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00:00नेशनल जियोग्राफिक की टीम पहली बार एक ऐसे रिमोट आइलेंड पे डॉक्यूमेंटरी बनाने जा रही थी जहां से कोई भी जिन्दा वापस लौट कर नहीं आता।
00:11जब वो लोग साहिल के करीब पहुँचे तो आईलेंड के जंगल में से कुछ अजीब औ गरीब नंगे तरंगे लोग नमुदार हुए और उन्होंने नेशनल जियोग्राफिक की शिप पर तीरों की बारिश कर डाली।
00:23इस हमले में डारेक्टर की टांग जखमी हो गई और वो उल्टे पाउं वापस भागने पर मजबूर हो गए। ये आईलेंड कौन सा है और इतनी जदीद टेकनोलोजी के बावजूद भी आज तक हम इनसान यहां क्यों नहीं जा पाते।
00:38जम्टिवी की विडियोज में एक बार फिर से खुशाम दीद।
01:09रोजाना दुनिया भर के जहाज यहां लैंड करते हैं। लेकिन हैरत की बात यह है कि इतनी चहल पहल वाले शहर से सिर्फ 50 किलो मिटर दूर एक ऐसा आईलेंड है जहां इनसानों की वो सिविलाइजेशन बसती है जिन्हों ने अपनी अलग दुनिया बसा रखी है।
01:26नौर्थ सेंटिनल आईलेंड के नाम से पहचाना जाने वाला यह आईलेंड सिर्फ 50 किलो मिटर बढ़ा है जिसको पूरी तरह से गने दरगतों ने चुपा रखा है।
01:38यही वज़ा है कि ना ही सेटलाइट और ना ही किसी ड्रोन से इसके अंदर देखा जा सकता है।
01:44इस हाईलेंड पर कौन सा कबीला रहता है और इसके अंदर ऐसा क्या राज चुपा है यह आज तक कोई नहीं जान पाया।
01:52हिस्ट्री में कई बार यहां जाने की कोशिश की जा चुकी हैं लेकिन यह कबीला किसी भी आउटसाइडर को किसी सूरत बरदाश्ट नहीं करता।
02:01यह लोग तैश में आ जाते हैं तीर बरसाते हैं और जान लेना तो इनके लिए कोई माइने ही नहीं रखता।
02:08ऐसा माना जाता है कि इन्होंने दुनिया के अंदर दुनिया बसा रखी है जहां यह हजारों सालों से रहते आए हैं।
02:16पोर्ट बलेर की मौडन सिटी से सिर्फ 50 किलो मिटर दूर इस आईलेंड पे आज भी शायद स्टोन एज चल रही है।
02:24लेकिन आखिर ऐसा क्यूं है? यह लोग बहार की दुनिया से कोई राप्ता क्यूं रखना नहीं चाहते? यह सब समझने के लिए हमें नौर्थ सेंटीनल आईलेंड के इतिहास में जांकना पड़ेगा।
02:36सदियों से यह माना जा रहा है कि नौर्थ सेंटीनल आईलेंड पे रहने वाला कभीला हीूमन सिविलाइजेशन का वो ग्रो है जो हमसे किसी दोर में बिच्छड गया था।
02:4826,000 साल पहले समंदर का लेवल बहुत कम हुआ करता था। तब ही आईलेंड नहीं बलके एशियन कॉंटिनेंट का हिस्सा हुआ करता था।
02:56गलोबल वार्मिंग की वज़ा से समंदरों का लेवल बढ़ता गया और तब ही आईलेंड और नौर्थ सेंटिनल का तालोग हमारी दुनिया से खत्म हो गया और वो एक आईलेंड बनकर रह गये।
03:08इसके बाद दुनिया एक के बाद एक तरक्की करती गई लेकिन इन आईलेंड पे रहने वाले लोगों के लिए यही इनकी दुनिया थी।
03:17हमें तो इनकी दुनिया के बारे में तब मालूम पड़ा जब इयर 1789 में एक ब्रिटिश शिप एंडमन आईलेंड पे आ पहुंची।
03:25लेकिन उन्होंने नौर्थ सेंटिनल आईलेंड को विजिट नहीं किया क्यूंके ये एक चोटा सा आईलेंड है और शायद उनकी नजर में इसकी कोई स्ट्रेटिजिक वेल्यू नहीं थी।
03:36एटलीस्ट अगले 78 सालों तक।
03:39येर 1867 में जब इंडिया पर ब्रिटिश राज था तब उनकी एक शिप इंडियन कोस्ट से एंडमन आईलेंड जा रही थी। तो रास्ते में नौर्थ सेंटिनल आईलेंड के करीब वो खराब हो गई।
03:51इस शिप में 106 ब्रिटिश और इंडियन्स मौजूद थे। उन्होंने समझा कि ये आईलेंड बयाबान है और यहां शायद कोई नहीं रहता।
