प्रशांत किशोर अपनी पार्टी जन सुराज के ज़रिए बिहार में एक नई राजनीतिक धारा की बात कर रहे हैं। वो जातीय समीकरणों की जगह शिक्षा, रोजगार और पलायन जैसे मुद्दों को चुनावी एजेंडे का केंद्र बना रहे हैं। खासकर युवाओं, पढ़े-लिखे तबके और प्रवासी बिहारियों के बीच उनकी पकड़ मजबूत होती दिख रही है।
लेकिन बड़ा सवाल ये है — क्या PK इस वर्ग का नया राजनीतिक भरोसा बनेंगे? या फिर ये सारी बातें सिर्फ चर्चाओं और नारों तक सीमित रह जाएंगी?
Bihar Politics:‘क्लर्क से करोड़पति तक का सफ़र’, PK का BJP अध्यक्ष से सवाल!,तेजस्वी यादव और CM नीतीश को भी घेरा :: https://hindi.oneindia.com/news/bihar/politics-of-bihar-prashant-kishore-critiques-bjp-leaders-and-promises-amid-calls-for-change-1320583.html?ref=DMDesc
Bihar Politics: ‘गुजरात को गिफ्ट सिटी और सोलर पार्क, बिहार को श्रमिक ट्रेन’, PM Modi पर PK ने साधा निशाना :: https://hindi.oneindia.com/news/bihar/prashant-kishor-on-pm-modi-bihar-visit-highlights-development-disparities-2025-assembly-elections-1305583.html?ref=DMDesc
Tej Pratap RJD से निष्कासित, PK ने लालू यादव के सामने रखी एक शर्त, कहा- अभियान वापिस लेंगे, समर्थन भी दे देंगे :: https://hindi.oneindia.com/news/bihar/tej-pratap-expelled-from-rjd-controversy-prashant-kishor-challenges-lalu-yadav-to-focus-on-merit-1302425.html?ref=DMDesc
00:00प्रशान की सोर को एक तरह से वोट कटवा पार्टी के रूप में भी देखा जा रहा है।
00:30प्रशान की सोर प्रशान की सोर उसमें नया क्या कर रहा है।
01:00प्रशान की सोर इसे तोड़ पार्टी के लिए अगर चुनाओ में विकास कोई मुद्दा होता,
01:19पर जो 7 समें से तो दूसरी तरफ महागट बंधन भी स्यासत में पुरी तरह से तयार है
01:48लेकिन इस बार का बिहार चुनाओ इतना असान नहीं है इस बार सबसे बड़ा दिल्चस्प मोड़ा आया है जब प्रशान किशोर ने एंट्री मारी है चुनावी मैदान में देखिए चुनावी रणितिकार से नेता बने प्रशान किशोर इस बार डारेक्टर के रूप में �
02:18पुराने दल अपने वही पुराने धर्रे जातिये समीकरण पर चुनाओ लड़ रहे हैं तो वहीं पर प्रशांत की सोर जन सुराज यात्रा के माध्यन से एक नई राजनितिक बहार निकाले हुए है
02:28उनके राजनितिक बहार का मुद्दा है बदलता बिहार युवाओं के लिए शिक्छा, रोजगार और बलायन रोकने का अब ये मुद्दा बिहार में बहुत जादे दिर तक टिक पाएगा या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन कहीं न कहीं इससे नितिश क�
02:58आगेदार एंट्री लिए निज्डूम में इस बार हमारे साथ बातचीत करने के लिए एक तरफ हमारे वन इंडिया हिंदी के एडिटर के शो जी और दूसरी तरफ है वन इंडिया इंग्लिश के एडिटर पंकर मिश्रा जी हम तीनों ही आपको इस शो में हमेशा दिखें�
03:28में दूध का जला बिहार में छांच भी फूप कर पीएगा जो एक नजीर पहले पेश हो चुकी है दिल्ली में तो अब जब वैकल्पिक राजनीत की बात होगी तब जो राजनीती हमने दिल्ली में देखी थी जो आमादी पार्टी पहली बार चुनाव लरके सरकार बनाने का
