00:00नमस्कार मैं हूँ श्पेता सिंग और आप देख रहे हैं आज तक
00:02सावन के महीने के साथ ही कावड यात्रा की शुरुआत हो जाती है
00:08लेकिन ऐसा लग रहा है जैसे कावड यात्रा का जो पूरा रूट है
00:12वो सुलगती सियासत का मैदान बन चुका है
00:15लोग अपनी आस्था के साथ जलाभी शेक के लिए निकलते हैं
00:21लेकिन यहाँ पर उससे पहले ही जिस तरह की सियासत शुरू हो चुकी है
00:26उसके कारण क्या है आज हम आपको उस सियासत के बारे में और उस सियासत की वजहों के बारे में बताते हैं
00:45हुम नमाई शिवाण
00:5711 जुलाई से पूरे देश में कामण यात्रा शुरू हो जाएगा
01:12बोल बं किनारे गंगा से शिवालेयों की और जाने वाले रास्तों पर बूंजने लगेंगे
01:17लेकिन अभी से जो माहौल बनता जा रहा है वो आस्था की यात्रा के साथ राजनीतिक और सामाजिक टकराग की यात्रा भी साथ साथ चलने का संकेद दे रहा है
01:35अभी कुछ दिन शेश हैं कामण यात्रा के शुरू होने में लेकिन माहौल अभी से सुलग रहा है
01:40धर्म मजभब की चिंगालिया चूट रही है
01:46जिहादी मानसिकता के लोग हैं जो होटल धापे चाई के दुकान, मिखाई के दुकान, जूसकी दुकान हमारे देवी देवताओं के नाम से या भर्मित नाम से चलाते हैं
01:57हमारा समिधान इस बात की इजाज़त देता है कि कोई भी शख्स कहीं कर भी रहने वाला हो
02:03देश के किसी कोने औगोशे के रहने वाला हो और वो कहीं भी बिजनिस कर सकता है
02:08इसमें कोई रोक टोक नहीं होना चाहिए
02:11सियासत के शोले भी खूब भड़क रहे हैं
02:15कोई भी खानून अपने हाथ में नहीं ले सकता
02:19आपको शिकायते पॉलिस में कंप्लेंड करिए
02:22आप जाकर ओटलों को सामने क्यों तमाशा कर रहे हैं
02:25बराबर कावड यातर जाती ती जाती रहेंगी
02:27मगर ये लोग कोने भई
02:29हिंदू मसल्मान नाम बताइए आप क्या है
02:32आपके ये क्या है
02:34ये रहो वही लोग है जो भगवान की जाती ढूंड रहे है
02:36आज धर्म की आतार पे बांटना चाहते है
02:39असली अगर दोका किसी ने दिया है कावड यातरियों को
02:44इनी सरकार के लोगों ने दिया
02:46सामनत्या देखा गया है कि केवल
02:48कावड यातरा में ही विवाद कौन खड़ा कर रहा है
02:50ये वो लोग विवाद खड़ा कर रहे है
02:52जो अपने देश में अपने प्रदेश में
02:54सरिया कानून लागू करना चाहते है
02:56केवल तुष्टी करन की राजनीत करना चाहते है
02:59धर्म गुर्वों और मौलाना मौलवियों के बयानों ने
03:03गर्मी बढ़ा दी है
03:04हर वेक्टी का इस संबेधानिक मूल अधिकार है
03:09कि वो कम से कम अगर जिस पे संका हो उसकी पहचान पत्र मांग है
03:13अगर पहचान पत्र मांग दिया तो क्या अपराद हुआ
03:15बलकि अपराद तो उसने कहा जो पहचान पत्र मांगा
03:18और वो जो है तजम्मूल जो है
03:20ओ गोपाल नाम से जो काम करता था जब पहचान पत्र देखा गया तो तजम्मूल निकला
03:26समाजिक संगठनों ने अपने अभियान चला दिये है
03:43कुछ लोग जो है जो काम परशासन को करना चाहिए जो काम शासन को करना चाहिए कुछ लोग सुर्क्यों में बना रहने के लिए इन काम को अंजाम देते हैं
04:11किस धाबे पे किसका नाम होना चाहिए धाबे पे कौन किसका नाम नेम पलेट होनी चाहिए धाबे का माली कोल है हम यह कहते हैं यह आप लोगों ने ठेका नहीं ले रखा है यह काम शासन और परशासन का है
04:25विवाद पहचान बताने पर हो रहा है
04:55विवाद पहचान चुपाने पर उठ रहा है
05:21जो मुसल्मान है उसे अपनी शनाक्ष मी चुपाने चाहिए
05:26अपनी शनाक्ष के साथ उसे अपना कारूबार करना चाहिए
05:30रोजी देने वाला अल्ला है और अपनी पहचान चुपा कर
05:36अगर आपको शर्म आती है अपने मुसल्मान होने पर तो आप तो मुसल्मान ही नहीं हो
05:42दिल्ली से मेरट, मेरट से मुझफर नगर, मुझफर नगर से हरिद्वार तक
05:48तीन प्रदेश और तीनों में कामण यात्रा से जुड़े अलग-अलग क्लेश
05:52लेकिन क्यों? इससे फाइदा किसको है?