04:00लेकिन उनकी ये सोच कुछ ही लमहे में बदलने वाली थी।
04:04रेस्क्यू के इंतजार में इन्होंने कुछ दिन यहीं पर पना लेने का फैसला किया।
04:09तीसरे दिन आईलेंड पे छुपे कभीले ने इन पर तीरों से हमला कर दिया।
04:14कई लोग मारे गए और कई को रॉयल नेवी ने रेस्क्यू कर लिया।
04:18नौर्थ सेंटिनल आईलेंड के साथ ये दुनिया का पहला कॉंटेक्ट था जो खून खराबे पे आकर खतम हुआ था।
04:25अगले तेरा सालों तक किसी ने भी वापस यहां लोटने की हमत नहीं की।
04:30फिर येर 1880 में एक ब्रिटिश लॉड को एंडमन आईलेंड का क्राउन एडवनिस्टेटर बना कर बेजा गया।
04:38इनका नाम मौरीस विडाल पोर्टमेन था और इन्होंने नौर्थ सेंटिनल आईलेंड पे जाने का फैसला किया।
04:45क्योंके पोर्टमेन वो सारा एरिया खुद देखना चाते थे जिसके वो क्राउन एडवनिस्टेटर बन कर आये थे।
04:51उनका प्लैन था कि वो कबीले के चंद लोगों को किड्नेप करके उनको एंडमन आईलेंड लेकर आएंगे।
04:58उनका ठीक से ख्याल रखेंगे और फिर एक अच्छे पेगाम के साथ अच्छे मेसिज के साथ उनको वापस भेजेंगे।
05:05शायद इससे वो खोए हुए कबीले से अच्छा कांटेक्ट बना सकें।
05:09उनको ये एहसास दिला सकें कि वो भी हमारी तरह के ही इनसान है।
05:14पोर्ट मैन नौर्थ सेंटिनल आइलेंड गए और कई दिन तक कबीले से चुपने में कामयाब रहे।
05:20फिर उनको यहां एक फैमिली नजर आई जिसमें एक कपल और उनके चार बच्चे थे।
05:26पोर्ट मैन ने उस फैमिली को किड्नेप किया और उनको एंडमिन आईलेंड पे लेकर आ गए।
05:32नौर्थ सेंटिनल आईलेंड की हिस्टरी में पहली बार इनका बाहर की दुनिया से कॉन्टेक्ट हुआ था।
05:38दुनिया में फैली कई बिमारियां इनकी बाड़ी के लिए बिलकुल नई थी।
05:43बड़ी एजवाला कपल इन बिमारियों की लपेट में आ गया और जिंदगी की बाजी हार गया।
05:48क्राउन एडिमिनिस्टेटर पोर्ट में को बड़ा अफसूस हुआ क्योंके उसको अपना प्लैन फेल होता दिखाई दे रहा था।
05:56उन्होंने चारों बच्चों को गिफ्ट दिये और उनको वापस नौर्थ सेंटिनल आइलेंड्स बेच दिया।
06:02पोर्ट मेंन ने अपनी डायरी में लिखा कि हमारा मिशन फेल हो गया है।
06:06हमने सेंटिनल्स के दिल में मजीद खौफ डाल दिया है और ये बहतर होगा कि उनको अकेला चोड़ दिया जाए।
06:14अब ये भी पॉसिबल है कि लोटने वाले बचों ने कबीले के मजीद लोगों में बाहर का वाइरस पहला दिया हो जिससे वहां और भी लोग मारे गए हो और ये भी हो सकता है कि उन्होंने अपने माबाप की मौत का जिम्दार हमें ठहरा दिया हो लेकिन उस दिन के बाद स
06:44पहल पे ही लटका देता था जो इस बात का सीधा साधा इशारा था कि हमारे पास आने की घलती भी मत करना
06:511947 में जब इंडिया आजाद हुआ तो बड़वारे में एंडमन आइलेंड्स तक का सारा एरिया इंडिया के हिस्से में आ गया
06:59यहां रहने और बसने वाले तमाम लोग अब इंडियन्स कहलाए जाने लगे जिसमें नौर्थ सेंटिनल आइलेंड वाला कबीला भी शामिल था
07:08बेशक इस कबीले को तो यह मालूम भी नहीं था कि इंडिया क्या है इंडियन गवर्मेंट ने फैसला किया कि इस नराज कबीले से एक पीसफुल कॉंटेक्ट किया जाए
07:181967 में एक इंडियन एंफ्रोपोलोजिस्ट ट्रिलोगनाथ पंडिट ने ये काम अपने सर लिया
07:25वो आइलेंड के गिर्थ बोट में चक्कर काटते और गिफ्ट्स फैंकते जाते
07:29वो और कुछ नहीं बलके सिर्फ इस कबीले का दिल जीतना चाहते थे
07:331974 में नेशनल जियोग्राफिक ने आइलेंड पर एक डॉक्यूमेंटरी बनाना चाही
07:39जिसका नाम मैन इन सर्च आफ मैन रखा गया
