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00:00मैंने सब कुछ बहुत ही परफेक्टली प्लान किया है
00:23देख लेना कल सुबे हमारा नया ओफिस बहुत ही ग्रान तरीकी से स्टार्ट होगा
00:30अरे सम्हाल के इसमें बहुत ही कीमती समान है अगर कुछ भी तूटा तो तुम्हारे पैमेन में से पैसे काट लूगी
00:35आएम आप बिनकुल टेंशन मत रिचे तब कुछ सम्हाल लो
01:00किसी ने गोली मारी तुम्हारा पल्टो बोड़ी तुम्हारा गोली आरपार हो गई
01:12किसी ने देखा गोली चलने की आवाज नहीं आई अच्छा गोली की आवाज नहीं सुने गोली चलने की आवाज नहीं आई
01:40किसी ने देखा उपर से गिरते वहाँ पर बात कर रही थी और अचानक से ये लाश उपर से मूखे बल यहां गिरी
02:10कोली चलने के आपस तुनिया अप लोग अने जी नहीं सर चिखने चलने की जी बिलकुल भी नहीं
02:17कौन है आजमे आप लोग जानते हैं नहीं सर यहां काम नहीं कर तक है आई डूंट थिंग नहीं सर
02:40कि तुम से क्योटी चार्ज नहीं आए अहां साब मैं जूटी करता हूं यहां कौन ही आद में कब आया यहां पता नहीं साब वो पता नहीं क्या कर रहे थे हैं इसके एंट्री नहीं लिखने क्या सब रजिस्टर में एंट्री तो की होगी साब लेकिन चेहरा इतना पिचग ग
03:10जेब में यह ड्रक्स का पैकट है ड्रक्स का पैकट है सर यह देखे यह तो रसी का निशान लेकिन सर यह आदमी उपर रसी के साथ क्या कर रहा होगा
03:40है यह यह एक आर लश्च है
04:01वीजय जी?
04:07सर आप जानते हैं नहें?
04:09हाँ यह एक रेटार्ट पॉलिस ओफिसर है
04:12पिछले साहल ही रेटायर हुए थे
04:15रेटार्ट पॉलिस ओफिसर?
04:16सर यहां क्या करने आये होगी?
04:18सीने पे गोली मारी है
04:21सर इनको भी गोली आरपार हो गई है
04:24पहली लाश की तरह
04:26माय गड़
04:31इनको भी गोली मारी
04:37और नीचे जो लाश पड़ी है उसे भी
04:39सर कहीं दोनों का आपस में कोई संबंद तो नहीं
04:46संबंद है पूरवी संबंद है
04:49यह देखो
04:51इनके हाथ देख रहे हो?
04:54इनके हाथ ते भी वैसा ही रसी का निशान है
04:56जैसा नीचे वाली लाश पे
05:08सर, लाश फरेंसिक बजवादी
05:12माय गड़
05:14क्या हो सर?
05:16इस सब क्या हो रहा है
05:18क्या है
05:20क्या है
05:22क्या है
05:24तीन तीन लाशे है
05:28सर इसे भी गोली मारी है
05:30सर इक जिपून नहीं
05:32मतलब सा गोली अभी भी अंदर है
05:34सर बाकी दोको गोली आरपार हो गई है
05:36इन्हें नहीं
05:38क्या जग्कर है
05:40सर इसके हाथ पे वी रस्ती का निशान है
05:42सर इसके हाथ पे भी रस्ती का निशान है
05:44एक बात नोट की तुम लोगन
05:46तीनो के हाथ में रस्ती का निशान है
05:48तीनो को गोली लगी है
05:50लेकिन तीनो को गोली अलग अलग जगह पे लगी है
05:52जो आत्मी नीचे पढ़ा है
05:54एक बात नोट की तुम लोगों, तीनों के हाथ में रसी के निशान है, तीनों को गोली लगी है, लेकिन तीनों को गोली अलग-अलग जगह पे लगी है, जो आदमी नीचे पड़ा है, उसको गोली सीने के निचले भाग पे लगी है, विजय जी को सीने के बीच में, और इस आ
06:24सकते हैं मंगर कितनी अजीब बात है तीन-टीन खोन यहां पे और किसी ने भी खोनी को देखा नहीं है इधर आओ
06:33जी साफ इने पहचानते हो यह तो विक्रम जी हैं विक्रम जी कौन है इनका ओफिस नीचे ही है नीचे ही ओफिस जी निकिल इसका साथ जाओ और अफिसमें से किसी को ले किया है यहां पे सर एए
06:50सर एक रिटायर्ड पुलीस ओफिसर दूसरा बिजनसमैन और तीसरे की जेब से हमें ड्रग्स मिले यह तीनो टेरेस पे क्या कर रहे थे
07:03सर शायद यह विक्रम ड्रग्स लेता हो और दूसरे आगमी से खरीदता हो जो शायद एक ड्रग डीलर हो
07:10हम अगर एक रिटायर्ड पुलीस ओफिसर विजे जी यह यहां पे क्या कर रहे थे
07:16सर शरीये सुनील जी विक्रम जी के मैनेजर
07:24किसने मारा एन है सर मुझे खुब भी जटका लगा जब मुझे सेक्रोटी वाले ने बताया है
07:31जी सर इनफर्क विक्रम सर मेरे साथ ही मीटिंग में थे जब यह आपके साथ मीटिंग में थे तो तो वो यहां कैसे पॉंचे जी वो तकरीबन एक बज़े सिग्रेट पहने के लिए उपर रहे थे यह सिग्रेट पीने हमेशे यही प्याते थे जी अच्छा जब यह निकले
08:01आम अगर एक बिजनेसमेन को क्या कामा बड़ा एक जग वाले से और एक पुलिस वाले से
08:31थे पड़ एक बज़ार एक जी नुचे उल्याइफने फिस नसे कि लिएषगा बादाए है इज एक पाने हाई हूआर थे चीत ज crestब ज़ जब काुछलिस वाले से का स लार्ताचल प्थानम एक बिासे कि एक भामासे ठीने को
09:01झाल झाल
09:31झाल झाल
10:01यह इंदर क्या बच्पना है फ्रेडी? चलो अदर
10:03में नहीं आउँगा पुझे नहीं आना यहाना है
10:10नाराजबने से क्या फायदा है यहार?