06:22कामण यात्रा देश के कई अलग-अलग प्रदेशों में भी होती है
06:52वहां भी लाखों करोड़ों शद्धालू उमरते हैं, लेकिन सब शांति पूर्ण संपन हो जाता है
06:57फिर क्यों कुछ खास इलागों में ही कामण यात्रा को लेकर माहौल में तीखी टिपणियों की आग सुलगाई जाती है
07:03प्रदेश के लोग है इस तरी के दुपाने को लेकर बंद कर लेंगे तो क्या चला जागा
07:15इस देश की सब्चे बड़ी आत्रा कामड़ी आत्रा हम केज़े दूचित करा ले हो अर बार विवाद इनकी वज़ से होता हम विवाद ने करते हैं
07:20विवाद ये करते हैं
07:21कावड यात्रा को सियासी एजंडा कौन बना रहा है
07:50महादेब की भक्ति की पवित्रता में नफरत की भांग कौन खोल रहा है
08:01मुद्द सियासी है या धर्म धर्ष्ट का कोई शल्यंतर आखर क्यों कावड यात्रा के साथ हर बार विवादों का अंत हीर सफर सुरू हो चुका है
08:20कावड यात्रा विशुद रूप से एक धार्मिक यात्रा है लेकिन जहां धर्म का उलेख आता है वहाँ पर राजनीती शुरू हो ही जाती है
08:29और ये इस साल की बात नहीं है ये साल दर साल हमें देखने को मिलता है आखर क्या कारण है कि जो यात्रा पूरी तरीके से धार्मिक है वहाँ पर इतना ज्यादा राजनीती होती है
08:43उत्तर प्रदेश सरकार का फर्मान है कि खाने पीने के कारोबार से जुड़े दुकानदार और उनका स्टाफ अपनी असली पहचान के साथ काम करें
09:01नेम प्लेट लगाएं ताकि कावणियों को कोई भ्रम न रहे इस पर सियासत का मिजाज भन भना गया है
09:07विवाद की शुरुवाद तब हुई जब हाल ही में एक संगठन के पदाधिकारियों ने
09:12मुजफर नगर के एक होटल पंडिक जी वैटनो धाबा में एक करमचारी के पहचान जाने की कोशिश की इस पर बावाल मच गया
09:20क्या ना में तुमारा?
09:22मेरा नाम बेखको गोपल नाम रक्का रहा
09:24जब दसी चूड़ा पका
09:26किसन paragraph टाक गोपाल नाम तुमारा?
09:29माले ना
09:29माले दीक्वाद कौन होटल मालीक ना disruptive
09:31माले नाम असका?
09:32माले नाम उलिक या नाव अलना में ताश्य मॉरण जी?
