- 7/5/2025
क्या चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना सही है? देखें सबसे तीखी बहस
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00:00नवस्कार वहिस बाजिगर में आपका स्वागत है आपके साथ मैं हूँ अंजना ओम कशिप राहूल गांधी नेता विपक्ष जिनके सामने एक बार फिर से चुनाव आयोग का उन्होंने मुद्दा उठाया है
00:11चुनाव आयोग की निश्पक्षता पर सवाल उठाते हुए लगतार महराश्य चुनाव के बाद से उन्होंने कई सारे गंभीर आरोप लगाए है
00:19अब सवाल ये है कि क्या वोटर के मन में चुनाव आयोग की निश्पक्षता को लेकर भ्रम पैदा किया जा रहा है या फिर इन आरोपों में दम है
00:30हर वोटर देश का आज ये जानना चाहता है कि क्या चुनाव आयोग निश्पक्ष है
00:36या वाकई वोटों को इधर उधर किया जा रहा है वोटर लिस्ट से छेड़ चाड़ की जा रही है
00:42इन गंभीर आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने बार बार अपना पक्ष भी स्पष्ट किया है
00:49लेकिन इसके बावजूद राहूल गांदी ने एक बार फिर से उंगली उठाई है
00:53और महराश्ट चुनाव में खास तोर पर प्रमाण के साथ जो उनका दावा है
00:58वो ये कह रहे हैं कि यहाँ पर गडबड जाला किया है जिसकी वज़े से भारतिय जनता पार्टी की सरकार वहाँ बनी है
01:06आज इसी विशह पर हमने सोचा युवाओं के बीच में बहस बाजिगर में आज का जो मोशन है टॉपिक है
01:12क्या चुनाव आयोग की निश्पक्ष्टा पर सवाल उठाना सही है
01:18ये वो बहस है जिसका सीधा वास्ता आप से है
01:23क्योंकि लोगतंतर में हरनागरिक ये तै करता है कि किसकी सरकार बनेगी कौन सी नीतियों के साथ चलेगी
01:30और लोगतंतर कितना मजबूत होगा
01:31लेकिन चुनाव आयोग की निश्पक्ष्टा पर बार बार बिना सबूत सवाल उठाना
01:37क्या ये सही है आज इस पर भी बहस होगी
01:40तो सबसे पहले आपको मिलवाते हैं हमारे तमाम वो जो दर्शक यहाँ पर है
01:44तालियों के साथ आप सभी का बहुत बहुत अपिनंदन
01:46ये नीले गम्षे वाला जो हिस्सा है
01:50जो ये मानते हैं कि चुनाव आयोग की निश्पक्ष्टा पर सवाल उठाना सही है
01:55आप लोग ऐसा मानते हैं?
01:57नहीं मानते हैं?
01:59मानते हैं?
01:59और किसे का दिल अभी से डोल रहा है तो बता दीजे बदल लेंगे
02:03और ये वो हिस्सा है जो मानता है कि
02:05नीट्रल का मतलब क्या होता है
02:10सवाल उठाना अच्छा है
02:11सवाल नहीム उठाना अच्छा है
02:12अब बीच में क्या है?
02:16आच्छा, अभी सूनेंगे
02:17पिर मन बनाएंगे ना देखते हैं कौन से वक्ता कितने कीछ और यह वाले तो वो है जो यह मानते हैं चुनाव आयोकी निश्पक्ता पर सवाल उठाना सही नहीं है मानने वाले लोग हैं तो दुखी क्यों लग रहे हैं तो आपको कुछ इदर खीचेंगे
02:45कुछ उधर खीचेंगे कुछ महां से उधर भी जा सकते हैं तो तालियों के साथ स्वागत करते हैं अपने तीनों जाज़े का हमार साथ संजय कुमार जी कोड डिरेक्टर है लोग नीतीस्ती स्थीस के फिनोध अगनी होत्वी की वरिश पत्रकार और बेयत खास मैमान कमलेश क
03:15स्टेज पर बुलाते हैं तालियों के साथ शेजात कुनावाला जी राशी प्रवक्ता बीजेपी के अपने अंदास के लिए जाने जाते हैं तो सुप्रिया श्रीनेद जो की सोचल मीडिया है कॉंग्रेस पार्टी के तालियों के साथ उनका स्वागत कीजे अपनी अपनी �
03:45स्वागत कीजे दोनों का जबदा स्वागत अपनी अपनी टीम पकड़ लीजे अपनी अपनी तीम पकड़ लीजे जल्दी से और अब हम मंच पर बुलाने वाले हैं अपने आखरी दो वक्ताओं को बेहत खास मेमान हमारे साथ मुहमद अमीन साफ जोड़े जो की पॉमर ज
04:15से वक्ताओं में से कोई एक या फिर हो सकता है तीन जजेसे आजकल जजेस कहा सहमत हो पा रहे हैं तो हो सकता है अलग-अलग बैस बाजिगर वोट चुने बैस बाजिगर यहां चुनेंगे लेकिन मोशन के पक्ष और उसके खिलाफ में यहां पर मौजूद जनता भी वोट
04:45पता नहीं कैसे क्या ट्विस्ट डाला है इस टीम ने लेकिन मलुक नागर जी पक्ष में बोलने के लिए दो मिनट क्या चुनाव आयोग की निश्पक्ष्टा पर सवाल उठाना सही है आपका दो मिनट का समय शुरू होता है अब