03:58करके चुनावी मैदान में आएगा नंबर वन नंबर टू प्रशांत की सोर अभी जिस तरह की बाते कर रहे हैं उससे कोई इनकार नहीं कर सकता यह बाते बहुत ही महतोपुर्ण है बिहार के परेद्रिश्य में यह बहुत आवश्टक भी है जो पिछले 30 सालों से 35 सालों से
04:28अलग कोने में वो जाते हैं और उहां पर प्रायह अपमान कावें शिकार होते हैं अपनी मेहनत के बल पर वो एक मकाम बनाने की कोशिश में जाते हैं और पिट कर आते हैं एक बड़ा मुद्दा है जरूर लेकिन इन सभी मुद्दों के बीच सवाल यह भी है कि क्या बिहार
04:58प्रशान कि सवर ग्राउंड लेवल पर एक रिपल तो क्रियेट कर रहे हैं प्रशान कि सवर की बात आज हम लोग इसी लिए स्टूडियो में भी कर रहे हैं क्योंकि ग्राउंड पर उनका कुछ ने कुछ जलवा जरूर है लेकिन भीड बुलाना एक अलग बात है राजनित
05:28दो ही मेता कर पाए हैं एक पंडित जवाहरलाल नहरू और एक मुदी जी इन दोनों के जो वोटर्स हैं वो भीड में भी तब्दील होते हैं जहां यह लोग जाते हैं उनकी सवाओं में भीड उमरती है जो इनके एकदम सेट वोटर्स होते हैं तो यह बहुत बड़ा दाओं �
05:58सुनाव कि हमां गहमी आगे बढ़ती है किस तरह के उम्मिदवार उतारते हैं उनका घोशना पत्र क्या कहता है अन्य जो गठ बंधन है वो इस मोर्चे पे कहां है यह सारा कुछ देखना परेगा लेकिन खिलाल अगर मैं ऑनेस्टली बताओं तो बिहार की राजनीत में वर
06:28अब संब्हार की निकले निक्ली कि तो बात बिहार की होती है तो दिल्ली और बिहार में जमीन आशूना पर चलता है
06:45और पीके की जो राजनितिक रड़निती है वो कहीं न कहीं शहरी ही है क्योंकि वो विकास की बात कर रहे हैं शिक्षा की बात कर रहे हैं और बिहार में जहां तक यह किसी से अच्छूता नहीं रहा है कि बिहार की राजनिती जाती पर चलती है आपको नहीं लगता कि प्रशान
07:15और बदलते देश के परिद्रिश्य की परिकल्पना करते हैं, तो उसमें क्या बदलता है? लोगों की सोच बदलती है, लोगों की अधिकार बदलते हैं, लोगों की इच्छाएं बदलती हैं कि मुझे आज इस से उठना होगा, मुझे सिर्फ जातिकत समीकरण नहीं, बल्कि �
07:45या फिर आप छोड़ दीजे दिल्ली, आप पटना और उसके आसपास के शहर इलाके और फिर आप सीधा हिंटर लाइंड में चले जाएं बिहार में, बहुत जादा दूर जाने की जरूद भी नहीं है, आरा हो आरा में भी अगर आप देखें तो उस तरह की बहुत सारी सु
08:15गलत सपने दिखा रहे हैं, उन्होंने एक नया मुद्दा नया एजेंडा उठाया है, जिस पर गाहे बगाहे सारे पॉलिटिकल पार्टीज एक बार आती हैं, चाहे वो यादवस का दबदबा कह लीजिए, तेजस्वी सरकार हो या फिर नितिश कुमार, वो हमेशा बात ज
08:45तो प्रशाद किशोर मुझे लगता है, अभी तक तो उन्होंने सही नवस पकड़ी हुई है, आने वाले टाइम पर बाकी जो पॉलिटिकल पार्टीज हैं, वो किस तरह से उन पर अक्षेप लगाती हैं, कितना वो अपने आपको सपश्ट रूप से साबित कर पाते हैं, उ
09:15बीस साल से और उसके पहले पिछला बीस साल और, तो इट जस्स मेक्स मोर सेंस कि अगर बिहार के लोग अपने भविश्य को की कमान अपने हाथों में लेना चाहते हैं, तो एक बार सरकार बदल कर देखने में कोई बुराई नहीं होगी, सपश्ट मिजॉर्टी के साथ लेक
09:45मनिश करशप के क्या एक इमेज है, वो हम सब जानते हैं, ऐसी क्या नौपता गई होंगो मनिश करशप को लेना पड़ अपने टीम में?
