00:00गाजर का हलवा ले गए है क्या उससे अपने साथ्यों को खिलाया जी प्रदार मत्री जी ये कुछ चीजे मैं अपने देश की खाने की लेके आया था जैसे गाजर का हलवा मुंगदाल का हलवा और आमरस मैं यहां बिलकुल ठीक हूँ सुरक्षित हूँ आप सब के आशिरवा
00:30है ऐसे बहुत सारी लोग हमारे देश में और हमारा भारत किस दिशा में जा रहा है यह जो मेरी यात्रा है यह तो मेरी सोच नहीं गया कि लिजे लगता है कुछ नहीं आग इनके मेरे
00:47की भी यात्रा है विकाज जब मैं चोटा था मैं कभी सोच नहीं पाया कि मैं एस्टनॉट बन सकता हूं लेकिन मुझे लगता है आपकी नेत्रत्व में आज का भारत ये मौका देता है और उन सपनों को साकार करने का भी मौका देता है तो ये बहुत बड़ी उपलब्दी है म