05:00अंजना जी इस देश का जो माहौल है और देश जिस तरह तरक्की करता है अगर पाकिस्तान का मुद्द आता गुरवादियों को सपोर्ट करके हमारे लोगों की हिस्त्या करता है तो अंदर घुस के मारते हैं और कॉंग्रेस के अगर प्रधान मंत्री
05:15दो हजार चालिस में चौथी कौनमी होगी मनमान सिंग जी कहते थे हमने दो हजार पच्चिस में वो करके दिखा दिया है ऐसी इस्थिती में अगर चुनाव आयोग पे ठीकरा फोडेंगे अंजना जी मैं डियो पीटी इनलोजस्टी स्टेंडिंग कमेटी में रहा हूँ व
05:45और जब कुछ नहीं मिलता तो ठीकरा चुनाव आयोग के सर पे फोड़ते हैं मैं अगर देश के सामने बिल्कुल सीधी सीधी बाते कह रहा हूँ कि ये बजाए नेगेटिविटी या समयधानिक पदों के खिलाब बोलने के बजाए अगर ये सीधा सीधा अपने गिरेवान
06:15तो ये देश की जनता के लिए रृईपक्स की भूमी का बढ़िया कर सकते हैं पर जो देखने को मिलता है पूरे देश में चाहे दिल्ली हो हो चाहे हरियाना हो चाहे राईष्थान हो चाहे मध्यपर देस हो चाहे बिहार हो चाहे बंगाल हो जहां भी बात आती है ये nda से
06:45कि रेवान में जाक लें और देश के सामने प्रण कर लें हम एक होकर के दिखाएंगे तो इनको जरूरत नहीं पड़ेगी कि ये देश के सम्मेधानिक धाचे चुनाव आयोग पे कुछ का कुछ आरोप लगाए इस नेगेटिविटी को छोड़ें एक होकर दिखाएं चले ता
07:15हम एक लोगतंत्र हैं और लोगतंत्र की पहली शर्त है कि लोगतंत्र में सवाल पूछे जा सकते हैं आप पूछ सकते हैं हम पूछ सकते हैं कोई भी लोगतंत्र में सवाल पूछ सकता है और इसी लिए हमने लोगतंत्र को चुना है असलियत यह है कि हमारे founding fathers ने हमारे constitution में ह
07:45से सवाल पूछ सकते हैं उनकी डिगरी पर सवाल पूछ सकते हैं वो
07:48Information Commission को जुटला दे वो अलग बात है हम इस देश में उत्तर
07:52प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल पूछ सकते हैं कितने लोगों की
07:56मौत हुई भगदड में हम इस देश में करोना में oxygen से कम कमी
08:00से कितने लोगों की मौत हुई हम इस देश में सवाल पूछ सकते हैं कि
08:04पहल गाम के आतंकी अभी कहा है और क्यों नहीं गिरफतार हुए हम पूछ सकते हैं कि
08:09पुलवामा इनमें इतना RDX कहा से आया हम सवाल पूछ सकते हैं कि इतने सारे
08:14लोग जो आज बेरोजगार है वो बेरोजगार क्यूं है
08:16हम सवाल पूछ सकते हैं कि PM Care Fund में कौन पैसा डाला
08:20और वो पैसा कहा गया
08:22इसका जवाब हमें मिलना चाहिए
08:23हम सवाल लोटबंदी पर पूछ सकते हैं
08:26मडीपुर पर पूछ सकते हैं
08:27हम सवाल काला धन पर पूछ सकते हैं
08:29और पूछ सकते हैं कि अब 15 लाख आएगा
08:31या 45 लाख आएगा क्यूंकि तिगना हो गया
08:33इसी लिए हम एक समवैधानिक संस्था
08:36जो की चुनाव आयोग है
08:38जिसके उपर जिम्मेदारी है
08:39निश्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने की
08:42उससे भी सवाल पूछ सकते हैं
08:44अगर 145 करोड के इस देश में
08:47एक भी व्यक्ति को अपने वोट पर संशय है
08:51तो चुनाव आयोग से सवाल पूछना
08:53इस देश का, इस जनता का
08:55हमारे राजनतिक दलो का अधिकार है
08:58ये अलग बात है कि चुनाव आयोग
09:0024 घंटे में नियम बनाकर
09:02आपको चुनावी दस्तावेजों से
09:04आपको चुनाव की वीडियो रिकॉर्डिंग से
09:07आपको फोटो से वंचित कर देता है
09:09सवाल पूछना लोकतंत्र का पहला
09:12नियम है, पहली शर्त है
09:39इनको कॉम्पेटिशन देना है सुप्रिया जी को
09:42हमने सोचे आप लोग तो आराम से बैठें
09:45अभी मन बनाईये, आप लोग इधर से कौन बोलेगा
09:47कोई जजबा किसी के अंदर
09:49आप वाताली बजाईये और जबादर स्थिम्हत दिखाईये
09:52क्या बात है, आइए, आइए, पहन के बैठना नहीं, बाबु बोलना भी है
09:57आइए, मेरे साथ आइए, इसे तो चलिए, आज के दोनों युवानेता से पहले मिलते हैं, आपका नाम क्या है?