09:53बिल्गल देखें, ये तो बेस्ट करण तो उन्हीं को पता होगा कि उन्हेंने मनिश करशप को क्यों अपने शरण में लिया, अपने पार्टी में लेकिन राजनितिक गलियारों में अक्सर हमने ऐसा देखा है कि कोई भी पार्टी इससे अच्छूती नहीं रही है, कि वो क
10:23ऐसा कोई भी पॉलिटिकल पार्टी है, जो ये दावा कर सकती है, अब इस पर क्या कारण रहा था हो तो प्रशांद किश्वरी जानेंगे, लेकिन जहां तक उनके भटकने का सवाल है, तो अभी चुकी उन्होंने कहा भी, जब उनको सेक्योर्टी देने की बात हुई, कि आ
10:53दिया बिहार के सरकार को कि अगर युवाँ पर चोट होती है, तो फिर उन पर भी चोट होती है, इस तरह से करके, तो मुझे लगता है अभी वो कहीं न कहीं जो एक्जिस्टिंग सरकार है, राज्य में और केंद्र में जो भी जबी सरकार है, कह रहे हो कि बिहार में से बाह
11:23कंटेस्टेंस रहे, कैंडेट रहे, जो बाहर से विदेश थे आकर भी पुश्पम प्रिया जहांते मुझे लगता है, वो आकर उन्हें ने वहाँ चुनाव लड़ा, कई और भी प्रतिभागियों ने वहाँ पर चुनाव लड़ा था, तो एक एक्सपेरिमेंट जरूर चलता
11:53उन्हें 20 साल नितिश कुमार का भी राज देख लिया, उससे पहले के 20 साल उन्हें लालू जी का भी राज देखा था, और दोनों में कुछ खास फर्क होता वो नजर नहीं आ रहा है, तो अभी जो पिछले एक हपते में हुआ है, पिछले 15 दिनों में, वो बिहार में जिस �
12:23अभी सबसे बड़े दावेदार जो हैं वो जन सुराज पार्टी के प्रशांद किशोर हैं, इन्होंने मतलब थोड़ी बहुत तो मैं भी मानती हों कि अभी जिस तरीके से प्रशांद किशोर ने बिहार मेंटरी मारी है, और जिस तरीके से वो युवाओं को एक लालसा दे
12:53काटेंगे, तो अगर प्रशांद किशोर वोट काटते हैं, तो किसका वोट करते हैं, इंडिया का? इंडिया गड़बंधन का या इंडिये का?
13:00पहले प्रशांत की सोर की राजनीति को समझ ये वो किसी स्कूल आफ पॉलिटिक्स को फॉलो कर रहे हैं और प्रशांत की सोर जो बाते कह रहे हैं बिहार के अन्य राजनीतिक दल क्या यही बाते नहीं कहते हैं अभी देखिए तावर तोड नितीश कुमार की सरकार वेकेंसी �
13:30कही थी और एंडिये में नितीश कुमार के सहयोगी बीजेपी ने दो लाख रोजगार देने की बात कही थी तो रोजगार देने की बाते हर कोई करता है नितीश कुमार करते हैं तेजश्वी यादब करते हैं बीजेपी भी करती है प्रशांत की सोर उसमें निया क्या कर रह
14:00मजदूरी पे टिके हुए हैं यह जब दूसरी तीसरी पीड़ी है तो किस समय में किस के शासनकाल में बिहार से इनका पलायन हो गया होगा यहां आप कैलकिलेट कर सकते हैं पलायन एक वैसा ही सीजनल मुद्दा है लोग आएंगे बोलेंगे इस पर अगर प्रशांत किसोर पल
14:30के बाद से कोई नहीं जाएगा प्रशांत किसोर की मतलब यह तो क्या कह सकते हैं यह हाइपर बॉल है या ओवर कॉंफिडेंस भी हो सकते हैं इतनी अचानक से क्या है कौन सा जादू कि चाह रहा है कि चाट के टाइम पे जो युवा आएंगे उसमें कुछ वापस नहीं जा
15:00उनके पुनरवास को लेकर इनकी क्या योजना है हाँ वो कहते हैं कि जो सौफट्वेर इंडस्ट्री में काम करने वाले लोग हैं जो बहतर जीवन के लिए जाते हैं वो ठीक हो जाएंगे लेकिन जो मजदूरी करने के लिए जाते हैं उनको जाने की जरूरत नहीं पड़े
