हैं, किसी की चांद लेने से चांद देने तक, आपका हर हुकम माननगी, कभी आपकी नाफर्मानी नहीं करूंगे.
13:05साइका.
13:07इसे बता दो, कि अब ये मेरी उलाद की गिंती में नहीं आते हैं, मेरे लिए ये मुर्दों से भी बत्तर हैं,
13:37कोई कोच्छ नहीं को लेगा.
13:40कि अब ये मुर्दों से चांद रूपच्छ मोराएं, मैं कादाएं,
13:49कि अब ये मुर्दों से चांद रूपच्छ मोराएं, मैं कादाएं,
14:01सारी उमर बसाना कावी सके आदा, मेरा बड़ा तजर्वाएं, मैं कादाएं,
14:20बिटा, इन घरों में बड़े दबी भेजना, लोग जाता हैं.
14:24जी, जी, ये तो महले में बाटनी के लिए, एराक शुगुफता.
14:28शुगुफता? ये भी रखती जा.
14:30इनको ना महले में बड़ारना है, ठीक है ना?
14:33मैं जाओना जी, पागल हो गई हो, ड्राइवर जाएगा, तू क्यों जाएगी?
14:38बाते सुलेंस की, चल सही से रख, ठीक करके.
14:42जी, एक तू नाम होट आते हैं, जी.
14:45आम कुछ बताती जी, कि तू आते हैं जाएगी?
14:48माशाओला, इतनी मिठाई, कहां की तैयारी है?
15:02तुम्हारी तरह ना, कमरे में छुप-छुपके फैसल नहीं करती.
15:06बेटी की बात पकी हुई है, खांदान और महले में मिठाई बड़ारी है.
15:12माशाओला, माशाओला, मुबारको.
15:15अल्ला ताला उसके बहुत अच्छे नसीब करें.
15:20सुनो, तुम यह हर वक्त अच्छी क्यों बनी रहती हो?
15:27अगर मैं तुम्हें जहर लगती हो, तो मुझ नोचलो ना मेरा.
15:32यहां पर कौनसे शाजमान बैठे होएं कि सुन लेंगे या देख लेंगे?
15:35और अगर मैं वहां कुछ कहने भी जाओंगी, तो मेरी बात तो नहीं सुनेंगे.
15:41आप मुझे जहर नहीं लगती.
15:44सौतन अच्छी भी नहीं लगती ना?
15:46आप अच्छी भी नहीं लगती हैं.
15:50मोटी मोटी किताबें पढ़के नमाग तो नहीं खराब होगया तुम्हारा.
15:56जैसा भी आप समझें.
15:58खर मैं आपको भी बताने के लिए आए थी कि आज शाम को मुझेर का रिष्टा देखने के लिए जा रहे हैं.
16:02सो तैयरी करने जाएगा.
16:32लड़की तो शेर ने खुद पसंद किया.
16:34उसने मुझे बताया तो मैंने उसके बाबा को बता दिया.
16:37आपके सामने तुम ऐसे जाया था ना?
16:39सेयद साहब का.
16:41वैसे तो चौबीस घंटे शेर खड़ा रहता है कि मेरी बीटी का वारस बनेगा.
16:46जब उसकी बारी आए तो मुझे बंद कर दिया उसके है ना कुछ बोला ही नहीं?
16:50यह रिष्टा वैसे बात पुश्केल है.
16:52पता नहीं सेयद साहब मानते भी है यह नहीं.
16:55अगर आप इस तरह से नाराज होके बैठी रहेंगी तो शेर इतनी मुश्किल मनजिल आपकी दुआओं के बगार कैसे हासल कर पाएगा?
17:04ठीक.
17:06मैं और मेरी बच्चे हैं रहीस शाह जमान की गाड़ी में उसके साथ जाएंगे.
17:13तुम दूसरी गाड़ी में आओगी.
17:16सुरूरी नहीं के मैं हर जगा सखी बनके अपने शोहर को बांटती फेरूँ.
17:35कहें तो मैं कोई हिल्प करवा दूँ.
17:38तुम तो रहने ही दो.
17:41काकर साथ.
17:51काकर साथ.
17:52समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साथ.
18:02समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साथ.
18:12समीर पुतर तुम हुई भेरे बैचा है पता नहीं हमसे मिलता भी है के नहीं है?
18:18गूर तो ऐसे राय जैसे मैंने कोई गुना किया हूँ.
