00:00भगवान जगनात के रत निर्मान की अद्भुत और रहस्यमई कहानी
00:04आप देख रहे हैं धर्म, भगवान जगनात जी के रत का नाम नंदी घोश है
00:09ये रत 16 विशाल चक्कों पर खड़ा होता है, इसकी उंचाई 45 फीट और लंबाई 34 फीट होती है
00:17इस रत को खीचने के लिए चार घोड़े लगाये जाते हैं
00:21रत निर्मान में कुल 832 लकड़ी के टुकड़ों का इस्तेमाल होता है
00:25हर काम खास कारीगर करते हैं और ये हुनर पीड़ी दर पीड़ी सिखाया जाता है
00:31सबसे पहले आते हैं महाराणा लकड़ी खोजने वाले
00:35दूसरे गुणकार लकड़ी काटने वाले
00:38तीसरे पही महाराणा रत के पहिये बनाने वाले
00:42चौथे कमर कंट नायर रत को जोडने का सामान बनाने वाले
00:45पाचवे, चंदाकार, रत को सजाने और नकाशी करने वाले, छठे, रूपकार और मूर्तिकार, लकडी, तराशने वाले, साथवे, चित्रकार, रत पर रंग और चित्रकारी करने वाले, आठवे, सुचिकार, रत के लिए कपड़े सिलने वाले, नौवे, रत भोई, सभी कार