10:12बात कर लेते हैं दोक्र साफ से
10:15क्या होआ? आज फ्रेडी सर के मिजाज के उखेड़ है?
10:18अब क्या बता हूं तारिका जी ये दॉक्टर साब इनकी बज़े से हो रहा है सब
10:23क्या डॉक्टर साब क्या कह आदीया अपने फ्रेडी को अंदर आने के लिए तयार नही है
10:28कमान करती हो यार मैंने क्या कह दिया भई
10:30ए फेड़ी, यहाँ, इतर एदर आखकाँ काँ काँ
10:33क्यो भई, क्या बात है, मैंने क्या कहा तो पुसे, हाँ?
10:42परसु तो आपने कहा था था न, फोरेंसिक लैब में आना है तो दिमा का ताला खुल के आना है, वरना आना ही नहीं है
10:49यहाँ, तो ठीक ही का, अरे तुम लैब में आते हैं इतने ठेड़े मेरे सवाल करने लगते हो, तो कहना तो पड़े ही गा, इसमें नाराज क्यो होते हो यहाँ?
10:56आरे, जाने दीजे, डॉक्सर, कभी-कभी ऐसे केस आ जाते हैं कि दिमाग में टेड़े मेरे सवाल उठने लगते हैं, अब इस केस में लीजे, तीन-तीन लोगों को गोली लगी है, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चलना है कि गोली चली कहां से, हाँ में से, हाँ में से, हा�
11:26हवा में से गोली चली, एक गोली से तीन लोग मर गए, तीन-तीन लोग मर गए, यह कैसे हो सकता है सर, फिर आप कहेंगे कि फ्रेडी टेडे मेडे सवाल पूछता रहता है, नहीं फ्रेडी, एक बार तो वाकर इस सवाल ले मेरी भी खोपड़ी घुमा दे थी, लेकिन बाद
11:56कि देखो इसकी घाव को देखो, इस आदमी को गोली यहां सीने पर लगी है, उन तो साफ दिखाई दे रहाए से तैने पूरी बात सुन लेने चाहिए सचे, अगर यह दिखाई दे रहा है तो यह भी तो दिखाई दे रहा होगा कि इसे यहां सीने से काफी उपर गोली दे�
12:26आगे पीछे, और ये, ये पहला वाला आदमी खुनी से करी डेड़ से दो फिट की दूरी पर था, और खुनी ने गूली नीचे से चले, यो, लो, फिर से बम फोड़ दिया, अरे डॉकसा, मेरा नहीं, फ्रेडी का तो खयाल करो, साफ साफ बताओ, कहना क्या चाहते हो, मैं ज
12:56क्या है?
13:26तो तीनों अपनी माथ को कीच रहे थे
13:36सर, मेरी समझ में ये नहीं आ रहा है कि उन तीनों मरने वालों का आपस में कनेक्शन क्या है
13:42फ्रेडी एक एक एक्स पुलिस ओफिसर वीजय है
13:46दूसरा बिजनेसमन विक्रम
13:49और तीसरा वो आग जिसके पास से हमें ड्रग्स मिलेते
13:54तीनों के तीनों एक साथ उस बिल्टिंग के चट पर थे
13:59क्यों? कोई नकोई करेशन तो जरूर होगा ना उस तीनों के बीच में
14:04इसलिए तो वहां उस चट पर थे एक साथ
14:08सर ड्रग्स का चक्कर हो सकता है
14:10शायद वहाँ कोई ड्रग डील हो रही हो
14:12अगर ऐसा है तो फिर वो एक्स पुलीस ओफिसर वहाँ पे कर कर रहा था
14:17हो सकता है वो एक्स पुलीस ओफिसर उजड़क का गैंग मंवर
14:22क्या पिर यह भी हो सकता है कि वो किसी का पीशा कर रहा हो
14:27लेकिन हमें पता लगाना चाहिए उस तीसरे आदमी का
14:31वो तीसरा आदमी जिसके पास से वो ड्रग्स मिले थे
14:37वो कौन है
14:38मकर सर उन तीनों को इनी प्लानिंग करके बारा गिसने होगा
14:43बारा जिसने भी हो
14:45पर वो वहाँ शायद सिर्फ एक को मारने आया होगा
14:48और बाकी की दोनों बस गेहु में घुं की तरह पिस गये
14:54आ रज़त हो भी सकता है और नहीं भी
14:56लिगन एक बात पक्य है
14:58कि उन तीनों के हाथो पर रस्सी के निशान थे
15:05तीनों के तीनों करने ड़ए थे रस्सी Kосाथ
15:07बिलिंग के चट पर
15:09तो अच सै कहा है, रसी का.
