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  • 6 days ago
दिल्ली में संघ प्रमुख और इमाम की मुलाकात के क्या हैं मायने? देखें दंगल

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00:00नमस्कार मैं हूँ साहिल जोशी दंगल में आपका स्वागत है।
00:03आज का दंगल दिल्ली में हुई एक बड़ी मुलाकात पर है।
00:06कल दिल्ली में संख प्रमुख मोहन भागवद और All India इमाम और्गराइजेशन के प्रमुख इमाम उमर एहमद इलियासी की मुलाकात हुई।
00:15कहा जा रहा है कि करीब 3,5-3 घंटे की लंबी मुलाकात में हिंदू-मुस्लिम सबुदाय के बीच संवाद बढ़ाने की बात हुई है।
00:22भारत जैसे देश में ये संवाद तूटा कब था और कैसे था पता नहीं।
00:27लेकिन आप दोनों पक्ष कह रहे हैं कि सवाद बढ़ाने की मंदभेद मिटाने की कोशिश की जाएगी।
00:33इनी दोनों शक्सियतों के बीच 3 साल पहले भी मुलाकात हुई थी। इसमें भी ऐसी ही कोशिश की गई थी।
00:39तो आखिर उन मुलाकातों का मकसद क्या है। राजनीती के पंडित मानते हैं कि ऐसी मीटिंग के पीछे राश्टरहित की बात हो सकती है।
00:48लेकिन मकसद सियासी ही होता है। और फिलाल ये मकसद बिहार से लेकर बंगाल तक के चुनाव से जुड़ते नज़र आ रहे।
00:55क्योंकि देश में वक्फ कानून से लेकर बुल्डोजर एक्शन और SIR तक जिस तरह का माहूल बना हुआ है उससे बीजेपी को चुनावी नुकसान की आशंका बन रही है।
01:05ऐसे में राश्टरहित का संदेश मुसल्मानों तक पहुँचाने और बिखरते वोट बैंक को जोडने की कोशिश में ऐसी मुलाकाते कोशिशे लाबपरत हो सकती है।
01:15ऐसा माना जा रही है।
01:16वैसे भी 2009 और 2024 तक मुसल्म वोट का भरोसा बीजेपी पर बढ़ाई है।
01:21घटा नहीं है लेकिन उस भरोसे को और मजबूत करने की दिशा में क्या ऐसी मुलाकाते काम हो रही है।
01:28लेकिन उसके साथ साथ बीजेपी के खिलाफ भी मुसलिम समुदाय लामबंध होता हुआ नजर आ रहा है।
01:33जिस तरीके से वोटो का कॉंसलिडेशन इंडिया आलाइन्स के साथ में 2024 में देखा गया था।
01:39तो क्या संग और मुसलिम समुदाय के बीच अविश्वास की जो राजनितिक रवायत रही है वो अब राश्रहित में पोड़ी बहुत कम हो जाएगी।
01:47और इसे कई सवाल हमारे सामने हैं और इसी पर हम दंगल में चर्चा करेंगे हमारे साथ कल की मुलाकात के मेजबान इमाम उमर इलिया सी भी खुद शामिल होगे।
01:57उनसे भी हम बात करने वाले हैं लेकिन पहले यह रिपोर्ट डेखते हैं।
02:00समविधान कहता है कि हम धर्म निर्पेक्ष हैं।
02:20समविधान कहता है देश में लिंग भेद नहीं।
02:24सियासत पहचानती है वोटर में महिला वर्ग अलग पुरुष वर्ग भी है।
02:28समिधान कहता है कि राष्ट की एकता के लिए आत्मार्फित किया गया सियासत पूरा पश्य मुत्तर दक्षन की नाम पर बढ़ गई
02:35राजनीत के चक्कर में बढ़ते समाच से राष्ट की एकता खंडता को पैदा होते खत्रे को खत्म करने के लिए दो बढ़ नेता दिल्ली में मिलते हैं
02:44जिसमें संग की ओर से संग प्रमुक मुहन भागवत दत्ता त्रेहोस बोले सुरील आमबेकर प्रिष्ण गोपाल इंद्रेश कुमार जैसे पदाधिकारी होते हैं
02:53आल इंडिया इमाम और्गनाइजेशन की तरफ से पांच लाख इमामों के प्रत्रिधी उमर इलियासी, साथ अन्य इमामों, मुफ्तियों, महुत्तिमों के साथ थे
03:01जो उत्तर प्रदेश उत्तरा खंड हरियाना गुजरात दिली समेत पूरे देश से पहुँचे
03:06आल इंडिया इमाम और्गनाइजेशन की तरफ से हरियाना भवन में आयोजित की बैठक साड़े तीन घंटे तक चलती है
03:11जिसमें राश्ट्र सरवोपरी के लक्ष के साथ समधायों के बीच हर सतर पर समवाद बढ़ाने पर सहमती बनती है
03:17मंदिरों को और मस्जिदों को के बीच में समवाद होना चाहिए
03:25पुजारियों और इमामों के बीच में समवाद होना चाहिए
03:28गुरुकुल और मदरसों के बीच में समवाद होना चाहिए
03:33खबर है कि संग प्रमुक ने इमाम इलियासी की स्पेशकर्ष का समर्थन किया
