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  • 4 years ago
खमनोर। राजसमन्द जिले का बाघेरी नाका बांध सोमवार सुबह 10 बजकर 30 मिनिट पर छलक गया। बांध की भराव कुल 32 फिट है। बनास नदी से जुड़ा बाघेरी नाका बांध पर्यटक स्थल होने के साथ सैंकड़ों गांवों के लिए पेयजल का स्रोत है। बांध के छलकते को लेकर क्षेत्र के लोग सुबह से ही इंतजार कर रहे थे तथा हर पल की खबर ले रहे थे। छलकने की सूचना मिकते ही किसानों व लोगों में खुशी का माहौल है। जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले 20 घण्टों से लगातार चल रहा है बारिश का दौर।

अभी यहां से राजसमंद झील में पानी पहुंचने में समय लगेगा, क्योंकि यहां का पानी नंद समंद को भरेगा। उसके बाद ये पानी खारी फीडर से होते हुए राजसमंद झील पहुंचेगा। जानकारों ने उम्मीद जताई है कि राजसमंद झील इस बार भर सकती है। क्योंकि उधर रामदरबार एनिकट छलक चुका है और पानी सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है।

रामदरबार एनिकट भी रविवार को छलका
पूरे श्रावण मास में तरसाने के बाद भादो मास के अंतिम दिनों में बारिश का दौर जारी है। पिछले तीन-चार दिनों से जारी बारिश से गोमती के उद्गम स्थल पर अच्छा पानी आया। नतीजतन ये रविवार को छलक गया था। इससे राजसमंद झील में इस बार पानी आने की उम्मीदें हरी हुई हैं। रामदरबार एनिकट छलकने के बाद राजसमंद झील तक के 32 किलोमीटर के लम्बे रास्ते में कई बड़े - छोटे एनिकटों को भरते हुए ये जल झील में पहुंचेगा। यदि ये बारिश इसी तरह बनी रही तो जल्द ही इस पानी के झील में पहुंचने की संभावना है। ऐसे समाचार है कि दोनों बड़े बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में अच्छी बारिश जारी है। यदि ये बारिश दो-तीन इसी तरह जारी रहती है तो राजसमंद झील व जिले के अन्य जलस्रोतों से खुशखबरी जल्द मिल सकती है।