15:30बिहार में बिहार में जो बात कह रहे हैं वो इतना पॉसिबल नजर भी तो नहीं आ रहा है ना
15:34अग्जेक्ट ली तो मैं वही बात आपसे पूछ रहा हूँ कि उसका बुलू प्रिंट कहा है लेकिन इसमें इसमें देखे मैं एक सीजी रुखना चाहूंगे या पर इसमें फिर हमें तब यह भी देखना पड़ेगा कि आरजएडी क्या कहा रही है और नितिश कमार क्या कहा
16:04चीजों का वो दावा कर रहे हैं आप अचानक से नौकरियों की की दौर लगी तो फिर उसमें उनने भरतियां करनी शुरू कर दी वो सर्टिफिकेट देना शुरू कर दिया सबको पता है बिजली भी फ्री कर दिया है अब यह सब चीजें अगर करना शुरू करें तब तो �
16:34होता है वो सबसे अलग होता है देश में उसके अपने कुछ नया होता है जो पंकत जी कह रहे थे अभी कि पिछली बार जब बिहार में चुनाव हुए थे तो पुष्पम प्रिया नाम की एक नेत्री ओवरनाइट उभरती हैं अखवारों में फ्रंट पेज पर बड़े ब�
17:04तो मैं यह नहीं कहता हूँ कि प्रशांत की सोर से लोगों की उमीद नहीं है मैं फिर से अंडरलाइन करके कहता हूँ कि बिहार के लिए तीसरे मोर्चे की जरूरत बहुत शिदत से महसूस की जा रही है लेकिन देखना यह होगा क्या प्रशांत की सोर उस कमी को पूरा कर सक
17:34प्र्षांत की सोर की बातों पर भरोसा करें उन्हें वोट डे अधरवाईज जो समर्पित मतदाता है जैसे सवर्ण
17:52और बनियाम जो समझा जाता है बिहार में bout फी रधा कि मजा नहीं लगता है कि प्यांट व्होंत परसिंट
18:01की भी कटोती प्रशांद की सोर कर पाएंगे जैसे मुस्लिम यादव महागटवन्दन और टू बी प्रिसाइस आरजेडी के वोटर्स हैं उसमें से कोई वोट सायद ही प्रशांद की सोर ले पाएंगे बस कुल मिलाकर यही है कि अंत में जो कुछ मतदाता निर्धारित नहीं
18:31की सबस्तिकें के की सोषल मेदया पर बच चल रहा है इंत्याद कर साथे इस तुछ में जो उसमें और उस सब्रशांगे साथ और आप इस साथा कं सर फो हमारा कि दोबता है कि दुछांव्य जो कोश्णों दूर है वर्षों से बिहार गए नहीं
18:56सिवाई चट के चट पूजा में एक पर बिहार जाकर कि अपने बिहारी होने का साटिफिकेट रिन्यू करा लेते हैं यह वही लोग फेस्बुक पर इंस्टाग्राम पर बज क्रियेट करते हैं
19:06अगर देखे पिछले दो सालों में किसी भी अन्य राजनेता से कहीं अधिक बहुत ज्यादा प्रशांद की सोर एक्टिव रहे हैं ग्राउंड पर चाहें वह नितीश कुमार की पार्टी से कोई भी नेता हो भरतिय जनता पार्टी से कोई भी नेता हो या महागटवन्दन से �
19:36सबसे ज़्यादा एक्टिव रहे हैं प्रशांद की सोर तो उनकी पकड़ होनी सौभाविक है लेकिन सवाल आखिर में यही उठता है कि क्या प्रशांद की सोर बिहार में जो जातियों का तिलिस्म है उसे तोड़ पैंगे
19:49जातियों का जो जाल है क्योंकि बिहार का एक सबसे बड़ा चुनावी समिक्रण जाती ही है तो जातियों के जाल से अपने आपको कैसे बचाएंगे पीके
19:59देखे मुझे लगता है कि प्रशांद किशों ने इस को जरूर डिकोड कर भी आ होगा अभी तक तभी वो चुनावी मैदान में उत्रे भी थे और अभी उनकी एंट्री नहीं हुई है जब चीजें ठंडी पड़ी हुई थी दोहजार तेईस या चौबीस में मुझे लगत