03:38वैसे संग और मुसल्मानों के बीच पैदा की गई सियासी दरार को पाटने की कोशिश इससे पहले भी हो चुकी है
03:45जब सितंबर 2022 में संग प्रमुक इमाम संग ठन के प्रमुक उमर इलियासी से मिलने मस्जिद गई और मदरसों में बच्चों से मुलाकात की
03:53अक्टूबर 2022 में संग प्रमुक ने हजरत निजाम الدین दरगाह का दौरा भी किया और दिये भी जलाए
03:59संग प्रमुक कीन कोशिशों को आगे बढ़ाते हुए अब इमाम संग ठन ने संवाद बढ़ाने की कोशिश की
04:05ये काफी सालों से
04:08RSS को हमेशा मुसल्मानों का दुश्मन बताया गया
04:14और मुसल्मानों को ये कहा जाता रहा कि आप RSS से दूरी बनाते रखिए ये आपकी दुश्मन है
04:19इनी गलत फेमियों को दूर करने के लिए तो ये संवाद हुआ है
04:25मायने कुछ ऐसे निकाले जा रहे हैं कि एक तरफ कॉंग्रेस जहां हिंदू वोट बैंक में
04:31OBC, SC, ST के टुपले करके अपने पाले मिलाने की कोशिश करती है
04:35तो बीजेपी मुसलिम वोट बैंक में से पसमान्दा की तरक्ती के नाम पर डोरे डाल रही है
04:39और इसकी बड़ी वज़ा है बिहार, बंगाल, उत्तरदेश, असंते लंगान जैसे राच्चों में
04:44मुसलिम वर्ग की बड़ी पसमान्दा आबादी
04:46पसमान्दा मुसलिम भारत की कुल मुसलिम आबादी का करीब 80-85 प्रतिशत तक माने जाते हैं
04:52पर इस आबादी का बोट बीजेपी विरोधी दलों को मिलता रहा
04:55लेकिन इनकी तरक्की नहीं हो सकी
04:57और इसी सबका साथ सबका विकास वाले नारे के साथ
05:00अब प्यम मोदी ने पसमान्दा मुसल्मानों का जिक्र करना शुरू कर दिया है
05:04मुसल्मान भाईयों में जो हमारे पसमंदा भाई बेहन है
05:09जो पिछडे हुए हैं मैं उनकी बात करता हूँ
05:13पसमंदा मुसल्मान मोची होते हैं
05:17विस्ती होते हैं जोगी होते हैं
05:20लाल बेंगी होते हैं बटियारा होते हैं
05:25मिरासी होते हैं डफाली होते हैं
05:28मुकेरी होते हैं, मदारी होते हैं, जुलाहा होते हैं, लंबाई होते हैं, बेदा होते हैं, बामनिया भी होते हैं, छिया होते हैं, लहरी होते हैं, हलदर होते हैं, सिकदर होते हैं, कितनी ही जातियां।
05:51बीजेपी का टार्गेट पसमानदा है क्योंकि केंद्री योजनाओं का फायदा उन तक भी पहुँच रहा है
05:58लेकिन उस हिसाब से मुस्लिम वोट बीजेपी को नहीं मिल रहे
06:012009 की लोगसभा चुनाओं में बीजेपी को 4 प्रतिशत, 14 के चुनाओं में 9 पीस दी
06:06उननीस के चुनाओं में 8 प्रतिशत और 2024 के चुनाओं में 8 पीस दी मुस्लिम वोट ही मिल सका
06:11ऐसे में जब लोगसभा में बीजेपी के नमबर घटे और विधान सभाओं में विपक्ष के जाती कार्ड का नुकसान दिखा
06:17तो संग की तरफ से पसमानदा को जोडने की कोशिश जोर पकड़ती जा रही है
06:21इसमें अब संग की ओर से मिलन कारक्रम, सद्भावना भोज कारक्रम, मुस्लिम मूर्चा संबाद, ईद मिलन समारो जैसे कारक्रम हो रहे है
06:29हाला कि दो साल पहले 2023 से ही संग ने मुस्लिमों तक पहुचने के लिए पहले चरण में
06:3414 राज्यों के 64 जिलों में आउट्रीच प्रोग्राम शुरू किया
06:38इन में चम्मु कश्मीर, दिल्ली, गोवा, हरियाना, पश्यम, मंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडू, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, लद्दाख, महराष्ट, केरण, और बिहार शामिल थे
06:48ऐसे में जब सामने बिहार और बंगाल के चुनाओं हों और वेपक्ष, वक्फोर बिल्द से लेकर, बुलोजर तक के मुद्दे पर मुसल्मानों के अंदर, बीजेपी के खिलाफ महौल बना रहा है, तो इस नुकसान को दूर करने की कोशिश अब संग की तरफ से भी की जा
07:18इसमें भी इस तरीके की मुलाकात की गई थी, जब संक्रमु खुद दिल्ली में उस मस्जिद में गए थे और तब भी इलियासी उस वहाँ पर मुझूद थे और ये मुलाकाते बढ़ती रहेगी, मनभेत खतम करने की कोशिश ये भी बार-बार उस पे कहा जा रहा है, तो �
07:48जो आपसी मदभेत एक तरीके से कई बार उभर कर सामने आये थे, वो मदभेत बिठाने की भी कोशिश यहां पर हो रही है, इन मुद्दों पर हम चर्चा करेंगे, हमारे साथ तमाम मेहमान जूर चुके हैं, प्रदीप बंडारी मेरे साथ स्टूडियो में भारती जनता प
