सनातन धर्म के अनुसार संसार में ऐसा कोई भी कार्य नहीं है जिसे शिव चालीसा की मदद से ना किया जा सके। शिव चालीसा के पाठ से कठिन से कठिन और असंभव प्रतीत हो रहे कार्यों को भी बड़ी आसानी से पूर्ण किया जा सकता हैं।
भगवान् शिव का एक नाम भोले भंडारी भी है अर्थात भगवान् शिव देवों के देव महादेव तो हैं हीं साथ हीं साथ वे अत्यंत भोले स्वभाव के भी हैं। बृजमोहन दास रचित शिव चालीसा के नित्य पाठ से भगवान् शिव अति शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के कष्टों को दूर कर देते हैं।
जो भी मनुष्य प्रातः काल नित्य रूप से शिव चालीसा का पाठ करता है, उसके जीवन की कठिनाइयां और बाधाएं स्वतः ही दूर हो जाती हैं।