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हिमाचल प्रदेश में भयानक तबाही, फिर फटा बादल... कई सारे लापता

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00:00झाल झाल
00:30कि देश के अलगलग हिस्सों में लगातर हो रही बारिश की वज़ा से डर चुके हैं लोग क्योंकि गर्मी से राहत तो मिल गई है लेकिन मुसलाधार बारिश का खतनाक असर जन जीवन पर पड़ रहा है नदियों में उफान हैं जिसे कई इलाके बाड़की चपेट में आ च
01:00हुए हैं और कई जगों पर स्थिती बहुत जादा गंभीर है देश के अलग अलग हिस्सों में आई इन तस्वीरों को देकर आस्मानी आफट का अंदाजा लगाया जा सकता है आपके आफट बाड़ बनकर पहाड़ों पर आई है इसकी डरावनी तस्वीर हिमाचल प्रदे
01:30ये बारिश अभी भी थमी नहीं है
01:33नदी जब रौद्र रूप धारण करती है तो ऐसा ही मंजर सामने आता है
01:46देखिए पानी किस तेज रफ्तार से बढ़ता जा रहा है
01:54नदी के उपर ये पुल आप देख रहे हैं बिल्कुल सही सलामत
02:01लेकिन सैलाब के बाद का हाल देखिए पुल का एक हिस्सा पानी की तेज मार सह नहीं पाया
02:13ये तस्वीर हिमाचल प्रदेश के पंडोग के कोकलाह नदी की है
02:17बादल फटने के बाद नदी में अचानक इतना पानी भर गया कि तबाही मच गई
02:26ये तस्वीर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के कारसोंग की है
02:33बादल फटने के बाद हुई तबाही आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं
02:37कार्सोंग के तीन इलाकों में भी बादल फटने से तबाही हुई है
02:44कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं
02:54मैं आप सभी को ये भी रिक्वेस्ट करूँगा सभी लोगों को कि आप क्योंकि जलस्थर बहुत बढ़ गया है
03:01तो और आज का दिन भी हमारा रेंफॉल प्रडिक्टिड है तो आप नदी नालों से दूर रहें और सेफ लोगेशन में शिफ्ट करें
03:08मंडी जिले में कई जगे बादल फटने की घटना हुई है
03:33गोहर इलाके में चार जगों पर बादल फटा जिन में दो घर तबाह हो गए
03:38कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया लेकिन अभी भी दस से ज़्यादा लोग लापता बताय जा रहे हैं
03:44धर्मपूर में बादल फटा तो छे घर सैलाब में समा गए
03:51वही आठ गोशाला भी तबाह हो गई
03:54फिमाचल की मंडी के अंदर हालाद बेहद चिंता जनक है
03:59बारा से पंदरा लोग ऐसे हैं जिनकी मौत हो चुकी है
04:04सहाथ से में तीन जगा क्लाउड बस हुआ और प्लैश फ्लड और रावी के साथ-सत बैयास नदी का पानी
04:11क्योंकि यहां पर मंडी के अंदर बड़ा है और साथ-साथ सो लोग ऐसे हैं जिनको रिस्क्यू किया गया
04:17पंदरा से बीस लोग ऐसे हैं जो अभी मिसिंग है लेकिन यह सारा डेटा किस तरीके से असर कर रहा है या इस डेटे के
04:25नंबर से फरक क्या पड़ रहा है वो आप देखिए यह एक तरफ हिमाचल का मंडी का अंदर का इंटर्नल रोड है कोई स्टेट हाईवे नी कोई नैशनल हाईवे नी लेकिन यहां पर भी एक आम जिंदगी किस तरीके से प्रभावित है वो आपको दिखाने की कोशिश कर�
