00:00आप आज मात्रू भूमी से भारत भूमी से सबसे दूर है लेकिन भारत वासियों के दीलों के सबसे करीब है
00:16आपके नाम में भी शुब है और आपकी यात्रा नए युग का शुब आरंब भी है
00:27इस समय बात हम दोनों कर रहे हैं लेकिन मेरे साथ एक सो चालीस करोड भारत वासियों की भावनाएं भी है
00:41मेरी आवाज में सभी भारतियों का उत्सा और उमंग शामील है
00:52अंत्रीच में भारत का पर्चम लहराने के लिए
00:58मैं आपको हारदिक बधाई और शुब कामनाय देता हूँ
01:06मैं ज्यादा समय नहीं ले रहा हूँ तो सबसे पहले तो ये बताईए
01:13वहाँ सब कुशल मंगल है आपकी तब्यट ठीक है
01:19जी प्रदारमंद्रे जी बहुत बहुत धन्यवाद आपकी विशेज का और 140 करोड मेरे देशवासियों के विशेज का
01:27मैं यहां बिल्कुल ठीक हूँ सुरक्षित हूँ आप सब के आशिरवाद और प्यार की वज़े से बहुत अच्छा लग रहा है
01:33बहुत नया एक्सपिरियंस है यह और कहीं बहुत सारी चीजें ऐसी हो रही हैं जो दिर्शाती है कि मैं और मेरे जैसे बहुत सारे लोग
01:43हमारे देश में और हमारा भारत किस दिशा में जा रहा है यह जो मेरी यात्रा है ये प्रती से और्षिट की
01:52चार्सो किलो मीटर तक की जो चोटी सी यातरा है यह सिर्फ मेरी नहीं है, मुझे लगता है कहीं न कहीं हमारे देश की यातरा है,
01:58विकास जब मैं चोटा था, मैं कभी सोच नहीं पाया कि मैं एस्टनॉड बन सकता हूं,
02:03लेकिन मुझे लगता है आपकी नेतरत्व में आज का भारत ये मौका देता है और उन सपनों को साकार करने का भी मौका देता है,
02:11तो ये बहुत बड़ी उपलब्दी है मेरे लिए और मैं बहुत गर्व फिल कर रहा हूं कि मैं यहां पे अपने देश का प्रतिनी दित्व कर पा रहा हूं, धन्यवाद प्रदान में शुप, आप दूर अंत्रिक्ष में है, जहां ग्रेविटी ना के बराबर है,
02:28पर हर भारतिये देख रहा है कि आप कितने डाउन टू अर्थ है, आप जो गाजर का हलवा ले गए है, क्या उससे अपने साथियों को खिलाया गा?
02:45जी, प्रदान मत्री जी, ये कुछ चीजे मैं अपने देश की खाने की लेके आया था, जैसे गाजर का हलवा, मुंगदाल का हलवा और आमरस, और मैं चाहता था कि ये बाकी भी जो मेरे साथी हैं, बाकी देशों से जो आए हैं, वो भी इसका स्वाद ले और जखे जो भार
03:15जी, प्रदान मत्री जी, इस समय तो मेरे पास ये इन्फोरमेशन उपलब नहीं है,
03:45लेकिन थोड़ी देर पहले, मैं खिड़की से विंडो से बाहर देख रहाता है, तो हम लोग हवाई के उपर से गुजर रहे थे, और हम दिन में 16 बार परिक्मा करते हैं,
03:57सोला सूर्यदे और सोला सन्यास सन्राइज और संसेट हम देखते हैं, और बहुत ये चंबित कर देने वाला ये पूरा प्रोसेस है, इस परिक्रामा में, इस तेज गती में, जिस हम इस समय करीब 28,000 किलो मीटर प्रती घंटे की रफतार से चल रहे हैं, आप से बात करते वो
04:27कि हम यहां पहुचे हैं और यहां से और आगे जाना है।
04:57मतलब बाहर से कोई सीमा रिखा नहीं दिखाई देती, कोई बोर्डर नहीं दिखाई देता, और दूसरी चीज़ जो बहुत नोटिसेबल थी, जब पहली बार भारत को देखा, तो हम मैप पर पढ़ते हैं भारत को, हम देखते हैं बाकी देशों का आकार कितना बड़ा है,
05:27मैप पर देखते हैं उससे कहीं जादा बड़ा, और जो वननेस की फिलिंग है, प्रित्वी की वननेस की फिलिंग है, जो हमारा भी मोटो है कि अनेकता में एकता, वो बिलकुल उसका महत्व ऐसा समझ में आता है बाहर से देखने में, कि लगता है कि कोई बोर्डर एक्जिस
05:57पर जाने वाले आप पहले भारती हैं, आपने जबरदास महनत की हैं, लंबी ट्रेनिंग करके गए हैं, अब आप रियल सिचुएशन में हैं, सच में अंत्रिक्ष में हैं, वहां की परिस्तितियां कितनी अलग हैं, कैसे एड़प कर रहे हैं?