08:18बताएंगे कि आखिरकार क्या ज़रूरत थी ये मीटिंग्स करने की, क्यों ये मीटिंग्स की जारी है, इस तरीके की मुलाकाते हो रही है, और उसके साथ साथ फिरोजबक, एहमद, पूर्वर चैंसलर है, मौलाना अज़ाद, मुसलिम, उर्दू यूनिवरसिटी के वो भ
08:48सवाल कुछ रखना चाहतें, तीन सवालों के साथ में दरसल इस चर्चा की हम शुरूआत करना चातें, पहला सवाल, तंगल में हमारा यही होगा, संख प्रमुट और इमाम ��ल्यासी की मुलाकात का मकसद से क्या है, बतलव है इसके पीछे की मकसद क्या है, और इससे क्या हा
09:18तीसरा और एहम सवाल क्या मोहन भागवत और इमाम इलियासी की मुलाकात का चुनावी कनेक्शन है क्योंकि बिहार में चुनाव होने वाले हैं उससे पहले ये मुलाकात होती है इससे पहले की मुलाकात 2022 में होती है और अब ये मुलाकात क्या चुनावी कनेक्शन भी इसमें �
09:48कोशिच करेंगे इलियासीजी सबसे पहला सवाल तो यही है इस आउट्रीच का मकसद क्या है इसे कहा जा रहा है कि एक तरीके से आउट्रीच क्या जा रहा है राजश्टिय से शेयर संग की तरफ मोहन भागवजी से बाचीत की जा रही है तमाम क्लेरिक्स इस मीटिंग में म�
10:18जी को दावद दी थी निमंतरन दिया था उस निमंतरन पर आप हमारी निमंतरन पर तश्रीफ लाये थे और ये कारिकरम हरियाना दिल्ली में हुआ
10:28ये कारिकरम असल में एक सम्वात था जिसमें देश के अलग-अलग जगाहों के जामा मस्जिदों के बड़े परमुक इमाम थे
10:41और अलग-अलग बड़े देश के मुफ्ती थे और देश के बड़े मदर्सों के महतमिम आये थे
10:49साथ लोगों की संख्या थी और ये कारिकरम सुबा साड़े तीन घंटे चला है एक बज़े खतम हुआ
10:58जिसमें ये सम्वात का जो कारिकरम था इसमें सभी विशों पे खुलकर चर्चा हुई है बाचीत हुई है
11:09और बन्यादी बात ये है कि रास्ट्रे विशों पर भी इसमें चर्चा हुई है
11:16तो सभी विशों में क्या-क्या हम मान सकते हैं क्योंकि इससे पहले हमने देखा था जब ग्यान व्यापी का मुद्दा निकला था
11:21तब भी मुस्लिम समुदाय के कुछ स्कॉलर्स आरेसेस प्रमुक को मिले थे बाचीत करने की कोशिश की थी उसके बाद उनके कुछ बयान भी आये थे
11:29तो क्या ये सारे मुद्दे जैसे संभल में जो मजजिद का विवाद चल रहा है एक तरफ बुल्डोजर नियाएक की बाद चल रही है दूसरी तरफ हम देख रहे हैं वक्त कानून को लेकर काफी माहुल गर्माया हुआ हुआ है पूरे देश में तो क्या ये सारे मुद्द
11:59दिल की खुल के बाते करते हैं एक ही दिन में सारे विशो पे चर्चा हो ऐसा होता नहीं है चर्चा हुई हैं मन से दिल से खुल कर बाते हुई हैं बहुत बाते हुई हैं और मुझे लगता है कि हमें इस बात को समझना चाहिए कि हमारी सब की जातियां जरूर अलग हो सकती हैं
12:29भारत में रहते हैं हम सब भारती हैं तो रास्ट के हित में ये हमारा डायलोग हुआ है तो मुझे लगता है कि ये डायलोग हमेशा होते रहने चाहिए आपस में समवात करने से गलत फहिमिया दूर होती हैं नस्दीकिया होती हैं विश्वास पैदा होता है तो ये जो तबाम �
12:59इसको लेकर मुस्लिम समुदाए में चर्चा चल रही है?
13:02यकीन अन्रास्थ हित में जब हम कोई कारी करते हैं तो क्यों नहीं निकलेगा?
13:07चुकि ये ये आपस में दोनों का मिलना ये कारी करम नहीं है, ये एक अबादत है.
13:11आपस में दो लोग मिलते हैं, आपस में बैठके जो मन मुटाव है, उसे दूर करने का प्रयास करने हैं.
13:18लेकिन माना जा रहा है कि बुल्डो जरिया, S.I.R. जैसी जो चीज़े चल रही है, उसके वज़े से एक डर का माहूल है, मुस्लिम समुदाए में.
13:25उसके बारे में कुछ बात हुई क्या? या उप्रीच करना है तो यह भी बाते होनी चाहिए.
13:55सभी लोगों के अंदर आपस में मतभेद होता है, सभी परिवार है, लोग है, सभी मतभेद होता है, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए, मिलना चाहिए आपस में, आपस में समन्वे बना रहना चाहिए.
