Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • yesterday
Space Station तक पहुंचने में क्यों लगेंगे 28 घंटे?

Category

🗞
News
Transcript
00:00शुभांशु शुकला को स्पेस स्टेशन से जुड़ने में क्यों लगेंगे 28 घंटे जानिए इसके पीछे की वज़ा
00:05अंतरराश्ट्रिय अंतरिक्ष स्टेशन पृत्वी से लगभग 400 किलोमीटर की उचाई पर लो अर्थ और्बिट में 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चक्कर लगा रहा है
00:14ये एक चलता फिरता स्टेशन है जिसके साथ अंतरिक्ष यान को सटीक रूप से मिलना होता है
00:19शुभांशु शुकला को ले जा रहा स्पेस एक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान इस यात्रा में 28 घंटे लेता है
00:24इसके पीछे कई तकनीकी और वैग्यानिक कारण है
00:26ड्रैगन अंतरिक्ष यान को लॉंच के बाद धीरे धीरे अपनी कक्षा को एड़जस्ट करना पड़ता है
00:31ताकि वह स्पेस स्टेशन की कक्षा के साथ ताल मेल बिठा सके
00:33यह प्रक्रिया फेजिंग मैन्यूवर्स कहलाती है
00:36जिसमें यान अपनी उचाई और गती को बार-बार बैलेंस करता है
00:39अंतर रश्ट्रिय अंतरिक्ष स्टेशन के साथ डॉकिंग यानि जुडाव एक बहुत ही सटीक और जटिल प्रक्रिया है
00:44अंतरिक्ष यान को स्टेशन की गती और स्थिती के साथ पूरी तरह से मेल खाना होता है
00:49इस दौरान कोई भी गलती खतरनाक हो सकती है
00:51इसलिए ड्रैगन धीरे धीरे स्टेशन के करीब पहुंचता है ताकि सुरक्षट डॉकिंग सुनिश्चित हो सके
00:56इस पूरे प्रोसेस में 28 घंटे का वक्त लगेगा

Recommended