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मुंबई में 2006 के सीरियल ट्रेन ब्लास्ट(Serial train blasts) मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने अहम फैसला सुना दिया है कोर्ट ने सभी 12 आरोपियों को बरी कर दिया। विशेष अदालत ने इन्हें दोषी ठहराया था। हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने कहा कि सरकारी वकील आरोप साबित करने में नाकाम रहे हैं, इसलिए उन्हें बरी किया जाता है।.बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा सभी 12 लोगों को बरी किए जाने पर, रमेश नाइक, जिन्होंने अपनी बेटी को बम धमाकों में खो दिया था, कहते हैं, "मेरा सरकार से एक सवाल था: 19 साल क्यों लगे? 19 साल किस मकसद से? वो कौन सी बात थी जिसकी वजह से फ़ैसला आने में 19 साल लग गए? 2002 में एक बम धमाका हुआ था, उसके बाद 2008 में एक और घटना घटी, और उसके लिए कसाब और अन्य को जल्दी से फाँसी दे दी गई। हालाँकि, 19 साल जेल में बंद रहे ये आतंकवादी अब बरी हो गए हैं। अगर उन्होंने नहीं, तो ट्रेन में बम धमाका किसने किया? ये मज़ाक लगता है; अदालत का फ़ैसला भी मज़ाक लगता है..

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00:00दो हजार चे यानि आज से ठीक 19 साल पहले जो मुंबई के लोकल ट्रेन में हुए एक के बाद एक सीरियल ब्लास्ट ने
00:23189 लोगों को हमेशा हमेशा के लिए मौत की नीद सुला दिया था इस घटना में 824 लोग घायल भी हुए थे, 19 साल उन परिवारों को एंतिजार था कि एक दिन उनके अपनों को इस तरह हुक्षे
00:36मौत के नीद सुराने वालों को सजा मिलेगी
00:39लेकिन इस घटना के 19 साल बाद आए
00:42एक फैसले ने कुछ लोगों को अंदर तक तोड़ कर रख दिया
00:46और इन्हीं में से एक है रमेश नाय
00:48जिन्होंने अपनी बेटी को इस बम धमाके में खो दिया था
00:52इनकी बेटी तो अब वापस नहीं आ सकती
00:54लेकिन गुर्हगारों को उनके अंचाम तक पहुँचते देखना
00:57इनकी बूरी हो चुकी आँखों का सपना था
00:59जो आज तूट गया
01:01इन्होंने कहा कि मेरा सरकार से एक ही सवाल है
01:04कि 19 साल क्यों लगे
01:05वो कौन सी बात थी जिसकी वज़ा से
01:07फैसला आने में 19 साल लग गए
01:1019 साल जेने बन रहे यातंगवादी अब बरी हो गए है
01:14अगर इन्होंने नहीं तो ट्रेन में बमधमा के
01:17किसने किये ये मजाक लगता है
01:20तो आज कोट ने जो दिन ने दिया
01:27या उननीस साल तख हममहिम्टेशन के ऊपर श्रृदान जली करने के लिए
01:32जाते है तो 19 साल हो गए तो सरकार से मेरा
01:36एक सवाल था कि 19 साल हमारे इस केस के फैसलिय में क्यों लगे
01:4119 साल किस रचल के लिए क्या बात है जो 19 साल हो लगे
01:47उसके पहले उसके हमारे हमारे जब ये 2006 में हाथसा हो गया तो आठ या नौ को जो हाथसा हो गया कसाब जैसे केस में ओ लोग का दो साल में निर्णे लग गया उसको फासी भी दी गई तो हमारे इसके अंदर जो पकड़े गए है आतमवादी जो टेरेरिस है उनको 19 साल तंग �
02:17की किया तो गुना कि कैसे किसने किया होऊं डेंने ब्रॉम ब्लास किस् οποा एक एक आफने हुए तो है
02:25मज़ाब जैसे बात लग रहे है कि कमड कर लिन्नाइन इतो ये मज़ा जैसा ही लग रहा है हमें के हम कोई सीरियस मामद हले पीछे
02:33किसका हाथ है जो हमारे यह दिनillon आज हमको सुनने आ रहा है
02:37कि वो निर्धोश छुटे है क्या सरकार बिग गई है या नियाधिश
02:45बिग गया है या और कोई भिग गया है इसके पीछे क्या है तो हम
02:51हम तो बेचेंद रहेंगे जब तक कि उसको उलू को सजा या फासी नहीं होईगी तब तक हमारे मुर्तकों के आत्मा को शांती कैसे मिलेगी है
03:01अब तो हम भी मरने को आए हम 19 साल तो इस बात को हो गए कि उसको यह हसा हो के रहे हो और रेल हसा हो गया
03:10रेल हसे में तो गरीब लोगी मारे गए तो गरीब लोगों की जान की कोई कीमत नहीं उसको वाली कोई नहीं पूछने वाला कोई नहीं है
03:19दरसल ट्राइल कोट द्वारा आरोपियों को सुनाए गई मौत की सजा की पुष्टी के लिए साल 2015 में राज सरकार ने हाई कोट में याज का दायर की थी
03:28सजा के खिलाप आरोपियों ने भी हाई कोट में चुनोती देती हुए याज का दाखिल की
03:33इसके बाद हाई कोट ने सभी आरोपियों को दोश मुक्त कर दिया
03:38फिलहाग लिबस अतना ही बाकिय अप्डेट लिए बने रहे हैं वन इंडिया हैंदी के साथ

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