14:07ठीक है लेकिन आखिर में वफ्ट को लेकर कुछ बात हुई क्या क्योंकि उसको लेकर बिहार में लोग काफी लाम बन लेगी विपक्षी पार्टी अखास करके
14:13दिखिए हर आद्धी को हर व्यक्ति को आजादी है सोचने और समझने की
14:20किसी के सोचने को तो आप बन नहीं कर सकते कि कोई क्या सोचता है
14:25हम क्या कर रहे हैं और हम क्या सोचते हैं ये महत्पूर्ण है
14:30हमने जो किया है वो महत्पूर्ण है हमारा समवाद राष्ट हित में है ये
14:34सारी देश को लोगों को एक करने का प्रयास है हमारा
14:38उमर अहमद इलियासी जी बहुत बहुत शुक्रिया आपका हम उम्मीद यही करते हैं कि दोनों समुदाए में जो मनबेद अगर होगे वो खतम होगे तो वो जादा अच्छा होगा बहुत बहुत बहुत शुक्रिया आपने आज तक से बात की इसके लिए प्रदी पंडरी आ�
15:08सबका विश्वास हम समवाद मतलब होता है साथ मिलकर बात करना भले सरकार हो या संग हो जिसके बारे में रतन शार्दा जी और डीटिल में बताएंगे हर समाच के साथ में हम कारे करते हैं हम संतुष्टी करण में विश्वास रखते हैं कॉंग्रेस पार्टी और विपक्�
15:38ज़्वला के अंदर 30% से ज़्यादा मुद्रा योजना में 20% से ज़्यादा मुस्लिम समाच के लाभारती नहीं होते इसवक्त सरकार के अंदर होएं
15:46और संसद में कुछ मुस्लिम संसद भी होते हैं बो रिप्रेजेंटेश देखिए ये बहुत कुरा ये जिन्ना की त्योरी होती है कि मुसल्मानों की अवास से मुसल्मान ही आगे बढ़ा सकता है तो नहीं हिंदू रखा सकता है हिंदू की बाद मुसल्मान भी कर सकता है सं�
16:16कि आने के बार में 10 सालों के अंदर मुसल्मान समाज में सबसे ज्यादा कम गई है हम विकास देने की बात करते हैं यह तुष्टी करन
16:24वोल्ट बैंक के नाम पर विनाश की बात कर तो यह यह जो मुलाकात है उसे ठीक तरीके से देखना चाहिए चित्रा बात हम अच्छी बात है अगर और यह इसका इनिशियेशन अगर हम देखे तो उमर एहमत इलियासी उनके तरफ से हुआ है जो यह इमाम और्गनाइजेशन ह
16:54कि जो आज तक बोग बहुत करते आए हैं उसमें और आज के बातों में जमीन आसमान का परक है आप भी जानते हम भी जानते हैं सावन के इस पावन महीने के अंदर बोहन भावत जी ने सामपरदाइक्ता का में रहां से जहर पीकर उमर इलियासी जी का यह जो इंविटेशन
17:24इस जो इनकी मीटिंग है उसको बहुत ही सराएंगे और जरूर हम इसको बहुत पॉजिटिव वे में जरूर देखेंगे लेकिन मैं इनसे ये पूछना चाहूंगी कि क्या इनकी मीटिंग क्या जो इनकी बेट है ये सिर्फ और सिर्फ एलेक्शन के मद्दे नजर है या उसके
17:54बुल्डोजर चलवाएंगे और पहनामे से पेचाने जाएंगे
17:59मुझरा करवाएंगे
18:24अगर चुनावोश सीष और वोट हमको कम मिलता उसके बाद भी हम क्यो माखे जाते दूसरी बात
18:36इन्होंने पूरा साहिल जी इन्होंने एक जूट फृलायता की मुसल्मानों की नागरिकता चली जाएगी
18:42पचास बार गोला था कॉंग्रेस पार्टी ने एक मुसल्मान समाज के व्यक्ति का नाम बता दीजिए
18:47कॉंग्रेस पार्टी कह सके जिसकी नागरिकता गई है
18:49क्यानों ने मुसल्मान समाज से माफी मांगी
18:51क्या 70 सालों तक मुसल्मान मैलाओं पे ट्रिपल तलाग का जो शोशन होता था
18:54कॉंग्रेस पार्टी ने वो बिल को ओवर्टर्न करा था
18:56रैडिकल्स को खुश करने के क्या मुसल्मान मैलाओं से कॉंग्रेस पार्टी ने माफी मागी
19:00हम वापस से कहेंगे, हम धर्म जाती को देखकर कोई स्कीम नहीं बनाते ना नीती करते हैं, मारी कतनी करनी सेम है, तब इस ये भी लागू होता है, और हर स्की मुसल्मान समाज को अगर हमने कभी साहरा दिया है, तो वोट अपीस्मेंट की बात करने वाले लोग,
19:19अरे आप मुसल्म रिजर्वेशन की बात करती है, बहुत सम्विधाने के, ये सब बाते ना करें, बुसल्मान समाज के लिए इसी भी समाज के लिए यात्रा और भारा जोड़ों यात्रा, तो सामप्रदायिक ता को हटाने के लिए, रतन शार्दा हमारे साथ में, जरा उनसे �
19:49बात की जाती है, तो इसका मतलब ये कि कहीं न कहीं डायलॉग समवाद नहीं था, और इसके वज़े से आउट्रीच की कोशिश की जा लिए, और दोजार बीस से ये देखा गया है, दोजार बीस में, जब मोहन भागवत उस मस्जिद में गये, तब से इस बात की चर्चा च
