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  • 7/1/2025
दिल्ली सरकार 4 जुलाई से 11 जुलाई के बीच पहली बार क्लाउड सीडिंग के जरिए आर्टिफिशियल रेन का ट्रायल करवा सकती है. ये खबर जब से सामने आई है हर तरफ यही चर्चा है कि कैसे होती है आर्टिफिशियल रेन. दिल्ली में पॉल्यूशन की मार आज से नहीं सालों से चली आ रही है. सभी सरकारें दिल्ली चुनाव में इसको एक बड़ा मुद्दा भी बनाती हैं. इसी दिशा में आर्टिफिशियल रेन की और कदम बढ़ाया जा रहा है. IIT कानपुर इस परियोजना का तकनीकी रूप से संचालन करेगा. दिल्ली सरकार ने DGCA से अनुमति लेकर मौसम के अनुकूल रहने पर बारिश कराए जाने की योजना बनाई है.इस योजना पर लगभग 3 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की संभावना है. कैसे होगी क्लाउड सीडिंग? क्या है पूरा प्रोसेस? जानने के लिए देखें पूरी खबर.
Delhi government can conduct trials of artificial rain through cloud seeding for the first time between July 4 and July 11. Ever since this news has come out, there is a discussion everywhere about how artificial rain is created. The problem of pollution in Delhi has been going on for years. All governments also make it a big issue in the Delhi elections. In this direction, further steps are being taken towards artificial rain. IIT Kanpur will technically operate this project. Delhi government has made a plan to make it rain after taking permission from DGCA if the weather is favorable.About Rs 3 crore is likely to be spent on this scheme. How will cloud seeding happen? What is the whole process? Watch the full news to know.

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Transcript
00:00दिल्ली सरकार 4 जुलाई से 11 जुलाई के बीच पहली बार क्लाउट सीडिंग के जरिये आर्टिफीशल रेन का ट्रायल करवा सकती है
00:07ये खबर जब से सामने आई ये हर तरफ यही चर्चा है कि कैसे होती है आर्टिफीशल रेन
00:13अब बारिश तो पूरी तरह से एक नैच्रल प्रोसेस है फिर कैसे इसको यूमन करवा सकते हैं
00:18अरे भाई नकली बादल ही बनाये जा सकते हैं क्या
00:22और एक और सबसे बड़ा सवाल है जो बवाल भी मचा रहा है
00:26कि बरसात के मौसम में आर्टिफीशल रेन क्यों करवा रही है सरकार
00:30नमस्कार मैरिचा अब दिलवालों की दिल्ली में बारिश दस्तक दे चुकी है
00:35इसी बीच एक और खबर है जो आग की तरह फैल रही है
00:39वो है दिल्ली में दिल्ली सरकार द्वारा आटिफीशल रेन
00:42दिल्ली में पॉल्यूशन की मार आज से नहीं सालों से चली आ रही है
00:45सभी सरकारें दिल्ली चुनाओं में इसको एक बड़ा मुद्दा भी बनाती है
00:49अब इसी दिशा में आर्टिफीशल रेन की ओर एक कदम बढ़ाया जा रहा है
00:53दिल्ली में अब तक कई बार आर्टिफीशल रेन करवाने की योजना भी बनी है लेकिन सफल नहीं रही
00:59इससे पहले आम आदमी पार्टी की सरकार ने भी आर्टिफीशल रेन के प्रयास किये थे जो सफल नहीं हो सके थे
01:06अब इस बार दिल्ली में भाजपा की सरकार आर्टिफीशल रेन कराने की प्लैनिंग में
01:11और खबर है कि इसके लिए एक 4 जुलाई से 11 जुलाई का डेट भी निर्धारित कर लिया गया
01:16IIT कानपूर इस पर योजना का तक्नीकी रूप से संचालन करेगा
01:20दिल्ली सरकार ने DGCA से अनुमती लेकर मौसम के अनुखूल रहने पर बारिश कराये जाने की योजना बनाई है
01:26इस योजना पर लगभग 3 करोड रुपए खर्च किये जाने की संभावना है
01:31एक-एक ट्रायल 90 मिनट का होगा और इसमें प्लेन से नैनो पार्टिकल्स और नमक के मिक्षर का छड़काव किया जाएगा
01:38कितना फैसिनेटिंग है न ये संब लेकिन अब पहला सवाल यह आता है कि कैसे करवाई जाएगा आटिफिशल रेन
01:44आटिफिशल रेन के ट्रायल रन में उत्तर पश्चिम और बाहरी दिल्ली में कम सुरक्षा वाले हवाई शेत्रों में पांच विमानों के जरिये बारिश करवाई जा सकती है
01:54लगभग 90 मिनट तक चलने वाली प्रतेक फ्लाइट लगभग 100 वर्ग किलोमेटर कवर करेगी
02:00ऐसा माना जा रहा है कि इससे दिल्ली के एर पॉलूशन में कमी दर्ज की जा सकती है
02:05आटिफिशल रेन का हथियार है क्लाउड सीटिंग
02:08तो आप सभी के दिमाग में ये जरूर आ रहा होगा कि आकर ये क्लाउड सीटिंग क्या होता है
02:13मतलब साइन्स बादल में बारिश के बीज भी बो सकती है क्या
02:16क्या जबकि बारिश तो नेचरल प्रोसेस है
02:19तो आपको बता दें कि cloud seeding के जरिये बादलों के भीतर temperature को माइनस 20 और माइनस 30 degree Celsius तक किया जा सकता है
02:28cloud seeding chemicals को विमान से या जमीन से generator anti-aircraft gun या फिर rocket से दागे गए करनस्तर द्वारा फैलाया जा सकता है
02:37विमान से छोड़ने के लिए silver iodide flares को और फलाया जाता है क्योंकि विमान cloud के flow के माध्यम से उड़ता है
02:46जमीन से छोड़े जाने के बाद fine particles को air current द्वारा नीचे और उपर के और लाया जाता है
02:52और इसी प्रक्रिया को cloud seeding कहते हैं
02:55अब इससे जुड़ी थोड़ी science और जान लेते हैं
02:58क्योंकि आपके दिमाग में ये भी आही रहा होगा कि आसमान में ऐसा क्या डाला जाता है जो artificial rain करवा सकता है
03:04artificial rain कराने के लिए scientist silver iodide, potassium iodide और post carbon dioxide आम भाशा में इसे सूगी बर्फ कह सकते हैं
03:14इन्हें शामिल करने के साथ ही table salt जैसी hydroscopic material को बादलों में छोड़ देते हैं
03:21इस process में gas में फैलने वाले liquid propane का भी use किया जाता है
03:26यह silver iodide की तुलना में high temperature पर बर्फ के crystal का उत्पादन कर सकता है
03:32हलाकि artificial rain के लिए कुछ climatic condition भी जरूरी है
03:36अब इसमें पहली हवा की गती और दिशा
03:39दूसरी आसमान में लगभग 40% बादल भी होने चाहिए
03:44उन बादलों में थोड़ा पानी भी होना चाहिए
03:46अब इन दोनों स्थितियों में थोड़ी कमी बेसी चल जाती है
03:49लेकिन ज्यादा अंतर हुआ अप दिल्ली पर artificial rain कराने का ट्रायल बिकार हो सकता है
03:54और इन केस ज्यादा बारिश हो गई तो भी दिक्कत आ सकती है
03:59इस खबर में बस इतना ही ऐसी और खबरों के लिए बने रहे वन इंडिया के साथ धन्यवाद

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