00:00अब दोनों मेरे घर पर आये थे, तो फिर मुझे लगा कि ये बड़े ताकतवान होंगे, ब्रोज खोग व्याम करते होंगे, इनके हाथों में बहुत ताकत होगी, तो मुझे फिल्म इंडस्ट्री में एक प्रोडूसर ने कहा, इसका मुझ तो घोड़े जैसा दिखता है, इ
00:30अभी के जीवन में फरक पड़ता है, और इसलिए कभी-कभी हमारे यहां गलत फेमी हो जाती है, मैं क्रिकेट खिलता था, मैं उधारन बहुत लोगों को बताता हूं, तो मेरे समय नागपूर में, मेरे उमर के लोग है, तो नागपूर में क्रिकेट मैच होती थी, वी सी ए
01:00और वो एंडी रॉबर्स करके एक बोलर था, वो बॉंडरी से दोड़ती वा के बॉलिंग डालता था, उपर जाके जाता था, तो सुनील गावसकर, वो सब बले बड़े फास बोलर को फोर और चक्के मारता था, फिर सचिन तेंडूल कर ने भी ऐसी बैटिंग की, अब दोन
01:30पास मेरे बाजू में खड़े रहें, तो मेरे बाजू में खड़े होए तो सुनील गावसकर का हाइट मेरे खंदे के बराबर थी, हाथ भी छोटे-छोटे थे, मैं बोला तुमारी तो कुछ भी नहीं, मैं तो तुमसे बहुत अच्छा हूँ, तुम कैसे अच्छे क्रिके�
02:00तो उसने मुझे कहा कि नितिन जी, क्रिकेट ये ताकत का गेम नहीं है, क्रिकेट इस गेम ऑफ स्कील, ये कौशेल्यो का गेम है, मैं अभी ताब बच्चन को भी पूछा, कि मैंने वाला तुम क्या कर दे थे, बोले मैं बेस्टी में फेल हो गया, फिर क्या किया, बोले मैं
02:30काम देना, तो प्रोडूसर ने मुझे भगा दिया, फिर एक कोई साथ हिंदुस्तानी पिक्चर आ, उसने एक काम मिला, आज अभी ताब बच्चन, अभी भी मैं जब उनके साथ देखता हूँ, तो वो आज 84, 85 येर्स के होने के बाद भी, आज देश की जनता उनको असली ह
03:00पता है, मैं बहुत अच्छी मैला है, हमारे मेरे उनके घर, बहुत पारिवार कभी मुझे दो दिन पहले में सेजा, कि गड़ी गुदाम का जो अपना फ्लाइवर बना है ना, नीचे में रोड, उपर में रेलवे, उसके उपर में रोड, उसके उपर में मेट्रो, चार ज�
03:30अपने जीवन में वो संगीत नृत्य की आरधना किये, उनकी माँ उनको कथक और सब नृत्य सिखाती थी, और अभी उनकी उमर 78 साल की हुए, और धर्मेंद्र तो ऐसा जो अपने हाँ पास्ट पाइटिंग करते थे, तो मेरे आये थे बिचारे भी हाथ पकड़ के चलते है
04:00और इसलिए मैं आपको बताऊंगा कि जीवन में अच्छी डिग्री भी हासिल करो, अच्छे हुमन बिंग, अच्छे समस्कार भी मिलाओ, और कोशल ले कोई होगा, चाहे क्रिकेट का हो, चाहे संगीत का हो, चाहे नृत्य नाटक का, किसी का भी हो, उसको हासिल करने की कोश