20:19के चश्मे से देखना, ये जो एनेलिसिज़ हैं जब राजनीत और चुनाओ के बार सोचते ही नहीं, वही हमारा गलत हो जाता है, उननीस सो एकत्र में गुरू जी ने कहा था कि मुस्लिम हमारे ही है, हमारे ही समाच के भाग है, उनके पूरज बही हैं, उनके पूज बही है
20:49कि हम इसी राश्री के सपूत और हम हमारा पंथ अलग वाला संस्कृति अलग नहीं हो गिए उस आखावन का स्वागत है 1975 के
20:57एमर्जंसी से लेकर मुस्लिम समाज के साथ में नियमेट डायलोग चल रहे हैं यह आज की बात नहीं है कृपया पहले नोट करें
21:04सुदर्शन समाज के साथ मिश्च्रि मजा के सक्टा में ना कुछ था रेगिलर डायलोग किया कुरान का अध eshtra
21:16की रिबल समार जीने वे उसके आठमके नहीं समाज की मुश्चिय मुश्च्रि मच चलाने के लिए इंदिरेश कुमार जी ने वह इस। बहूं
21:24जिसके लोगों को समाज में जगा नहीं मिलती थी, आज उसका नंबर धीरे-दीरे बढ़ रहा है, मतलब मुस्ली समाज, हिंदू समाज के साथ, राश्टिय मुख्यधारा के साथ जुड़ने को तयार है, लेकिन प्राब्लम किसको है, प्राब्लम उसको है, जिनको मोट वोट
21:54तुमारा भी सही है, ये जब मान जाएंगे मुस्लीन तो को जगड़ा रहेगा नहीं, तो ये बात मनाने के लिए चर्चा चलती है, मैं भी कई लोगों को मिल चका हूँ, क्रिश्चिन समाज के, मुस्ली समाज के, दोजार बीस से मीटिंग चल रही है, आप कह रहे हैं कि द
22:24ये मीटिंग जो थी, मोहन भागवत और उसके साथ-साथ अभी जैसे इलियासी जी कह रहे दे कि तमाम इमाम और बाकी लोग उसमें शामिल थे, लकिन इसलिए देखा जाता है, क्योंकि आपको भी पता है कि कई सारे ऐसे मुद्धे जो राजनितिक पार्टियों ने उठान
22:54और 2011 में कह चेकों कि संग बातें नहीं चुपाता, मीडिया संग की बातें चुपाता है क्योंकि उसको लगता है कि खतरनाक संगत्रन है, इसकी बात लोगों को पता ना चले, आज आपको लग रहा है कि आज वो एक ड्राइवर सीट पे है, उसकी अगर आज़ बाजबा सब
23:24संगर आउटफॉल होता है, फॉलिटिक्स में तो उसको डर है, खिंगर को स्था के फ़रक नहीं पड़ता है
23:41कि अगर संग के साथ में ये मीटिंग हो रही है तो हम तो 2020 से उसको देखना शुरू कर रहे हैं लेकिन जिस तरीके से रतन चारदा कह रहे हैं वो तो सालों से हो रहा है
24:09या उट्रिच नहीं है हमारा समवाट चलता रहता है
24:11साहिन इसके दो एंगल है पहली बात तो ये कि अगर मुहन भागवत या रस्स के लोग अगर मुसल्मानों से मिल रहे हैं उनको समझाने के कोशिश कर रहे हैं तो इसका स्वागत होना चाहिए
24:21समवाट किसी भी तरीके का हो इसके कोई दोराई नहीं है और मुझे लगता यह अच्छा कदम है इसके पहले भी मुहन भागवत ने दोहजार अठारा में आपको या दूरा है और लगातार आउटिच करने कोशिश कर रहे हैं यहां तक बयान दिया कि हर मंदिर में हर मस्ज
24:51देवरस जी का जिक्र किया मैं बताते को निसुस्टतर की बात है नाकपुर के अंदर मीटिंग हो रही ते देवरस साब ने कहा तक कि हमें संग के दरवाजे मुसलमानों के लिए खोल देने चाहिए उस वक्त महराश्च के जो संग चाल लगते अगर आपको मुसलमानों को �
25:21जाती है कोल वालकर ने तो अपनी किताब में लिखाता है हिंदुस्तान के तीन दुश्मन इसके अलावा जो भी एलावा नेशनूट डिफाइंड में लिखा है कि इनको सेकंड ग्रेट सिर्चन की तौर पर रहना पड़ेगा आज की तारीक में आप चले जाए यह योगी �
25:51देखिए सबसे बड़ी समस्या आशुतोर जैसे बौद्धिकवादी लोगों की यह है कि 1949 और 60 के बाद में इन्हों ने पढ़ना संग को छोड़ दिया मैंने गुरुजी की बात 1970 की की थी संग इवाल होता है कोई जड़ से बढ़ा हुआ नहीं है कि जो गुरुजी ने का�
26:21लेकिन सवाल यहां पर यह उठा है कि एक तरफ तो मोहन भागवत तमाम इमामों से मिल रहे हैं दूसरी तरफ वो यह भी कह रहे हैं कि किसी हर मस्जिद के नीचे शेवलिंग ढूडने के जरूरत नहीं है लेकिन जो पॉलिटिकल आउटफुट है वो उसको नहीं मान रहा ह
26:51लेकिन यह कहना कि कि क्यों संगे के कारण लोग सड़कों पर गलत है कि क्योंकि जो विश्न शंकर जैन होंगे
26:57जो अन्य सारे दल होंगे वो जिनका अपना भी चाहर है अपने साथ में चलते हैं अपने में चल्धे को रहां चुटन ने छूड़ती है
