केरल की नर्स निमिषा प्रिया (Nimisha Priya) की फांसी यमन (Yaman ) में टल गई, जिसके पीछे इस्लाम की रहमत और माफी का अहम रोल था। ग्रैंड मुफ्ती शेख अबूबकर अहमद (Grand Mufti Sheikh Abubakar Ahmed) ने यमन के विद्वानों से संपर्क कर इंसानियत और माफी की अपील की, जिससे यमन प्रशासन ने फांसी को स्थगित किया। इस्लामी कानून में पीड़ित परिवार को माफी का अधिकार होता है, जो इस मामले में जान बचाने की वजह बना। इस वीडियो में जानिए कैसे धर्म की करुणा और इंसानियत ने एक जीवन को बचाया, लेकिन अभी ये मौत की सजो क केवल रोका गया गया...अब इस केस में आगे क्या होगा इसे जानने के लिए देखिए ये खबर
00:15जिहां एक दिन पहले जब निमिशा के लिए जिन्दगी के सब दर्वाजे बंद हो चुके थे
00:19भारत से भी उसे जिन्दगी की कोई उमीद नहीं दिख रही थी
00:23ऐसे समय में उसकी मौत की सजा का टलना किसी चमतकार से कम नहीं है
00:2716 जुलाई को निमिशा को फांसी होने वाली थी
00:29लेकिन शायद खुदरत ने निमिशा प्रिया की जिन्दगी के अंध की तारिक 16 जुलाई को नहीं लिखी थी
00:35तभी तो 15 जुलाई को कुछ ऐसा हुआ कि निमिशा की फांसी फिलहाल के लिए टल गई
00:40जब ये खबर आई कि निमिशा की फांसी टल गई तो किसी को अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ
00:45क्योंकि भारत सरकार ने निमिशा को बचाने के लिए तमाम रास्तों के बंध होने की बात कही थी
00:50लेकिन तभी उस शक्स की एंट्री होती है जिसने इस नामुम्किन से दिखने वाले काम को कर दिखाया
00:56और वो थे भारत के ग्रैंड मुफ्ती शेख अबुबकर अहमद कंथा पूरम जो रहते तो थे उडिसा में लेकिन भारत में बैठे बैठे उन्होंने कुछ ऐसा किया कि निमिशा प्रिया केस की दसा और दिशा बदल गई और निमिशा प्रिया की फांसी टल गई
01:12अब सबके मन में यही सवाल है कि क्या निमिशा को मौत की सजा नहीं मिलेगी तो इसका जवाब है कि निमिशा की मौत की सजा अभी सिर्फ टली है हाला कि अब उमीद जताई जा रहे है कि अगर बलड मनी समझोता हो गया तो शरिया कानून के तहत निमिशा को माफी मिल सकती
01:42रहने वाली निमिशा प्रिया पेशे से नर्स हैं और 2008 में नौकरी के लिए यमन गई थी। उन्होंने 2011 में किरल के निमोसिट टॉमी थामसन से शादे की। दोनों ने यमन में क्लिनिक खोलने की योजना बनाई लेकिन स्थानी ये साज़दार आनिवार था। इसलिए उन्हो
02:12महदी को बेहोस कर दस्तावेद वापस लेने की कोशिश की। बेहोसी के लिए जाला रोज देने के कारण महदी की मौत हो गई। घपरा कर दोनों ने महदी का शौकाट कर पानी की टंकी में फेक दिया। हालकि उन्हें गिरफतार कर लिया गया और 2018 में एमन की अदार्लत न
02:42बेहोसी जाला रोज। अपरा कर दोने खन्हें की जाला रूट अदार्पू जाला प्रोज झाला रहाला ऑज दोने अदाट मैं उन्हें के कात्या ऑंज। अब्सूंद अद्सित्स लेवरा हैं, अजाब दून सुन वीज़िए बेहां अड़ जाला अचाट बगल आगल औ