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'दयालु दिल, साफ़ सोच...' Vice-President Jagdeep Dhankhar के इस्तीफे पर क्या बोले Kapil Sibal
 

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00:00कोई भी सत्ता में बैठा हुआ अगर पज छोड़ता है तो उसके कोई वज़े होगी और इतनी गंबीर वज़े होगी कि उनको छोड़ना पड़ा हम तो कोई स्पेकुलेट नहीं करेंगे कि यह हवारा सही है या नहीं है जो स्टीफा उन्होंने दिया है मैं तो बेक्तिकत र
00:30वर्सों से हैं और बड़े अच्छे संबंद रहें परिवारिक संबंद रहें और जहां जहां भी हमारी परिवार के कोई फंक्शन होते थे तो दुनकर सावा में चाहा आते थे और मेरे पिता जी के साथ उनके संबंद रहे और मैंने कई केसिज उनके साथ भी किये उनके ख
01:00I will miss him
01:01क्योंकि जो भी कहो
01:04धंकर साब
01:04का एक वियू पॉइंट हमेशा
01:08रहता था जो अक्सर
01:09पबलिक में
01:11बिनार संकोच
01:14के बोल देते थे
01:15यह उनकी खासियत थी
01:16क्योंकि जो उनके मन में रहता था वो अब मन में नहीं रखते थे
01:20और उनको अगर कोई ऐसी बात
01:22लगती थी कि गलत हो रहा है तो बोल भी देते थे
01:25और
01:26हमेशा हाउस में बैठकर कहते थे
01:28कि विपक्षको और सत्पक्षको
01:30एक मत से आगे बढ़ना चाहिए
01:32क्योंकि सवाल देश का होता है
01:34वो बात भी सही है लेकिन
01:37हर एका नजलिया अलग-अलग होता है
01:39तो कई बार हाउस भी नहीं चलता था
01:41लेकिन
01:43उनके मन में कोई मैल कभी
01:45नहीं रहा और जब जब भी
01:47मैंने चाहा के मुझे थोड़ा वक्त
01:49ज्यादा दीजिये बोलने का
01:50तो टेमबर में जाकर मिला तो हमेशा
01:53उन्होंने
01:54मेरा साथ दिया और ज्यादा टाइम दिया
01:57तो मैं तो उनका आभारी हूँ
01:59कि उन्होंने हमेशा जो मैं
02:01हमारे संबंद रहे वो बहुत अच्छे रहे
02:03हाँ हमारी विचार धारा
02:06थोड़ी अलग थी और कई बार हम भी
02:07कह देते थे
02:10और वो भी
02:11अपनी तरफ से जवाब भी दे देते थे
02:14लेकिन कोई करवाट कभी नहीं हुई
02:16और
02:17मुझे दुख है
02:19कि अगली बार जब मैं जाओंगा
02:22राजसभा तो वहाँ उस चेहर पे
02:24नहीं होंगे लेकिन
02:25जिस तरह से वो चेहर पे अपनी
02:28बात रखते थे
02:28और जितने प्रोएक्टिव वो थे
02:31शायदी कोई चेर्मेन इंते रहा
02:32इतिहास में हिंदोस्तान की इतिहास में
02:34उतना प्रोएक्टिव राव हो
02:35यह उनकी खास्वियत भी थी
02:37और उसकी वज़े से करवाथ
02:40भी कभी कभी बात होती थी
02:42लेकिन कभी मन में उनके ये नहीं रहता था कि मैं इसकी वज़े से किसी को नुक्सान करूँ
02:51इलीज सर हम भी ये बात मानते हैं ये कंटिम सवाल से तमाम लोगे इंबजार कर रहे हैं
02:56तमाम जो रिपोर्स स्टेक्टुरेशन की अब दोड़ रही हैं मीडिया में कहा जा रहा है कि गौवर्मेंट और चेर के बीच में रिफ्ट था तो एक कली के तौर पर और आप सदन में भी साथ रहे हैं
03:08का कैसे बारे में तो मैं कुछ कहना नहीं चाहता हूँ नहीं कहा है गुषओ
03:25नहीं की सामयी स्ट्राइब के बढ़ा के बीचा के बोलना नहीं चाहिए
03:28और मैं समझता हूँ कि इस स्पेकुलेशन से कुछ हमें मिलेगा नहीं
03:34कोई भी सत्ता में बैठा हुआ अगर पज छोड़ता है तो उसके कोई वज़े होगी
03:42और इतनी गंबीर वज़े होगी कि उनको छोड़ना पड़ा
03:48या उन्होंने सोचा कि अब वक्त आ गया है मैं चोड़ने का
03:52तो उस पे हमें स्पेकुलेशन ही करना चाहिए उन्होंने चिट्ठी में साफ लिखा है
03:56कि मेरा स्वास ठीक नहीं है और इसलिए मैं यह पत को छोड़ना हूँ
04:18झाल

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