18:26गुना मैंने नहीं किया.
18:28गुना की सजा दे रही थी.
18:30अब इसकी मा जान बूच के बीच में आ गई तो इसमें मेरा जा कुसूर?
18:36सालों से इस घर की बुन्यादें खोद रही थी.
18:43कलेजेज ठंड पै गई गई?
18:46बाप को जुदा कर दिया ना बेटे से?
18:49मैं जुदा नहीं हो रहा काकर साबस.
18:51मैं अपने घर को बचाना चाहता हूँ, इन दोनों को बचाना चाहता हूँ.
18:54तुम्हे तो हमेशा से शौक था, तुश्मनों को घर में लाने का.
18:59कर लो पूरा अपना शौक.
19:01और याद रखना,
19:04जो लड़की अपने माबाप से वफा ना कर सकी, वो तुमसे क्या वफा करेगी?
19:10अलग कर देगी तुम्हें हमसे, और वहां ले जाके मारेगी.
19:15जहांजे, तुम्हारी अवाज भी नहीं आनी हम तक.
19:18चीने नहीं देगी ये.
19:20मेरा साथ था तो इसलिए शायब बच गया.
19:25वरना आपकी तरह जहर ही उगलते रहते हैं.
19:30पकवास बंद कर.
19:32तो तेरे मुँ में जबान कहा से आ गई?
19:35जब से आपकी जबान के साथ-साथ हातों से भी कूलिया चलने लगी.
19:40काका साथ, इनसे कहें कि जाए यांस?
19:44क्यों?
19:45मैं क्यों जाओ यांसे?
19:47तुम्हारे बापका घर नहीं है जो तुम हुकम चलाओगे.
19:50जी, इसलिए ही छोड़के जा रहा है.
19:52अवताज मेरे समीर का दिल ना खराब कर, यह ना होके मुझसे घले भी ना मिले.
19:57सही है, काका साथ.
19:59अब तो मैं ही भारी पढ़ दी हूँ ना आपर.
20:02जा थोड़ी देर दी गाले, उसके बाद उसने वैसे ही चले जाना है.
20:08तो उनसे गिला करें ना जिन्होंने जखम दिया है.
20:19तो अबने काके साथ से घले नहीं मिलाएगा?
20:24है?
20:37सारी उमर वसाना कावी सके आदा.
20:43मेरा बड़ा तजर्वाए मैं कादा आए.
21:00काका साथ,
21:02समीर हमेशा के लिए थोड़ा जा रहा है?
21:04जेल के टुपड़ा की बेरा.
21:34किदर?
21:35चेचा से मिनने जा रही हूँ.
21:36यह सारी तुमारी दीवी बरकते हैं.
21:37अब आग लगाके हाथ सेखने हैं.
21:38फजर, इनने छोड़ो, तो मेरी साथ चाहे.
21:40अब आग लगाके हाथ सेखने हैं.
21:52फजर, इनने छोड़ो, तो मेरी साथ चाहे.
22:06इससे पहले के बहन की आला तरभीयत का असर हो, चोटी का बंदुबस करो.
22:14वक्त आने पर सब अच्छा हो जाएगा.
22:18अच्छा हो जाएगा.
22:29अच्छा आज ना, मैं और हमारी बेटियां आपके सब गाड़ी में चलेंगे.
22:34और तेमीनाज?
22:36इत्ते घबरा क्यो रहे हैं, बहुत सारी गाड़ी आ रहे हैं, किसी गाड़ी में आ आ जाएगी है.
22:40बुरा लगता है.
22:42दूसरी शादी करते वक्त तो बुरा ने लगा आपको.
22:45बेटे को सब को सौंफते वक्त बुरा ने लगता है.
22:48में और मेरी बच्चेयां के साथ गाड़ी में चली जाएगे, आपको बुरा लगे हैं, कैसी बाते कर रहे हैं आप?
22:52ना ये वक्त है, ना ये मौका है ये बात करो.
22:55हम तो आपके साथ गाड़ी में जाएंगे आज, चाहे किसी को अच्छा लगे या बुरा लगे हैं, चलो.
23:02क्या हुआ पापके साथ गाड़ी में नहीं जारी गई?
23:16नहीं, आज मैं अपके बेटे के साथ चाहूँ.
23:22क्या है?
23:25है.
23:52असलाम अलेकूम.
23:56वालेकम अस्पलाम.