10:03मैं दक्ष त्रिपाथी, मैं डी-उ में पढ़ रहा हूँ, अभी मोतिलाल नहरू में, मेरा पॉलिटिकल मेजर है, और मैं यूपी से बिलॉं करता हूँ, बट में को पॉलिटिक्स में बहुत इंट्रेस है, तो मैं आजाईये
10:13जी के लिए ताली बजा दीजे, आपका नाम, योगेश चोहन मेरा नाम है, मैं अचलम कोलिस आयों, दुहाई, बात है, दोनों ने बहुत हिंबत दिखाई है, आप माइक उठाईये, और आपका, क्या चुनाव आयोग की निश्पक्षता पर सवाल उठाना सही है, ये वे�
10:43Chief Election Commissioner, जो पहले बहुत जादा डेमोकरेटिकली तरीके से एलेक्ट होते थे, अब उसमें दो यूनियन मिनिस्टर और एलोपी एलेक्ट करते हैं, तो इसमें जाहिर सी बात है, सेंटर के पास जादा पावर है, एलेक्शन प्रोसीजर में ही, अभी जो हमारे CEC साहब हैं, उन
11:13कडियों को फॉलो नहीं किया है, जिसके लिए राहूल गांधी जी काफी समय तक सवाल उठाते रहे, मुझे बहुत अच्छे से याद है माम ने, सुप्रिया माम ने और राहूल गांधी सर ने, तो आप पैतालिस सेकेंड का ही समय है, जो आपको में बहुत अच्छा, जब
11:43और भी तो कोई सरकार होनी चाहिए ना, मतलब काम के मामले में तो यह आगे आएंगी नहीं, बट लेकिन कोई मुद्धा मननना पड़ेगा या फिर कोई पॉंट मानना पड़ेगा तो यह BJP कही पास आती है, खासकर मोधी जी यह योगी जी, अरे इनके अलावा यह अगर क
12:13अब बहुत अच्छा तुमने पांच सेकेड़ पहले वेदे कूट कूट के लेकिन भरा हुआ है तुम में नेतागीरी वाला, मत कुछ भी बोलना है, बहुत अच्छा, दोनों ही बहुत अच्छा बोले, अपनी अपनी तरह से दर्शी और आप भी बहुत अच्छा बोले, �
12:43की तरफ से मोर्चा संभालिया, शेजाद पुनावाला बहुत देर से जो जो सुप्रिया जी कह रही थी, नोट्स बनाए उन्होंने, तो आप उमीद रखे कि एक एक पॉइंट का काउंटर करने के लिए उन्होंने टीम में सेकेंड ओर्डर में उतरने का फैसला लिया है, �
13:13वरना थरूर जैसा हाल हो जाएगा, सवाल पूछिए, पर तो आप सेना से सबूत मिलने के बाद सिंदूर पर भी सवाल पूछते हैं, जब सुप्रीम कोर्ट में 41 फैसले EVM पर आ जाते हैं, तब सुप्रीम कोर्ट से सवाल पूछते हैं, जब मुंबय हाई कोर्ट में फैस
13:43कि हरियाना में हम हारे EVM की वज़े से नहीं, ECI की वज़े से नहीं, हुडड़ा जी की वज़े से तो कम से कम उनकी तो बात मानिये, दलित नेता है, PDA से है, परंतु EC बहाना है, अपने परिवार को हार से बचाना है, बिहार में एक्स्क्यूस बना कर रखवाना है, इसलिए �
14:13महाराष्टा है में, तो EC very bad होता है, EC नहीं, यह CC की प्रफ़लम है, CC का मतलब है
14:18Conditional Commitment to Constitution and Judiciary, Judiciary Electoral Bond का फैसला दे, मैं मानता हूँ, Judiciary रफाल पर फैसला दे, मैं नहीं मानता हूँ,
14:26अज़क्षन कमिशन फैसला करनाट कामेद, मैं मानता हूं, इलेक्षन कमिशन फैसला दे कहीं माराश्रा में, बें नहीं मानता हूं, इसको बोलते हैं, ECI नहीं, IMI, मतलब इमर्जन सी माइंसेट आव इंडिरा का परिवार, पचास वर्श पहले भी परिवार तंत्र उपर त
14:56परती रही गल्टी बेटा की थी डेटा को गाली देती रही कॉंग्रेस चलिए भाई पर ये बताइए कि आप लोग यहां वैटके जो उधर ताली बजा रहे हैं मामला मामला क्या है दिल बदल रहा है क्या गमचा बदलोगे है लग रहा ऐसा लेकिन आभी देखते हैं अंजल
15:26रहेगा कि आपके लिए जनता कितने बजोर के साथ यहां पर ताली बजाती है सोमनात भारती जी आपका दो मिनिट का समय शुरू होता है अब
15:35अंजिना जी मैं देख पा रहा था किस प्रकार से भारतिय जनता पार्टी के साथी ने एलेक्शन कमिशन के तरफ से बैटिंग करी है
15:43मुझे समझ में नहीं आता है कि जब चुनाव होता है किसी भी चुनाव में भारतिय जनता पार्टी कभी काम की चर्चा करती ही नहीं है
