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  • 6/3/2025
बाराबंकी : जिले के एक शिक्षक ने अपने घर को पॉलीहाउस में बदलकर पर्यावरण संरक्षण का अनोखा उदाहरण पेश किया है. नगर कोतवाली के विकासभवन के करीब रहने वाले डा. एस.के सिंह जो कि श्यामा देवी डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल हैं. इन्होंने अपने घर के आंगन और छत पर 10,000 से ज्यादा एडिनियम पौधे लगाए हैं. उनका मानना है कि छोटे पौधे न सिर्फ पर्यावरण को शुद्ध रखते हैं बल्कि जल संकट के समय पानी की बचत भी करते हैं. डा. सिंह का कहना है कि बिगड़ते मौसम चक्र और लगातार पर्यावरणीय संकट के बीच, यह उनका छोटा सा प्रयास है ताकि प्राकृतिक संतुलन को बचाया जा सके.बचपन से ही पेड़ लगाने का ऐसा शौक लगा कि इन्होंने अपने घर को ही पॉलीहाउस बना डाला. तकरीबन 42 साल पहले इन्होंने आम,अमरूद,आंवला और नीम जैसे पेड़ लगाने शुरू किये. पेड़ लगाने का जुनून था लेकिन जगह कम थी ऐसे में इन्होंने छोटे प्लांट्स लगाने की सोची. इन्होंने देखा कि कम जगह में छोटे पौधे ज्यादा से ज्यादा लगाए जा सकते थे.इसी दौरान इनकी नजर एक छोटे से पौधे एडेनियम पर पड़ी. खूबसूरत फूल देख इन्होंने एडेनियम प्लांट लगाने का प्लान किया.शुरुआत में इन्होंने महज 12 पेड़ लगाए लेकिन पेड़ों की खूबसूरती और इनसे पर्यावरण को होने वाले लाभ ने इन्हें आकर्षित किया और फिर धीरे-धीरे इन्होंने पूरे घर मे एडिनियम के ही पौधे लगा डाले.आज इनके पास सैकड़ो वेरायटी के 10 हजार से ज्यादा पौधे हैं.इन प्लांट्स को लेकर डॉ एसके सिंह में खासा जुनून है. कालेज जाने से पहले 2-3 घण्टे वह इन पर काम करते हैं फिर कालेज से छुट्टी पाकर घर आने पर शाम 6 बजे से रात 09 बजे तक इन पर जबरदस्त कसरत करते हैं. पेड़ों के आसपास साफ-सफाई, खराब पत्तियों को अलग करना और पर्याप्त धूप में रखने जैसे तमाम काम करते हैं. छत पर पानी ले जाने में आने वाली मुश्किल देख इन्होंने पौधों को पानी देने में दिक्कत न हो लिहाजा छत पर ही स्प्रिंकलर सिस्टम लगवा लिया.
इनका मानना है कि घर मे छोटे प्लांट लगाने से बहुत फायदे हैं. इससे न केवल हमारा पर्यावरण शुद्ध रहता है बल्कि अगर चाहें तो प्रोफेशनल ढंग से छोटे पौधे लगाकर इनसे आर्थिक लाभ भी लिया जा सकता है.

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Transcript
00:00यूटों लोगों के अपने अपने शौक होते हैं
00:18लेकिन पर्यावरन बचाने के जुनून में
00:21कोई अपने घर को ही poli house बना ड़ले
00:23ये सुन कर आपको हैरानी होगी
00:26लेकिन है ये सच
00:27बारबंकी के डक्टर एसके सिंग ने अपने घर को ही पॉली हॉस बने डाला
00:33घर के आंगन से लगा कर छट तक इन्होंने हजारों पेड लगा डाले
00:38देखिए अमारी इस खास रिपोर्ट में
00:41नगर कोत्वाली के विकास भवन के करेब रहने वाले ये हैं डक्टर एसके सिंग
00:46एक डिगरी कालेज के प्रिंस्पल डक्टर एसके सिंग में परयावरन को दोशित होने से बचाने का गजब का जुनून है
00:53बच्पन से ही पेड लगाने का ऐसा शोग कि इन्होंने अपने घर को ही पॉली हाउस बना डाला
01:00ये मेरे बच्पन का सोग है जब मैं क्लास थ्री में पढ़ता था तब मेरी पहली सुरुआत हुई थी
01:05और ये उसी समय से चल रहा है दीरे दीरे दीरे ये बढ़ता गया और समय के साथ ही पॉधे जुटते गए और ये हमारा सौब प्रवान चड़ता गया
01:17अचा एडेनियम पे ही क्यों फोकस है ने शुरुवात में अडेनियम पे फोकस नहीं था
01:22When we started planting plants, we had all kinds of plants that we had to do.
01:30In the beginning, we had 12 plants that we had to do, which we had to do.
01:36It was about 42 years ago.
01:38In the beginning, we started planting plants that we had to do.
01:42It was a good place, but it was a small place.
01:46It was a small plant that we had to do.
01:48In short, the small areas of the house were placed on the lovelace of the area.
01:55We have decided that the majority of the population is placed on the lovelace.
02:02We had a good place to put the place on the lovelace.
02:06So we had to get rid of the lovelace of the lovelace.
02:14foreign
02:21foreign
02:27foreign
02:33foreign
02:43पौधों को पानी देने में दिक्कत नहों लिहाजा छट पर ही सिस्टम लगवा लिया
02:50Edenium plant
03:12लगाने के पीछे डाक्टर एसके सिंग का मानना है कि ये एक रेगिस्तानी plant है जिसको पानी की बहुत काम आवशक्ता होती है दिनो दिन जल दोहन के चलते पानी की भी कमी हो रही है ऐसे में इनों ने पानी बचाने के लिए Edenium plants लगाने को प्राथमिक्ता दी
03:29सबसे बड़ी बिशेश्था ये है कि कम पानी कर इसечатे माल से आप इसमें अधिक जदिक फूल ल सकते हैं और पानी के सुरोत आप जानी रहे हैं कि दिनो दिन कम होते जा रहे हैं हमारा भूगर्भ में जो जल है वो भी सूकता चला जा रहा है तो इससले आब हम जो है अपने �
03:59Income, I think that in my house, there are very good benefits.
04:02It doesn't matter if we have our own personal life,
04:05but if we want to make it a small amount of money,
04:09we can make it a small amount of money.
04:12We can make it a multi-purpose.
04:15In terms of where we have a side effect,
04:19there are no benefits.
04:21There are no benefits.
04:22Economy, environment,
04:25we can make it a lot of money.
04:27oxygenate
04:34oxygenate
04:38oxygenate
04:45oxygenate
04:50oxygenate
04:56and we are increasing risingこと every year.
04:59This is not only the correctness we have given to give the environment.
05:04We are getting the environment.
05:06Pire-pate and reproduce,
05:09and we are building concrete granules.
05:13But in every kind, we have used the city to be able to get the conservation of the environment.
05:20The temperature is high.
05:21Every year we have our own personal work, every object is given to us.
05:28We have one small thing to do with it.
05:32This is a small thing to do with our lives.
05:38We have all the responsibility to protect our lives.
05:44In this country, Dr. S.K. Singh's attempt to be able to protect our lives.
05:51Bara Benkis A.T.V. B.A.R.T.
05:53के लिए
05:53अलीम शेक

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