00:02क्या इंटरनेशनल मंच पर उसकी मौजूदगी भारत के लिए बनेगी चुनौती?
00:05इस पूरे महीने पाकिस्तान UN Security Council का अध्यक्ष रहेगा.
00:08UNAC दुनिया का सबसे मजबूत इंटरनेशनल अंब्रेला है.
00:11ऐसे ताकतवर संगठन की Presidency, अगर पाकिस्तान जैसे देश के हाथ में आए, भले ही अस्थाई तोर पर सही, तो क्या हो सकता है?
00:17क्या पाकिस्तान इस मौके का फाइदा ले सकता है?
00:19इसका जवाब है, नहीं. अध्यक्ष कोई फैसला अकेले नहीं ले सकता.
00:22इसके हर प्रस्ताव के लिए परिशत के बाकी सदस्यों का बहुमत जरूरी है, या कई मसलों पर सबकी सहमती चाहिए होती है.
00:28अगर बाकी देश विरोध करें, तो अध्यक्ष किसी प्रपोजल को आगे नहीं ले जा सकता.
00:32लेकिन राजनीतिक और कूटनीतिक रूप से वो कई गड़बडियां कर सकता है, इसकी शुरुआत भी हो चुकी है.
00:37संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत असीम इफ्तिखार एहमद में कश्मीर मामले पर चर्चा शुरू कर दी, जबकि ये भारत और पाकिस्तान के बीच का मसला है, यानि एजंडा कंट्रोल करना अध्यक्ष देश के हाथ में है.
00:47वो तै कर सकता है कि किस मुद्दे पर ज्यादा चर्चा हो और किसे किनारे किया जाए, मान लीजिए कि अस्थाई सदस्यों में से कोई आतंकवाद पर बात करना चाहे, तो अध्यक्ष उससे बच सकता है और किसी दूसरे इश्यू को प्रात्मिक्ता बना सकता है.