15:53कि हमने शिक्षा में एक कर दिया, स्वास्त में एक कर दिया, हमने रोजगार में एक कर दिया, हमने एकोनेमी में एक कर दिया, हमने डॉलर को एक रुपर बरावर लागे खड़ा कर दिया, डॉलर ये जो पिट्रोल का दाम कम करना था वो कर दिया, कभी भी काम की चर्चा नही
16:23और उसके बाब जूद अगर बोट ही मिलता रहता है तो यह निश्पक्सता कैसे हो गई नई दिल्ली अभी जो बिधान सबाद दिल्ली में हुआ है जो चुनाव हुआ है एक लाख ब्यालीस हजार बोट था लोग सबाद के दौरान नई दिल्ली बिधान सबाद में कुछी मह
16:53यह देश को चीर हिनन होता रहा लेकिन चुना आयोग चुपचा बैठा रहा बरे आपको टी एन सेशन की याद आती है देश को कि चुना यह एक पकत होता था जब पीठ के इनो रीड केटि में ताकत थी लेकिन आज चुनाव आयोग भारती जंदा पार्टी का दास नोकर �
17:23एक आम आद्बी पार्टी है जो कहता है शिक्षा कहा था स्कूल अच्छा करके दिया तब बोट देना कहा था अस्पताल बना के दिया तब बोट देना है के काम की गिंतिया माद्बी पार्टी करवात है तब बोट मांगता है लेकिन उस पार्टी को हराने में चुना यह एक स
17:53किसी का ऐसा है जो अभी गंचे का रंग बदलना चाहते हैं, किसी ने मन बनाया हो, गंचे का रंग बदलना है, तो बदल के आप अपनी जगह पर ही बैठ जाएगा, क्योंकि जगह सब फिक्स्ट है हर जगह पर, खूब खुश हो रहे हैं तुम लोग, वैसे हमने सोमनाजी प
18:23चलिए, अब हम अपने आखरी वक्ता को बुलाते हैं, अभी तक पलड़ा भारी दिख रहा है, एक तरफ, लेकिन देखते हैं कि उनको बदलने में, आप पलटने में कितने काम्याब होते हैं, तो सबसे पहले, मोहमद अमीन जी बहुत स्वागत है आपका, आप आईए सेश
18:53माइक उठा लीजे, और आपका दो मिनिट का समय, शुरू होता है अब, हमारे युवा ने कोश्चन किया था, कि एलेक्शन कमिशन के चुनाव आयोक का जो कमिशन चुना गया, उसके लिए नियम बदल दिये गए, देखिए मैं आप लोगों यह बताना चाहूंगा, देश
19:23तक जो सरकार थी, वो कॉंग्रेस की थी, उनका काम था, अगर कुछ प्रॉब्लम थी, एलेक्शन कमिशन के चुनाव में तो उनको उसमें चेंज लाने चाहिए थे, लेकिन वो चेंज नहीं लाए, बल्कि जब एक हमारे चुनाव आयो कि यहां पर जल्दी में चुनाव ग
19:53उनको करना चाहिए था, इस मामले में आप यह देखेंगे, कि चुनाव आयो का जो सेलेक्शन था, बिल्कु सही था, बाहरे सरकार का चुनाव भी सही था, लेकिन इसमें उनको इल्ती नहीं थी, उसमें जब उन्होंने का नियम बनाए ये, सुप्रीम कोड ने का, CGI ने की
20:23बना देती है सरकार, इससे पहले इन लोगोंने क्यों नहीं सरकार, जब तक रही, इन लोगोंने नहीं बनाया नियम, ये उनकी गल्ती थी, चुनाव एक की गल्ती नहीं थी, ना सरकार की गल्ती थी, ये बिलावजे के इल्जाम लगाना, आरोप लगाना, निराधार आरो�
20:53मिनिट का समय शुरू होता है अब नमस्कार दोस्तों देखिए एक चीज हम सब को समझनी चाहिए कि अगर आप सवाल नहीं पूछते हैं तो आप तानाशाही के लिए देश को आमंतृत करते हैं यह जो सवाल है कि आप चुनावायो के निस्पक्षता पे सवाल नहीं खड़े
21:23जहां तक चुनावायो की बात है मुझे लगता है कि चुनावायो पिछले कई सालों के बीच में एक ऐसा चुनावायो गया जो निस्पक्ष नहीं बलकि सरकार का भारती जनता पार्टी का एक एक स्टेंशन काउंटर बन गया और क्यों बन गया है दो हजार चौबिस का जो
21:53जो लोग सामपरदाई का अधार पर वोट मांग रहे थे छे साल तक के लिए उनका वोटिंग राइट सीज हो सकता था उसके अलावा चुनावा के दवरान दस दिन के बाद आप फाइनल लिस्ट दे रहे हैं कितने प्रतिशत लोगों ने वोट डाला मैंने एलेक्षन कमि�
22:23फिर ठीज पाइन है outta SEP कि कि लोग सामा के बीच में दूसरी लोग सामाङ के बीच में अगर आप देखेंगे तो 32 लाख वोट बढ़ते हैं लेकिन लोग सामाख उस और चालिस स्लां को कैसे बढ़ल देंगे जेचे में, चालीस म महिने के अंदर जब इसके पर सवाल पू�
22:53अगर विपक्षा आप से सवाल नहीं पूछेगा, अगर सवाल खड़ा करता है, तो आप कुसका जबाब देना चाहिए, आप नहीं जबाब देते हैं, इसके लिश्पक्षता पर सवाल खड़े होंगे, और शाहिए, समय समाब दुआ, सालिया, आप दोनों से अगर जजेज क
23:23तो उसका कोई एक्स्पिनेशन आरते चुनावयोग नहीं दिया, कि अगर सो बोट पड़े हैं, तो सो ही काउंट होंगे ना, अब तो इन्वैलिट वोट के सवाले नहीं है, तो सो बोट पड़े और एक्सो पांच कैसे काउंट हो गए, तो ये इसका क्या एक्स्पिनेशन
23:53मैं जो भी काउंट करता है वहाँ पर, मैंने फ़ंबर 17 होता है, जो सो इमीजेटली स्याइन किया जाता है, और परकशन समें सारे जो हमारे सक्मपजेशन नहीं होते हैं, पाटीश के वह साइंटस आइफिशन करता हैं, उसमें कोय हेरा फेर उकी ग। बाट मैं इस बात को �
24:23यह सुप्रीम कोट तक बात गी लेकिन जब हम फार्म नंबर 17 दे रहे हैं कि इतने वोटर थे इतने डाला मेल ने डाला एक फिमेल ने डाला इतने वोट वे और इतने ब्लैंक रहे गए नहीं डाला वोट जब सब कुछ दिया जा रहा है तो फिर फैदा क्या है कि अलग से यह
24:53उसको पॉब्लिक किया जाए तो मुझे लगता है एलेक्शन कमिशन ने उसका रीबटल किया एलेक्शन एलेक्टरोल रोल पॉब्लिक तो नहीं किया गया लेकिन हालीम उनों ने का हमने राहूल गांदी को चिठ्थी लिखी और कहा था कि आप आके हमसे बात करें मुझे ल
25:23बलकि जवाब यह आता है कि हमने आपको बुलाया था मिलने के लिए और आप आये नहीं
25:26बिल्कुल आपकी बात सही है लेकिन आप इस बात को देखे
25:29कि हमारे हाँ हरे स्टेट में एक चीफ एलेक्टरोल रफसर होता है
25:32और जब चुनाओ होते हैं उससे पहले छे महीने पहले
25:36पारलेमेंट के चुनाओ से पहले एलेक्टरोल रिवीव होता है
25:40और सबको मालूम है हर पार्टी को इनफर्म किया जाता है
25:43उसके जब असेंबली होती तब उसको रिवीव किया जाता है
25:46उसमें बहुत से लोग माइगरेट कर जाते हैं, बहुत से लोग डेथ कर जाते हैं, और बहुत से युवा और बहुत से जो बाहर के माइगरेंट होते हैं, वो उसमें एंट्री करते हैं, वो वोटर में एड हो जाते हैं, सवाल इस बात का है, जब भी एलक्शन होता है, उस व
26:16मचाने वाले जो opposition के लोड़ के दे हमारा vote कर गया उनकी
26:19खुद की duty है यह moral duty बनती है और आपको याद होगा अगर आप
26:23license बनवाते हैं उसका पैसा लगता है passport का पैसा लगता है
26:26हम free of course देते हैं बियो लो हमारा बुरूट लेवल
26:31officer घर घर जाता है पर्ची भी दे के आता है वोटर आई-कार्ड बना के आता है
26:35और फाम बरने की duty उसकी अगर आप फिर भी नहीं बनाते हैं तो यह आपका दुर भाग है
26:39मैं इसका रबट करना चाहूंगा दिखेंगे एक सगेंड वो सवाल पूछ ले एक आखरी
26:43एक इलेक्शन कमिशन में काम कर चुके इतने वरिष्ट व्यक्ति हमारे सामने है तो मैं भी अपने आपको रोक मी पा रहा हूं बार-बार महराष्ट वाला ये मुद्दा उठता है जब से रिजल्ट आया है तब से
26:54कि वहाँ पे सड़नली व्रिद्धी हो गई थी वोटरों की संख्या में मुझे बहुत समझ नहीं आया जो एक्स्प्लेनेशन इदर दर से आया है आपका क्या आखलन है उसका
27:05देखिए जब रिवीव हुआ वहाँ पर वोटर लिस्ट का तो वोटर लिस्ट रिविनों के बाद पब्लिश हुई पब्लिश होने के बाद 89 और अब्जेक्शन्स आए हमेशा चुनाओ एस्पक करता है कि हमने जो लिस्ट बनाई है चापी है उससे पहले हर एक पार्टी क
27:35कि कैसा गैप आया जिसके लिए राहूल गांदी उठा रहे है देश के अंदर मैं यह बताना चाहूंगा कि कल हाई कोर्ट ने भी उस बात को सुना और रिजेक्टर दिया है और उन पर फाइन भी लगाने की कोशिश की गई है लेकिन छोड़ दिया सुप्रीम हाई कोर्ट �
28:05आता है कभी कोई नहीं आता लेकिन हां मैं इस बात को कहूंगा बड़ी फक्र के साथ में कि एलेक्शन कमिशन एक ऐसी समयदानिक संदता है जो निश्वक चूरूप पर काम करती है लेकिन दुर्भाग ही है हमारे देश के नेताओं का कि कभी उसकी सराहना नहीं करते सिवा
28:35इसका कोई लाजिकल एक्सप्रेशन ही नहीं है दस लोगों ने वोट डाला काउं तो दसी होगा ना या बारा हो जाएगा अगर बारा होता है इसका मिल्दा कुछ तो गड़बड है इसका जवाब अगर हमारे साथी देते तो बहुत अच्छा रहता है क्यों ऐसा हो रहा द
29:05पांच बजे प्रस कॉंफेंड डेप्टी एलेक्शन कमिश्णर करते थे वह एक प्रविजनल फिगर बदाज पच्छ परसेंट वा और फिर कहते थे कल सुबद दस पे तक हम आपको फाइनल फिगर दे देंगे और फाइनल फिगर देखे थे थे एक या दो प्रिश्ट की �
29:35जाए इसी बात को लेकर ये है कि एलेक्शन कमिशन आज की तारीख में सिर्फ और सिर्फ सरकार का पिठ्टू हो गया है नौ राजनीतिक पार्टिया एलेक्शन कमिशन से पूछती है मुझे अपना पक्ष रखना है आप से बात करनी है और एलेक्शन कमिशन के पास उसका �
30:05अब दोनों अपनी जगर पर बैठ सकते हैं और अगले जो टीम लीडर्स है वो आजाए सुप्रिया जी आप आजाए शिजाद पुनावाला जी आपका साथ सेकेंड का रिबाटल राउंड शिजाद पुनावाला आपका शुरू होता है अब जो साइड निश्पक्षता प
30:35तो जानकारी सही दीजिए एक करोड़ बीस लाक वोट बड़े थे पांच साल में और 42 लाक जो वोट बड़े थे विधान सभा लोकसभा के बीच में यह नहीं बताते हैं कि 2009 हो 2004 हो 45% जो वोट बड़ा है वो उस समय पर भी बड़ा था पर तब तो सुहाना संगीत था और �
31:05बाकी सब तो छोड़ दो अशितो जी ने स्टाटिंग में बोला था कि जो लोगतंतर के साथ होते वो सवाल बंद में करते अशितो जी का साथ जन्वरी 2024 का ट्वीट है कि EVM और ELECTION COMMISSION पर यह जो सवाल उठा रहे है यह धंदा बंद होना चाहिए आज खोद अशितो जी �
31:35सवाल पूछा इधर उधर से INFORMATION आ रहे है मैं चार तत्य आप लोगों के लिए और जजिस के लिए रख देती हूं 2019 के विधान सभा चुनाओ महराश्टर और 2024 के लोग सभा चुनाओ में महराश्टर में 31 लाख वोट बढ़े लोग सभा चुनाओ 2024 से विधान सभा चुना
32:05of Health and Family Welfare Department का अकड़ा है एक सच यह है कि महराश्टर में 58% वोटिंग पहले बताई गई वो बढ़के 66% हुई अगर पाच बजे के बाद लाइन में खड़े होकर लोग वोट दे रहे हैं और उनका वोट बढ़ रहा है तो 10 घंटे अतरिक 12,000 बूथों पर वोटिंग होनी �
32:35सवाल बहुत दिनों से उठ रहा है कि चुनाओ आयोक निश्पक्ष नहीं है टीन सेशन साब तो अंपायरिंग के बाद बैटिंग भी करने आ गए तो ऐसा इतिहास रहा है और सवाल सुप्याजी ने सही कहा कि
33:04सवाल उठाना जिस दिन नाजायज हो जाएगा किसी के भी किसी से भी वो उस दिन लोकतिंदर नहीं बचेगा सवाल तो उठाना ही चाहिए पर अगर अंपायर पे लगातार शक हो और बार बार शक हो और 10-12 साल से शक हो तो मैं तो ना खेलूं फिर मैं तो मैं ना खेलूं �
33:34कई बार कहा है बार-बार कहा है कि हमें अमपायर पर भरोसा नहीं है तो फिर ऐसे मैच में पार्टिसिपेट करना अमपायर को लेजिटिमाइज करना होता है
33:43इसके बाद, इसके बाद, इसके बाद, इसके बाद, सवाल आएंगे आपके लब चिंताब प्रिया जी आपका बिल्कुल कहना सच है, फिक्स मैच है, और अंपायर भी फिक्स किये गया है, लो बनाकर CGI को निकाला गया है, एक बात याद रखिएगा, CBI डिरेक्टर का चुना
34:13इस परसन जो भी इनका वोट शेर है, वो इनका वोट शेर है, 65% जनता इनके खिलाफ है, इनके मत से वो अगरी नहीं करती है, और उनकी आवाज उठाना, उनके चीजों को मैदान में उठाना, चुनाओ लड़ना हमारा कर्तब है, अगर हम संस्थाओं पर सवाल उठाएं�
