00:00नेनीताल जिले में रामनगर के पास इस्थित टॉंगिया वन ग्रामों को राजस्व ग्राम का दर्जा मिलने के साथ ही, ये लोग आजादी के बाद पहली बार पंचाय चुनाव में वोट डालने जा रहे हैं।
00:23दरसल आजादी से पहले अंग्रेजों ने वनों के विस्तार के लिए इन लोगों को पौधरोपन और वनों के रखरखाव की जिम्मेदारी सोपी थी।
00:31इन लोगोंने वनों के विस्तार के काम को तो जिम्मेदारी से निभाया लेकिन आजादी के बाद से अब तक वन ग्राम होने के कारण इन लोगों को वोटिंग का अधिकार नहीं मिल सका।
00:41इस साल नेनिताल जिले के रामपुर, लेटी और चोपडा नाम के तीन टोंग्या वन ग्रामों को राजस्टु ग्राम का दर्जा मिलने के बाद इनको वोटिंग का अधिकार भी मिल गया है।
00:51आजादी के बाद पहली बार मद्दान का अधिकार मिलने पर टोंग्या समुदाई के लोग बहुत खुश हैं।
01:21सामाजी कारिकरता गणेश रावत का कहना है कि ये खुशी की बात है।
01:47इससे अन्य वन ग्रामों के लिए भी मुख्यधारा में आने का रास्ता खुलेगा।
01:51साथ ही एक सामाजीक पहचान और अधिकार की पुनर स्थापना है।
01:55उन गाओं को तरिवेन सिंग जी की सरकार के समय पहल की गए थी है कि इनको राजिसुगराम बनाई जाया है।
02:01और उसके बाद पुसकर सिंग रामी जी की सरकार में उसका नोटिफिकेशन हो गया है।
02:05और वो सारे गाओं अब पहली बार अजादी के बाद पहली बार ऐसा होगा कि वो अपना मता अधिकार का प्रियोग करेंगे।
02:11अधिकार का प्रियोग करेंगे, अपनी पंचायद चुनेंगे और उनको नेड़ने लेने का अधिकार मिल पाएगा।
02:15अपना पंचायदी राज अधिनियम यहां लागो हो पाएगा।
02:17और जो भी छोटी-छोटी उनकी समस्यां थी वो दूर होंगी।
02:20और मैं समझता हूँ कि एक तरह से सुरुवात है हमारे आमनेंडा खत्ता, इंगोडा खत्ता, टेडा खत्ता जैसे अनेक और भी गाओं हैं जिन गाओं में इस तरह की डिमांड्स बहुत लंबे समय से हो रही है।
02:31नेनिताल की जिलाधिकारी वंदना सिंग ने कहा कि प्रशासन की ओर से चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और व्यवस्तित रूप से कराने के लिए हर इस्तर पर निगरानी रखी जा रही है।
02:51यहां रामनगर में क्योंकि एक विशेश जो है सिचुएशन है जिसमें तीन गाओं पहली बार जो है निर्वाचन की प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे तो उसमें हम लोग जो वस्ता करे जाती है प्रशाशन की तरफ से उसमें पूरी तरह उनको सहयोग करेंगे और किसी भी �
03:21Now, the first time in the franchise, the vote will be in the face of the government's face.
03:27ETV, for this time, Ramanagar from Kailaz Swayal.