Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • today
Kargil Vijay Diwas 2025: आज कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) की 26वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। पूरा देश कारगिल युद्ध (Kargil War) में शहीद हुए जवानों को याद कर रहा है। 1999 में इसी दिन भारतीय सेना (Indian Army) ने ‘ऑपरेशन विजय’ (Operation Vijay) की सफलता की घोषणा की थी। तोलोलिंग (Tololing) और टाइगर हिल (Tigar Hill) जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों समेत कारगिल (Kargil) में पाकिस्तानी घुसपैठियों से तीन महीने तक संघर्ष चला था...इसमें भारत को विजय मिली थी। आपको बता दें कि गोरखपुर (Gorakhpur) के एक सपूत शिव सिंह क्षेत्री (Shaeed Shiv Singh Chhetri)ने भी कारगिल की लड़ाई (Kargil War) में देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर दी थी। वनइंडिया ने शहीद शिव सिंह क्षेत्री (Shaeed Shiv Singh Chhetri) के शिक्षक और एक साथी से उनके बारे में विस्तार से बात की।


#kargilvijaydiwas2025 #kargilvijaydiwas #martyrshivsinghchhetri #kargilvijaydiwassong #Kargilwar #kargil #kargilwar1999 #kargilwarhistory #kargilwarmartyrs #historyofkargilwar