06:22यहां पर तो सब कुछ ही अलग है, पतान मत्री जी, ट्रेनिंग की हमने पिछले पूरे एक साल में, सारे सिस्टम्स के बारे में मुझे पता था, सारे प्रोसेस के बारे में मुझे पता था, एक्स्पेरिमेंट्स के बारे मुझे पता था, लेकिन यहां आते ही, सड़नली स
06:52अब आपसे बात करते वक मैंने अपने पैरों को बांध रखा है नहीं तो मैं ऊपर चला जाओंगा तो भी ऐसे प्लोट करता रोता है पानी पीना पैदल चलना सूना बहुत बढ़ा चालेंज है आप छत पे सु सकते हैं आप दिवारों पे सु सकते हैं आप जबीन पे सु सक
07:22यूस्टू होने में एक दो दिन लगते हैं बट फिर भारत की ताकत साइन्स और स्पिरिचालिटी दोनों है आप अंत्रिक्ष यात्रा पर है लेकिन भारत की आत्रा भी चल रही होगी बीतर में भारत दोड़ता होगा क्या उस माहूल में
07:42मेडिटेशन और माइंडफुलनेस का लाब भी मिलता है क्या जी प्रधान मंत्री जी मैं बिल्कुल सहमत हूँ मैं कही न कहीं ये मानता हूँ कि भारत अल्रड़ी दोड़ रहा है और ये मिशन तो केवल एक पहली सीड़ी है उस एक बड़ी दोड़ का और हम जरूर आगे पह
08:12बहुत सारी सिड़ेशन ऐसी होती है नॉर्मल ट्रेनिंग के दोरान भी या फिर लाउंच के दौरान भी जो बहुत स्ट्रेसफू होती है और माइंडफुलनेस से आप अपने आपको उन सिचुेशन में शांत रख पाते हैं और काम अपने आपको काम रखते हैं अपने आ�
08:42में प्रैक्टिस की जाएं तो ऐसे एक चालेंजिंग एंवार्मेंट में या चालेंजिंग वातावरण में मुझे लगता है यह बहुत ही यूसफुल होंगी और बहुत जल्दी लोगों को एडाप्ट करने में मदद करेंगी अब अमत्रिक्ष में कई
08:55कर रहे हैं कि क्या कोई ऐसा एक्सपरिमेंट है जो आने वाले समय में एग्रिकल्चर या हेल्ट सेक्टर को फाइदा पहुंचाएगा जी प्रदारमंद्री जी मैं बहुत गर्व से कह सकता हूं कि पहली बार भारती व्याग्यानिकों ने साथ यूनिक एक्सपरिमेंट्स डि
09:25वो है stem cells के उपर
09:28सो अंतरिक्ष में आने से क्या होता है
09:31कि gravity चुकी absent होती है
09:33तो load खतम हो जाता है
09:34तो muscle loss होता है
09:36तो जो मेरा experiment है
09:37वो ये देख रहा है कि
09:39क्या कोई supplement दे के
09:41हम इस muscle loss को रोख सकते हैं
09:44या फिर delay कर सकते हैं
09:46इसका direct implication धरती भी है
09:48कि जिन लोगों का muscle loss होता है
09:50old age की वज़े से
09:51उनके उपर ये supplements यूज किये जा सकते हैं
09:54तो मुझे लगता है कि ये definitely
09:56वहाँ यूज हो सकता है
09:57साथे साथ जो दूसरा experiment है
09:59वो microalgae की growth के उपर
10:02ये microalgae बहुत छोटे होते हैं
10:04लेकिन बहुत nutritious होते हैं
10:07तो अगर हम इनकी growth देख सकते हैं
10:09यहाँ पर और ऐसा process हिजाद करें
10:11कि ये ज़्यादा तादाद में हम इने उगा सकें
10:14और nutrition हम provide कर सकें
10:16तो कहीं न कहीं ये food security के लिए भी
