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  • 5/29/2025
केरल में मानसून आते ही इडुक्की में चेक डैम पर झरना फिर से जीवित हो उठा. केरल के इडुक्की जिले में पेरियार नदी की सहायक नदी पन्नियार पर बना चेक डैम इन दिनों देखने लायक है. राजक्कड़ के पास मुक्कुडिल बांध हर साल मानसून के दौरान कुछ दिनों के लिए इसी तरह से बहता है. ये छोटा सा चेक डैम कुतुंगल हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो सालाना 79 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करता है. ये जब दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में आता है तो ये पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन जाता है. डैम की खासियत ये है कि ये नजारा केवल मानसून के दौरान ही दिखता है. इसे देखने के लिए मानसून के दौरान बहुत सारे पर्यटक यहां आते हैं. ये एकमात्र ऐसा बांध है जहां ओवरफ्लो होने पर इतना खूबसूरत नजारा बनता है और यही बात लोगों को आकर्षित करती है.

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00:00केरल के इड़की जिले में पेरियार नदी की सहायक नदी पढ़नियार पर बना चेक डैम इन दिनों देखने लायक है
00:08राजकाड के पास मुकुडिल बांध हर साल मौनसून के दोरान कुछ दिनों के लिए इसी तरह से बहता है
00:16ये चोटा सा चेक डैम कुट्टुंगल हाइडरो पावर प्रोजेक्ट का हिस्सा है जो सालाना 89 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करता है
00:25और जब दक्षिन पष्चिम मौनसून केरल में आता है तो ये परेटकों के आकरशन का केंद्र बन जाता है
00:55कुट्टुंगल ज़रना भी हर साल जून के महीने में होने वाली लगातार बारिश के साथ लबालब हो जाता है
01:09ये सुन्दर ज़रना मुकुडिल चेक डैम से नीचे की ओर बहता है दोनों कुट्टुंगल हाइडरो पावर प्रोजेक्ट का हिस्सा है
01:16जब मुकुडिल ओवर्फ्लो करता है तो ज़रना जीवन्त होटता है
01:46जब मुकुडिल ओवर्फ्लो करता है
02:16जब भी परेटन की अपार संभावना माना जाता था
02:18लेकिन पढ़नियार नदी पर बांध बनने से ना केवल ज़रना सूख गया
02:23बलकि परेटन भी खत्म हो गया
02:25अब कुटुंगल में परेटक केवल मौनसून के दौरान ही आते है

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