00:00पोलिसांचे मनना असे ही होता कि या संदरबाद काही लोकांचे संदरबाद तेंचे कड़े काई इन्पूट साले होते कि तेनना ते डिकड़े वेगया प्रकारची काई कारवाई कराई ची आही
00:12पोलिसांचे आही होता कि जो नहीं रूट असतो तो रूट तुम्हीं घ्या अश्याप्रकार चा रूट घ्यो नका पड़ तेननी नकार देला तेननी संदरबाद आमी रूट घ्यार दूसरा रूट आमी के जानार नहीं
00:26मुझन पोलिसानी ती परवांगी ना कारली आसा मला अपताच सीपी नी सांगितले लाए तथा पी जर मनसेच का एक कुणाला ही मोर्चा काडायचा असेल आली परवांगी हवी असेल तक ती परवांगी मेल मात्र आमाला इथेच काडायचा है असाच काडायचा है अशा प्र
00:56एकाच राज्या मदे एक थ्रित पने राहें आपने राज्याच विकासाच विचार करायाँ चाए तेमे योग्य रूट द जिहोन तेनी ज़र परवाँगी मागित लित ठी परवाँगी कधी मेल आज़ स्पश्विर उद्याहि लुद्याई.
01:10कि जो रूट दिला त्या रूट वर जुना मोर्चा निखाला तैनी कुटलाई रूट सा अगरा केला नहीं यहनी स्पेसिफिक अशा रूट सा अगरा केला कि जिते मोर्चा करना कठी नहीं
01:27तैनना काल रातरी मक तैननी अशी मागनी केली कि आमला सभा गया चे यह तेची परवांगी तैनना दिली क्यों ठीक है तुम्ही सभा गया पड़ तैनना स्पेसिफिक अशा ठीकानी स्थो मोर्चा नहीं चाह ओता कि जातलों कई अर्चा निर्मान जाले आसता है काईदा सु�
01:57चेशी चर्चा उंद रूट ठरला होता कि कुठला रूट असनारे यह मला सवट्ट की मोर्चा कणाला कोणाला ही ना नहीं है पर एखादय मोर्चा ने जर काईदा सुवस्तेत काई गणबड होना रसेल कि मा अश्या मारगानी तो जाना रसेल कि जेचा और नेड़ कठीना
02:27रूट बदला रसेल कि मोरचे को इजाज़त नहीं दीगे दिखिए महाराठ्र में किसी भी मोरचे को इजाजत है यह लोक तांतरिक राज्य है वोई भी मोरचा निकालना चाहिए तो परिविशन लेकर निकाल सकता है लेकिन जब कोई परिविशन लेता है तो उसका रूट
02:57तो पुलिस रूट चेंज करने को कहती है इसलिए मराठी आदमी कभी छोटा सोच नहीं सकता कभी संकुचित सोच नहीं सकता इसलिए कोई प्रयोग करने की कोशीच भी करें तो नहीं हो पाई
03:08पहली गोश्टत रशिया है कि निशिकांत दुबे यंसर तुमी पुरुना आइकल तर ते संगटने चा संदरबाद बोले है ते मराखी मांसाला तेननी सरसकट ते डिकाणी मंट लेला नाई तथा पी माजमा तसा है कि आश्या प्रकारे बोलना योग्य नाई है
03:32करन ते चे जे अर्था निकता ते अर्था ये लोकांचा मनात संब्रम तयार करता