20:29किया होगा ये वी हैवा मैन हीर जिसने कई पुलिटिकल पाटी को इंक्लूडिंग टी एमसी कॉंग्रेस और आमादी पार्टी भी मुझे लगता है उन्होंने उनको गाइड भी किया है उन पार्टियों को स्ट्रेजी बना कर दी हैं तो कहीं न कहीं समीकरणों का खेल तो �
20:59प्रशांद किशोर किन मुद्दों को उठा रहे हैं ये बहुत देखने वाली बात होगी वो जातिकत समीकरणों से भी बचते चल रहे हैं वो हमेशा जैसा हमने बार बार यहां पर दोहराया भी है कि वो एजुकेशन की बात करते हैं उन्होंने कहा कि तेजस्वी नौवी �
21:29की कोशिश करें उस पर तवज्जो देनी की कोशिश करें कि आप शिक्षित नेता चुनिये आप पढ़े लेखी नेता चुनिये जिनमें खासकर वो खुद भी शामिल हैं तो एजुकेशन पर है उस सेफ्टी की बात करने हैं वो मद्रया पान जो शराब की वहां बिक्री है
21:59और मुस्लिम कम्यूटी का दब-दबा होता है तो कहीं न कहीं चुकि सरकार के बाहर हैं अभी टेज़सरी आदव इसने वो अपने जातिकत समिकरांट पर काम कर रहे हैं रहा सवाल चीफ मिस्टर का नितिश कुमार का जेडियू का तो अभी तावड तोड़ कुछ न कुछ
22:29चैलेंजर साबित हो सकते हैं, if not the kingmaker.
22:32सारी पार्टियों के पास एक अपना चेहरा है जेडियों को देखते हैं तो नितिश कुमार खुनके पास औन 변 कोई नहीं तो अपना चहराю नहीं हिन प्रशान के पास उनके लावा कोई तो चहराई नहीं नहीं
22:56यह कभी कवार अच्छा भी होता है if you don't have any past वो होता है बहतर हो क्योंकि आपका past कभी कवार आपको haunt करने के लिए आ जाता है जिसके विज़े से आपको नुकसान हो जाता है
23:05लेकिन जनता भरोसा करेंगी सिर्फ उन पे तभी वो इतना जाता तभी उन्होंने दो साल पहले जनता से जुड़ने के लिए पधियात्रा शुरू की तभी वो आप देखे कितने ठेट भाषा में वो बातचीत करते हैं बिना सेक्योटी के चलते हैं गमशा टांगे रहते हैं
23:35जमानत जब्दी वाली बात नहीं आएगे इनके साथ क्योंकि ये फिर भी जो हैं थोड़े कनेक्टेड हैं और अपने हाव भाव चाल ढाल से और अपनी बातों से ऐसा लगता है क्यों बिहार के लिए प्रशांत की सोर की वो मजबूरी भी है सौरी मैं आपके बिना क्वेस
24:05पंकत जी जो बात कह रही थी अभी तक डिकोड कर लिया होगा उन्हें करना क्या है जरूर परशांत की सोर ने डिकोड किया है और उन्हों ने अपने एक इंटर्विव में पाताया कि अहां विहार के मत दाता और आक मैंडर एनिस स्टेट किसी भी राजिके मत दाता जाति�
24:35यह प्रशांत की सोर के ही एक्जामपल में कोट कर रहा हूं कि 1984 में इंदरा गांधी की हत्या के बाद जो चुनाव हुए थे उसमें कांग्रेस क्लीन स्वीप कर गई थी तमाम जो फैक्टर्स थे वो ध्वस्त हो गए थे के वल इंदरा काड चला था राजीव गांधी की सरका
25:05बहुमत के साथ और नवासी में बदल जाता है वो बोलते हैं नेरेटिव की जीत और तीसरी बार 2014 में जबकि बिहार में मोदी जी की पार्टी भारतीय जन्ता पार्टी सबसे कमजोर थी उस समय में क्योंकि आर्जडी के साथ कांग्रेस का अलाइंस था नितिश कुमारी जी
