Kurulus Osman Season 06 Episode 193 #kurulusosmanS6Ep193 #harpalgeo #GeoTV Thanks for watching Har Pal Geo. Please click here https://bit.ly/3rCBCYN to Subscribe and hit the bell icon to enjoy Top Pakistani Dramas and satisfy all your entertainment needs. Do you know Har Pal Geo is now available in the US? Share the News. Spread the word.
Kurulus Osman Season 06 Episode 193 - Urdu Dubbed - Har Pal Geo
Osman Bey, who moved his oba to Yenişehir, will lay the foundations of the state he will establish in this city. One of the steps taken for this purpose will be to establish a 'divan'. Now the 'toy', which was collected at the time of the issue, is left behind. Osman Bey will establish a 'divan' with his Beys and consult here. However, this 'divan' will also be a place to show themselves for the enemies who seem friendly, who want to weaken Osman Bey from the inside.
As Osman Bey grows with the goal of establishing a state, he will have to fight with bigger enemies. Osman Bey, who struggles with the enemy who seems to be a friend inside, will enter into a struggle with Byzantium outside. Osman Bey has set his goal, the conquest of Marmara Fortress, which will pave the way for Bursa and Iznik!
Production: Bozdag Film Project Design: Mehmet Bozdag Producer: Mehmet Bozdag Director: Ahmet Yilmaz
Screenplay: Mehmet Bozdağ, Atilla Engin, A. Kadir İlter, Fatma Nur Güldalı, Ali Ozan Salkım, Aslı Zeynep Peker Bozdağ
00:29लिए भेजो वहाँ पर मैंने तुम्हारी माह और पाप बन कर पाला तुम्हें देखो मेरी तरफ पोईना मैंने कुर्बानी दी कुर्बानी तो यहां मेरी हुई है असल में तो तुम्हारी जंग में कुर्बान मैं हर्गेज नहीं हर्गेज नहीं तुम मेरा दिल चीर के दे�
00:59जो कुछ मैंने बर्दाश्ट किया, जल्द समझाएगा.
01:06उस्मान ने जिन्दगी को मेरी जहन्नम की आग में जोनकर निस्तो नाबूद कर दिया.
01:12और इस कहानी का बुरा किर्दार मैं हूँ पुईना.
01:15और जो मेरी जिन्दगी चुराई गई, मुझे जिसाग में डाला गया, उसका अंतासा है आपको.
01:25अच्छा तो फिर, उस्मान और बाला की पास क्यों गई थी?
01:31सोफिया, बताओ सरा, क्या मुझे दुबारा इस्तमाल करने के लिए?
01:37बिलकुल भी नहीं पुईना, मुझे तुमसे कोई खर्श नहीं है पुईना, तुमसे कुछ भी नहीं चाहिए मुझे, अगर मैंने तुम्हें खुश नहीं रखा है आश तक, अगर ऐसा है, तो चली जाओ.
01:54चली जाओं क्या?
01:56जाओ, खुश रहो उनकी साथ.
02:07लेकिन याद रखना, खुश नहीं रह पाओगी उन लोगों के साथ, क्योंकि अब तक तुम उनकी असली चेहरे नहीं चाहती.
02:21किस चीज के बदले तुम मुझे उनके हवाले करोगी?
02:23हाँ, सोफिया?
02:26जाओ, सादा कुछ नहीं माँगा.
02:36मंगोलों के खिलाफ खड़े रहने की मदद माँगी.
02:39बुर्सा की हिफाज़त के लिए उस्मान की तरफ हाथ बढ़ाया अपना.
02:45लेकिन ये मेरी लिए मुश्किल फैसला है पोहिना.
02:47मैंने तुम्हारी खातिर दुश्मनों से हाथ मिलाया.
02:55लेकिन देखते है उस्मान तुम्हारी खातिर ये कुर्बानी देता है ये नहीं?
03:10गलाडियोस नामी इपलीस ने पहले मेरे सामने छावली में सिपाहियों को शहीद किया.
03:17उस काफिर ने बच्चों के भी पर्वा नहीं की और सरदारान के कबीरों के बेशुमार मजलूमों को माट डाला.
03:27अपनी जिन्दगी में मैंने दुश्मन के हर तरह के जल्म और सित्म देखे हैं.