15:12एक बात और से विक्राम के मुझो नी बताया था कि उसने कभी भी विक्राम के मूँ से विज morally का नाम नहीं सुना था.
15:19मतलब विक्रम विजे को जानता नहीं था है न?
15:21जी सर.
15:22वो सकता है विजे विक्रम को जानता हो Chill को तो पता लगा।
15:25देखो, देखो क्या संबन्था है विजय और विकरम के बीच पे, क्या संबन्था?
15:41टोटर सारुंक्या ने बताया था कि पहले आदमी को खोनी ने दो तीन फिट की दूरी से गोली मारी गए और वो भी नीचे के अंगल से
15:48पहले आदमी को सीने पे लगी, दूसरे को सीने पे उपर और तीसरे को गले में लगी
15:53इसका मतलब खुनी जहां से बाहर लटक रहा था
16:01पर सर कोई ऐसे हावा में से गोली कैसे चला सकता है?
16:04गुर्वी उन तीनों के हाथ में रसी के निशान थे हैं तो शाइद उन तीनों ने ये रसी पकड़ी होगी और खुनी उसी रसी के दूसरे सिरे पे नीचे लटका होगा
16:14और सर, फुनी रसी से लटका के होगा?
16:18और अगर लटका था, तो तीनो रसी खीच क्यू रहते? उसकी मदद क्यू रहते?
16:22शाहद उने मालूम नहीं होगा कि नीचे लटका हुआ आजमी खुनी है और उनकी जान लेने वाला है
16:27उसने मदद मागने के बाहने से इन तीनों के यहां बुलाया और नीचे लटक के उनको गोली मार दी
16:32लेकिन सर, उसने बिल्डिंग से लटकने के लिए वज़ा क्या बताई होगी?
16:37बिल्डिंग से बाहर लटकने के क्या वज़े हो सकती है?
16:39विल्डिंग से कौन आद्मी बाहत निकले है वही जो साफ सफाई का काम कर रहा हो, विल्डिंग का काम कर रहा हो या फिर पेंटिंग का काम कर रहा हो
16:51शोभा जी, क्या विजाय जी किसी बात को लेकर परेशान थे?
16:56जी, ऐसी तो कोई बात नहीं है, हाँ, मगर अपने पूराने केस को लेकर थोड़ा एक्साइटेड थे
17:05एक्साइटेड थे? किस केस को लेकर?
17:08जी, ये तो मुझे पता नहीं है, क्योंकि काम की बाते वो मेरे साथ डिसकस नहीं करते थे
17:13जी, वेजय जी किसी विक्रम नाम के आदमी को जानते थे
17:20ये नाम तो मैंने उनके मुझे कभे नहीं सुना
17:24कल घर से निकलने से पहले उन्होंने कुछ कहा था आपको?
17:30या फिर बताया हो कि वो कहा जा रहा है?
17:31जी, बताया तो कुछ नहीं लेकिन हाँ, निकलने से पहले एक फोन आया था
17:37फोन मोबाइल पर आया था या लैंड लैंड लैंड लैंड लैंड लैंड पर
17:54सर, बारा और साड़े बारा के बीच, सिर्फ एकी फोन आया था, कोई लैंड लाइन नम्बर है?
18:12फोन कर वोस लैंड लाइन पर, देखो कांका नम्बर है?
18:15यहाँ.
18:24हलो, आब कहा का नम्बर है? क्या?
18:31ओके थैंक्स.
18:34क्या हो इसा?
18:35जिस नम्बर से विजय जी को फोन किया गय था?
18:37वो विक्रम के ओफिस का है.
18:39क्या?
18:40विक्रम के ओफिस का?
18:43विक्रम के ओफिस से किसने फोन किया होगा?
18:48और क्यूं?
18:51सब्सक्राइब कर दो किस ने फोन किया हम तो किसी वेजा नाम के आदमी को जानते भी नहीं है
19:17शायद विक्रम ने फोन किया हूँ मगर विक्रम सर क्यों फोन करें जब वो किसी वेजा नाम के आपने को जानते ही नहीं थे
19:28हलो सर्, माय रोहिद, विक्रम का छोटा भाई
19:32Mr. Rohit, आपके भाई विक्रम ने कभी आपके सामने विजय नाम के किसी आदमी का जिक्र किया था
19:38नई सर्, बिल्कुल नहीं
19:40आपका भाई ड्रग्स लेता था
19:43ड्रग्स लेता था सर लेकिन ये बात एक साल पुरानी है
19:46एक साल पूरानी बाद?