09:34अब अशली नाम है मेरा तजमूल जी तजमूल जी अजूटिन वादना था तजमूल नाम बताने वाला करमचारी मुझमिल निकला लेकिन जिस तरह से हिंदुवादी संगठन के लोगों ने उसकी पहचान को उजागर किया उसने सियासत को मुद्दा थमा दिया
09:58यह देश के दुश्मनों से मिले वे लोग हैं जो देश के अंदर शांती नहीं चाते धर्म की आर्में धार्मिक ब्लेकमेल करके यह सब भरकते कर रहें किसे ने यह राइट दिया इनको के ढ़ाबों की चेकिंग करें इनमें और उन आतकवादियों में कोई फरक है जुन्हों
10:28के लिए पहचान है उसे आतरा को सब्बल होने के लिए बारतियनता पार्टी की सरकार भी धरम और जाती पूछ करके जुन्म और अन्याय करने का काम कर रहे हैं और यही काम आतकवादी करते हैं कि धरम पूछ करके हत्या और हमला करने का काम करते हैं
10:58मामले ने तूल पकड़ा और कावड यातर के केंदर में सियासत का पहिया देश भर में तेजी से घूमने लगा
11:28सुप्रेम को रुदल दिये लास्टाम सुप्रिम को और्ड आज भी रिलिवंट आप होते कुन जानेवाले हैं ने तुम्हार को गवभ तुम्हार को दरना देना है तुम जैनके दरना तोन होटल में से जाते तुम किस्की वोटल है तुम होते कौन
11:39तुम गवर्मेंट है, तुम खानून है, कोई भी भोजन बेचने वाला विवसाए, रेश्टोरेंट मोटे तर मानले, उनको जो उनके मालिक हैं, उसका नाम प्रदेशित करना चाहिए, अपना जीस्टी नंबर आदी प्रदेशित करना चाहिए, यह को नया कानून नहीं है, �
12:09कोई ना करें, और जो कर रहा है, उसके खिलाफ कानून उपलब्ध है, सफ्कारवई की नहीं है, लेकिन राजनीती ने उसे पार्टी पॉलिटिक्स का खेल बना दिया, कामवड और कामडियों से छिटक कर तलगत राजनीती का हिस्सा बन गया,
12:39कामड यात्रा के लिए जारी किये गए यूपी सरकार के निर्देशों के खिलाफ सबसे अधिक हमलावर है,
13:09और बीजेपी को जम कर घेर रही है, इस सरकार की नाकामी यही है,
13:14नाकामी यही है, कि पिछले 11 साल में किन सरकार की में और अभी तक के 9 साल की सरकार में,
13:22उनके लिए सुबिधाय क्यों नहीं दी, वही पुराना घिसा पिटा रटा रटाया,
13:26हिंदू भाइनी के लोग, विशुन्द परसाद लोग, RCS पीशे से,
13:30बीजेपी के लोग पीशे से, के वल टारगेट करना, बोट उन्हें कैसे मिले,
13:35डिवीजन कैसे करें, यह नकाराद मग लोग हैं, यह निगेटिव सोच के लोग हैं,
13:40बीजेपी भी इसके जवाब में समाजवादी पार्टी पर निशाना साधने में, कोई कसर छोड़ नहीं रही हैं,
13:50जहां कभी सनातन को डिंगू वाइरल, बगवान के अस्तित्व पर प्रशन, भारत की संस्कीती वे सनातन का अपमान,
14:00अफजल गुरु और कसाब को बचाने के लिए आदी रात को सुरच्यम न्यायले का द्रवाजा कुछाना, यह मांसिक दिवालियापन से ज़्यादा कुछ नहीं है।
14:12दिल्ली की बीजेपी सरकार ने भी कामण यातरा को लेकर खास गाइडलाइन्स जारी की हैं और उत्तराखंड सरकार भी इसको लेकर काफी गंभीर है।
14:42ऐसे में उनका आना जाना होता है और दो-तिन दिनों की प्रकिरिया यह सब होती है।
14:48इसमें जो रास्ते भर में जो दुकान दार होते हैं, खाते समगवी, जहां खाना मिलता है, उस सब सुद्ध होना चाहिए।