03:32जमानी से लेके इस उमर तक बहुत से मजलूमों को सहरा दिया है.
03:36में मंगोल हो या मगरिब से आने वाले दुश्मन हो लेकिन मैंने कभी उनकी तरफ से इस तरह के जल्म नहीं देखा.
03:47अपने दान्तों से जब मैं उनके कलेजे नौचूंगा, तब वो मेरा घसब देखेंगे.
03:56वो करारगा और उसके अंदर हर चीज तबाह कर दी जाएगी.
04:03और आपकी बेटी उसमान सरदार, करारगा पर हमला करना आपको उस्ते हमेशे के लिए अलग करतेगा.
04:12कि इस बारे में नहीं सोचेंगे?
04:21सोफिया बहुत शातर है, जो कहा है वो करेगी.
04:27रियासत, हिसाब लगाए बगएर कुछ भी नहीं करते.
04:36हरकिस फिकर मत कीजे, हर चीज का हिसाब लगाया जाचुका.
04:42मेरी बेटी मेरा जादी मसाला है, लेकिन उस करारगाह की फता और शहुदा का तालुक रियासत की बगास से है.
04:53मैं जो कहूं वो करें आप लोग.
05:03घल, खरारगाह को फता करेंगे.
05:06कोजा सरदार, हसन सरदार, राद के वक्त करारगाह की तरफ जाईए.
05:14खुफियत तरीके से वहां दाखिल होंगे.
05:16हम लोग उनके सामने सुन पर हमला करेंगे और उसी लम्हें आप लोग पीछे से उन पर हमलावर हो जाओगे.
05:30उनकी गंदी रूहें उनके जिसमों से खैश करूनत तबाह कर दूँगा.
05:46उनकी दूँगा.
06:08मुइइ जीज काम not जीजका जिजगांब चलो भूर हां मेरे भाई मेने अपनी जिन्दगी में बहुत से खाने खाया
06:25मैं आज तक जहांबी गया वह का मेशूर खाना ज़रूर खाया लेकिन ऐसा खाना नहीं कहा यह बताओ रां मसेदार खानाा आखिर किस जगा काया
06:36पहाडों का खास खाना है यह
06:38जावाज ये खाना च़ा कर पेट भरेंगे
06:41और सालमों के खलाफ अपनी
06:43तलबारें लहराएंगे
06:45माशाआएलना, माशाआएलना
06:47सलाम उन जावाजों को
06:50जो खाने की बहतुरी नक्साम जानते हैं
06:52और उसके साथ साथ हक की रामे लड़ते हैं
06:55शुक्रिया
06:56मज़ा आगया
06:58आज का खाना बहुत मज़िका था
07:00सलामत रहो
07:00शुक्रिया जरकताय साहब
07:02भाई
07:05हाथ सलामत रहें तुम्हारे
07:07खाना वाकई बहुत लजीज है मगर
07:10इसके बाद हम बाकी पक्वान
07:13नहीं खा सकेंगे
07:14हमारे काफिलों पर धावा बोला गया है
07:17बेशुमार लोग शहीद होएं है
07:19एक तरफ ये दर्द
07:25और तूसरी तरफ ये शहजादों की अल्यद्गी
07:28कबीले में कोई नजमों नुस्क नहीं रहा
07:30चेर कोटाई सर्दार
07:31बिल्कुल फिकर मत करो
07:34क्या ये सब कुछ हम पहली बार देख रहे हैं
07:38हम लोग फिर से मुत्तहद होंगे
07:42और तुम लोग देखना के अल्ला के हुकम से
07:44हर चीज़ पर काबू पालेंगे
07:46अल्ला के हुकम से
07:47और पिर सर्दार भी हमारे साथ
07:50अल्हाम्दलिल्ल्ह
07:51हजार जाने भी होती
07:53तो इसलाम की तरक्की की खातिर
07:55उस्वान साहब के लिए वक्फ कर देथा
07:56वो हक के रास्दे पर हैं
08:00माशाल्ला तोरान माशाल्ला
08:02बिलकु सही कहा
08:04जो राय حक पर निकलते हैं
08:05फता भी हमेशा उन्हीं की होती है और अल्ला भी उनकी मदद करता है
08:09चलो अब खाना खाओ
08:10मुज़े से कल महास पर निकलना है