19:48मतलब?
19:49दरासल, एक साल पहले एक हाथसे की बड़े, इसे भाई ने ड्रक्स लेना छोड़ दिया था
19:53हाथसा?
19:55कैसा हाथसा?
19:56एक प्रेन क्रेश हुआ था, और उसमें भाई भी था
19:59किसमत अच्छी थी कि उसमें से दो लोग बच निकले
20:02एक भाई और एक और अरत
20:04अच्छी सर, जिंदगी ने विकरम सर के एक और मौका दिया
20:08वो यह मौका हाथसे गवाना नहीं चाहते थे
20:10इसलिए उन्होंने शराब और ड्रक्स को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ दिया था
20:14अगर विकरम सच मुच में बदल गया था
20:16उसने ड्रक्स भी छोड़ दी थी
20:18तो वो ड्रक्स वाले आदमी के साथ छट पर क्या कर गा था
20:29सर
20:46क्योंने ड्रक्स
20:56मुष्यम न Gibson NEieme
21:00बन्हों मेने कोई मीडिया था
21:02जोटो जोटो
21:05जोटो हमें यूटोटोर is
21:08जब लोट के वापस अधिया
21:10तो गाड ने काद कि अंदर मत चहओ
21:11ज़ा नहींहा
21:16तुने उन तीनों का खून किया और वहां से भाग गया
21:21नहीं मेडम, मेरा विश्वास कीजिए मैंने कोई खून नहीं किया
21:24फिर एंट्री बुक में बाहर जाने का टाइम क्यो नहीं लिखा
21:26मैं जल्दी-जल्दी पे निगल गया था और वैसे भी खाना काने के बाद वापस काम पे ही आना था इसलिए मैंने साइन लेगी है
21:32अचा आप ये बताइए कल विक्रम से मिलने कौन-कौन आय थे
21:36सर रोज की तरह कल वी 10-12 मीटिंग्स थी उनकी कोई खास बात उन मीटिंग्स के बारे में ऐसे तो कोई खास बात नहीं थी लेकिन बहुत दिन अबाद कल दुरूव सर राय थे
21:47ये दुरूव कौन है?
21:49सर दुरूव भाई का एक्स बिसनेस पार्टनर
21:52हाँ सर दरसल एक साल पहले भाई से उसने पार्टनर्शिप दोड़ दी थी
21:57क्यों?
21:58सर दुरूव भाई के लिए मौताज हो गया था
22:02और उसे लगता था कि इसकी वज़ विक्रम है
22:05जिसने सारा पैसा अपने नाम कर लिया
22:08सर उसक्त दुरूव शर ने विक्रम सर को जांचा मारने की धंकी भी दी थी
22:12कहां में लिगा ये दुरूव
22:14सर गर के अंदर कोई गन नहीं मिली
22:17साफ मेरा विश्वास केजिए
22:20मैंने कुछ भी लिए
22:22तुमने कुछ नहीं किया तुप फिर खुणी ने तुमारा ही फटा अर तुमारी रसी कैसे अस्तमाल की
22:35तुम पर नज़र रख रहा हो, खास करके उस सुमें जब तुम छट के आस पास रहे हो, लेसाब.
22:40अगर यह सच कह रहा है, तो इसका मतलब यह है कि इसके जाने के बाद, एक बज़े खूनी वहाँ पे आया, और इसी की रसी और इसी का फट्टा इस्तमाल किया, और इसके आने से पहले खून करके वहाँ से निकल गया.
22:53अच्छा तुमने वहाँ कुछ ऐसा देखा या सुना, तो तुम्हें अजीब सा लगा, मैडम सेवें फ्लोर के खड़की के बाहर में वेल्डिंग कर रहा था, कि मुझे अचानक अंदर से कुछ गिरने की आवाज आई, ऐसा लगा कुछ निरके टूट गया, शाहिद वहा�
23:2311.30 बचे, 11.30 बचे, 11.30 बचे, ऐसा ये बताओ के कल 11.30 के बीच तुम विक्रम के ओफिस में कहा थी, हाँ, गया था, क्यों, कुछ काम था, वोई तो पूछ रहा हूं, क्या काम था, आप लोगो को इससे क्या लेना देना है, लेना देना है मिस्टर, इसलिए तो पूछ र
23:53मेरे साथ, ये दादागिरी नहीं, मिस्टर, दुरूर, शराफस से पूछ रहे हैं, बता दीजिए, कुछ परसनल काम था, देखिए, ये घुमा फिरा के बाते करना बंद कीजिए, और शराफस से वो पताई है, जो हम पूछ रहे हैं, क्योंकि अगर हम दादागिरी पे उत
24:23दोषन के बंद की देने गए थे, ढ़से मारनी की धंकी देने गए थे, धंकी? मैं भला उसको धंकी क्यों दूँगा, तो तुम दोना के बीच में जगळा किस बाते होगा, सर्वो जगळा नहीं था, एक मामूली से आर्ग्यूमेंट था, अच्छा, मामूली से आर्ग्य�
24:53बलके उस मामुली कहा सुनी के बाद तुमने उसका खून कर दिया
24:57देखे मैडम, मैं मानता हूँ कि मेरा विक्रम के साथ आर्गुमेंट हुआ था
25:02और मैंने गुष्य में वाद भी दोड़ा था
25:03लेकिन, लेकिन इसका अब लभी तो नहीं कि मैं उसका खून कर दूगा
25:07तर किसने किया खूए?