34:43करोण लोगों के वोट पर खत्रा मंदर आरा है, यह असलिया थे चुनाओ आयोग की और इसलिए सवाल उठने जरूरी है, और मुझे भी तो मौका में ज़ता है, जब जेम्स माइकल लिंगदो का नाम लेकर के बकाइदा जो है, उनके धर्म को लेकर के बात की गई थी कि च
35:13जब बदल जाते हैं, तो इसलिए जो है, विपक्ष और सत्ता पक्ष, जब बदल जाते हैं, तो उनके बयान भी बदल जाते हैं, और इवियम पर सवाल अडवानी जी ने सबसे पहले उठाया था, जीवल नकसिमा राओ ने किताब लिखी थी, आज इवियम का बचाओ आप
35:43है, कि उस समय के CEC, गोपाला स्वामी जी ने नवीन चावला के खिलाफ लेटर लिखा था, जो कि अन्प्रीसिडेंटेट था, उस समय TN सेशन ने बड़ी-बड़ी बाते करने के बाद, कॉंग्रेस के साथ चुनाव लड़ने का 99 में, अडवानी जी के खिलाफ निर्णे क
36:13कोट गया, सुप्रीम कोट ने वीवी पैट को जोड़ा और हमने कहा कि आज के बाद हम इस पे सवाल ने खड़े करेंगे, पर 31 बार, 41 बार, जब सुप्रीम कोट ने वीवें को क्लिंचिट दियार बोला कि एवें ठीक है, तब यह लोग आज भी एवें को गालियां बगते
36:43मेंबर होता था, इलेक्शन कमिशन में, मल्टी मेंबर नहीं था, तीन मेंबर नहीं था, और उसमें डायरेक्ट अपॉइंट्मेंट वायादी गौवर्मेंट अफ इंडिया होता था, अगर पहली बार मल्टी मेंबर बना, वो 93 मतलब की नहरु जी के जाने के बाद, राज
37:13के इन्होंने आखड़ा दिया, आखरी पांच से के बाद, 41 लाक्स का आखड़ा दिया कि महारास्टर में 41 लाक्स बड़े वोट, मैं तो पूछता हूं मैं किनको मानूँ, राहूल जी, 18 जनवरी एक करोड वोट बड़े, 3 फरवरी 70 लाक वोट बड़े, 7 फरवरी 39 लाक व
37:43कि इसी भाहना है, परिवार को बचाना है, बिहार में क्या होने वाला है, आज ही यहां पर परीचे दिखने वाला है
37:50अंजिना जी, 45 सेकंड्स टाइमर लगा दीजे, दोनों को एक एक बार का मौखा दे दीजे, क्योंकि मुझे पता है वरना अगले यहां पर ना पास्टिसिपन्स आएंगे ना वोटिंग हो पाएगी, 45 सेकंड्स का मैं आप दोनों को पुना टाइम दे रहे हूं, 45 सेकंड्
38:20जारकंड के लिए, हर्याना के लिए, तिलंगाना के लिए भी वही है, 5 साल में 45 लाग बढ़े, 5 महीने में 6 लाग बढ़े, महराश्ट्रे का अकेला है, जहाँ पर 5 साल में 31 लाग वोट बढ़े, यह अपने आप में बहुत सारे सवाल खड़े करता है, हाथ नचा नचा कर
38:50है, उस पर चर्चा करने का दारुमदार है, मुझे लगता है, यह हमारा हक है, और यह हक हम पूरी तरह से यूज करेंगा, 45 seconds, आपका, शाजाजी शुरू हो रहा है, जल्दी से, डिजिटल रोल की जहां तक बात है, तो 2018 में मध्यप्रदेश में इन्होंने सुप्रीम कोट
39:20प्रिविश्य वोटर्स की गाइडलाइन तैकी है, उनके हिसाब से केवल जब इलेक्शन रूल के हिसाब से एलेक्शन पेटिशन होती है, कोट और करता है CCTV देने का, हमने 45 दे की अवधी बना कर सुलक्षित कर दिया है, कि इलेक्शन पेटिशन जब तक आएगी तब तक त
39:50जब देटा मांग रहा है, वो डेटा दे क्यों नहीं रहे, जले भी क्यों बना रहे है, क्यों प्रसीजर समझा रहे है, सवाल इस बात का है
39:56मैं एक सवाल तीनों से लूँगी, जिसके जवाब आप दोनों देंगे, और उसी में अपनी बात कह लीजेगा, क्योंकि आज आप में से कोई सवाल पूछा चाहता है
40:07मेरा सवाल कॉंग्रेस से है, ये लोग बात कर रहे है कि आज सवाल पूछना गुना है लोगतंतर की हत्या है, अगर ऐसा होता तो आज ये डिबेट होती नहीं, और एलेक्शन कमिशन ने कितनी बार कॉंग्रेस को बुलाया कि आप आईए, एवेम हैक करके बताईए कि होता
40:37आप लोग भी लगबग वही आरोप लगा रहे हैं से
41:07और ये बाबासवाम बेटकर कर दिया का सम्मिधान है, जो हमें हक देता है सवाल पूछने का, जितने हाँ बच्चे बेठे हुए ना, इस फिगर से बेटर इनको जानना चाहिए, ये बताएं कि जो आपने वादे किये थी कि दो करोर नोकरियां मिलेंगी, वो क्यों नहीं म