04:55आज तक
05:25को को इदायत दी गई है कि यहां से अपने घरों से दुकानों से जो नदी नालों के साथ लगता है उनकी साइट है दुकान है यह घर है उसको खाली करकर किसी सुरक्षित जगह पर चले जाए और साथ-साथ अगले तीन घंटे के लिए तेज बारिश का अलर्ट जारी किया
05:55अपनी तो यहां पर एक लाग स्तावन हजार क्योसिक पानी चोड़ा गया हाला कि उसमें अब कमी जरूर आई है क्योंकि देर रात पानी चोड़ने की वज़ए से घरों तक पानी पूरा टक्स कर रहा था और घरों तक जा घुसाता है तो अब उस वह कम जरूर हुए लेकि
06:25करते हैं और साथ-साथ मंडी हो कुलू हो शिमला हो सोलन हो या निचले इलाके जितने भी है नदियों से सटे हुए द्यास नदी के साथ-साथ या दूसरी नदियों के साथ-साथ हिमाचल में तो उनके लिए ये खत्रा जरूर है और रेड अले जारी किया गया है स्कूल आ�
06:55कैसे ये पानी की आवाज लोगों के मन में एक डर पैदा कर रही है कैमरा पर सन्गिरी सात अमन भाद आज मंडी आज तक
07:05तो सबसे बड़ा सवाल ही है कि आखिर हिमाचल प्रदेश में इतनी जादा बादल फटने की घटनाएं हो क्यों रही है
07:12इस चुपार्ट के जरीए
07:14हिमाचल प्रदेश के वो खूपसूरत पहाड नदिया और ज़रने
07:27जिने देखने के लिए लोग हजारों किलोमीटर दूर से हिमाचल आते हैं
07:31यही सुन्दर प्राकर्तिक द्रिश हिमाचल को उसकी पहचान दिलाते हैं
07:36लेकिन मौनसून के वक्त यही पहाड हिमाचल और वहां के लोगों पर काल बन कर तूड़ते हैं
07:42साल दर साल प्राकर्तिक आपदाओं का सिलसिला हिमाचल में बढ़ता ही जा रहा है।
07:47भूस खलन, बादल फटने, बाड़ और अचानक आई फ्लाश फ्लट जैसी घटनाएं अब आम हो गई है।
07:53इसकी बहुत बड़ी वजह है जलवाई उपरिवर्तर।
07:56इन आपदाओं ने न सिर्फ जानमाल का नुकसान किया है, बलकि हिमाचल की अर्थवेवस्था और परेटन पर भी बुरा प्रभाव डाला है।
08:05आईए बताते हैं हिमाचल में इतने खराब मौसम और इन प्राकर्तिक आपदाओं की वजह क्या है।
08:10क्या है हिमाचल में आपदाओं का कारण? जलवाईू परिवर्तन है सबसे बड़ा कारण. दस साल में बढ़ा एक दशमलव छे डिग्री तापमान, दोजार चौबिस में अठारा बार फटे थे बादल, अंठावन दशमलव छतिस प्रतिशत, धर्ती पर है मिट्टी कटा�
08:40बता दे कि पिछले कुछ सालों में हिमाचल में प्राकरतिक आपदाओं में भारी बढ़ोत्री देखने को मिली है। इन आपदाओं में हिमाचल की जनता और सरकार दूनों को भारी नुकसान हुआ है। आईए आपको बताते हैं पिछले कुछ सालों में हिमाचल को कितना न
09:10949 करोड का नुकसान
09:132023 में 404 लोगों की बृत्यू
09:1612,000 करोड का नुकसान
09:182024 में 358 लोगों की बृत्यू
09:221,004 घर्ष रतीग्रस
09:247,088 पशुहानी
09:26बतादे की हिमाचल में हर साल लाखों परेटक आते हैं
09:31हासकर कुलू, मनाली और शिमला जैसे शेत्रों में
09:35इससे पर्यावरन पर दबाओ बढ़ता है
09:37होचल रिसॉर्ट्स और अन्य निर्मान कारियों के लिए पेड़ों को काटा जाता है
09:41विशेशग्यों का सुझाओ है कि सरकार को
09:44इको ट्यूरिजम को बढ़हावा देना चाहिए
