सवाईमाधोपुर. जिले में गत दिनों भारी बारिश ने धरतीपुत्रों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। जिले के अधिकतर क्षेत्रों में किसानों की फसलें पानी में डूब गई है। इससे एक आर फिर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है। हालात यह है कि मेहनत के साथ बुवाई की फसलों के जलमग्न होने व नदी.नालों में पानी के चलते जलभराव होने से फसले गल गई हैं। इससे ज्वार, बाजरा,मूंग, मक्का, चावल व सोयाबीन फसलों सहित सब्जियों में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। इधर, कृषि विभाग मौसम साफ होने के बाद सर्वे की कार्रवाई में जुट गया है। जलमग्न हुई फसलों को लेकर कृषि विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों से जानकारी ली जा रही है। जिले में गत दिनों लगातार बारिश का दौर जारी था। खेतों में खड़ी सोयाबीनए टमाटरए उड़दए मूंग सहित अन्य फसलें जलमग्न हो गई हैं। सोयाबीन की फसलों में पानी भर गया है। किसान संघ के अनुसार भारी बारिश से जिले में 70 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है।
बाजरा व उड़द की सर्वाधिक हुई बुवाई कृषि विभाग की ओर से 1 लाख 67 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई का लक्ष्य रखा है। इसमें से जिले बाजरा व उड़द की सर्वाधिक 1 लाख 15 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। वहीं बाजरा की 75 हजार व उड़द की 40 हजार हैक्टेयर एवं तिल की 34 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है।
इन गांवों में सर्वाधिक नुकसान पिछले दिनों तेज बारिश से जिले के खण्डार क्षेत्र के खुशलपुरए गोठ बिहारीए सवासए कांचडाए बाणपुरए खिरकड़ीए रामपुराए खटकड़ए पिलेंडीए नायपुरए सांवटाए खिदरपुरए बरनावदाए गण्डार पिपलदाए छाणए बहरावण्डाए दौलतपुराए झौपड़ीए जैतपुरए बड़ौदए पादड़ा.पादड़ीए अनियाला सहित कई गांवों में बारिश से फसलों में नुकसान हुआ है। किसानों के अनुसार इन गांवों में 80 प्रतिशत तक फसलों में नुकसान हुआ है।
सवाईमाधोपुर ब्लॉक में आटूण, पचीपल्या, सुनारी, महू, सिनोली,नींदरड़ा, गोठड़ा, सूरवाल, धणौली, मैनपुरा, अजनोटी, शेषा, भारजा, कानसीर,श्यामोताए लोरवाड़ा, जटवाड़ाए बंधा आदि गांव है। चौथकाबरवाड़ा ब्लॉक में बिंजारी, बांसड़ा, भैडोला.भैड़ोली, एकड़ाए धमूण खुद, धमूण कलां, बौंली में घाटा नैनवाड़ीए गोतोड़ए दतुलीए कुशलपुराए मित्रपुराए गोठड़ाए उदगांवए गोलए लाखनपुर आदि के गांव शामिल है। मलारना डूंगर क्षेत्र में मलारना चौड़ए बरियाराए रहिताए डिडवाडाए बहतेड़ए गोठए बिलोलीए मकसुदनपुराए डोनायचा आदि गांव शामिल हैं। फैक्ट फाइल... जिले में इस बार 1 लाख 67 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल का था लक्ष्य। जिले में अब तक 1 लाख 77 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में हुई खरीब की बुवाई। जिले में पिछले साल 1 लाख 7 हजार 10 हैक्टेयर में हुई थी खरीफ की बुवाई
ये बोले किसान 90 प्रतिशत फसल खराब गत दिनों तेज बारिश व गिलाई सागर बांध छलकने से दर्जनों गांवों के खेतों की फसल 90 प्रतिशत खराब हो चुकी है। बारिश से धान, मक्का, बाजरा सहित सब्जियों में खराबा हुआ है। जल्द सर्वे करवाकर फसल का मुआवजा मिलना चाहिए।
मुरारी लाल सैनी, किसान, निवासी गोठ
नुकसान का सर्वे करवाकर मिले राहत जिले में भारी बारिश के बाद ज्वारए बाजराए मक्का, मूंगए उड़द आदि फसलों में नुकसान हो गया है। कृषि विभाग की ओर से सर्वे करवाकर जल्द ही फसल खराबे का मुआवजा मिलना चाहिए। लाल चंद बैरागी, किसान, निवासी सुनारी
मुआवजे की करेंगे मांग जिले में भारी बारिश से करीब 80 फीसदी तक खरीफ की फसलों व सब्जियों में नुकसान हुआ है। अधिकतर जगहों पर किसानों की फसलें पानी में डूब गई है। बाजराए ज्वारए उड़दए मूंगए सोयाबीन सभी फसलें गलकर खराब हो गई है। किसानों को आपदा प्रबंधन से शीघ्र मुआवजा दिलवाया जाए। मुआवजा की मांग को लेकर जल्द ही जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। लटूरसिंह गुर्जरए प्रांतमंत्री, किसान संघ सवाईमाधोपुर
इनका कहना है जिले में बारिश के चलते खरीफ की फसलों में हुए नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। जल्द ही पूरे जिले में हुए खराबे का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। राकेश कुमार अटलए संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग सवाईमाधोपुर