01:16माता जे मलाटक कुटला एबीपी चो तो ना उगडा डोले बगा नीट डोले उगडले पाई जाग जाना रसेल
01:37मुझे लगता है ये जो लोग भी करते हैं वो गंदी राजनीती और ऐसा कहीं भी नहीं होना चीए
02:07देश के किसी भी हिस्से में नहीं होना चीए ये देश किसी बात के लिए जाना जाता है कि यहां अलग-अलग भाशा है
02:20अलग-अलग कल्चर है उसके बाद भी अनेकता में एकता है यही तो हमारे देश का कल्चर है और यही इसकी खुबी है खासियत है
02:30तो मुझे लगता है कि इस तरह की जो लोग भी गंदी राजनीत करते हैं उनको नहीं करना चाहिए उनको समझ जाना चाहिए
02:38क्योंकि यह तोड़ने की राजनीती है आप राजनीती करिए पर जोड़ने की राजनीती करिए तोड़ने की नहीं
02:49तो मुझे लगता है अगर कोई इस तरह की बात करता है और किसी में दम है तो हमको महराज से निकाल के दिखाए
02:55मैं नहीं बोलता हूं महराज से निकाल के दिखाओ
02:59कोई किसी भी नेता को खुला चैलेंग देता हूं
03:03कि अगर तुम्हारे अंदर दम है तो में महराथी नहीं बोलता हूँ महाराश्च से निकाल के दिखाऊ मुझे, रहता हूँ महीं, तो यह गंदी राजनीती नहीं करनी चाहिए, मेरा यह कहना है।
03:12में ने कहा ना है इस तरह की ना गंदी राजिनिति मैं खुद भी एक क्वाँटिशियन भी हूँ और मैं मानता हूँ कि
03:32राज़निती कभीि और शोरोगों के भले के लिए निखिए देश के भले के
03:37होनी चाहिए है इस तरह की घंधि राजनिकीने बहुत अच्छी बहुत प्यारी भासा है
03:58बोजपूरी जैसे प्यारी भाषा है, गुजराती है, मराठी है, तिलगु है, तमिल है, कन्नड है, सारी भाषा हैं बहुत सबकी अपनी खुबसूरती है, तो वो सबको सीखना चाहिए अगर छमता है तो, पर नहीं अगर सीख सकते तो कोई जरूरी नहीं, किसी को जबरी नह