23:58क्या जमान?
24:00जी जी आपको कॉन नहीं जानता.
24:02और आपकी तो गाड़ी हैं हमारे घर में पूरी नहीं आ रहे हैं, तो आपकी महमान अवाजी हैं, हम क्या खाग करें?
24:08हम महमान अवाजी थोड़ी, हम तो रिषिदारी करने हैं.
24:12इमारी बड़ी बाइगम, नाइमा, बेटियां मेरी.
24:17यह मेरा बेटा शेव और इसकी वालदा है.
24:33आपकी मेर करने हैं, क्याजी आपकी मुड़ीamaanी क्याएफपन मेरी बाइभी थायां प्रॉणाने हैं, तो आपकी मूदा रहें.
24:37हम तो आपकी मूआी होटे हैं, मुदा समय के बाता हुजाने हैं, कि भात मेरी करने हैं.
25:03वो सब तो ठीक है लेकिन शाजमान साथ
25:11हमारे हाँ गेर सेयदों में बिटी नहीं दी जाती
25:28बोलो फिर
25:28क्या करने
25:30मुला लोने
25:34हैसे मत का इसाइच साब
25:40यह भी दीन थोड़ी लेकर रिवाश तो है
25:45हमारे खानदान का रिवाश
25:47मैं कैरन्टी देता हूँ आपको
25:55हम पूरी तर आपके मैयार पर उतरने की कोश्श करें
25:58यह तो कहता हूँ के शेर अलग घर में रख सकता है उसे
26:01मेरा मतलब है अकर भाई साब की दो शादियों पर इतराज है आपको या
26:11जोईन फैमिली सिस्टम पर कोई इतराज है तो कुछ किया जा सकता है इसका
26:16नहीं हमारा खुई लेना देना नहीं इन बातों से वैसे भी हर इंसान की अपनी अपनी जिन्दगी होती है
26:23मेरी तो रू कांप जाती
26:27कागस हाब मैं तो बारा नहीं मरना चाहता हूँ
26:34आँ वैसे ही प्र देसी लोग है जिल्दी जिल्दी में कर लेते हैं वहाँ
26:39मुसल सर लोगों में
26:40वहां कहीं पाड़ों में डिस्टिनेशन वेडिंग जो होती है
26:45ना, ना, ना, इसके जुरूरत ही नहीं है, लक्षंदा मेरी बड़ी पुरानी सहेली है, उसे कोई परवा नहीं है, और वैसे भी उन्होंने लड़की को बिया के बाहर चले जाना है
26:56क्या मतलब इतनी बड़ी सजा, ये शुबनी जरू पुपो ने छोड़ी होगी
27:04ये पैसला करने कहा कि ने दिया किसने है, तुमारी भेहन के कर्टूत
27:10मैं तो कुछ कहने सुनने के लाइक है नहीं रही हूँ
27:18फिर भी मामा, भीकी पुरी सिंदेगी का सवाल है
27:26लेजी काकदी आगई
27:38काकदी आगई
27:40काकदी आपने बुलाया था?
27:42साइका, तुम्हें पता तो होगा कि क्यों बुलवाया है?
27:45बैठो
27:46इस घर की दीवारों के कान तो उसी दिन बन गए थे
27:50जिस दिन तुम दोनों भावजे बया के आई थी या
27:53अब इसका क्या कर सकते है शाह ताज कि हम तुम्हारा कभी ना खत्म होने वाला गम बन कर रहे गए
27:59काकदी आपने कुछ कहना था?
