Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 7/30/2025
वायनाड: केरल में अब तक की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा के एक साल बाद भी मुंडक्कई और चूरलमाला वीरान पड़े हैं. यहां बस कुछ ही मकान सलामत रह गए हैं. हादसे में हुई भयानक तबाही और अपने को खोने का दर्द भुलाना नामुमकिन सा है. ये जख्म ऐसा है जिसका अहसास बार-बार होता रहेगा. हालांकि इस त्रासदी के बीच मुंडक्कई और चूरलमाला में बुलंद हौसले और फिर उठ खड़े होने की कहानियां भी कम नहीं हैं. 30 जुलाई, 2024 की रात को नोफल ने अपने परिवार के 11 लोगोें को खो दिया था. जब भयानक हादसा हुआ तो नोफल विदेश में काम कर रहे थे.सब कुछ खो देने के बाद नोफल ने नए सिरे से अपनी जिंदगी की शुरुआत की. दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद से उन्होंने मेप्पडी में एक बेकरी खोली, जिसका नाम उन्होंने 'जुलाई 30' रखा. नोफल की कहानी दर्द और मुश्किल हालातों का सामना करते हुए जिंदगी में हार न मानने और आगे बढ़ने के लिए फिर उठ खड़े होने की मिसाल है. वे अपने परिवार के लोगों के खोने का गम और उनसे जुड़ी यादों को साफ लेकर जिंदगी के सफर में आगे बढ़ रहे हैं.

Category

🗞
News
Transcript
00:00केरल में अब तक की सबसे भीशन प्राक्रतिक आपदा के एक साल बाद भी मुंडकई और चूरल माला विरान पड़े हैं
00:11यहां बस कुछ ही मकान सलामत रह गए हैं
00:14हाथसे में हुई भयानक तबाही और अपने को खोने का दर्द भुलाना नामुम्किन सा है
00:19यह जख्म ऐसा है जिसका एहसास बार बार रहेगा
00:22हालाकि इस तराज़नी के बीच मुंडकई और चूरल माला में बुलंद होसले और फिर उठखड़े होने की कहानिया भी कम नहीं है
00:3030 जुलाई 2024 के रात को नोफल ने अपने परिवार के 11 लोगों को खो दिया था
00:37जब भयानक हादसा हुआ तो नोफल विदेश में काम कर रहे थे
00:41वुस्खलन से हुई तबाही में उन्होंने अपना परिवार, घर और मुंडकई में अपनी जमीन सब कुछ गमा दिया
01:07सब कुछ खोदीने के बाद नोफल ने नए सिरे से अपनी जिंदकी की शिनवात की दोस्तों और रिष्टदारों की मदद से उन्होंने में पड़ी में एकुछ गमा दिया थे
01:37a bakery opened whose name is July 30.
02:07I don't know.
02:08But I don't know if there's a lot of problems.
02:11I don't know if there's a lot of problems.
02:13So I don't know.
02:15You don't know if there's a problem.
02:17I don't know.
02:17You don't know if you don't know if you don't know.
02:20I don't know if I don't know if you don't know.
02:23I don't know if you don't know.
02:25Nofal की कहानी दर्द और मुश्किल हालातों का सामना करते हुए
02:29जिंदिगी में हार ना मानने और आगे बढ़ने के लिए
02:32फिर उट खड़े होने की मिसाल है
02:34वे अपने परिवार के लोगों के खोने का गम
02:37और उनसे जुड़ी यादों को साथ लेकर
02:39जिन्दगी के सफर में आगे बढ़ रहे हैं
02:41अगर आप कभी केरल के में पड़ी जाएं
02:43तो जुलाई 30 बेकरी जाना ना भूलें
02:46वहाँ थोड़ी देर थमें लोफल के साथ एक प्याला चाय पिएं
02:50और उनकी इस बेकरी को चलाने में अपनी तरफ से
02:53छोटी सी मदद जरूर करें

Recommended