Marathi: हाल ही में महाराष्ट्र के मीरा रोड इलाके में एक फूड स्टॉल मालिक को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि वह मराठी की बजाय हिंदी में बात कर रहा था। इस घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम (Yogesh Kadam) ने बयान दिया – "महाराष्ट्र में मराठी बोलनी ही पड़ेगी।" उन्होंने कहा कि जो लोग महाराष्ट्र में रहते हैं, उन्हें मराठी भाषा का सम्मान करना चाहिए और सीखने की कोशिश करनी चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं है, और हिंसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। यह बयान सोशल मीडिया और राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है। क्या महाराष्ट्र में मराठी बोलना ज़रूरी होना चाहिए? क्या भाषा के नाम पर हिंसा सही है? अपनी राय कमेंट्स में ज़रूर बताएं और वीडियो को लाइक व शेयर करें।
00:00इसलिए किया रहा हूँ महारास्टर में मराठी तो बोलनी ही पड़ेगी अगर मराठी नहीं आती है तो आपका यह आटेटोड नहीं चला कि हम मराठी बोलेंगी नहीं कोशिश करेंगे ऐसा वो एक बता सकते बोल सकते मेरे कहाल से देखिए हमें किसी और लाइंग्वेज का �
00:30अफमान हमें करना नहीं करना नहीं कोशिश करेंगे ऐसा वो एक बता सकते बोल सकते मेरे ख्याल से देखिए हमें किसी और लाइंग्वेज का अफमान हमें करना नहीं
01:00है लेकिन मराठी में अगर कोई महाराष्ण की मराठी को डिस्रेस्फेक करता है तो बिल्कूल वहाँंपे हमारे
01:05काईदा हम लागू करेंगा उसके कारवाही करेंगे जो बी है जिन्नोंने या उनको पार की है बिल्कुल उनको एक इस अंदेज देंगे कि कायद newest लोप
01:14जो भी कंसर्ण परसन के आप कम्ट्रेंट फॉइल कीजिए उसके आगए इसकारवाई कीज़ेगता है