41:37दो हजार बीस में रजंदर नगर बिधान से भाँ में एक लाह सटतर हजार एक सो उन्सट बोटर्स थी, ये पच्चिस के चुनाब में वो घटके हो गया, एक लाह संतामान हजार नो सो तिरेपन, एड किये गए सोला हजार पान सो बीस और डिलीट किये गए आठ हजार चे
42:07परवेश के भरमा साब ने जोड़ा 33 बोट, पंकर चो दृ मंतरी जोड़ा 26 बोट, कमलेश पास्मान साब ने जोड़ा 26 बोट, बी जे पे लिंक टरस्स ने जोड़ा 31 बोट, जैपरिकास साब ने जोड़ा 35 बोट, नई दिल्ली में MP बंगलो में फेक बोटर सैट किये ग�
42:37जब आप सवाल पूछेंगे, जब आपको नौकिया नहीं मिलीगे तो सवाल पूछना बहुत जरूरी है, जब सिक्षा में सुधार नहीं होगा, सवाल पूछना बहुत जरूरी है, आप सो सकते हैं, तीस साल से गुजरात में मोधी के सरकारे, भाजपा के सरकारे, एक स्कूल
43:07पर चरचानी करेंगे ये लोग चलिया आपसे को प्रेशन तो नहीं आया है लेकिन जवाब दीजे इलेक्शन कमिशन को कैसे कैसे डिफेंड करेंगे वैसे देखिए मैं तो जितने भी जाधातर प्रसन आये हैं एक में ये आया है कि विपक्ष को प्रसन पूछने का अधिकार
43:37जो बाईस अप्रेल की घटना के बाद पाकिस्तान और हिंदुस्तान की जब लडाई चली तो ऐसे प्रसन मत पूछacsो जो पाकिस्तान की वहाँ हैडलाइन बनती हो
43:47ऐसे प्रसंद मत पूछो जो पाकिस्तान में ब्रेकिंग नीज बनती हो ऐसे प्रसंद मत पूछो जो पाकिस्तान के फेवर में जाते हो ऐसे प्रसंद मत पूछो जो देश के खिलाब जाते हो हमारे ऐसे प्रसंद मत पूछो जो हमारे देश की जनता के खिलाब जाते हो
44:17एसा मुमकिन है कि उनमें आपस में एक नाम पर चुनाब कर सकते हैं क्या चुनाव आयों की निश्पक्ष्टा पर सवाल उठाना सही है आपका साथ सेकेंड का समय वोट करने के लिए शुरू होता है अब सवाल उठाना अगर आप सही मानते हैं तो हाग पर वोट कीजे चुन
44:47चुनाव आयों की निश्पक्ष्टा पर सवाल उठाना सही है और आप सिर्फ आधा मिनेट बचा है क्या चुनाव आयों की निश्पक्ष्टा पर सवाल
45:17तो आप नहीं पर वोट डालेंगे 20 सकेंड बचे हैं काउंटडाउन चल रहा है अभी भी आप अपने वोट डाल सकते हैं क्या चुनाव आयोग की निश्पक्षता पर सवाल उठाना सही है
45:29हा कहने वाले अभी ने बताऊंगे अभी भी छे सेकंड बचे हुए अगर किसी को वोट डालना है डाल सकता है देखते हैं अब मुझे लगता है बाएनलाज ये फिक्स हो चुका है
45:42हा कहने वाले 29 पीजडी है और 60 पीजडी कह रहे हैं कि निश्पक्षता पर सवाल उठाना सही नहीं है तो टीम चुझाव आवाला जीती है
45:51अब सबसे मुश्किल काम है क्यामरा इधर फोकस कीजे तिनों पर
45:58नहीं हम लोगों ने जो है
46:00कंसेंसस अए बहुत आसान है बहुत असेंसस एकदम चले ठीक है
46:05हर वक्ता का करता है कि अपना पक्ष तर्ग पूल तरीके से रखें हाँ
46:12और सभी नहीं रख आपने पर तरीके से तर्के से मुझा लगता है शाइजाद पुनावाला जो है
46:16उन्होंने बहुत तरीके से रेटारिक्स से भी और तथियों से भी तर्कों से भी बात को रख्खा है
46:22तो आज भाधेस के बाजीगर जो है शैजाद पुनावाला को
46:24छेले तालियों के साथ बहुत-बहुत अभिनंदत और शैजाण जी कई � prima जी से आ लेकिन
46:29बहस बाजिगर में जीते नहीं है इस बार देखे
46:30तालियों के साथ हमारी नजर में आप सभी बाजिगर हैं
46:37तमाम नेता प्रवक्ता जो अपने अपनी पार्टी की बात करते हैं
46:41लेकिन जजर्ज ने आज शेजाद पूनावाला को बैंग उन पाया है बहस बाजिगर में
46:45आज इस कारेक्टर में इतना ही अगले सब्ताब से फिर होगी मुलाकात
46:48तालियों के साथ आफसरी का बहुत बहुत धन्यवाद हमारे साथ जुड़ने के लिए
46:51पास ताल पर वक्ताओं का बहुत बहुत धन्यवाद
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