00:0014th महादेप का मंदिर यहां एतियासे को काफी प्राचीन मंदिर है और यहां यह पहले यह जो गली है यह दीवान जी की गली के नाम से कही जाती थी और इसका पथर भी यहां अपने जो यह सरकल है उस पर लगा हुआ था लेकिन वो धीरे दीरे समय के इसाब से पथर गिर गय
00:30कि इस्थापना किति यह भूले नाथ के मंदिर की इस्थापनार करी दो यह करीब 200-300 वर्ष पूर्ब की बात है और यह हमारी जो अवेलियां है यह उसी समय की है और यह यहां की जंता का विशेश आस्था का केंद्र रहा है विशेश रूप से यहां जो भी मनो कामना लेक
01:00परादना करते हैं जल चड़ाते हैं अपना जो भी उनका मन से भाव से कारे करते हैं पुत्रत्न की प्राप्ति के लिए भी यहां लोगों की आस्था रही है और निश्यती होले नात उनको फल देते हैं यह मंदिर महले का तो विशेश आस्था का है ही लेकिन यह पूरे शह
01:30महादेब का यह एशिया का एक मात्र मंदर है जहां पर 14 पिंडियों की स्थाबना है जब 2000 में इसकी पिंडियां काफी जिर्शिड हो गई थी तो उस समय हमारे द्वारा इसका पुने निर्मान किया गया और उन जिलहरी और पिंडियों को यहां से ले जाकर हरिद्वार में
02:00बहुत पिंडियों कि अधिया चौदे महादेब का मंदिर शाड़ का मंदर जिले वर में अंध्र मंदर में 14 पिंडियों के नाम से जाने जाती है
02:23all the doctors who are following their own opinions.
02:28The ones that we have also come from,
02:30when you see the doctors who are following their own feelings,
02:34the doctors are following their own feelings.
02:37For example, I am going to tell myself,
02:39so I have all my feelings.
02:41I have nothing to do with anything.
02:43All we have to give them.
02:45We follow the people who are asking,
02:48the people who want to ask.
02:50It's been a long time for many years, I have been a long time for more than 20 years.
03:00If you don't come, you don't have the mind.
03:03You don't have the mind, you don't have the mind.
03:05And the power of God is God.
03:07The one who asked God for his heart, that God has given us.