बेबाक़ भाषा के दो टूक कार्यक्रम में पत्रकार भाषा सिंह चर्चा कर रही हैं संघ के मुखिया मोहन भागवत के उस बयान की जिसमें उन्होंने 75 की उम्र पूरा करने के बाद नेताओं के किनारे हो जाने की वकालत की है और इस टिप्पणी से उठे राजनीतिक बवाल पर भी निगाह डाली है। #news #latestnews #newsanalysis #rssagenda #mohanbhagwat
00:00क्या बोहन भागवत जी ने इशारा किया है कि मोदी जी अब रिटायर्मेंट ले लो 75 साल के होने वाले हो यह इशारों इशारों में RSS का संदेश है देश के प्रधान मंत्री को जो इसी साल 75 साल में प्रवेश करने वाले हैं
00:21नमस्कार दोस्तों मैं आपकी दोस्त भाषा आप देख रहे हैं बेबाग भाषा पे दो टूक कारिक्रम एक अलग धंकार राजनितिक कोहराम मचा है
00:31RSSS प्रमुक यानि राश्टी स्वेम सेवक संग के प्रमुक मोहन भागवत ने एनाउंस किया है
00:38मजाक्या लहजे में ही सही किसी और का हवाला देते हुए ही सही कि जब आदमी 75 साल का हो जाए तब उसे शौल ओड़कर रिटायर्मेंट ले लेना चाहिए
00:52होर लोग बता रहे हैं कि यह सीधा सीधा इशारा है देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन मोदी को
01:12उन नरेन मोदी को जब 2014 में जो आये थे वह इसी संदेश के साथ आये थे कि पॉलिटिक्स में 75 प्लस वालों की इंट्री नहीं होनी चाहिए
01:24और अगर 75 प्लस वाले हैं तो उन्हें मार्क दर्शक मंडल में बैठा देना चाहिए
01:30क्या अब वही काम 74 साल यानि 74 साल के हैं मोहन भागवत तो 74 साल के मोहन भागवत अब यह संदेश देना चाह रहे हैं
01:42कि मोदी जी आपके दिन पूरे हो गए पॉलिटिक्स को टाटा बाय बाय कह दो यह जो पूरा का पूरा स्टेटमेंट है उनका
01:50ज्यादा भाषण मराठी में हैं लेकिन यह जो जिस्ट है न 75 साल वाली वह हिंदी में हैं इसे सुनकर तमाम राजनतिक पंडितों का कहना है कि यह इशारा मोदी जी की तरफ है
02:06और आप सोच रहे होंगे कि भला मोहन भागवत के कहने से मोदी जी क्यों मानने लगे
02:24मोहन भागवत यानि राष्टी स्वेम सेवक संग के प्रमुख यह अलग है मोदी जी और उनकी भारती जनता पार्टी अलग है लेकिन हम सब अंदर से अच्छे से जानते हैं कि बीजेपी का ना भी नाल का रिष्टा है रसे से
02:41और सारी गाइडन्स और कुछ हद तक कंट्रोल रसेस का रहता है और उस रसेस के कंट्रोल को और ज्यादा मजबूत करने की कोशिश कवायत दो हजार पच्चिस में हो रही है
02:54दो हजार पच्चिस में रसेस के सौ साल पूरे हो रहे हैं और एक तरह से देखिए भारती राजनीती में जितना भी गुल खिला है दो हजार चौदा के बाद से अब तक वह सब कुछ रसेस के एजेंडे पर ही चलते हुए भाश्पा ने हासिल किया है
03:13लिहाजा अगर हम बस फोकस रखें मोहन भागवत के इस बयान पर तो इससे एक बात साफ होता है कि अब लंबे समय से जो परेशानी है आरेसेस को 100% कंट्रोल की
03:30कि पूरी की पूरी केंद्र सरकार उनके कंट्रोल में रहे उसी क्रम में उनके इस भाशन को देखा जा रहा है
03:39यहाँ एक बात और बतानी बहुत जरूरी है कि 2024 में जब परिणाम आए लोग सभा चुनाओ के और जिसमें साफ हो गया कि मोदी जी अपने बलबूते बहुमत तक नहीं पहुच पाए
03:55उस समय भी इसी तरह की नाराजगी मोहन भागवत ने पबलिकली एक्सप्रेस की थी सारजनिक तोर पर कहा था और वह सीधे सीधे निशाना मोदी जी पर था उनके चुनाओ प्रचार पर था उनके भाशनों पर था
04:13मिसाल के तोर पर यह दो तीन नमूने काफी हैं जैसे मोहन भागवत ने जून दो हजार चौबिस में नागपुर में कहा कि दरअसल बहुत एहंकार आ गया है और एक सच्चा सेवकवा होता है जो एहंकार से दूर रहे सिर्व इतना ही नहीं
04:36यहां पर देखिए यह भी उन्होंने कहा कि जिस तरह की पॉलिटिक्स हो रही है जिस तरह का चुनाव प्रचार हो रहा है वह मर्यादा के अनुरूप नहीं था उसमें उन्होंने उलेख किया कि जो आपका अपोजीशन है वह आपका दुश्मन नहीं है और चुनाव एक य
05:06इसी तरह का राजनितिक विशलेशन लोग करना शुरू कर चुके थे कि दरसल रसेस को लग रहा है कि मोधी जी के दिन पूरे हो गये हैं और जब मोहन भागवत यह कह रहे हैं 75 साल वाला तो मुझे लगता है मोधी जी ने 2014 में सत्ता सम्हालने के बाद भारती जनता पार्�
05:36वे सब सोच रहे होंगे कि चलो भाईया तुम भी हमारी तरह मार्क दर्शक मंडल में बैठने के लिए तैयार हो जाओ लाल कृष्ण अडवानी हो मुरली मनोहर जोशी हो और लंबी लिस्ट है लिकिन फिलहाल इन दो बड़े नेताओं को जिस तरह से मार्क दर्शक मंडल म
06:06अलग ढंकी खिचडी RSS पका रहा है क्योंकि RSS अब जादा से जादा कंट्रोल चाहता है और वह कंट्रोल पब्लिकली चाहता है यानि पर्दे के पीछे नहीं पर्दे से आगे आकर सीधे सीधे बैटिंग करते हुए मोहन भागबत कम से कम हमें तो दिखाई दे रहे हैं म