14:58और कहीं किसी प्रकार की मिलावट नहों, कोई असंदिक नहों, उनकी सुरक्षा भी हमारे प्रात्मिक्ता है।
15:08धर्म की राजनीती से लेकर भरकाऊ राजनीती के आरोप गूंज रहें।
15:12कावड यात्रा के दिन जैसे जैसे खरीब आते जा रहें, राजनीती की आँच और तेज होती जा रहें।
15:20जो कावड़िये हैं, वो जलाभिशेक का संकल्प लिए निकलते हैं इस यात्रा पर, बहुत जरूरी होता है कि वो सात्विक रहें, स्वच रहें, यानि इन चीजों का ध्यान देने की बहुत अधिक आवश्रक्ता होती है।
15:33और यही कारण है कि इस पूरे रूट पर जो दुकाने हैं, जहां पर खान पान की चीजें मिलती हैं, उनमें कौन काम कर रहा है, कौन खाना पका रहा है, किसका दुकान है, ये सारी चीजों को लेकर बात उठी।
15:45लेकिन बात ऐसी उठी कि दूर तलग गई, विवाद बढ़ता ही चला जाता है हर वर्ष।
16:15प्रमितिक बयान बाजी ने इसको लेकर ऐसा महौल बनाया कि ये हिंदू मुसल्मान का मुद्ब बन गया।
16:20कुछ बिधर्मी यहां पर अपनी पहचान चुपा कर और आस्ताज़ा खिलवाड करना कारे करते हैं।
16:26पिछले कुछ वर्षों से हमारे यहां से जो पूझे स्वामी जी एस्वीर महराज जी उनके दोरा एक मुहिम चलाई गई कि अपनी पहचान मत चीपाओं और आस्ताज़ा खिलवाड करना कारे बंद करें।
16:37लोगों को यहां की शांती यहां का प्यार और मुहबत यह शूबा नहीं देता है।
16:58हिंदुबादी संगठन भी अब मैदान में और मौलाना मौली सबकी अपनी राजनीती और अपनी अपनी
17:09राजनीति सबके हैं अपनी अपनी राय भी चाहित है।
17:13सब्सक्राइब लोगों में सब्रकारी लोग होते हैं, इसानी के सब ठीक होता है, कुछ अच्छे भले बुरे होते हैं,
17:42सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लोगों में सब्सक्राइब लो
18:12बरेली के मौलाना शहाबुदीन रजवी भी इस विवाद में कूद गए हैं उनका कहना है कि बात पहचान की है तो इसमें किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए लेकिन उन्होंने बीजेपी पर अपना निशाना भी साधा है
18:26देखे इसलाम अपने अनुजाईयों को पहचान चुपाने से मना करता है इसलाम ने अपने तमाम मनने वालों से यही इस पष्ट नजरीय के साथ में कहा कि हर शख्स हर मुसल्मान अपनी शनाख अपनी पहचान को उजागर करें बिलकुल चुपाने की कोई जरूरत नहीं है
18:56को गुम्राह करना है और यह गुम्राह करना जायज नहीं कि विश्व हिंदू परिशत कमत है कि नेम प्लेट पर सही नाम होना जरूरी है ताकि कामड़ियों की शुद्धता के साथ कोई समझोता ना हो सके
19:09नदी नियाई उससे पहले मगरमत चागे अभी काबड यात्रा प्रारम भी नहीं हुई लेकिन उस पर हमला करने वाले लोग तयार हो गए काबड यात्रा के अंदर रफिली लगवग आठ करोड से अधिक लोग स्रधालू जो है अलाला लग इस्थानों से अपने भक्ति और स
19:39मुझफर नगर से शुरू हुआ ये विवाद सूबे के बाकी इलाकों को भी अपनी आगोश में लेने लगा है
19:45मेरट में हिंदू संगठनों ने काबड मार्क पर पहुँचकर रेस्टोरेंट और बोटल चलाने वालों को नेम प्लेट लगाने के लिए कहा
19:52गाजियबाद में हिंदू रक्षदल के पदा धिकारियों ने कावड यातरा रूट पर दुकानदारों को नाम और असली पहचान लगाने का अभियान शुरू कर दिया है