07:43इनकी टीम एक बड़ी बोट में सवार थी जिसमें सिक्यूरिटी गार्ड्स फिलिम क्रू और त्री लोकनाथ पंडित भी शामिल थे
08:03करेंगे वो तीन दिनों तक गिफ्ट फैंकते रहे लेकिन जब वो साहिल के करीब गए तो उनका प्लैन बुरी तरह से फेल हो गया
08:12कबीले के फाइटर्ज ने उनके सामने गिफ्ट तोड़ दिये और तीरों की बारिश कर डाली जिसमें से एक तीर सीधा डिरेक्टर की टांग पर आकर लगा
08:23नेशनल जियोग्राफिक की टीम ने शूटिंग कैंसल कर दी और उनके पास उल्टे पाउं भागने के सिवा कोई आप्शन नहीं था
08:30आइलेंड के अंदर की कुछ फोटिज वो दूर से ही रिकॉर्ड करने में कामयाब होए थे और ये नौर्थ सेंटिनल आइलेंड की पहली और आखरी फोटिज है
08:40नेशनल जियोग्राफिक ने तो अपना मिशन कैंसल कर दिया लेकिन हेड एंथ्रोपॉलोजिस्ट पंडित यहां फिर भी आते रहते और कबीले को दूर से ही गिफ्ट्स दे कर वापस चले जाते
08:52कई सालों के बाद आखरकार एक दिन वो कबीले से दोस्ताना कांटेक्ट बनाने में काम्याब हो गए
08:59उन्होंने कई फोटोग्राफ्स भी कैचर की जिसमें कबीले के लोगों को गिफ्ट्स लेते भी देखा गया
09:05पंडित ने अपनी जूनियर एंथ्रोपॉलोजिस्ट मधुमाला को भी इस मिशन पे लगा लिया जिनको भी कबीले के साथ फ्रेंडली महोल में देखा जा सकता है
09:14कई सालों तक ये फ्रेंडली महोल चलता रहा लेकिन फिर 1981 में एक शिप आइलेंड पे आकर फस गई
09:22ये पेनामा में रिजिस्टर्ड MV प्रिम रोज शिप थी इसमें 30 लोग सवार थे जो रेस्क्यू का वेट करने लगे
09:30कई दिनों के बाद उन्होंने नोटिस किया कि 50 से ज्यादा लोग आइलेंड से निकल कर उनकी तरफ तीर फैंक रहे है
09:38उन्होंने अपनी कमपनी से एमरजनसी कॉंटेक्ट किया और हेलिकॉप्टर की मदद से उनको वहां से एर लिफ्ट कर लिया गया
09:45उनकी शिप आज भी नौर्थ सेंटिनल आइलेंड के साहिल पे मौजूद है जिसको गूगल अर्थ पे देखा जा सकता है
09:53एक बात तो किलियर है कि किसी भी रीजन की वज़ा से नौर्थ सेंटिनल आइलेंड की लोग अगर किसी पे रहम दिल रहे हैं तो वो हैं त्रिलोगनाथ पंडित और उनकी जूनियर मदुमाला
10:05लेकिन जब पंडित रिटायर हुए तो इंडियन गवर्मेंट ने सेंटिनल आइलेंड के तमाम फ्यूचर विजिट्स कैंसल कर दी है और आइलेंड को सील कर दिया गया
10:15तब से लेकर इसके गिर्द इंडियन नेवी की शिप्स पेटरोल करती हैं किसी को भी किसी भी वज़ा से यहां जाने की परमीशन नहीं है लेकिन बात यहां खतम नहीं हुई
10:252006 में दो मचेरे गलती से इस आइलेंड पे जा पहुँचें उस एरिया में जो दूसरे मचेरे फिशिंग कर रहे थे उन्हों ने देखा कि कबीले के चंद लोगों ने दोनों मचेरों को उनकी आँखों के सामने मार डाला और उनकी बाडीज को बीच के किनारे लटका दिया
10:55आइलेंड ने यहां चुप चुप कर जाने का फैसला किया। जॉन फ्लाइट पे एंडमन आइलेंड पहुँचे और कुछ मचेरों को रिश्वत देकर जबरदस्ती उनको नौर्थ सेंटिनल आइलेंड जाने पर मजबूर किया। वो यहां एक अलग ही मिशन पे गए थे�
11:25नौर्थ सेंटिनल आइलेंड पर मजूद हैं जिनको वापस नहीं लाया जा सकता। इंडियन सरकार ने इस कबीले को खुली छूट दे रखी है कि वो जो चाहे अपने आइलेंड पर कर सकते हैं। और बाहर की दुनिया पर पाबंदी लगा रखी है कि वो इस आइलेंड के
11:55या फिर ये लोग अपने आइलेंड पर मौजूद किसी बहुत बड़े रास को हमसे चुपा रहे हैं। ये आज तक एक मिश्टरी बनी हुई है। उमीद है जैम टीवी की ये वीडियो भी आप लोग भरपूर लाइक और शेयर करेंगे। आप लोगों के प्यार भरे कॉम