25:08मुझे नहीं मालूम
25:08सर विक्रम मेरा दोस्त था, मैं भला उसका खून क्यूं करूँगा
25:12दोस्त, मगर विक्रम के साथ तुम्हारी पार्टनर्शिप टूटे हुए, एक गड़ साल हो गया और तुमने कसम भी खाई थी कि तुम उससे बरबाद कर दो गया
25:20वाह, क्या दोस्ती है
25:21लेकिन वो तो काफी पुरानी बात है और कभी गुस्से में कह दिया होगा
25:26तो फिर तुम्हारी विक्रम के साथ कहा सुनी किस बात में होगी थी
25:30सर मैं विक्रम के ओफिस अपना कंपंसेशन लेने किया था
25:33जो कि मुझे हर कीमत पर चाहिए था
25:35मगर
25:36मगर क्या
25:37मगर सर विक्रम ने कंपंसेशन देने के लिए साफ अनकार कर दिया
25:41उल्टा वो तो मुझे अपने उफिस जे बाहर निकालने की बात करने लगा
25:44फिर किया हो?
25:46हिर सर मैंने विक्रम को उसके किय हुए सारे फ्रॉड याद दिलाए
25:49वो तुरंट मेरे सारे नुखसान की भर्भाई का तैयार हो गया
25:52भर्भाई का तैयार हो गया?
25:54हाँ, सर उसने चेक भी काट के दिये मुझे
25:57चेक दिखाव
25:58हाँ, सर इससे पहले मैंने कई बार विक्रम को उसके फ्रॉट की याद दिलाई
26:02लेकिन हमेशा वो पैसे देने में आना कानी करता रहा
26:04फिर इस बार कैसे उसने चेक काट कर देती है
26:06सर मैं खुद भी बड़ा हैरान हूँ कि यह सब कैसे हो गया
26:09कहीं विक्रम बदल तो नहीं गया
26:11यह देखे सर विक्रम के साइंग भी है
26:16यह दो सकता है कि यह चेक तुमने विक्रम से जबरदस्ती लिया
26:20सर अगर जबरदस्ती करनी होती तो काफी पहले गर चुका होता
26:36विक्रम के आजपास ऐसा कुछ देखा या सुना जो अजीब से लगा हूँ
26:44हाँ सर मैं जब विक्रम के ओफिस से बाहर निकल ला था
26:48तो मैंने विक्रम को किसी से फोन पे बात करते हुए सुना था
26:51क्या बात करा था
26:52सर वो बड़ी टपोरी लेंग्वेज में बात करा था
26:58लेकिन वो बात किस से कर रहे थे
27:01किस से
27:05भीकू भीकू नाम के किसी आदमी से बात कर रहे था
27:13भीकू
27:15सर मैंने दुरूफ का बायान क्रॉस चेक किया
27:17वो सच कह रहा है
27:18एक और दो बचे के बीच में वो अपने ओफिस में एक बिजनस मीटिंग ही अटेंड कर रहा था
27:23मतलब विक्रम का जब खून हुआ
27:26तब दुरूफ अपने ओफिस में बिजनस मीटिंग अटेंड कर रहा था
27:29तो फिर विक्रम का खून किया किसने
27:31किया किसने जबकि दुरूव के अलावा विक्रम का कोई दुश्मन था ही नहीं
27:37सर
27:38अर्या
27:40क्या पता जला भीकु के बारे में
27:43सर ये भीकु कुछ साल पहले तक अपने एरिया का मंझा हुआ गुड़ना था
27:46छोटे मुटे क्राइट्स करता था
27:48लेकिन पिछले कुछ साल से वो ड्रग्स अप्लाय करने लगा था
27:51और सिर्फ अमीर लोगों को अपने ड्रग्स बीचता था
27:54च्छा एक और ड्रग भी ले रहा है
27:57सर जब मैंने भीकु की सारी डीटेर्स निकाली तो मुझे एक जटका लगा
28:01कैसा जटका?
28:02सर भीकु के फिंगर प्रिंट्स उस तीसरी लाश से मैच करते हैं
28:09वो लाश जिसके पॉकिट में हमें ड्रग्स मिले
28:13भीकु के फिंगर प्रिंट्स उस तीसरी लाश के साथ मैच करते हैं
28:19तो इसका मतलब है वो लाश भीकु की है भीकु की
28:25भीकू की?
28:28तो फिर ये भीकू कर क्या रहा था?
28:31वीजय और विक्रम के साथ
28:34उस बिल्डिंग के छट पर
28:36यह नहीं हो सकता!
28:38मेरे पदी की मोत नहीं हो सकती!
28:40वो नहीं मर सकते!
28:41यह करने!
28:45एखेए, सम्हाली आपने आपके!
28:48हिमत रखेए!
28:49यह एखेए, पानी पीचे!
