00:00Guys, we are talking about a kind of a ghatna which is now the 12 June 2025.
00:07A kind of a situation which is not the whole world.
00:12Boeing 787 Dreamliner, which is not a ghirnay plane,
00:16was now in the sky.
00:19Flight AI 171, 242 passengers with a medical college hostel in the same time,
00:26और चंद सेकंड में सब कुछ तबाह हो गया, हसी, नींद, पढ़ाई, सब चीफों में बदल गया, ये सिर्फ एक हादसा नहीं, एक खौफनाक रहस्य है, तो चलिए जानते हैं इस हादसे की पूरी कहानी, शुरुआत से लेकर उस आखरी पल तक, और हाँ, वीडियो शुर�
00:56इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो चुकी है, सुबह के करीब 6 बचकर 45 मिनट, एहमदाबाद का आसमान बिलकुल साफ था, सूरज अपनी पहली किरने जमीन पर बिखेर रहा था, और लोग अपनी रोज मर्रा की जिन्दगी में मश्गूल थे, लेकिन कोई नहीं जानता
01:26130 यातरी और 12 क्रूस अदस्य, हर कोई एक नई मंजल की और रवाना हो रहा था, कुछ अपने परिवार से मिलने, कुछ काम के लिए, और कुछ शायद जिन्दगी के सबसे खास सफर पर, लेकिन किसे पता था कि ये सफर, जिन्दगी का आखिरी मोड बन जाएगा, टेको न�
01:56और फिर एक जोरदार धमाका, पूरा जहाज सीधा जागिरा अहमदाबाद के मेघानी नगर में स्थित, बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर, एक बड़ा हॉस्टल जहां दरजनों छात्र नींद में थे, एक पल पहले तक सब सामान्य था, अगले ही पल आग, धुआं
02:26जिसे दुनिया के सबसे भरोसे मंद विमानों में से एक माना जाता है, ऐसे अचानक क्रैश कर जाएगा, किसी ने सोचा भी नहीं था, घटना स्थल पर पहुँचे दमकल कर्मियों ने बताया कि आग इतनी भयानक थी, कि विमान का धाचा पहचान में नहीं आ रहा था, कु
02:56पूरा देश स्थब्ध है, और पूरी दुनिया के दिल में एक सवाल बैठ गया है, क्या हम वाकई आसमान में सुरक्षित हैं, अब सबसे बड़ा सवाल उठता है, आखिर ये हुआ कैसे, शुरुआती जाच में संकेत मिले हैं कि विमान टेकोनफ के दौरान लिफ्ट खो �
03:26माना जा रहा है कि इंजनों की ताकत उस वक्त परियाप्त नहीं थी, भारत की Aircraft Accident Investigation Bureau AAIB, DGCA, Boeing और अमेरिका की NTSB, चारों टीमें मिलकर इसकी गहराई से जांच कर रही हैं, शुरुआती फोकस तकनीकी खामी पर है, लेकिन मानव भूल और Air Traffic Control की प्रतिक्रिया पर भी स�
03:56लाइनर पर भी सवाल उठने लगे हैं, घटना के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने शोक व्यक्त किया, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और किंग चार्ल्स ने भी दुख जताया, Air India ने पीडित परिवारों के लिए हेल्प लाइन और सहायता
04:26क्या पाइलट ने कुछ देखा था, क्या वो कुछ महसूस कर रहे थे, या ये कोई ऐसी तकनीकी गड़बड थी जिसका अंदाजा किसी को पहले से नहीं था, वो हॉस्टल जिसे इस देश के सबसे होनहार डॉक्टर तयार कर रहे थे, वो ही जगे कुछ पलों में एक मलबा
04:56एक पल में सब कुछ जल उठा, घटना के बाद जो सचाई सामने आई, वो किसी को भी अंदर तक हिला देने के लिए काफी थी, एर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के क्रैश ने पूरे देश को हिला कर रख दिया, लेकिन सबसे ज्यादा खौफनाक मंजर था उस हॉस्टल के अं
05:26ये चात्राएं उस वकक्त लंच कर रही थी, थाली में खाना अधूरा था, और जिंदगी भी, चाली से ज्यादा चात्राएं गंभीर रूप से घायल हैं, जिन में से कई A.C.U. में हैं, और आज भी हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ रही हैं, ये हादस
05:56गई, और दीवारें काली राख से ढख गई, किसी ने सोचा भी नहीं था कि आस्मान से एक उड़ता हुआ ताबूत सीधे उनकी नींद पर हमला करेगा, और ये सिर्फ हॉस्टल तक ही सीमित नहीं था, विमान के आसपास के इलाकों में भी आग की लपटें फैल गई, कु�
06:26यही वो दो सबूत हैं जो बताएंगे कि आखरी मिनटों में पाइलट क्या कह रहे थे, किस बटन को दबाया गया, किस सेकेंड में क्या हुआ, ब्लैक बॉक्स से पता चला है कि विमान ने टेकोनफ के 20 सेकेंड के भीतर ही लिफ्ट खो दी थी, पाइलट ने आखरी कॉल की
06:56475 फीट प्रति मिनट की रफ़तार से जमीन की तरफ चुका और फिर हॉस्टल की छट को फार्ट दे हुए फर्ष तक पहुँच गया
07:04जाँच एजेंसियां, AIB, DGCA, बोईंग और अमेरिका की NTSB चारों मिलकर इस डाटा का विशलेशन कर रही हैं
07:14संभावना है कि यह हादसा टेकनिकल फेलियर से हुआ, शायद इंजन में थ्रस्ट की कमी या फ्लैप और गियर में कोई गड़बड़ी
07:21फिलहाल बोईंग ने भी अपनी टेकनिकल टीम भारत भेज़ दी है
07:25और एक बात जो सबसे ज्यादा डरावनी है, इस हादसे के बाद ड्रीम लाइनर को लेकर कई देशों में सुरक्षा समीक्षा शुरू हो गई है
07:32सवाल उठ रहा है, क्या ये सिर्फ एक तकनीकी चूक थी, या फिर ये किसी बढ़्धे डिजाइन दोश का संकेत है, जिसे अब तक छुपाया गया
07:40एर इंडिया के अधिकारियों के मुताबिक विमान पूरी तरह एर वर्दी था, यानि उड़ान के लिए उप्युक्त
08:02क्योंकि वही अकेला है, जिसने हादसे से कुछ पलों पहले का मनजर अपनी आखों से देखा, पूरा देश स्तब्ध है, हॉस्टल के छात्र आज भी उस डर के साए में हैं, और हॉस्टल की दीवारों में अब सिर्फ मेडिकल किताबों की आवाज नहीं गूंजती, बलकि �
08:32जूंज रहे हैं, अस्पतालों में जिंदगी और मौत की लड़ाई जारी है, और हो सकता है कि मरने वालों की संख्या आने वाले समय में और बढ़े, ये हादसा अभी पूरी तरह से जाँच के घेरे में है, इसलिए जो कुछ भी आपने अभी जाना, वो सिर्फ एक डराव