पूरा वीडियो: अकेले रहने में डर और परेशानी? || आचार्य प्रशांत (2018) ➖➖➖➖➖➖➖➖ 🧔🏻♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं? लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita?cmId=m00041
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00:00हम हॉस्टल में हुआ करते थे तो एक था पपी पपी माने पपी नहीं पपी तो पपी हमेशा मू लटकाए घूमे तो बंप्स का रिवास था बंप समझते हो चार लोग लगते थे दो हाथ पकड़ते थे दो पाओं पकड़ते थे जूला जूलाते थे और बाकी दस जन दना �
00:30साइब कॉबर की ने पीला सूट पहना था पपी को मॉंस एयस सi हमारी हालत है कि हमारे कार्य किसी कारण से निकल रहे हमारे कार्य कार्य कार्य से
00:52नहीं निकलते हैं, हमारे कार्न वृत्तियों से निकलते हैं, कारण तो हम बाद में गढ़ लेते हैं, कारण तो कभी था ही नहीं, कारण तो बस यूही आडंबर था, असली चीज तो वृत्ति थी, जो भीतर बैठी हुक्य créd कहें काहे ऐसी आत्मगाती वृत्तियों को पोशण