08:13चलो खाओ
08:13बिसम आलाहिर रह्माने वहाँ
08:15जंग वो होती है
08:16कि भाई भाई जंग में एक साथ लड़े और फत्याब होकर लोटे
08:19लेकिन आपने
08:22बुरान साथ के साथ अखतलाफ किया
08:25हाँ
08:27ऐसी ये बात है
08:43चाहिए जितना भी अखतलाफ कर ले हम
08:45हम सब के दिल एक है
08:48और
08:49हक की राह में साथ धड़कते है
08:52इसलिए
08:56जंग के मैदान में कभी भी
08:59हमारा
08:59कोई अखतलाफ नहीं होगा
09:02फिकर मत करो
09:03चलो चल्दी से
09:07कल की तयारिया मुकमल करते है
09:11ठीक है
09:13तयारिया करते है
09:18प्राप प्राप करते है
09:20अवार शेया करते है
09:21प्राप नहीं हो भी चाल्म
09:22प्राप अवार शजजड़ है
09:23इस तक के दूत का तक है
09:24कर दो झाल
09:54झाल झाल
10:24नीद नहीं आ रही मुझे
10:28मैं बाहर जा रही हूँ ता सहावाले ने
10:54झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झाला झा
11:24बिस्मिल्लाहिर्रह्मानिर्रहीम
11:28क्या अंदर आ सकती हो बेटा
11:37आजाए वालिदा
11:54बेटा वालिदा अलाउद्दीन अली मेरे दिल का सुरूर मेरे दुआउं का समर तैयारी शुरू करती है जाने की जल्दी किस बात की है
12:13जितनी जल्दी करें अच्छा है
12:18एक बार दुबारा सोच लो बेटा हमारे खांधान के लिए मेरे लिए बेटा
12:29मेरी प्यारी वालिदा प्यारी वालिदा
12:34मेरा फैसला हत्मी है वालिदा
12:48नहीं रुक सकता हमें
12:56मेरा दिल तोड़ रहे हो बेटा
13:01वालिदा मत करें इसा मत करें वालिदा
13:04मैं वापस आउँगा
13:10अपने इल्म और कलम से हमेशा इस रियासत की खिदमत करता रहा होंगा वालिदा
13:16मुझे
13:19मुझे अब जाना होगा
13:22जब से तुम्हारे हातों ने ये कलम थामा है
13:27मैंने तुम्हारे लिए बहुत दुआई की वेटा
13:30ताके इल्म के सफर में भी तुम कामियाब रहो
13:34यह सब आपकी दुआउं का ही नतीजह है वालिदा
13:37कि मैं जिस सफर पे निकल रहा हूँ उसमें आगे बढ़ू
13:41दुखी मत हो आप बिल्कुल भी दुखी नहों वालिदा
14:02मुशे पता चल गया है सब
14:04कुछ न कहें वालिदा कोई कुछ नहीं जानता
14:14खास तो और पे बाबा उनके उपर ये बोज़ नहीं डालना चाहता मैं
14:22मैं यहां तुमें अलविदा कहने नहीं बल के समझाने आई हूँ
14:26मैं नहीं चाहते कि मेरे बच्चे आपस में उक्तिलाफ करें
14:31वालिदा
14:32बड़िदा
14:36यहां मेरे दिल में आग जल रही है
14:43और यह आग बहुत ही तेजी से बढ़ रही है
14:48और अब मेरा सब्र खत्म हो गया है
14:54डर है कि मैं कुछ गलत न कर बैठ हूँ
14:56इसलिए मेरा जाना ही बेतर होगा
15:03मैं दिल में बेठी की मिलने की उमीद लिए जी रही थी
15:07लगता है अब बेठी और बेठे दोनों के लिए तरपूँगे हाँ
15:09ऐसा कुछ नहीं होगा वालिदा ऐसा बिल्कुल भी नहीं होगा
15:13हम इकट्टे होंगे
15:15हलीमा के साथ इकट्टे होंगे मैं अच्छी तरह जानता हूं बाबा उसे वहां कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे
15:27अलाव दीन अलाव दीन मेरे भेटर मेरी जान मेरी जिगर के टुकड़े