गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान मणिपुर के लोगों द्वारा धाराप्रवाह हिंदी बोलने की सराहना की। उन्होंने कहा – "I was amazed to see their fluency!" यह बयान ऐसे समय पर आया है जब देश में भाषाई विवाद को लेकर बहस चल रही है। मणिपुर के लोगों की हिंदी बोलने की क्षमता पर उनकी यह तारीफ एक बड़ा सांकेतिक संदेश माना जा रहा है।
00:00मैं जब मनिपूर पहली बार गया, कुछ युवाओं से बात कर रहा था, तो बहुत अच्छी तरीके से हिंदी में बात कर रहे थे, मुझे आश्चर यह हुआ, मैंने पूछा, क्या आप इतनी हिंदी कैसे बोल सकते हो, उन्होंने हैमम निल मनि सिंग का नाम दिया, उन्होंन
00:30पॉरा किया था नौर्थिष्ट का, और नौर्थिष्ट को उस धुरुष्टी से देखने का प्रयास किया था, जो आजादी के संग्राम के वक्त, वहां पर, वहां के नित्रुतों ने देश को देखने के लिए किया था, और आज, 1944 में, नेता जी के आहवान से प्रेरिठ ह
01:00वे सामिल हुए, उस जमाने में 3,000 रुपया बहुत बड़ी रासी मानी जाती थी, पूरी की पूरी अपने पास जो पुंजी थी, वो नेता जी को समर्पित की, और 45 तक वे गिरपतार नहीं हुए,
01:2146 में, जैल से रिहा हुकर, मुविरंग लोटे, और बाद में, सेवा, सिक्सा और सहकारिदा, तीनों को जीवन बनाकर, जीवन परियंत काम कर गया।
01:39मैं जब मनिपूर पहली बार गया, कुछ युवाओक से बात कर रहा था, तो बहुत अच्छी तरीके से हिंदी में बात कर रहे थी।
01:51मुझे आश्चर यह हुआ, मैंने पूछा, क्या आप इतनी हिंदी कैसे बोल सकते हो, उन्होंने हैमम निल मनी सिंग का नाम दिया, उन्होंने भासाई एकता के लिए पूरा जीवन काम किया।
02:07और आज मैं मानता हूँ कि उनके जीवन को इतने बड़े फोरम के अंदर देश के इतने बड़े बड़े लोगों के बीच में याद करकर एक उचीती ही सन्मान हैमम निल मनी सिंग का किया गया है।
02:25मैं जब मनिपूर पहली बार गया, कुछ युवाओं से बात कर रहा था, तो बहुत अच्छी तरीके से हिंदी में बात कर रहे थे।
02:35मुझे आश्चर यह हुआ, मैंने पूछा कि आप इतनी हिंदी कैसे बोल सकते हो, उन्होंने हैमम निल मनी सिंग का नाम दिया, उन्होंने भासाई एकता के लिए पूरा जीवन काम किया।