28:03साइका, अब तो ये लापरवाई छोड़ दो
28:06तुम्हारी बेटी ने तो इज़त खाथ में मिला दी
28:09अब दूसरी की फिकर करो
28:11उसको तो अपने घर का करो
28:13भई गुमा फेर के गल ना कर
28:16चीज़ी चीज़ी गल कर
28:18काका साब मैं बात गुमा के नहीं कर रही
28:21लेकिन इसको भी तो सोचना चाहिए ना किसकी बेटी ने जो हमें गोल गोल गुमाया वा है
28:26तो दूसरी को इस गोल चक्कर से बचाने का एक ही आस्रा है
28:33ताज ने अपनी सहेली रुशंदा से सारा के रिष्टे की बात किये
28:39लड़का क्या करता है डॉक्टर है अमरीका में नमान नाम है उसका
28:51वो लोग आएंगे सारा को देखने तो उसे कहना कि अच्छे से तयार हो कि आए
28:55काका साब सारा नहीं मानेंगी वो वो कभी भी बाहर नहीं जाना चाती
29:04उसे क्यो आप्शन समझ में नहीं आएगा
29:07ये देखो घर की इज़त चोरी हो गई और इनकी फरमाइशे चेक करो
29:12साइका इतनी बेस्ती के बाद भी अगर कोई रिष्टा आ रहा है न तो शुकर करो
29:17इतने नखरे दिखाओगी न तो भूल देखके सारा की शादी होगी
29:20ताज ठी कह रही है हमारा इंकार नहीं बनता
29:25और क्या तुमें तो उसके हाद चूमने चाहिए
29:28फजर के बारे में जानते हैं वो लोग
29:30रक्षंदा जानती है उसने अपने बेटे को नहीं बताया
29:36फिरी बड़ी पुरानी दोस्त है
29:38मेरी खातिर वो जहर का घूर पीने के लिए तयार है
29:40सुचाद आप तो जानते हैं
29:44वो नहीं जाएगी बार के मुलक में नहीं जाना जाहेगी
29:47हमारे हालात ऐसे नहीं हैं साइका
29:49कि हम उसे कोई आफशन दे
29:51हम भी अपना गाउँ वाला घर छोड़ की यहां बैठे है
29:55उसे समझाओ
29:57कुद्रत ने उसे शानदार मौका दिया है
30:01मूच पाने का समंदर पार
30:03हमें देखो हमारे पास क्या चॉइस है
30:05सिर्फ समंदर में टूब मरने की
30:08काका साब जो कह रहे हैं वैसा ही होगा
30:13वरना उसे भी हमारी तरह
30:18फजर की रिस्वाई का बोज उठाना पड़ेगा
30:20मगर शजाद बात्व
30:22मैं यहां पूछने के लिए ने सिर्फ इंफॉर्म करने के लिए बुलाया था
30:25जाम महमानदारी का
30:29में इंतिजाम करो
30:43बड़ा ही अच्छा रिष्टा है
30:49एक बला तो टले ना
30:53पर आपी तो मैं पहर दी हूँ ना
31:05और ऐसे क्या आफ़त आ गई है कि सब को मेरी शादी की पढ़ गई है
31:09आफ़त आए नहीं है तारे हो गई है
31:13ना जान निकल रही है ना जिन्दगी मिल रही है
31:16अचीब बीच में लटक कर रह गए
31:18मावा ये गर नहीं थोज़क है
31:22जहां खुलते ही एक औरत की पिटार सुनते और सहते है
31:26बापा तो अच्छे से जानते हैं ना
31:32कि मुझे मुल्क से बाइचादी नहीं करनी
31:34ये बात अब एक खाब है भूल जो इसको
31:38फजर की एक गलती ने पसंद ना पसंद का हक चीन लिया तुमसे
31:43बापा ने सिर्फ जिद लगाई थी और कोई बात नहीं है मामा
31:47बेटिया जब बाप का मान तोड़ देती है ना
31:51तो बाप भी बेटियों का भरम रखना छोड़ देते हैं
31:56पीछे बस फिर जिद बाक ही रह जाती है
31:59और तुम्हारे बाप ने इस जिद को खिला पिला के बढ़ा कर लिया
32:02ओमा ये सब कुछ मेरा गुसूर है मेरी गलती है ना
32:10तो सजा मुझे मिलनी चाहिए मुझसे नफरत है करें लेकिन इसका क्या गुसूर है
32:14मुझे नहीं मता फजल इत पर जो जोड़ा बना के दिया था वो अच्छा है वो पैल ले ना जब वो लोगा है और तुम इसको तयार करते ना
32:23मेरी बात से आप एक तफा वाबा से बात दर के देखे आपकी बात सुनते है ना
32:28सुनते थी और फिर तुम्हें महबबत हो गई और तुम्हारी से एक महबबत ने बाकी सारी महबबतों का गला घोड़ दिया