09:47लेकिन इसे भी साथधानी से लागू करना जरूरी है
09:50तो इस बार की बरसात में आफ़त किमार उत्राखन के लोगों पर भी खोब पड़ी है
10:00क्योंकि उत्राखन में हिमाचल प्रदेश जैसे बादल फटने और फ्लेश वर्ट से जादा
10:03पहाडों के खिसकने की खबरे आई हो मुसीबत देखी गए
10:07टेरी से लेकर कोटवार तक जगा जगा जगा पहाडी दरकने से आवा जाए ही पर बुरा असर पड़ा
10:12उत्राखन के कोटवार में धस्ते पहाड और बिखरते मलवे की तस्वीरे देखकर रोका पुटती है
10:22कि अगर इसकी चपेट में कोई वाहन या इंसान आ जाए तो उनका क्या होगा
10:26ये तस्वीरे कोटवार के नेशनल हाईवे 534 पटे 119 यानि गमखाल और सत्पली के बीच हुए बूज करन की
10:33जिसके बाद से नेशनल हाईवे 534 कोटवार नजीवाबाद के बीच आवजा ही बंदो गई
10:42देरदून जाने वाले मुसाफर इस लेंड स्लैड के चक्कर में फच गया थी
10:46कोटवारी नहीं टेरी जिले में भी पिछले दो दिन होता कोई बारिश थमने के नाम नहीं ले रही है और पहार दरखने लगे है
10:53ये तस्वीर एक घंसाली के दर्दाथ रूट पर चिर्विया के पास हुए बूस्कलन की है
10:58इस बूस्कलन के बाद सड़क मार के चारदाम आने जाने वाले तीर थियात्रियों सहित इस्थानी लोगों की गाड़ियों की लंबी कतार लग गए
11:05उत्राखन में पहाड़ी किसकने के साथ साथ नदी नाले भी कम तबाही नहीं मचा रहे
11:10कोट दोर में लेंड स्लाइट के बाद नजीवाबाद वास्ता बंद होने के करण लोग जान हतिली पर रखकर उफंते नदी नाले पार करने की कोशिश कर रहे
11:17तो कई लोग ट्रेक्चर पर अपने बाहन लाग कर उसे नदी के पार पहुचाते नदर आए
11:24उत्राखन में मौसम विभाग की जेतावनी ने लोगों के लिए और परिशानी खड़ी कर दी
11:32क्योंकि चमूली, रुद्र प्रियाग, उत्तरकाशी, बागिचर और पित्थोड़ागर जैसे इस सम्विधन शील जिलों में जूरधार बारिश का और इंजलर जारी किया गया है
11:40आज दो दिन के बाद लोगों को राहत मिली है जहां एक तरफ लगातार पिछले दो दिन से बारिश ने कोराम मचाय हुआ था
11:51वहां आज पहड़ी शेत्रों में भी धूख खिलने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं
11:57यात्रा जो है एक बार फिर से सोचारू कर दी गई है हाला कि यमनोत्री हाईवे को खोलने का जो चैलेंज है वो लगातार बना हुआ है
12:06अला कि केजारणात और बद्रिनात यात्रा मार्ग फिलाल खुला हुआ है लेकिन मौसम की इस सिती को देखते हुए चार धाम यात्रा मार्गों पर भी नज़र रखी जा रही है
12:15जबकि यमनोत्री हाईवे को खोलने के प्रयास चारी है
12:18बड़कोट यमनोत्री मार्ग पर सिलाइव बैंट के पास हुई गठना के बाद अभी भी साथ मज़़ों की तलाश चारी है
12:23उदर टेरी गड़वाल में बादल चाये हैं और बारिश की संबाबना बनी हुई है
12:28लपकि कोड़वार, हरिदवार, प्रिशकेश और राम नगर जैसे मैदाने की शित्रों में फिलान मौसम साफ है
12:33नेरी ताल, अलमोड़ा, बागेश्वर और मसूरी जैसे स्थानों पर बादल चाये हुए हैं
12:37और कोछ इलाकों में बारिश थमी हैं