27:03ठीक है अच्छी तो चल्गी से दस से करें रतन सारदा जी को दिहान होगा प्रधान मंतिरी जी ने दोजार चुबिस के चुनाओं में क्या कहा था
27:09अमिद शाह ने क्या कहा था कि अगर ये लोग सत्ता में आ जाएंगे तो यहां पे शर्या कानून लागू होने वाला है
27:15यह किस ने कहा था योग याद इतने आतने कहा था अमिद शाह ने कहा था आप मुसल्मानों का फोबिया क्रियेट करके आप चुनाओं जीतने की कोशिश कर रहे थे और अब जिस तरह के बहाने लोगों की गिरफतारिया हो रहे लोगों को डिटेन किया जा रहा है तो उससे �
27:45साहे इस देश का एक मिनट प्रदीब बाड़ा साहिब रहे साफ कह दिया आप एक के चालोगा नहीं चलेगा टीम वर्क चलेगा तो मोहन बागवत का स्टेटमें निकाल के देखिए वो कुछ और कहना चाह रहे थे और उसके बाद ही तो सारी चीज़े शूरू हो गई आज
28:15लोग जो है वो घुसबैटिया शर्क का जब प्रेयोग होता है तो मुसल्मानों से जोड़ देते हैं दुरबाग के ये कि इनको लगता है कि मुसल्मानों का आदर शौरंग जेवे दारश रिकों नहीं है इनको अपनी सोच बदलने की जर्वत है क्या विकास दूबे क्यों
28:45अभी मैं ऐलियासीजी को सुन रहा था उनुरे का सवा दुआ, बैठक हुई, मन से बात हुई, दिल से बात हुई, बहुत सारी बात हुई, मुहन भगवत के साथ में, तो मैं तो चाहूँगा कि आपको मुहन भगवत को बोलना चाहिए था कि आप मस्जिद में आए आप ही
29:15में बात हो रही है, अल्ला सुब्राना ताला ने अपने हभी मुहमद मुस्तुपा
29:18चल्म की शान में जो कायनात बनाई, उनके बारे नमास पढ़ी जाती है,
29:22हदीश पढ़ी जाती है, आप ही के लोग उनकी शान में अनाफ शनाफ बक्वास
29:26करते हैं, आए दिन, गलत अलफाज यस्तेमाल करते हैं, उसके खिलाफ एफ़ायर भी हम करते हैं,
29:31अगर उनको तो अरस नहीं किया जाता, ये बात तो मुहन भगवत को बतानी चाहिए थी,
29:35मौहन भगवत जी को तिसरी बात ये बोलना चाहिए था कि जो वफ की हमारी जमीन है,
29:39जो हमारे यतीमों का, मिस्किनों का अधिकार है, जो अल्ला की अमानत है, बीजेपी सरकार की विए उन्होंने कहा ना कि उसके बारे में बाचीत हुई, आपने सुना हो ला, वारिस पठाना, वारिस पठाना, वारिस पठाना, वारिस पठाना, उन्होंने बाचीत हुई तो
30:09कर रहे हैं और अपनी सियासती रोटियां से रहे इनके खिलाफ तो कुछ हो नहीं जाते हैं तो सववात करके आप क्या दिखाना चाहते हैं आपको अगर
30:16मुसल्मानों के लिए कुछ करना है तो उला देते आपके लोग तो उनके बारे में मोहन बगवत क्या बोलेगे तो सारी चीज मोहन बगवत को
30:34पूछना चीए और वहन बगवत के लिए ठीके बाएं नहीं करें तरह आपको सब्सक्रों में आपको आपकी आदाश मुझे पता है मैं जो बोल रहा हूं आपको लग रहे हैं पर कई बारे अधिकर भंडा फोड़ दिया रसस का ने किसी ने किसी का बांड़ना नी पोड़
31:04जवच का अकुमान जिया नाकूर के हैट कोटर में हमारे तीरंगे तारा शिको है अब जीर अप्डुल महीं हमीद है एक मिनिट हमने ही अप्डुल कलाम को प्रेसिडेंट बनाया था याद आपको कॉम्रेट पार्टी पार्टी नहीं पर यहां पर यह है कि क्या अगर इस �
31:34जो धंके नाम पर राजडिती कर रही है तो यह समाध होने देना चाहिए ना उसका तो फाइदा होता है ना वारिज जी साहिल भाई मोधी जी देश के प्रधान मंत्री बोल चुक है सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास मगर जब सबका साथ की बात आ जाती है तो मु
32:04खुल मिला कर वारिस पठानी के रहे हैं इस आउट्रीज से क्या होगा आप पॉलिटिकल इंपार्वर्मेंट उद्की करती नहीं है आप उन में से किसी को भी आपके सांसदों के लिस्ट देखे तो उसमें एक मुस्लिम नाम मिलना मुश्किल हो जाता है विधायकों के लिस्�
32:34कौन है मुक्तार अकवास नकवी जो हमारे शासनकाल के अंदर केंद्रे मंद्री बने थे यह जिन्ना वाली सोच है मैं वापस से कहूंगा यह इनकी सोच है कि हिंदू की बात हिंदू करे मुसल्मान की बात मुसल्मान की बात मुसल्मान करे यही इनकी सोच है और अगर यह �
33:04वारिस पताने एक मिनिट जड़ा दोनों शान्त हो ये फिरूस बक्त एहमेद हमारे साथ में हमारे वफकी जमीन तो हमारे इस वक्त बिहार के गवर्नर बुसल्मान समाच से आते हैं पहले केरला के गवर्नर ते कोवर्नर पार्टी ने उनको हटा दिया था है