20:22अयोध्या में प्रशासन किसी भी अन्होनी को टालने के लिए दुकानों पर नेम प्लेट लगा रहा है तकि दुकानदार की पहचान उजागर हो सके
20:34कावड यातरा के दिश्वित सारी तियारिया कर लिए गई है और इस समय आप देखेंगे कि जो हमारे रोड्स हैं जो निर्माणा धीन थी पूर में वह सब भी निर्मित हो चुकी है मुस्ति जहां पर कावड यातराय निकलेगी जहां से तो सारे जिलादिकारियों द्वार
21:04कोई अवरोद ना हो इस पेस्टी जहां पर कर्स्रक्शन ज्यादा चल रहा होता है वहां पर कई जगों पर ऐसी दिक्कते आती आने के समाहवना बनी रहती है तो वह पहले से ही सब सर्वेज कर लिए गये हैं ग्राउंड पर कहीं कोई आवरस्ता नहीं होगी इस परकार की �
21:34साथा से खेलने वाला बेटिया कोई भी है तो कते वह अवर्दास्त नहीं किया जाएगा जो सावन पवित्र मास है हिंदू का है सनातनियों का है इन यह भगवान शीव के लिए कितनी दूर से जल भर करके डाक बम बोल बम इत्यादी के माध्यम से आप लोग देखते हैं कि
22:04जैसे जैसे कावड यात्रा को लेकर तैयारियों को अमली जामा पहनाने का वक्त नजदी का रहा है पहचान का अभियान प्रशासन के लिए नई चुनौती बनकर आखड़ा हुआ है
22:172017 में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आई और उसके बाद से ही कावड यात्रा को लेकर कुछ नया हर वर्ष देखने के लिए मिला बहुत कड़ाई योगी आदितनात ने बरती और साल दर साल ये चर्चा में आता रहा कभी नेम प्लेट को लेकर कभी दीजे के म्यूजि
22:47अबर यात्रा जो हमला करेगा तो फिर पोली से नहीं उसको पुलिस की बोली समझाने का कारे कर देगी लोगों ने का तंगा हो जाएगा हमने का एक बार आर पार होई जाय देखा जाएगा
23:04किसी ने किसी कावड यात्रा को अंडरोस व्यक्ति को चेहना तो उपर से उसका काम समान कर देगा
23:11सिव भत्तों पर बोली चलाएगा कोई व्यक्ति दंगा कराएगा बोली से नहीं मानेगा तो बोली से तो मानी जाएगा
23:19के बैठा कूहीं, मुझे एक बात को लेकर के बड़ी हैनानी हो रही थी, व्यक्ति आवाद उच्ति
23:34कोई माइग नहीं बजेगा कोई डीजे नहीं बजेगा कोई बाजा मीं बजेगा
23:38तो मैंने का वह जोर यात्रा है सो यात्रा हम है
23:49ऑर आउन लोह यात्रा अशु़ना आप आए आचका आए पराय।
24:05तर पोई पतिवंग नहीं होगा
24:07उत्रप्रदेश की कमान समभालने के साथ ही मुक्यमंत्री योगी आधितिनात ने शासन पशासन के सामने ये सपष्ट कर दिया था
24:16कि कामण यातरा को लेकर उनकी ड़णिती साफ़े
24:19उन्होंने कावड यात्रा को लेकर एक प्लान तयार किया और उसे अपनी सरकार में लौ एन और्डर की चुनौती से जोड़ दिया
24:25जाद करिये 2017 के पहले सरकारे नहीं निकालने देती थी
24:35और जैसे हम लोग आए हमने कभी कावड यात्रा तो हम निकालने देंगे
24:41लोगोंने का दंगा हो जाएगा हमने का एक बार आरपार होई देखा जाएगा
24:47और बहन और भाईयों आप देखते होंगे
24:54चार करोड लोग जाते हैं तिनका नहीं हिलता
24:58और उल्टा हेलिकाप्टर से पुस्प वर्सा करके पूरी यात्रा निकाली जाती है