25:35कि वहां पर कोई समवेदना का फैक्टर होगा कहीं पर नेरेटिव का फैक्टर होगा कहीं पर व्यक्ति का फैक्टर होगा क्या इस चुनाओं में प्रशांत की सोर उसी तरह का कोई लार्जर दन लाइफ फैक्टर क्रियेट कर पा रहे हैं यह भी देखना होगा जो नेरेट
26:05लगातार दोराता जा एजे वो लोकषभा का चुना में रहा है पर इस चुना में मुझे नहीं लगता
26:23है कि प्रशांद की सोर कि अब टीन चार महीने वक्त है रात और रात पासा प्लट जाता
26:33लेकिन अभी जो बाते प्रशांत की सोर कह रहे हैं लोगों को सुनना अच्छा लगता है मैं भी एक बिहारी के तौर पर सुनता हूं तो मुझे बढ़ा अच्छा लगता है कितना ही अच्छा हो कि दरभंगा में आईटी पार्क बने और हम सब लोग वहां चले जाएं बढ़
27:03जो कि बिहार का दूसरा सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज है वहां पानी में डूबा रहता है तीन महीने तक वहां पर इलाज नहीं हो पाता है उसकी क्या विवस्था करेंगा आईटी पार्क तो बाद में बना है पहले बाद से मुक्ती की विवस्था कर ली जाए जो आपने
27:33की बात कर रहे हैं कि तो पतना में लोग रह रहते हैं दरभंगा में तो लोग आज बी लोग रहे हैं लेकिन शरीपूर में कितने लोग रहे हैं दर भंगा से मुस्किल से
27:59दस किलोमेटर के दूर पर एक गाउं है स्रीपूर नहीं रहते हैं लोग सहरसा में लोग रह रहे हैं लेकिन बिहरा में नहीं रह रहे हैं बिहरा सहरसा के पास का एक गाउं है शहरी बात नहीं है सबसे जादा पलायन गाउं से होता है सबसे जादा बेरोजगारी गाउं में ह
28:29तो उसको निराश नहीं कर सकते हैं, वो वही बात करेंगे जो सबसे ज़्यादा जो मद्दाता वर्ग है, उसको हिट करें, तो यह अरबन पॉलिटिक्स की बात नहीं है, यह ग्रासरूट पॉलिटिक्स की बात है, वो क्या सुशासन की बात कर रहे हैं, रोजगार की बात कर �
28:59लेकिन बिहार की जनता विकास के बल पे वोट दे चुनाव मतलब वो शिक्षा के वोट पे वोट दे बिल्कुल बिल्कुल मैं एकदम आप जो कहना चाहरे हैं मैं दरसल उसको कंप्लीट करता हूं कि बिहारी मत दाताओं के लिए माफ कीजिएगा मैं रियूड नहीं होना चा
29:29नितीश कुमार की छवी विकास पुरुस की बाड ने वनाई है बिहार के मुख मंतरी के तौर पर वो बाद में आये हैं बाड में बतौर सांसत जिस तरह के उन्होंने काम किये हैं वह और नहीं है जब बिहार की तमाम सड़के टूटी हुई थी बाड की सरके चमचमा रही �
29:59काम करने 와ला व्यक्ति कोई नहीं था विकास मुद्धा होता तो इंडिया शाइनिंग वाली सरकार दुबारा आती भारत में भी और खास कर बिहार के संस में में फिर से कह रहा हूं कि बिहार के चिनावों में विकास बहुत चोटा सा मुद्धा रहता हैं वह सभाओं का मु�
30:29आए हैं जो यह फ्री डाशन मिलता है उस पर वोट मिलते हैं जो यह 11-1100 रुपे की पेंसन निजिश्च कुमार ने देने की घोशना की है वोट वतोरू यंत्र है यह सब ऐसे टूल्स है जिससे वोट खीचे जा सकते हैं लेकिन आप वहां पर सड़के अच्छी बनवा दे इ
30:59और इन्हों नहीं सलहा दितए की RJD और JDU को मिल जाना चाहिए RJD और JDU गठबंधर में लड़ते हैं मैं भारतीता पार्ठी अलग लड़ती है भारतीयजनता पार्टी