10:20बहुत काम आएगा धर्ती के उपर
10:21सबसे बड़ा advantage जो है
10:23इस पेस का वो ये है कि ये जो process है
10:26यहाँ पर बहुत जल्दी होते हैं
10:27तो हमें महिनों तक या सालों तक
10:29वेट करने की ज़रोत नहीं होती
10:30सुवांजू चंद्रयान की सफ़लता के बात
10:34देश के बच्चों में
10:37युवाओं में
10:39विज्यान को लेकर
10:41एक नई रूची पैदा हुई
10:43अंत्रिश को
10:45explore करने का जजबा बढ़ा
10:48अब आपकी ये एतिया से यात्रा
10:51उच संकल्प को
10:53और मजबूती दे रही है
10:55आज बच्चे
10:57सिर्फ आस्वां नहीं देखते हैं
11:01वे यह सोचते हैं
11:03मैं भी वहां पहुच सकता हूँ
11:05यही सोच
11:07यही भावना
11:09हमारे भविश के
11:10स्पेश मिशन्स की
11:12असली बुन्याद है
11:13आप भारत की
11:16युवाओ पीडी को
11:17क्या मेसेज देंगे
11:19प्रधार मंद्री जी
11:21अगर मैं अपने युवाओ पीडी को
11:24आज कोई मैसेज देना चाहूंगा
11:25तो पहले यह बताऊंगा
11:26कि बारत जिस दिशा में जा रहा है
11:28हमने बहुत बोल्ड और बहुत
11:30उंचे सपने देखे हैं
11:32और उन सपनों को पूरा करने के लिए
11:33हमें आप सब की जरुवत है
11:35तो उस जरुवत को पूरा करने के लिए
11:37मैं यह कहूंगा कि
11:39सक्सेस का कोई एक रास्ता नहीं होता
11:41कि आप कभी कोई एक रास्ता लेता है
11:44कोई दूसरा रास्ता लेता है
11:45लेकिन एक चीज जो हर रास्ते में
11:47कॉमन होती है वो यह होती है
11:49कि आप कभी कोशिश मत छोड़िये
11:51नेवर स्टॉप ट्राइंग
11:53अगर आपने ये मूल मंत्र अपना लिया
11:55कि आप किसी भी रास्ते पे हों कहीं पे भी हों
11:58लेकिन आप कभी गिवप नहीं करेंगे
11:59तो सक्सेस चाहें आ जाए
12:01या कल आए
12:02पर आए
12:02कि आपकी ये बातें देश के युवाओं को बहुत ही अच्छी लगेगी
12:11और आप तो मुझे भली भाती जानते हैं
12:16जब भी किसी ज़े बात होती हैं
12:18तो मैं होंबर्ग जरूर देता हूँ
12:20हमें मिशन गगनियान को आगे बढ़ाना है
12:25हमें अपना खुद का स्पेस टेशन बनाना है
12:30और चंद्रमा पर भारतिय एस्ट्रोनोट की लेंडिंग भी करानी है
12:37इन सारे मिशन्स में आपके अनुभव बहुत काम आने वाले हैं
12:43मुझे भी स्भात है आप वहां अपने अनुभवों को जिरूर रेकोर्ड कर रहे होंगे
12:50जी प्रतानमंत्री जी बिल्कुल ये पूरा मिशन की ट्रेनिंग लेने के दोरान
12:56और एक्सपीरियंस करने के दोरान जो मुझे लेसेंस मिले हैं
13:01जो मुझे सीख मिली है वो सब एक स्पॉंज की तरह मैं अब्सॉब कर रहा हूं
13:05और मुझे यकीन है कि ये सारी चीजे बहुत वैल्यूवल प्रूव होंगी बहुत इंपोर्टेंट होंगी हमारे लिए जब में वापस आऊंगा
13:12और हम इनहें ऐफक्टearly अपने मिशनस में इनके लेसन्स अप्लाई कर सकेंगे और जल्दी से जल्दी उन्हें पूरा कर सकेंगे
13:20मेरे साथ ही जो मेरे साथ आय थे कही नहोंंने भी मुझे से पूछा कि हम कभ गगन यान पे जा सकते हैं