~CO.360~HT.318~ED.108~GR.124~

Category

🗞
News
Transcript
00:00इस समय मैं मौझूद हूँ गोरापूर के नहरू इंटर कालेज जो की बिचिया में अस्तित है और सिव सिंग चेत्री जो कारगिल में सहीद हुए थी सिव सिंग चेत्री उन्होंने इसी स्कूल से दस्वी तक की सिख्षा ग्रहन की थी एक सिख्षक भी हमारे साथ है जिन्हो
00:30सब्सक्राइब करें अच्छे लड़के थे और हमारे स्कूल के एक आधस बच्चों में
01:00वह गिने जाते थे और हम लों को बहुत ही अच्छा लगता था बहुत वह तीसरी चोटी ब्रेंच पर अधिक्तर बढ़ते थे और टाइम से आते भी थे और उनका बोहार चरित्र बहुत ही अच्छा था
01:17हम लों को बहुत ही खुशी भी है कि हमारे विद्याले के पेर अच्छात्र देश के लिए सेवा किये और देश की सेवा करके परिवार का विद्याले का नाम रोशन किये
01:32हम लों को उन पर गर्भ है और हम यह चाहेंगे कि परतेग विद्यार्थी को इसी तरह का देश सेवा की भावना रखनी चाहिए उपन करनी चाहिए और देश सेवा में समर्पण भाव रह करके देश सेवा करते रहना चाहिए
01:49सर नाम आपका जानना चाहेंगे सभी दक्सर की नाम क्या है आपका मैं बिरंद दिख्षित हूँ जी उनियस सव एकामदे से इस नहर इंटर कालेज में पढ़ा रहा हूं जी जी जी और मैं गरीत बिज्ञान बिशे सुरूप से यह दो बिशे पढ़ाता हूं चे से लेकर क
02:19जैसे कि विद्ध्यार्थी के रूप में उनका आना स्कूल में किस तरीके कि एक पूरा व्रति तो कैसा रहता था पर्षनालिटी उनकी कैसे रहते थी बच्चों के रूप में उसके बारे में सच्फवादा रुप उनका बड़ी अच्छी थी वा एक दूसरे से सहयोगी भ
02:49तो वह को मेरे गारी पर बैज करके, बैक्तर के वहां ले गए तो पीछे पकड़ करके, किस तरह से उनका सहयोगात्मक भाव रहा, और पढ़ने में भी सरारत की अगर बात करना सर, तो सरारत क्या तुछ कुछ सरारत जो याद हो आपके, तोड़ा बहुत सरारत जो है, जो समा
03:19और विशेश रूप से खेल में उनकी विशेश रूप से थी, परहाई में समाने थे, बहुत अच्छे नहीं और खराब भी नहीं थे, समाने थे, और सर, सिव सिंग छेतरी आज हमारे बीच में नहीं है, लेकिन आज कह सकते हैं कि जो उन्होंने मान एक पूरे सिना का बढ�
03:49भारतीय सिना ने, कहीं न कहीं सभी को गर महसूस होता है, बहुत निश्चित रूप से और आप एक सिक्षक हैं उनके जो जिन्होंने उन्हें सिक्षा दिया है, बच्चों को क्या सर, अभी आप लोग उनसे रिलेटेड कुछ बातें चर्चा करते हैं, चर्चा करते हैं, मे
04:19तो हमारे बच्चे उनके मुर्दी पर जाते हैं, उनको सैलूट करते हैं, और हमारे बच्चे प्रेणा लेते हैं उनसे, कि हम लोगों को भी देश की सेवा हमेशा करते रहना चाहिए, और देश की सेवा का भाव उपन करना चाहिए, हम लोग भी प्रेणा देते रहते हैं,
04:49एक बालक के अंदर जो नटकर की भावना होती है वह उनके में भी बिद्दमान था और खेल कुद्ध में इंटर कालेज का कोई बच्चा जो सुचता हो कि स्यूसिक छित्री जैसा मैं बनूंगा सेना में जाओंगा देश की शेवा करूंगा इस तरीके की क्या कुछ आत्रों म
05:19मैं हो अगो बहुत से तो रिटार भी हो गया हैं और अब लोग उनको प्रेशित करते हैं बताते हैं बच्चों को अब बच्चे उसे प्रेडित हो करके हमारे में अच्छा सटीपिकेट ला करके और फोज में जहां और देश की सिवा करें धन्यवाद सर्थ बहुत बहुत �
05:49और बहुत सी यादे जो हैं इनके जहन में हैं वह हम जानेंगे क्या है क्या सबसे पहले तो नाम बताएं जानेंगे
06:07परदान लुपी पद्पे कारणत हूँ और हम दोनों लोग प्रणाल रहा कि में यहां कर दोनों करके हैं और क्रिकेट खेलते हैं हम लोग काफी समय साथ हैं
06:28गेम आप लोग खेलते थे जादा क्रिकेट में पसंदा कहां खेलना होता था उनके घर के बगल में काफी जगा था उसी फिल्ड में लोग खेलते थे और उनकी एक खासियत थी कि जो बहुत करीब से मैंने बेखा कि रहां सहन और पहनावा बहुत दिस्प्लीन में था और पा�
06:58पागा करते तब जो हैं यह उनकी एकदम एक नमबर की खासिया यह साइद उनके घर के ही लोग बता पाएंगे जी जी यह मैंने नोट किया है और बहुत मतलब खुस्मिजाद दिमार के थे वो कभी गंभीरता उनके अंदर नहीं थी अब खेलते थे कुटते थे कैसा मतलब
07:28बहुत मतलब खुस्मिजाद और उसके बाद हम लोग जब वो चले अपना सीना में जी अब लोग इसा पड़ाई में रहा गया है फिर यहां से दूरी बन गई जी जी वही दुरभागी रहा जब उनका खबर आया तो अब से जो है जी जी जी जी जी जी जी जाने किया वो �
07:58कोई ऐसा इंसिडेंट हो जो आभी याद हो कि खेल के दोरान आप लोगों के विएच के बहुत लंबा प्रियेट हो गया ऐसा तो कुछ विसेस नहीं कुछ जी जी जी एक चीज में जो वही ध्यान रहा उनका पाउडर लगाने का सब को साहद ध्यान होगा और आपने कहा स�
08:28आपका जो है आज यह ऐसा ऐसा काम करेगा देश के लिए कि जो पूरे देश में लोग उसे याद करेंगे यह उनके अंदर जुनून था कि हम अगर तहीं जाएंगे चुकि उनके घर से रिलेटेड लोग भी फोर्स में रहें हैं इसना तो उनको फोर्स में जाने का जुन�
08:58आप थे स्यूसिंग छेत्रीजी के सहपाथी उनके साथ खेलने वाले उनके सुभाव के बारे में बताया उनकी कुछ हाथते थी जो इन्हें बहुत असंद थी उसके बारे में भी इन्होंने विस्तार से चचा कि
09:10subscribe to one India and never miss an update
09:15download the one India app now

Recommended