PM Modi Foreign Visit: 30 साल बाद पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री ( Indian Prime Minister) घाना की यात्रा पर गया है। PM नरेंद्र मोदी की इस यात्रा का मकसद सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि रणनीतिक और आर्थिक दोनों है। घाना दुनिया का 11वां सबसे बड़ा सोना उत्पादक देश है और भारत में 70 प्रतिशत सोने (Gold ) का आयत इसी देश से होता है, इसकी खनिज संपदा (विशेषकर सोना) अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख आधार है. इसके अलावा घाना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोको उत्पादक देश है
इस वीडियो में जानिए: - भारत ने घाना में क्यों किया निवेश? - भारत को घाना से कितना सोना मिलता है? - चीन को भारत की इस रणनीति से क्यों मिर्ची लग रही है?
घाना और भारत के बीच रिश्तों की ऐतिहासिक गहराई और भविष्य की रणनीति को जानने के लिए वीडियो को अंत तक जरूर देखें।
00:00प्रधानमंत्री नरेंद्र मोधी अफ्रीकी देश घाना की यात्रा पर रवाना हुए।
00:30पैसे भी ज्यादा का निवेश का रखा है।
01:00ये केवल एक राजनाई कदम नहीं बलकि भारत की ओर से अफ्रीकी स्वतंतरता आंदोलनों के प्रती समर्थन का स्पष्ट संके था।
01:08जिसे दोनों देशों के ततकालीन प्रधानमंत्री ने मजबूत किया और यही वज़े रही कि भारत घाना के शीर्ष व्यापारिक साज़ेदारों में से एक है।
01:16वैसे इस अफ्रीकी देश की जन संक्या हमारी राजधानी दिल्ली के बराबर है जहां करीब साठे तीन करोर लोग रहते हैं और इसमें 15,000 से ज्यादा की संक्या में भारतिय समुदाई के लोगों की हैं जिन में से कुछ तो 70 साल से ज्यादा समय से घाना में रह रहे हैं ज
01:46जो ओद्योगिक विकास और खाज सुरक्षा के लिए अवश्यक हैं जबकि भारत घाना को दवाईयां अनाज, मशीनरी, इस्पात और वस्तर देता है साथी भारत घाना से सबसे ज़्यादा सोना आयात करता है ये घाना से कुल आयात का 70 प्रतेशत से अधिक है यानि भारत
02:16अधिक का अनुदान और रियायती रिन दे चुका है फिरहाल भारत और घाना के बीच दुविपक्षी व्यापार वर्तमान में लगभग 3 बिलियन डॉलर है अब बाद घाना और भारत के बीच बढ़ते व्यापार से चीन को क्यों मिर्ची लग रही है तो इसका जवाब य
02:46अधिक घाना के शामा जिले में करीब 10,000 करोड रुपए की लागत वाले उर्वरक सयंत्र की स्थापना में बड़ी भूमी का निवा रहा है इसके अलावा 100 किलो मीटर की रेलवे लाइन बिचाने के साथ यहाँ UPI सुविधा भी शुरू कर रहा है और यही सब कुछ देख