28:51यह एखेए, पानी पीचे!
28:52यह एखेए!
29:07किसने वारा मेरे पदी को?
29:09खुनी-खुनी!
29:10मैं उसे नहीं चोड़ोगी!
29:12यह एखेए, हम भी तुंड़े की कोशिच कर रहे है कि खुनी-खुना?
29:16आपने कभी विक्रम का नाम सुना?
29:18जी नहीं!
29:19मैं विक्रम को नहीं जानती!
29:21देखेए, प्लीज, ध्यान से सोचिए!
29:23आपके पती भीकु ने कभी भी विक्रम के बारे में जिकर किया था?
29:27जी नहीं!
29:28आप कमसे कम यह तो जानती होंगी कि भीकु ड्रग्स का धंदा करता था!
29:32अब यह अचानक कैसे सुधर गया भीकु छी वो ड्रॉक्स टेलर के जिन्गी से बहुत तंग आगे थे
29:46तंग आगे था या कोई और बात थी जी वो तो मैं नहीं जानती की कोई और बात थी है नहीं बगर उन्होंने मुझसे कह था कि अब हमें यह सब करने के कोई जरूत नहीं से
29:59क्यों ऐसा क्या मिल गया था भीकु को जो वो गलत धंदे छोड़ने को तेयार थी उन्हें हर हफते एक अच्छे खासी रखम मिल जाती थी जसमें हम लोग आराम के जिदगे जी लेते थे अच्छे खासी रखम वो भी हर हफते कहां से आते थे यह पैसे जी वो मुझे नहीं
30:29तुरा दिखाएंगे कैसे हैं यह पैकेट जी जैसे आदमी को अच्छाना कितने सारे पैसे मिलना कहीं ऐसा थो नहीं कि उसने ड्रग्स का दंदा छोड़के कोई और गलत काम शुरू कर दिया हो हो सकता है विवेक चोर चोरी से जाए फिर आप फेरी से नहीं
30:50अरे यह तो विक्रम की कमपणी का इनवलप है
31:00मतलब भीको को पैसे विक्रम देता था
31:07मगर क्यों यह इनवलप कब लाया था वो छी पर्सो लाये थे पर्सो
31:14एक काम करते हैं इन नोटों की गड़ियों पर उंगलियों के निशान हो गए
31:20उनसे पता चल जाएगा कि यह पैसे विक्रम ने दिये थे
31:24या किसी और ने
31:26यह क्या नोटों के बंड़लों के उपर रगु के उंगलियों के निशान है
31:45हाँ सर मगर रगु की तो एक साल पहले प्लेन क्रेश में मोत हो गी थी
31:49तो फिर उसकी उंगलियों के निशान कहा से आए
31:51वही तो फ्रेडी वही तो रगु की उंगलियों के निशान आए कैसे और कहा से
31:57इसका एक ही मतलब हो सकता है
32:00कि उस प्लेन क्रेश में रगु की मौत हुई नहीं
32:04रगू बच गया बच गया रगू और ना एक दिन पहले लाए हुए नोटों के बंडलों पर उसके उंगलियों के निशान आएंगे कहां से
32:15रगू बच गया उस प्लेन क्राश में रगू बच गया लेकिन उस प्लेन क्राश में विक्रम भी तो था
32:28उस प्लेन क्रेश में विक्रम भी तो था ना वो भी तो बच गया था
32:34हाँ सर उस प्लेन क्रेश में दो ही लोग बचे था एक और अरत और दूसरा ये विक्रम
32:40सैक्ली वही तो कैसे मेरा तो दिमाग घुंगिया सर अब उस प्लेन क्रेश में सिर्फ एक आदमी बचाता
32:49रगो अगर जिन्दा था, तो विक्रम की मौत हो जानी चहिए थी न?