33:19राजनितिक पार्टियों में हमेशा ये कोशिश होनी चाहिए कि इस तरीकी के समवाद आगे बढ़ सके और जिसका फाइदा ये समाच को भी हो सकता है यही बात बार-बार कहने के कोशिश की जा रही है लेकिन कुल मिलाकर फिरोज बक्त एहमद आप इस पूरे मामले को किस त
33:49जी साहिल जोशी जी बहुत बहुत शुक्रिया कि आपने मुझे तकरीबन आदे घंटे के बार मौका दिया मैं अपने तमाम काबिल दोस्तों से रिक्वेस्ट करूंगा कि जब मैं बोल रहा हूं तो थोड़ा सा रखना ना डालें भीस में अजी अब देखिए आपने कहा ह
34:19अच्छा सुरू सही क्या हो रहा है कि पिछले जो 60-65 साल हैं उसमें क्या हुआ है कॉंग्रेस ने और विपक्षियों ने मुसल्मानों को जन संग से, RSS से, भाजपा से इन सबसे डराया है और कहा है यह आपके जानी दुश्मन है ठीक है पहली बात और दूसरी बात यह दे
34:49कर रहा है कि मुसल्मानों से डायालोग हो और मुसल्मानों को समझा जाए ने यह बात मिलकुल पक्की है और सची है कि मुसल्मानों और संग और भाजपा
34:58जन संग वगएऱा के बीच में दीवारें खडी कर दिवारें गरनी चाहिए ठीक है
35:06मुस्लिम दर हेर तुस्टे दीचे वो 30, 35 करोल मुस्लिम है, मैं तो यह मांनता हूं, 20 करोल नहीं, और संग है, भाशपा है, बोत हर तुस्टे, आप आपसमें सभार होना चाहिए, एक दूसरी की बात को समझना चाहिए, और एक मैं रेक्ष्ट करूँगा, कितरा बात हम एक म
35:36उन्होंने इल्जाम लगाया बीजेपी के ये करते हैं उन्होंने लफ्स मुझरा इस्तेमाल किया देखिए एक लेडी होते वे वो अन पार्लिमेंटरी जबा रबान है इस तरह की जबान इस्तेमाल नहीं करना चाहिए एक बहुत ही डिसिप्लेंट पार्टी है पॉलिटिक्स
36:06प्रवक्ता है वो पार्टी के जिसका मौलाना अज़ार मुझे याद नहीं
36:18फिरोज जी एक सेगा जड़ा जड़ा दोनों को शान करिये प्लीज ये मुज़राश शप्त के कई मतलब निकल सकते हैं ठीक है मुज़राश शप्त के कई मतलब निकल सकते हैं लेकिन आपका जो मुख्या आरोप है चित्रा बाथम कॉंग्रेस पार्टी पर जो आपने किया है
36:48करती है उन्होंने दिवार खीच के रखी हुई है मुस्लिम उसके बीच में और संग के बीच में और जिसके वज़े सी आउट्रीट जरूरी होती है क्या यह सही है इस तरीके से दिवार कीची गई या आरेसेस के उस वक्त के विचार उनके स्टेटमेंट्स उस दिवार के लि
37:18देजबर में फैला हुए और वो इस तरह की से प्रोग्राम करवाते भी हैं हमने पहले उत्तरप्रदेश में ही देखा एक वसीम रिजवी भी थे वसीम त्यागी भी बने और अब गाट का कुटता है ना धोबी का कुटता है नगर का नगाट का देगे बात है कि इल्जाम डा
37:48आप अपने टाम में बोलिएगा आपको पूरा मौका मिलेगा आप बीज़णी करियेगा आपको को दिया रखेगा ने की बात कुरी करिएगा भाशा का सायम रखते है वरना इसी में समय चला जाता है प्लीज तो तीन दफा बैं किया गया था पर जब गांदी जी गाट
38:18साइसिनेशन हुआ था तो बैंट करने उन्हें सर्दार वनलब भाई पटेल थे फिर उसके बाद में एमर्जेंसी में फिर उसके बाद में 1992 में मजबाबरी मस्जिट डेमॉलेशन के बाद में पीवी नसीमा राउंट थे प्राइम मिनिस्टर तो अगर RSS जो है मुस्लिम भी
38:48इंद्रा गांडी ने दीर सावर करके बारे में रहता है तो कि अच्छी बातों का स्वागर करता है तो आपको चिडमेश्ती है तो पूरा पड़ी अच्छा कदम उठाने की सवाल ये पूचा गया था कि ये दरार पैदा किसने की जो कहा जा रहा है कि हम तो मुस्लिम विरो
39:18जैसे पार्टियों उन्होंने ये दरार पैदा किये सवाल पूचा जाएगा कोई दूसरे कॉंग्रेस को पर जिम्मदार ही नहीं नहीं नहीं नहीं बोला था आज अच्छे काम करती है
39:41तो क्या आज की स्थिति में ये क्रेडिट भी देना जरूरी है कि नहीं है
40:11पूल है कि 75 साल के बाद डिटार्मेंट लीजे आज बीजेपी में अमीज चाह और नाइंदा मुदी हावी है
40:18हारसे इसको यह पसंद नहीं है आरसे उसके काम कर रही है लोग उसके बारे में क्या सोचते हैं
40:23मुझे एक बात बताईए है तो किसने मना किया था कौन यह कहता है कि मुसल्मानों के हाथ में कम्प्यूटर रही होना चाहिए
40:38प्रोज बटाई माई फिरोज बटाई माई विए जवाब दे बोलिए नहीं ने कहा कि मुदी जीन ने का मुसल्मान मेरी संताने तो मैं बोलना जाओंगा उसी संतान की जो जमीने वफ का उनका अधिकार वह जमीन चीनी जा रही है