31:11अच्छा प्रदर्शन करने वाली पाटी थी आर जेडी का विकास से कोई संबंध है
31:22एकर आप आर जेडी के तमाम कारे काल का विश्लेशनर कड़ें तो आपको समझ में आ जाएगा
31:27तो फिर से देखिए बिहार में विकास का मुद्धा चुनाओं में कहां ठारता है
31:31तो मुझे नहीं लगता है कि मत दाता प्रशांत की सोर की बातों में इतनी आसानी से आ जाएंगे खासकर बिहार जेसे प्रदेश में
31:39एक चीज सबसे बड़ी चीज यहां पे क्लियर करने वाली बात है कि अब बिहार की राजनिती में लालू और नितिश का जो दौर है लगभख खत्म हो चुका है अब वहां पे जो मुख्य रूप से उभर रहे हैं वो चिराक पासवान हैं तेजर स्वी यादों हैं और एक ती
32:09लेकिन प्रशांत कि शोर इन सब से हटके वह विकास राज रोजगार और शिक्षा की मुद्दे पर बात कर रहे हैं और उसी के बलबुतिय वह चुनावी मैदान में भी उत रहे हैं लेकिन अगर प्रशांत कि शोर बिहार विधान सभा में अगर दस सीटों पर भी आते हैं
32:39कि किंगमेकर की भूमिका में किस की आप मदद करते हैं अभी प्रशांत किशोर ने एक तरीके से तो अपना एक स्पष्ट और अलग छवी बनाने के लिए बीजेपी, जेडियू, आर्जेडी तीनों से दूरी बनाई रखी है और वो तीनों पर अपना निशाना साथ रहे ह
33:09लारजर गुड हम साथ में आ रहे हैं ये तो पूजा एक तरीके से चुनाओ के बाद ही फैसला लिया जा सकेगा जो केशफ जी ने जो बात कही है और आपके सवाल से मुझे यही लगता है कि बिहार की जो परिस्तिती अभी है चाहे वो अच्छी है या बुरी है उसका पैम
33:39जो वहां से बाहर नहीं निकल पाया या स्वेच्छा से बाहर नहीं आया है वो वहां खुद करना चाहता है खुद कुछ काम करना चाहता है उसका पैमाना अलग होता है वो भी अपने जगा गलत नहीं है तो उसको वो अधिकार मिले उसको वो अवसर मिले इसको सुनिशित क
34:09पुझा पूजा आपका जो क्वेश्चिन था पंकजी से कि अगर बनते हैं तो किसके साथ जाएंगे पहली बात तो पंकजी कर रहे थे फिचुरिस्टिक क्वेश्चिन है मैं तो इसे हाइपोथिटिकल कोईशिन कह रहा हूँ देखना है लेकिन अगर ऐसा होता है तो फिर द
34:39आर्सीपी सिंग आर्सीपी सिंग जो नितिश कुमार के साथ थे कभी फिर बाहर जाते हैं फिर भाजपा में आते हैं भाजपा से निकल के अपनी पार्टी बनाते हैं फिर वहां जाते हैं मनिश कश्यप भाजपा में जाते हैं तो आप ये देखिए जो उनका कुनवा है व
35:09अच्छा माल कहां से आ रहा है तो रेडी प्रोडक्ट किस मार्केट में जाएगा यह समझने की बात है मुझे नहीं लगता है कि इस चुनाओं में अटलिस्ट प्रशांत किस ओर उतनी बड़ी भूमिका में होंगे लेकिन मैं यह मनाता भी हो कि प्रशांत किस ओर उतनी बड�
35:39समय में पता चलेगा इस बार प्रशांत किसोर किसके साथ होंगे यह आपने बहुत अच्छी बात कहिए और यह बिहार की जनता भी जानना चाहती है कि नितिश कुमार तो सबने देखा है किसके हैं लेकिन प्रशांत किशोर किसके बनेंगे यह आने वाले दिनों में ही पता
36:09मुद्धों पर बात करे और हमारी चर्चाएं, हमारे विश्रेशन आप तक पहुँचे
36:13तब तक बने रहे हमारे साथ और देखते रहे वन इंडिया हिंडि