33:01दो कि काम करो, रगो की उमलियो के निशान, रगो की उमलियो के निशान मैच करके देखो, सब साफ या तू कूसे देखो
33:11कि कि आर बहुत काल है
33:19सर, पॉफिट मैच, रगु की उमलियों के निशान, विक्रम की लाश की उमलियों के निशान के साथ मैच करते हैं सर, इक्जाटली, जिसे, जिसे हम विक्रम की लाश समझ रहे थे, वो विक्रम की लाश नहीं, बल्कि रगु की लाश थी, रगु की लाश, वगर सर, ऐसा कैसे
33:49एक, ऐसा ही हुआ है, बस, वस हॉस्पिटल में जाकर पूछ ताज करो जहां पर इस प्लेन क्रेश के पैसेंजर्स को अडमिट किया गया था, वहीं पर विक्रम और रगु के चेहरे का परदा अट जाएगा, और वहीं पर दूद का दूद हो जाएगा, और पानी का पानी,
34:09जब उसे यहां लाया गया था, उसकी हालत बहुत खराब थी, उसका शरीर बिलकुल जल गया था,
34:38चेहरा तो बिलकुल पहचान में नहीं आ रहा था, तो फिर आपने उनकी प्लास्टिक सर्जुरी की, जी हाँ,
34:44डॉक्र साब, आपको इस बात का यकिन कैसे हुआ, कि जिस आदमी का आप लोग प्लास्टिक सर्जुरी कर रहे हैं, वो विक्रम ही है, हो सकता है वो कोई और था, जिसे आप लोग विक्रम समयें,
34:53उस क्रेश के वक्त, यहाँ पर सौ से जादा लोगों को लाया गया था, और सब की हलत बहुत खराब थी, और हमारे पास टाइम कम था, इसलिए हमने पेशन्ट की पहचान उनके सीट नेंबर से की, उसी से पता चला कि वो विक्रम है, और उसकी तस्वीर की मदद से उसका च
35:23पर सकता है रगु विक्रम क अच्छी तरसे जानता हो, इसलिए बड़ी आसानी से उसका आम शेकल बनके उसकी जिंदेगी जी नहीं लगा, हम यह पता करना चाहिए के रगु और विक्रम हिन दोनों का अपस में क्या कनेक्शन था,
35:36सर, हाँ, रगु और विक्रम एक दूसरे को जानते थे, क्या, यह सर, रगु एक गैंग्स्टर था, और विक्रम के बिजनस के लिए चोटे मोटे कानूनी काम करता था, और सर, रगु की फ्लाइट की टिकेट भी विक्रम की कंपनी ने बुग की थी, जड़ा किसमतनी कैसे �
36:06रगु चुट चाप विक्रम की सिंदगी जिने लगा, रगु और भीकु भायवाई थे, शाएद इसलिए रगु ने विक्रम को चथे बुलाया होगा, मगर एक्स पोलिस ओफिसे विजे को क्यो बुलाया होगा, सर, मैंने विजे के कुलीग से पता किया, कि एक जमाने में �
36:36करके पता धाथा कि खूनी वारना चाहता था शरर्ल ये थो सकता है कि खूनी को आरड़ेडी पता हो इस रहे जगरु अरु हागा वहा जाता है तो इसका पर्दा फाश नहीं हो जाएगा लोग इन पता चल
37:06रगु के घर में कोई ऐसी चीज चुपी हुई है, जिसे मिलते ही रगु का परदा पाश हो सकता है, लेकिन क्या हो सकती है वो चीज, ठूंडो उस चीज को, अच्छी तरह से तलाशिलो रगु के घर की, तलाशिलो!
37:36सार इतने बड़े पैकेज में क्या हो सकता है?
38:03खोल के देखते हैं
38:04पेंटिंग्स?
38:17काफे महंगी पेंटिंग्स हैं, इतनी महंगी पेंटिंग्स है, रगु के पास कहा से आई?
38:24रगु तो अभी विक्रम बन के गूम रहा ना?
38:26और सर, अब उसके पास इतने पैसे हैं कि वो ये पेंटिंग्स आसानी से खरीच सकता है
38:31तो अगर रगु ने यह पेंटिंग जहां पर चुपाया क्यों?
38:34अगर ऐसा होता तो अपने घर पेसे जा के रखता?
38:37उनसर फिर पता कैसे चलेगा कि यह पेंटिंग से इस रगु तक कैसे पोची?
38:41एक आदमी है जिसे मैं जानता हूँ
38:42वो बता सकता है इन पेंटिंग के बारे में
38:45यह देखो रखो एक बहुत ही महान इटालियन पेंटर जिसने ए पेंटिंग बनाई
38:59रह वाँ सर तुझे बता नहीं ता आपकी पेंटिंग में दिल चस्पी है
39:04जब कभी टाइम मिल जाता है वैसे इसा होता बहुत कम है
39:08मेरे भी होविस है
39:10दया के पेंटिंग में इंट्रेस्ट लेने का शिरेख थोड़ा बहुत मुझे भी जाता है
39:15नमस्ते
39:16यह संजीव जी है वर्ल्ड आर्ट एक्सपर्ट
39:20आप पेंटिंग जिसके बारे में अवसे है अपेंगा थ है
39:30इसको रशिया के पींटर मेरो सामाने बनाई थी
39:36इनकी कीमतो करुणों में है
39:38इन पेंटिंग को लेंडन के साउथ बेर आक्शं में बेचा गया था
39:43और मैं वहां था
39:48और कोई नहीं, इंडिया के मशूर आर्ट कलेक्टर यश्वन जी थे
39:52सर, ये यश्वन जी विक्रम के मामा है
39:56यश्वन जी विक्रम के मामा है
39:59और सर्जीव जी आपने ये क्यों कहा कि यश्वन आर्ट कलेक्टर थे
40:04क्योंकि थे, अब नहीं है
40:06आज से तेन साल पहले आर्म रॉबरी में उनको मार दिया गया था
40:11और उनका सारा कलेक्शन लूट के ले गये थे
40:14अगर उनका सारा आर्ट कलेक्शन लूट लूट लिया गया
40:19तो फिर ये पेंटिंग्स रगो को कहा से मिले
40:24प्रिख्रम के जाजा याश्वन के खर से जो पेंटिंग चोरी हुई थी उनका मड़र वाद उस केस की फाइल
40:32अरे ये क्या और से इस केस के इंचार्ज विजय जी थे
40:43में लिखा है घर के अंदर कोई फोर्स टेंटरी नहीं थी इसका मतलब यह काम किसी अंदर वाले आद्मी का है जिसे घर के बारे में पूरी जानकारी थी इस पर यश्वन जी को पूरा हरोसा था अच्छी तरीके से पहचान दे थे उसे
41:08मगर सेथ वो आदमी कौन था जिस पे विज़े जी को शक था?