12:39अंके चर्मा देरा दून आज तक
12:41तो इस बारिश में जिस तरह से पाढ़ों पर आफ़त बरस रही है
12:46मैदानी आलाकों में भी कम मुसीबते नहीं है
12:48उफंते नदी डालों और साथ ही पानी से भरी हुई डूबी हुई सडकों पर जग़जगर हाथसों की खबर है
12:53जरासे दुसाह से जरासी लापरवा ही जान पर भरी पड़ सकती है
12:57ऐसा ही एक हासा हुआ जहारखन के गिरीडी में या एक मालवाह कलॉरी पुल से 40 फीट नीचे नदी में जा गिरी
13:06एक बार को इस तस्वीर को देखने पर समझ में नहीं आता कि माज़रा क्या है
13:14लेकिन गौर से देखे तो पता चलता है कि उफन्ती नदी के बीच एक शक्स ट्रक के पईये पर बैठा दिख रहा है
13:22ये शक्स ट्रक का ड्राइवर है जो करीब 6 गंटे तक इसी तरह डूबे हुए ट्रक के पईये पर बैठ कर किसी तरह अपनी जान बचाते रहा
13:33इसके पीछे नदी में पोरी तरह डूब चुका ट्रक दिख रहा है
13:42ट्रक लौरी के पईये आप देख सकते हैं जो नदी में बिलकुल उल्टा होकर गिरा है
13:47यह अधसा जारकन के गिरिडी जिले में हुआ जहां गिरिडी डूमरी रूट पर बराकर नदी में देरात करीब देर वजे एक लौरी गिर गई
13:58जिस वक्त नदी में लौरी गिरी तब नदी में काफी तेज बाहब था
14:02करीब 40 फीट की उचाई से गिरने के बाफ़ जो ड्राइवर किसी तरह ट्रक से निकल का टायर पर चड़ने में काम्याब हो गया
14:13सुबह होने तक ड्राइवर यूही टायर पर बैठा रहा
14:16सुबह होने पा जब इस्थानी यूफको ने उसे देखा तो पुलिस को सूचना दी गई
14:20और ड्राइवर को नदी के तेज बाहब से बाहर निकाला गया
14:23वहंचाला कोडर्मा के जैनगर थानर इलाके के काटाडी बस्ती का अकील नवास खान है
14:32जसने बताया कि बारिश के बढ़िया से सड़क पर ट्रक का टायर फिसलता हुआ
14:36पुल की रेलिंग को तोड़ कर नीचे जाके रहा
14:39बेज करके उन्हें पानी में बहाव के तरफ किस्ते हुए जरे जरे करके बहाव निकाला गया
14:47अब यह पता नहीं चल पाया है कि यहाद से के वक्त के ट्रक में सिर्फ ड्राइवर ही था
15:07या उसके साथ ट्रक का क्लिनर भी मौझूद था
15:09सुरचिना गिलिडी आज तक
15:12और अब आद गुजरात के कर लेते हैं कि क्यों गुजरात में 11 जून के दस्तक देने वाला मौनसून 30 जून तक
15:21पूरे प्रदेश में पहुँच चुका था
15:23सूरत भावनगर अमरेली जामनगर नफसारी वलसा तमाम इन इन इलाकों में जबर्दस तरीके से बारिश हो रही है
15:29गुजरात में इस बार मौनसून की महरबानी जून में सबसे ज़्यादा नजर आ रही है
15:47जून में 20 दिनों के अंदर पूरे मौनसून का 32 पीस्ती पानी बरस चुका है
15:52हालात ये हैं कि मौनसून के पहले दोर की बारिश में ही गुजरात के शहर से लेकर गाउं तक जल भराव के नजरे दिखने लगे
16:02पिछले दिनों जूनागर बे हुई जोड़दार बारिश के बाद हालात कुछ ऐसे ही थे
16:09एक तरफ गिर्णार की पहाड़ियों पर बारिश के बाद छड़ने फूस पड़े थे तो दूसरी ओर पहाड़ी सीड़ियों से उतरता पानी का बहाव लोगों को खूब पसंद आ रहा था