41:02उनी संतानों के घरों को बुंदर से बिननों की इस देओं ज़ारा है उनी संतानों के मिवोड़ना घंदे विऑ सहे
41:26जाले बना था गरी मुसल्मानों के लिए बना था अरे आप फिरो बात करो दो अधीकार के रखी बात करो जौबदरी से बात करो देखिए ओवाइस से बात करो देखिए और वीड़ा बुद्धे पर आएंगे जरा सब को शान करिए फ्लीज मुद्धा भटकना नहीं चाहिए
41:56लेकिन आपको ऐसा नहीं लगता जिस तरीकी की स्थितियां पॉलिटिक्स पैदा करती है इस देश में जिस तरीकी की स्थितियां राजनीती के वज़े से पैदा होती है फिर वक्त कानून हो संबल जैसे मुद्धे हो मोहन भागवत के प्रयास पूरी तरीके से मिट्टी मे
42:26कभी कोई मिट्टी में नहीं जाते संग एक शाका से शुरूआ था हिंदू भी उनका मजाक उडाते थे उस समय संग मैना जब जिसने लोगों ने कहा कि मुझे हिंदू मत काओ गदा काओ वहां से काम करते करते हैं करोड़ों लोगों में संग की बज़ार फैले हुएं मुस
42:56बीचों बोलता नहीं है उसिफ जी सुन लेते हैं आता हूँ आपके पास आपका जवाब लेंगे वारेस भाई आरेस ने क्यों अपमान गया तीरंगे का तीन बार बैन वारेस तीनों बार कोर्ण ने और सर्गा ने बैन रहा एक मिनिट जैसे बीच बीच बीच पे नहीं प
43:26कोशिश होनी चाहिए ना कोशिश हसकर पर हो रही है ना आपको लगता है जब मोहन भागाजी ने कहा कि हर जगा मत शिवलिंग ढूंड़ो किसके लिए था अपने लोगों के लिए था ना होगा ना समाज के अंदर इत्ते तरह के लोग हैं सतर सा सेक्विलिर्जम के नाम प
43:56कई संपरदाय हैं उनको समझा के साथ में लेना पड़ता है समन्वे करना पड़ता है वारिष पठान को सतंब करने दीजें
44:17आजादी की लड़ाई में आरेसेस का क्या योगदान था पूरी किताब है किताब पड़ेंगा आप कोई पड़ा है पूरे देश को पता है इस पूरे प्रदीब बंडारी के पास पूजाने है लेकिन जल्दी से एक मिरे डाशुतोष ये प्रयास जो सवाल में रतन चारद
44:47आने की कोशिश है लेकिन उसके बावजूद भी राजनीती उन प्रयासो को कही ना कहीं विफल तो नहीं कर रही है चुनाव आते हैं तो जो स्टेट्मेंट्स आना शुरू हो जाता है उसके वज़े सी विफल तो नहीं हो जाता है आज हम देखरें कि बंगाल में भी भारत
45:17जाने की कोशिश करनी चाहिए जो यह कहते हैं कि जब हम मुसल्मान हमारी सब्सक्राइब उसल्मान से बाहर कर देंगे यह यह बाते कहना बहुत आसन है मैं तो कह रहा हूं कि मोहां भागवत की कोशिशों का स्वागत होना चाहिए लेकिन जो आपके अपने लोग हैं मैंनी कह
45:47साहिल जी मुद्दे की बात ये है कि जिस संगटना का जन भी सिर्फ और सिर्फ इस उद्देश से हुआ था
46:08कि वो इस देश को एक हिंदू राष्ट बनाना चाहते हैं और यहां की जितने भी मुसल्मान भाई हैं उन सब को या तो वो भगा देना चाहते थे या तो उनको रिकनवर्ट करना चाहते थे तो उनकी जो भी शाबदिक चीजें हैं उनका कोई वाफ़ नहीं है
46:25कुछ भी बोलेंगी क्या है जवाब देखुए उनीस सो सटतर से वो कोशीशे कर रहे हैं चलिए लास्क मिने बचाए चित्रा जी एक मिने परदी बंदाली आखिर में क्या कथनी और करनी में फरक खतम हो जाएगा वरना मोहन भाग को जो प्रयास कर रहे हैं उसका फाइदा
46:55जी जैसे लोगों की दिक्कत यही है कि सपा के समय में हिंदू-मुस्लिम के बीच में दंगे होते थे समाज़ादी पार्टी के शासंकाल में जिसमें अपनी रोटिया सेखते थे उस पर यह नहीं बोल सकते हैं को दिक्कत यह कि हिंदू-मुस्लिमान यूपी में लड़नी �
47:25क्या बीजेपी के तरफ से आखिर में आप यह बात कह सकते हैं कि जो प्रयास मोहन भागवत करने की कोशिश कर रहे हैं वो मिट्टी बेरही मिलेंगे
47:34समवात बढ़ाने की कोशिश चल रही है भारती जनता पाटी सबका साथ सबका विकास और सबके विश्वास में विश्वास सकती जिसमें भाहरती आइडेंटिटी और हर भारत के नागरी के लिम कारे करते हैं
47:44उमीद यही बनेगी कि कहीं न कहीं इस देश में दोनों समाजों में मनभित खतम हो और इसके लिए अगर कोई पहल कर रहा है तो उसका स्वागत जरूर होना चाहिए
47:53लेकिन एक बार पिर कचनी और करनी में फरक नहीं हो तभी उसका फाइदा हो सकता है

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