13:26जो सुनके मुझे बहुत अच्छा लगा और मैंने बोला कि जल्दी ही तो मुझे लगता है कि यह सपना बहुत जल्दी पूरा होगा और मेरी जो सीक मुझे यहां मिल रही है वो मैं वापस आके उसको अपने मिशन में पूरी तरह से 100% अपलाई करके और उनको जल्दी से जल
13:56आपका परिवार जन के भी दर्शन करने का आउसन मिला था और मैं देख रहा हूं कि आपके परिवार जन भी सबी उतने ही भावुक है उतसा से भरे हुए हैं
14:08सुभान्सु आज मुझे आपसे बात करके बहुत आनंद आया
14:14मैं जानता हूँ आपकी जिम में बहुत काम है
14:17और 28,000 किलोमेटर की स्पीड से काम कर ले आपको
14:21तो मैं ज़्यादा समय आपका नहीं लूँगा
14:24आज मैं विश्वास से कह सकता हूँ
14:27कि ये भारत के गगनियान मिशन की सफलता का पहला अध्याय है
14:35आपकी यह एतिहासिक यात्रा सिर्फ अंतरिक्ष तक सिमित नहीं है
14:43ये हमारी विक्सीद भारत की यात्रा को तेज गती और नई मजबूती देगी
14:53भारत दुनिया के लिए स्पेस की नई संभावनों के दुवार खूलने जा रहा है
15:03अब भारत सिर्फ उडान नहीं भरेगा
15:07भविश्य में नई उडानों के लिए मंच तयार करेगा
15:13मैं चाहता हूँ कुछ और भी सुनने की इच्छा है
15:17आपके मन में कोई मैं सवाल नहीं पूछना चाहता आपके मन में जो भाव है
15:22अगर वो आप प्रगड करेंगे देशवासी सुनेंगे देश की युवा पीडी सुनेगी
15:28तो मैं भी खुद बहुत आतूर हूँ कुछ और बाते आप से सुनने के लिए
15:34धन्यवाद प्रतानमंत्री जी यह यह पूरी जर्णी जो है यह अंत्रिक्ष तक आने की और यहां ट्रेनिंग की और यहां तक पहुंचने की इसमें बहुत कुछ सीखा है प्रतानमंत्री जी मैंने लेकिन
15:47कि यहां पहुंचने के बाद मुझे पर्सनल एकमप्लिशमेंट तो एक है ही लेकिन कहीं न कहीं मुझे यह लगता है कि हमारे देश के लिए बहुत बड़ा कलेक्टिव अचीवमेंट है और मैं हर एक बच्चे को जो यह देख रहा है हर एक युवा को जो यह देख रहा है
16:17स्काई इस नेवर दे लिमिट ना आपके लिए ना मेरे लिए और ना भारत के लिए और यह बात हमेशा आगर आपने मन में रखी तो आप आगे बढ़ेंगे आप अपना भविश्य उजागर करेंगे और आप हमारे देश का भविश्य उजागर करेंगे और बस मेरा यही म
16:47पीछे देख रहे हैं यह यहां नहीं था आज कल के पहले जब मैं यहां पर आया हूं तब हमने यहां पर पहली बार लगाया है तो यह बहुत भावु करता है मुझे और बहुत अच्छा लगता है देखके कि भारत आज
16:57इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुँच चुका है शुबांसू मैं आपको और आपके सभी साथियों को आपके मिशन की सभलता के लिए बहुत बहुत शुब कामनाई देता हूं
17:12शुबांसू हम सब को आपकी वापसी का इंतजार है अपना ध्यान रखिये मा भारते का संबान बढ़ाते रहिए अनेक अनेक शुब कामनाई
17:30एक सो चालिस करोर देशवासियों की सुब कामनाई और आपको इस कठोर परिश्रम करके इस उंचाई तक पहुंचेने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं भारत माता की जै