41:13मज़ेदार बात है कि उसका नाम विक्रम है
41:16विक्रम पे शक था?
41:17विक्रम पे शक था
41:19मगर सबूत मा मिलने की वज़े से ये केस पेंडिंग पड़ा वाता है
41:23सर एक बात समझ में नहीं आ रही है
41:25कि ये रगू और विक्रम इसने विज़े जी को क्यों बलवाया
41:29और वो ये पेंडिंग केस क्यों खुलवाना चाहता था
41:32जबकि वो अच्छी तरह से जानता था
41:34कि अगर ये पेंडिंग केस खुल गया तो वो फस जाएगा
41:36क्योंकि दुनिया की नजरों में वो विक्रम है
41:39इसका मतलब रगु को पता चल गया था कि असली खोनी कौन है
41:45यश्वन जी का खोन किस ने किया और किस ने वो पेंटिंग चुराई
41:50वो चाहता था कि असली खोनी पकड़ा जाए
41:54जिसकी वज़े से विक्रम का नाम इस केश से साफ हो जाए
41:57लगू बाकी की जिन्दगी आराम से गुजार सके विक्रम बन के
42:02इसर अब यश्वन जी का खोन किस ने किया और वो पेंटिंग किस ने चुराई
42:06कोई ऐसा आदमी जिसे मालूम था कि विक्रम विक्रम नहीं
42:14रखुए है
42:18अव डार्लिंग, अभी तक तुमने मुझे पहचाना ही ने
42:22यून वाट, साप का काटा बच सकता है
42:25विच्छू का काटा बच सकता है
42:27लेकिन मेरा
42:30यू जस्ट डूंट वरी, तुम्हे घबराने की कोई ज़रत नहीं
42:34और फिर तुम तो जान हो हमारी
42:36सारे रास्ते साफ हो चुके
42:38और अब जल्दी तुम हमारी दुलहन बनोगी और इस सारी जाएदा
42:47सर, आप यहाँ?
42:50आप यहाँ?
42:52आप वो शादी का तौफा देना था
42:54तौफा? कैसा तौफा, सर?
42:56खुजी देख लो
43:01सर, यह तो यह तो वही पेंटिंग है
43:03जो मेरी मामा यिश्वंत के घर से चोरी हुई थी
43:06हाँ, रगु के घर से मिली, उसे ने चुराई थी
43:09थैंकियो सर, आप सर, मेरे भाई के कातिल का पता चला?
43:14हाँ, पता चल भी गया है और नहीं भी
43:18मतलब?
43:20मतलब यह के हम जानते हैं खुनी कौन है
43:23पर हम चाहते हैं के वो खुदी सब कुछ हुगल दे
43:26कौन है सर, किसने मारा मेरे भाई को?
43:29शायद तुम
43:32मैं
43:34मैं बहला अपने भाई का खुन क्यों करूँ गरूगा सा
43:38भाई को ने? रखु को तो मारी सकते हो ना?
43:41अपने अंकल अश्वंत को मार सकते हो
43:44मैं अपने मामा यश्वंत को और उन तीनों को भी
44:03क्यों? क्यों मारा अपने अंकल यश्वंत को?
44:07मैं अपने मामा को नहीं माना जाता था सर
44:11लेकिन उन्होंने मुझे वो पेंटिंग्स चुनाते हुए देख लिया
44:16और कहीं वो पुलिस को ना बता दे इसलिए तुमने उन्हें अपने रास्ते से ही अठा दिया
44:20और फज गया विक्रम
44:22तो फिर रखु और विक्रम उसे क्यों मारा तो में?
44:26सर
44:27मुझे मुझे पता चल गया था
44:30कि प्लेइन क्रेश में मेरे भाई की मौत हो गई है
44:34और उसकी जगह वो रखु
44:37वो रखु बहरुपया बन के आ गया है
44:41इसलिए मैंने उसका भी मार डाला सर
44:44और उस रखु उर्फ विक्रम को ये पता चल गया था
44:47कि वो पेंटिंग्स तुमने चुराई था
44:49हाँ
44:52और उस दिन उसने वही बताने के लिए
44:56इस्पेक्टर विजय को चत पर भी बुलाया था
44:58और इससे पहले के इंस्पेक्टर विजय को सच्चाई का पता चल जाता
45:01तुमने उन तीनों का खून कर दिया
45:04हाँ सर बहुत खूब
45:07बहुत फूल्प्रूफ प्लानिंग बनाई थी तुम्हारे सारे पत्ते एक जटके में बिखड़ गया
45:13तुमने वो कावत तो सुनी होगी जो बहोगे वही पाओगे इस रस्षी के साहरे तुमने उन तीनों का खून कर दिया वही रस्षी तुम्हारे भासी का फंदा बनेगे
45:26सुनी हुआ हुआ हुआ हुआ

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