16:18हम गिर्णार की गोद में रहते हैं और गिर्णार में जो मौसम होता है इस लाकड़ स्वर्ग, ह walked, अज़िक ऊहाँ है और हम अबी दामोकुण में है और दामोकुण में आब देख सकते जो बारिश, जो मौसम बना है
16:34आपको सिब देख के ही मन होगा तो आप जस्ट इमेज जीन के हम यहाँ पर रहते हुए भी हम कितने मज़े कर रहे है
16:41गिर्णाद में हुई भारी बारिश से सोना रख नदी में उफान आया
16:46तो पवितर तीर्थ की मानिता वाले दामोदर पुंड में सुन्दर नजारे नजर आने लगे
16:51हाला कि प्रशासन ने एतियातन दामोदर पुंड के नस्दीक जाने पर पाबंदी लगा दी है
16:56उधर जोरदार बारिश के बाद जूनागर्श शहर के अंदर भी जल भरा हुआ
17:02जूनागर्श के गिर्नार में पांच इंच बारिश हुई है जबकि जूनागर्श शहर में तीन इंच बारिश दो घंटों में हुई है
17:09जिसकी वज़े से पूरा शहर पानी पानी हो गया
17:11लोगों को आवाजाही करने में दिकतों का सामना करना पड़ा
17:15गुजरात में इस बार के मौसूम में हुई बारिश को लेकर मौसम विभाग ने बताया है
17:36कीस साल गुजरात में पूरे मौनसून के सीजन में आउसत 882 मिली मीटर बारिश का अनुमान है
17:43जबकि 30 जून तक ही गरीब 278 मिली मीटर बारिश हो चुकी है
17:47इस लिहाज से इस सीजन की अनुमानित कुल बारिश का 31.62 फीस्टी बारिश पिछले 20 दिनों में हो चुकी है
17:54इसमें राजिकी 251 तहसीलों में 26 तहसीले ऐसी है जहां अब तक 500 मिली मीटर से अधिक बारिश हो चुकी है
18:01एक तहसील ऐसी भी है जहां 1000 मिली मीटर से अधिक पानी बरस चुका है
18:06इसके अलावा 89 तहसीलों में 200 मिली मीटर से अधिक तो इतनी ही तहसीलों में 125 मिली मीटर से अधिक बारिश इनमें भी सबसे ज़्यादा बारिश गुजरात के दक्षिनी इलाके में दर्च की जा रही है
18:19अनमान है कि बरसाद का यही औसद बना रहा तो मौनसून के बचे हुए सीजन में गुजरात में भी औसद से अधिक बारिश दर्च की जा सकती है
18:27आज तक बेरो
18:28संगम नगरे प्रियाग राज में गंगा और यमुना नदियों का जलिस्ता लगातर तेजी के साथ बढ़ रहा है
18:36पिछले 24 घंटे में बारिश और अलग लग बादों से छोड़े गे पानी की वज़ह से दोनों ही नदियों में उफान दर्च किया गया है
18:43हम इस वक्त प्रियाग राज में हैं संगम नगरी में हैं और हमारी मौझूदगी इस वक्त अरैल घाट में है
18:50उपर से आप देखेंगे तो बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है तो नीचे गंगा और यमुना वो उफनाई पड़ी हैं
18:59हर दिन के हिसाब से कुछ-कुछ मीटर पानी ऊपर पड़ रहा है और अगर हम मुझे इस वक्त देखेंगे जहाँ इस वक्त मैं मौझूद हूँ मेरे घुटनों तक यहाँ पानी आ गया यह मत समझेगा कि मैं किसी नदी के अंदर खड़ा हूँ बिल्कुल भी नहीं
19:12मैं इस वक्त जहाँ खड़ा हूँ मेरे ठीक पीछे नीचे जमीन है और कुछ सीड़िया है और वो सीड़िया इसलिए है क्योंकि यह एक घाट है जिस तरह से आपको यह सीड़िया दिखाई पड़ रही है जो क्यामरमेन गौरफ दिखा रहे हैं वैसी ही उनी एक सीड़ी �
19:42और नीचे लोगों के बैठने की जगा है व्यवस्ता है लेकिन आलम यह है कि इसके सामने की बनी बारादरी को अगर आप देखेंगे तो वो पानी में आधी तरीके से डूप चुकी है आधी तरीके से कहें पूरी तरीके से कहें क्योंकि जो बैठने का स्थान यहां पर था
20:12चलती थी फिलाल जो नाव प्रभंधन है उसको अगर आप देखेंगे तो नाव प्रभंधन भी पूर्ण तरीके से प्रतिबंदित है रोक दिया गया है ऐसा इसलिए किया गया है योगी पानी का जलिस्तर दिन बर दिन बढ़ रहा है बताया जा रहा है कि कल परसों के करीब �
20:42है हलका सा प्यार फिसले और आपके लिए दिक्कत हो सकती है सामने आप दिखाईए गंगा यमुना का जो फ्लो है वो बड़ा खतरनाक नजर आता है यानि कि अगर कहीं भी कोई दुरगटना होती है तो शायर किसी को बचा पाना बेहत बेहत मुश्किर होगा
20:54तो चले मैदानी लाकों के बादे गर फिर से पहारी लाकों के बारे में बात कर लेते हैं क्योंकि हालात वहां बहुत जादा खराब हैं कहीं बहुत जबरदस तरीक से लिंसलाइड है तो कहीं बादल फट रहे हैं अमन भारतवाश हमारे साथ हमारे समवादा ता जोड़ ग
21:24बीच में क्योंकि अब मौसम में ठहराव है और जो बादल पूरे इस इलाके को पूरे मंडी को घिरा हुआ था तो अब भी आप देखें पूरा आसमान साफ है और बीच में धूप खिली हुई थी लेकिन जिस तरीके के की तबाही हुई या जिस तरीके से दस जगा बादल फ
21:54जो नाला यहां पर बहता है मंडी के अंदर तो वो पूरे उफान पर था और अभी इस लेवल से जिस लेवल पर अब है इस से 20 से 30 फुट जादा पानी का लेवल था और आसपास के यह जो आप घर देख रहे हैं दिकाने हैं यहां पर पानी 10 से 15 फुट अंदर चला गया थ
22:24कि क्या आज भी ऐसे हालात रहेंगे क्या आज कोई रहत की सांस इन लोगों के लिए रहेगी खास कर मंडी के अंदर और क्योंकि तीन जगह इसी हैं मंडी के अंदर धरंपूर हो तुनिया कुनाग हो या करसोग हो तो यहां पर जादा सबसे जादा मौसम का कहर देखने को म
22:54कि रही उससे पांसो क्रोट से जादा का नुकसान मंडी के अंदर हुआ है और रिस्क्यू उपरेशन भी चलाया गया दो जगह इंडियर एफ्की टीन गई एक जगह हजियर एफ्की टीन ने मोचा संभाला और दोसो असी के करीब लोग थे जिनको रिस्क्यू किया गया मं�
23:24पिछले दिनों में कुल अब तक के हैं तो पचास मौत इन दस दिनों में हुई हैं और सो से अधिक लोग घायल हुए हैं इंजड हुए हैं तो वहीं अलग अलग हाथ से भी देखने को मिले नालागेट स्वारगेट रोड के उपर एक बस पलती इसी खराब मौसम की वज़
23:54कि अगले दो से तीन दिन खराब मौसम रही रह सकता है और साथ साथ इससे बचने की जरूरत है और मेदिया नाले पूरे उफान पर हैं डैम्स का लेवल बड़ा है पंडो लेवल जहां से पानी रिलीज होपर आ रहा है तो वहां पर भी कल एक लाग सब्तावन हजार क्यू
24:24तो कुल मिलाकर अबर देखा जाए तो वैसे भी कही लाकों के लिए पहली रेड अलर्ट जारी कर दिया जाता है मौसमी बाग की तरफ से प्रशासन की तरफ से तमाम एहतियात बढ़ते जाते हैं और इस तरह के बुरे हालातों में SDRF और INDRF और लोकल प्रशासन मिलकर एक
24:54हुआ है

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