उत्तराखंड के नैनीताल और मसूरी जैसे हिल स्टेशनों पर सैलानियों की बढ़ती संख्या प्रशासन और वहां रहने वालों के लिए भारी सिरदर्दी है. लंबा ट्रैफिक जाम, सीमित संसाधनों पर भारी दबाव और रोजमर्रा की जिंदगी में रुकावट से आम लोग चिंतित हैं. भारी ट्रैफिक, संसाधनों की कमी और रोजमर्रा की चुनौतियों से निपटने के लिए पर्यटन विभाग ने नैनीताल और कैंची धाम में सर्वे शुरू किया है कि यहां अधिकतम कितने लोग और गाड़ियां आ सकती हैं. सैलानियों ने सरकार की कोशिशों का स्वागत किया है. वे मानते हैं कि सरकार ये कदम उन्हीं की सहूलियत के लिए उठा रही है. कई लोगों का मानना है कि ट्रैफिक और आगंतुकों की संख्या को नियंत्रित रखने से भीड़भाड़ कम होगी, प्रदूषण कम होगा और हिल स्टेशनों का प्राकृतिक आकर्षण बना रहेगा. उत्तराखंड सरकार का मकसद इन उपायों के जरिये ट्रैफिक में सुधार करना और खूबसूरत हिल स्टेशनों को सुरक्षित रखना है. इसका मकसद आम लोगों को आराम और सैलानियों के सफर को आसान बनाना है. साथ ही हिल स्टेशनों के पर्यावरण की रक्षा करना है. मसूरी में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने संतुलन बनाने की योजना, आधुनिक बुनियादी ढांचे और विस्तार से सलाह-मशविरा की पैरोकारी की है.
00:00उत्रखन के नैनी ताल और मसूरी जैसे हिल स्टेशनों पर सैलानियों की बढ़ती संख्या प्रशासन और वहां रहने वालों के लिए भारी सिर्दर्दी है लंबा ट्राफिक जाम सीमित संसाधनों पर भारी दबाव और रोज मर्रा की जिंदगी में रुकावट से आम लोग
00:30बहारी ट्राफिक संसाधनों की कमी और रोज मर्रा की चिनोतियों से निपटने के लिए
00:58परेटन विभाग ने नैनिताल और कैंची धाम में सर्वे शुरू किया है कि यहां अधिक्तम कितने लोग और गाडियां आ सकती है
01:06इसके नतीजों के आधार पर सैलानियों की संख्या पर नियंत्रन के लिए परेटक पंजीकरन प्रणाली शुरू की जा सकती है
01:13वास्तव एक समय में गाडियों और लोगों की आवाजाही पर नज़र रखने के लिए
01:17स्वचालित नमबर प्लेट पहचान प्रणाली या एन पियार और हेट काउंट कैमरे लगाये जाएंगे
01:24हमारी एक टीम अब वहाँ जा रही है और चली भी गई है वो स्टड़ी करेगी वहाँ पे
01:29इसकी कैरिंग कैपस्टी का भी स्टड़ी करेंगे हम लोग
01:32और साथी साथ दो दर्शन लोगों का जो है आराम से हो उसमें कोई दिक्कत ना हो
01:42मसूरी में परेटन उद्योग से जुड़े लोगों ने संतुलन बनाने की यूजना
02:10आधुनिक बुनियादी धाचे और विस्तार से सलह मश्वरा की पैरोकारिकी है
02:15यह संतुलन सैलानियों की संख्या और यहां रहने वालों की जरूरतों को ले कर होगा
02:19दो दिन पहले हम लोगों की एक वारता हुई है परेटन सचेफ के साथ
02:24और उसमें हम लोगों के दोवारा भी सजाब दिये गए उनके दोवारा भी वारता की गई हम लोगों के साथ कि हमारे को किस तरीके से
02:32हम परेटन में और पर्यावरंड में एक संतुलन बना सकें
02:36उसको लेकर के हम लोग आगे बढ़ रहे हैं
02:39क्योंकि देखें यहां पे जो है बहुत सारी चीजें हैं अगर हम ट्राफिक की बात करते हैं
02:43तो हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर ड्वेलप्मेंट करना एक बहुत ज़रूरी एक कदम बन गया है इस समय जहांपे कि हम पार्किंग ड्वेलप करें
02:50हम क्या चाहरे हैं कि जो परेटन आए उसकी हमार पर गिंती रहे उसका हमार पर रिकॉर्ड रहे
02:55यह हम चाहरे हैं कि उसकी संख्या सीमित करी जाए यह दो अलग अलग विशे हैं
03:02और अगर हमें उससे सरफ एक जानकारी लेके जिसके जो कि उसके साब से हम अपनी व्यवस्ता हैं बनाएं शेहर में
03:08माली जी आची जिव में हमारे पर शेहर में व्यवस्ता दसजार आद्मियों की है और बारह आजार आजाते हैं तो दोजार अत्री लोगों की क्या व्यवस्ता करनी है
03:15अगर वो है मकसद तो एक अच्छी चीज है
03:18एक तो सरकार जो भी निर्णे ले मसुरी की सबी संगठनों के अध्यक सचिव से यह जो जो यहाँ पे जितने भी इसमें सहभागी हैं जो बिजनस पे डिपेंड हैं उन लोगों को पुछा जाए उनका एक सर्वे किया जाए उस सर्वे के आदार पे जो भी उचित निर्ण
03:48ले मनाई
03:48सेलानियों ने सरकार की कोशिशों का स्वागत किया है मैं मानते हैं कि सरकार ये कदम उनही की सहुलियत के लिए उठा रही है
03:57कई लोगों का मानना है कि ट्राफिक और आगंतुकों की संख्या को नियंतरत रखने से भीड भाड कम होगी, प्रदूशन कम होगा और हिल स्टेशनों का प्राकृतिक आकर्शन बना रहेगा
04:27बहुत बच्चेगा, पॉलूशन बच्चेगा, यहां की ग्रीनरी अच्छी रहेगी, सब चीजे देखी जाएं तो सब चीजे अच्छी हैं, उससे देखा जाएं तो
04:36बहुत अच्छा डिसीजन रहे गई है तो, बहुत अच्छा
04:38यहां एक, दो चीज और भी सही, जैसे मॉल रोड पे गारी आने जाने का यह बंद ही कर देना चाहिए, नहीं तो यहां पे मॉल रोड बहुत चोटा एरिया है, बहुत कम गारी अगर बंद रहेगी, तो बहुत अच्छा रहेगा हमारे लिए, सब के लिए, यहां पे गारी
05:08उत्राखन सरकार का मकसद इन उपायों के जरिये ट्राफिक में सुधार करना और खूप सूरत हिल स्टेशनों को सुरक्षित रखना है, इसका मकसद आम लोगों को आराम और सैलानियों के सफर को आसान बनाना है, साथ ही हिल स्टेशनों के पर्यावरन की रक्षा करना है