25:05उत्तर प्रदेश में कावड यात्रा का जो रूट अकसर सामप्रताइक जगड़ों या हिंसा का शिकार बनता था
25:13वो इस तरह से है
25:15दिल्ली घाजियाबाद से जो कावड़िया निकलते हैं और दूसरी तरफ अलीगर से जो कावड़िया आते हैं
25:21उन्हें मेरट से होकर गुजरना पड़ता है
25:23यहां से मुझफर नगर क्योर बढ़ना होता है
25:25जहां एक रास्ता शामली की तरफ से आकर जोड़ता है
25:28यह कारवा रूर की क्योर बढ़ता है
25:30जहां शामली से रास्ता जोड़ता है
25:32और फिर हरिद्वार पहुंचता है
25:34मुजफर नगर से करीब धाई करोड कावड ये गुजरते हैं
25:37कावड यातरा का ये सारा रूट साम्रदाइक रूप से संबेदन शील माना जाता है
25:41खास तोर पर 2013 में हुए मुजफर नगर के भीशन हिंदू-मुस्लिम दंगों के बाद
25:46योगी सरकार ने कावड यातरा को सुरक्षित रूप से निकालने की योजना पर काम किया
25:50साथ ही कावड यातरा की हेलिकॉप्टर से निगरानी और फूल वर्षा का प्रावधान भी शुरू किया
26:20इस साल मुख्यमंत्री योगी आदितिनात का सपष्ट आदेश है कि कावड यातरा के रूट पर पैनी नजर रखी चाए किसी तरह की कोता ही नहो और इसके साथ ही मानसहार विक्री पर रोग रहेगी विक्रेता अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखेंगे प्रतिबंधित
26:50इस पिसुद रूप से उसके पेचान और भोजन मिले नाच्ता मिले तो मुझे लगता है कि उसमें क्या पैंचान चुपाना चाहते है समय नहीं आ रहा है वही लोग चुपाना चाहेंगे जिसको कहीं परेज है या कुछ तथ्थियों को अपनी पैंचान को चुपा करके क�
27:20योगी सरकार ने हर साल ही कावल यातरा से पहले कड़े फैसले लिए और उन्हें कड़ाई से लागो भी किया
27:26जोलाई 2022 में मान्स और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया
27:31जोलाई 2023 में खुले में मान्स बेचने पर रोक लगी
27:34जुलाई 2024 में नेम प्लेट का आदेश आया जिस पर जम कर सियासत हुई थी
27:39दरसल योगी सरकार ने 2024 में ये आदेश दिया था कि कावल यातरा मार्क पर सभी दुकानदारों को नेम प्लेट लगानी होगी
27:47साथ ही कोई हलाल प्रडक्ट बिक्ता पाया गया तो कड़ी कारवाई होगी
27:51सरकार ने हवाला दिया कि इससे कावलियों के शुद्ता बनी रही
27:54सरकार के इस आदेश के खिलाफ कुछ या चिकाएं सुप्रीम कोर्ट में गई
27:58कोर्ट ने इसे निज्टा का उलंगन बताते हुए योगी सरकार के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी
28:03सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार ने दो महिनों में यूपी के सभी होटल, धाबे और रेस्टराँ पर दुकान मालिकों को नाम लगाने का आदेश जारी किया
28:12साथ ही सीची टीवी के निगरानी और सफाई के लिए गलव्स कभी शासन आदेश भी जारी किया
28:17योगी सरकार के पैसले और विपक्षी नेताओं की आपत्यों के साथ विश्द रूप से धार्मिक कामण यात्रा, राजनीती और विवादों का केंदर बनती चली गई
28:28हर साल कामण यात्रा के दिन जैसे जैसे करीब आते हैं, राजनीती के हलकों में हलचल मचने लगती है
28:33हमारे सकार करम में अभी के लिए इतना ही देश और दुनिया की बाकी खबरों के लिए आप देखते रहें आज तर