00:00कॉर्पुरेटर वाला अवतार जादा या मुख्यमंत्री वाला मैं देख रही हुआ जबदस फायर आज देख रहा है अप मैं तो लग अगर अगर अर्विन केजिवाल यहां पर रहा जाए तो आप लोग बुलाए आपने चाहती हूं कि वह एक दिन आए और आमने सामने हम �
00:30मैं आप इतिहास में कभी किसी को निया साथ में साथ सीटे सीटे फित्रे सीटे सीटे इतना बड़ा मैंडेट मिलने के बाद आप ने जनता को दोका क्यों दिया वो सब इंफरस्टर च्रुक्चर जिसकी दिल्य अधिकारी है दिल्य के लोग जिनका वो राइट बनता है आ�
01:00बहीं हुए आज वरतमान की सरकारों को उन कामों को करना पढ़ रहा हा ना के वल उन कामों को को कना पढ़ रहा है बल्कि और भी जितने चीजे होनी चाहिए ठी दिल्ली में उन सब को आगे बढ़ाने के लिए दिन रात महनत करी रह Nagar इंग के जीवाने ने सामने बैठे ब
01:30कि आपके लिए कि अपके लिए कि अपन इविटेशन तो आप यू अजना जी आपको आपकी पूरी टीम को यहां के
01:40मेरा घर कोई मुख्य मंतरी का घर नहीं है जन सेवा सदन है आप सब लोग किसी भी समय मेरे आई अगर पे मलब जिस व्यक्ति ने
01:51मुख्य मंतरी होते वे जो काम होने वाले नहीं थे जो टेंडर परक्रिया में जूड़ नहीं सकते थे सतर करोड रुपे का बंगला बनाया वो आज जन सेवा सदन के ऊपर बात कहे तो जमती नहीं मेरे इस एक महीने के ऑफिशल रेजिदेंस पे हजारों लोग आकर के गए मै
02:21के घर जाके देखा कोई बता दे इवन यू मैं गई आपकर मैं आपको इंवाइट करते हैं कोई भी बता दे इस एवन आपको अपाइए कुद गिनियेगा कुद बैठिएगा सोफा पे कुद टाइल एक परदा देखेगा सब लोग देखिए ये जो राजनिती है
02:51धूरता की राजनिती है जो गिरेबान जहांक करके उन्हें देखना चाहिए कि जिस तरीके से जन्ता के खून पसीने की कमाई उन्होंने लुटाई वो कभी अपने घर से बार निकले नियों रेखा गुपता अपने घर में घुसी नहीं है
03:0724 इन्टीफॉर इंटु 7 दिल्ली की सडकों पर नहीं कर दिल्ली के लोगों के बीच में समाजीक धार्मिक आयोजनों में जा करके डेलिगेशन से मिलते वे जन सुनवाई करते वे जन्ता के बीच में काम करती है रेखा गुपता ना उस से घर की आउशकता है
03:25वो घर भी जनता का है, और कारले जनता कारले कि जिसमें, केजरिवाल साभ ने बनाया,
03:33और उसमें कभी कोई विधायक तक नहीं जा पाया, क्योंकि विविव नहीं जाते थे,
03:37आज जब दुनिया वहां आती है, डेलिगेशन के डेलिगेशन आते हैं, विधायक, रिपोर्टर सब आते हैं, तो यह तो हमने देखा इनी था, मेरे लिए कितना आसान था, कि शीष महल जो केजरिवाल साहब ने बनाया वाता, मैं तुरंत कहती कि यह तो मुख्यमंत्री के ब
04:07रेजिडेंस में लूंगी, एक प्रिमिसिस जहां पे चार मंत्रियों के साथ में आपको रहना है, जो कि जनता के लिए खुला है, जन सेवा सदन के नाम से है, हजारो लोग रोजाना जहां आते हैं, मुझे लगता है कि यह जन सेवा और जन सेवक की भूमी का है, जिसे मैं �
04:37करना है, सतर करोड रुपे जिस पे लगे हैं, और करोडो की जमीन भी है, इस करोडो की प्रॉपटी का क्या करना चाहिए, आप तो बहुत इंटेलिजेंट हैं, अजना जी, थोड़ा आपी सुझावदीची क्या करें, पहले तो दिखाईए ना, पबलिक के लिए खोली, आ
05:07करना चाहिए को परदो के माध्यां से कैसे लटकाया गया? कुई सजेशन है किसी और सुझ मुसियम कितने लोग कह रहे हैं, बहुत लोग मुसियम कह रहे हैं, लेकिन बहुत लोगों को विजट करना है, अचा हो रहे हैं, अभी आएँगा है देखे आप टिकेर लगा देग