पश्चिम बंगाल में दक्षिण कोलकाता का एक खास कैफे सामाजिक रूढ़ियों को चुनौती दे रहा है. ये सिर्फ स्लोगन के जरिए नहीं बल्कि रोजगार, सम्मान और समावेशी माहौल से नई मिसाल कायम कर रहा है. 2018 में एक एनजीओ ने एक छोटे से गैराज में कैफे पॉजिटिव शुरू किया था. इससे जुड़े लोगों का दावा है कि ये एशिया का पहला ऐसा कैफे है जो पूरी तरह से एचआईवी पीड़ितों द्वारा चलाया जाता है. यह सिर्फ एक कैफे नहीं है, ये एक आंदोलन है. आप जानते हैं कि वे पीड़ित बेकसूर हैं. वे इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं. इसलिए हम जैसे नागरिकों की जिम्मेदारी है कि हम उन्हें अपनाएं और इस कैफेटेरिया के जरिए उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद करें. वे सब कुछ कर सकते हैं. कॉफी बना सकते हैं, वे सामान का प्रबंधन कर सकते हैं, वे खरीदारी कर सकते हैं.
00:00पश्चिम बंगाल में दक्षिन कोलकाता का एक खास कैफे सामाजिक रूडियों को चुनौती दे रहा है।
00:30This is not only the cafeteria, this is a movement, you know, that if the, you know, that they are the innocent victim, they are not responsible for this.
00:37So, you know, it is the responsibility for the citizens like us to accept them and to help them to, you know, bring in their economic empowerment through this cafeteria.
00:49They can do everything. They can brew the coffee, they can manage the inventory, they can shopping, they can marketing, everything. This is their cafeteria.
00:58This cafe में HIV से पीडिद्युवा काम करते हैं. इन में से कई आश्रे ग्रहों में पले बड़े हैं.
01:05पांच लोगों की एक छोटी सी टीम इस कैफे को चलाती है.
01:09ये इस टीम की महनत का नतीजा है कि बहुत से लोग खासतोर से यहां आते हैं और इनका होसला बढ़ाते हैं.
01:15मुझे तो बहुत सपोर्टी है. मेरा एक दीदी है. उसका साधी भी हो गया है. उसका घर पे पैसा भी भीजना पड़ता है. मैं यहां पर काम कर रही हूँ. मुझे बहुत अच्छा लगता है.
01:25और मैं चाहती हूँ मेरे जैसा और भी सारे जो लड़किया लड़के लोग है. उसको सबको भी एक मौका मिलना चाहिए मेरे जैसा. हाँ, खुद का पैरों में खड़ा होना चाहिए. सबको काम करना चाहिए.
01:37व्यवस्था भले ही साधारन हो, लेकिन कैफे पॉजिटिव बेहत खास है. एक प्याला कॉफी के साथ ये ना सिर्फ एचायवी पीडित कई लोगों के रोजगार का जरिया बन चुका है, बलकि सामाजिक बाधाओं को भी तोड़ रहा है.