वाराणसी, यूपी: यूपी के इटावा में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाए जाने के मामले पर काशी विद्वत परिषद ने तीखा विरोध जताया है। काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने विरोध करते हुए कहा कि अखिलेश यादव शिवालय, देवालय बनाएं लेकिन यह ना कहें कि बाबा केदारनाथ का धाम बना रहे हैं। यह शास्त्र के विरुद्ध होगा, बाबा विश्वनाथ से कामना है कि अखिलेश यादव को सद्बुदधि दें।
00:13SAURAASHTCHA, SOMANA, THAMCHA, SRI SHELAY, MALLIGAR, JUNAM
00:16HIMALAY ME GAURI KEY DARE HELLA
00:21KASI KANPUR ME BANA DUNGA
00:27Some say that I will make a Varaanasi in Lakhnov.
00:30The
00:56स्थान पर उनको के दार नात जोतिलिंग कहिकर के या
01:26प्रप्राइब करने देखने और इस तरह की चीजों में नहीं पैदा कर सकते हैं।
01:56अत्मान सरकार को ध्यान देना चाहिए कि समाज में भर्म की स्थिति न पैदा हो।
02:26अस्थान की प्रधामता होती है, यह सारी चीजों सास्त्रों में वरनित हैं।
02:32हम आपके इस चैनल के माध्यम से स्री अखलेश यादोजी से कहना चाहेंगे कि वो शिवाले बनाएं, देवाले बनाएं।
02:40यह सर्वता सास्त्र के विरुद्ध होगा।
02:46भगवान विश्वनात से प्रातना है कि उनको बाबा विश्वनात सद बुद्धी दे और इस तरह की भर्म की स्थितियों से उनको बचना चाहिए।
02:56वो चुकि प्रदेश के पूर्व मुख्या रहे हैं, मुख्मंद्री रहे हैं, एक बहुत बड़े परिवार से आते हैं, तो हम लोग आसा करते हैं कि वो हिंदू सनातन संस्कृती में भर्म की स्थिति से उनको बचना चाहिए।
03:08निश्चित, कासी, विद्वत, परिशद इस तरह के जोतिर लिंगों को उस अस्थान से दूसरी अस्थान पर बनाने वालों जो भी लोग हैं, इस बात से एकदम असहिमत हैं और ये पक्षिजवश सास्त्र संबत नहीं है।