32:41पहले ये घर था तो हमारी सुनी जाती थी अब कैद खाना है जहां तुम्हारे बाबा सेयाद और हम सैद है
32:52और फिर ये तो सैयाद पे है ना कि वो कितना खाना कितना पानी कितनी हवाद है जहां तक बात रही महबबत की वो तो कहत के मैंने फेस्टों में ही नहीं है
33:12सब कुछ मेरी वज़त सही हो रहा है ना में गह से जाती ना ये सब कुछ हूँ था
33:22मेरे चुन के सजा इसको क्यों मिली
33:28आप एक दफा तो बात करके देखे ना बाबा आपकी बात मानेंगी हो सकता उनका दिल नर्म हो जाए
33:34दिल होता तो नर्म होता ना
33:38वजर तुमने अपने बाबा को पत्थर के बुत में बदल दिया
33:45जिससे अब तीनों सिर्फ सर टक्रा सकते हैं
33:51इस उनात करके देखे लिए
34:15मेरा बेटा उन मुर्दों मेंसे नहीं जो बार बार नहीं लड़कियों के ख्वाइश करें
34:22उसने अपनी पूरी जिन्दकी में पहनी दफ़ा किसी लड़की का नाम लिया
34:29मेरा बेटा बहुत अच्छा लड़का है
34:31इसमें कोई बुराई नहीं is
34:34इतना सीधा है
34:38कि हमारी उलजीवे दुनिया में
34:40किस तरह चलेगा मैं सोच
34:42सोच के परेशान होता हूँ
34:43देखें
34:46ये मेरे बेटे की जिन्दगी
34:48भार की खुश्यों का सवाल
34:50मैं अपने बच्चे को
34:52बहुत गहरा ही से जानता हूँ
34:54देखिए
34:55कि शाजवान साब अगर
34:57जरा भी गुझाईश होती
34:59तो मैं हाँ करने में बिल्कुल देर नहीं लगा था
35:02लेकिन
35:02हमारे खानदान की मज़़ूरी है
35:06लेकिन सहीध साब
35:09अब तो जमाना बदल चुका है ना
35:11आपकी बेटी के लिए
35:14बढ़कर एक रिष्टे होंगे
35:15और इन सब के होते वे
35:17इस रिवाज को बदलने में अगर कोई साइब हैसियत इनसान पहल करे तो
35:21कितना अच्छा होगा
35:23कि मेरा खाल है बहुत से ऐसी रड़किया होंगी जिनको
35:29से इद रिष्टे नहीं मिल पाते
35:32इसे माबाप आपके कंदे की यार में अपने बच्चियों के घर बसा सकेंगे
35:38उन्हें ब्या सकेंगे
35:40वो सब तो आप ठीक करेंगे लेकिन
35:44मैं बहुत मजबूर हूँ भावी
35:48मादर चाहता हूँ
36:02से इसाब
36:06मैं क्या कर रहे हैं आप
36:08से इसाब
36:10जब इनसान का तूट जाए ना
36:12तो जिन्दगी में सिर्फ किरदार में भाता है
36:15जी नहीं पाता है
36:18मैंने हमेशा सोचा था
36:21मैं अपनी औलाद को किसी आजमाईश से नहीं गगरने तो
36:24प्लीज
36:32अब समझें आपका एक मुरेग
36:36अपनी उलाद की खुशियों की भीक आपके बास मागने आए
36:40अब आप मुझे बहुत शर्मिंदा कर रहे हैं
36:42अगर आप उठके उपर वहां ना बैठे तो मैं भी आपके साथ
36:46यहां फर्श नर्शीन हो जाओंगा
36:48आपके बाबाब आप उठे हैं उसे
36:50मैंने ऐसे कभी नहीं चाहता
36:54मैं बादा करता हूँ
36:58अगर यहां से मायूस भी गए ना मैं खुश रहूंगा जिन्दकी पर
37:02मेरे बाब इस सब के साथ ने गुटनों पे बैपके
37:10मेरे खुशियों की कीमत उधा किये
37:14नहीं बाबा मैं सब चले
37:20मैं ठेक हूँ तिल बाबा
37:24जी तेरो मेटा
37:32तुम वाकई साले ओलाद हो
37:34वरना तो ओलाद अपने मकसद हासिल करने के लिए
37:40माँ बाब को बेकारी तक बना देती है
37:42मेरी बिटी रिदा
37:48जिसका हाथ तुम मांगने आया हो
37:52वो भी बिल्कुल तुमारे जैसी है
37:54ठीक है मैं
37:58उससे बाद करता हूँ
38:00अगर वो मान जाती है तो
38:04आप मेरी तरफ से हाँ समझें
38:08आप में निया
38:12आप में आप आप
38:14आपकोपोड़ कर दोले के दोले के दोलने वाले याँ

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