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  • 6/22/2025
Story is inspired on the life of "Milkha Singh".

#bhaagmilkhabhaag #realfilmyreviews #farhanakhtar

IMDB Ratings: 8.2

Images/footage Source: Viacom 18 Motion Pictures

Director: Rakeysh Omprakash Mehra

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Transcript
00:00फिल्म की कहानी शुरू होती है साल 1960 में अभी रोम में समर उलम्पिक्स हो रहे होते हैं और हम देखते हैं मिल्खा सिंग को 400 मीटर की रेस होती है
00:11रेस शुरू होती है मिल्खा रेस में आगे होता है कि इसका कोच आवाज लगाता है
00:17मिलखा भाग भाग और ये अवाज सुनके मिलखा को बचपन का वक्त याद आता है और मिलखा पीछे मुड़ के देखता है
00:25मिलखा ये रेस हार जाता है क्योंकि इसका द्यान बट गया था
00:29इस वज़ा से इंडिया में जगा जगा लोग गुसे में आ जाते हैं
00:33मिलखा का कोच रनवीर सिंग मिलखा को फोन करता है पर मिलखा बात किये बिना ही फोन रख देता है
00:40दोस्तों ये जवाहर लाल नहरू और पंडित नहरू होते हैं
00:44इंडिया और पाकिस्तान में दोस्ताना खेल होने वाला होता है
00:48और ये चाहते होते हैं कि मिलखा सिंग भी इस खेल में हिसा ले
00:53ये खेल होना होता है पाकिस्तान में और मिलखा पाकिस्तान नहीं जाना चाहता होता
00:59रनवीर सिंग के मताबक ही ये मिलखा की परसनल वजा है
01:02नहरू वादवा नामी बंदे से मिलखा से मिलने का कहता है
01:06टेन में इनके पास गुरू देव सिंग नाम का बंदा आता है
01:10इसको रनवीर ने बुलाया होता है
01:12रनवीर के मताबक मिल्खा इन से ज़्यादा किसी की बात नहीं सुनता
01:17वादवा गुरू देव से मिल्खा की बात करता है
01:20और ये बताता है कि ये मिलखा से 6 साल पहले 1954 यानि के 1954 में मिला था
01:27फिर कहाने सिकंदराबाद में आर्मी के एक EME सेंटर में आ जाती है
01:32फोज में नए लड़के आई होते हैं जिन में मिलखा सिंगे भी एक होता है
01:37ये बंदा सुबेदार होता है और इसका नाम बीरा पांडियन होता है
01:42और ये जरा सक्त किसम का बंदा होता है और इनने लड़कों को सिर्फ एक मग दिया जाता है
01:48जिसमें ये पानी पिएंगे, चाए पिएंगे, नहाएंगे और धोएंगे और यहीं इनकी ट्रेनिंग करवाता है और बाद में ये लड़के एक साथ रहते हैं
01:58दोस्तों वीडियो को लाइक ज़रूर करना और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करके बैल आइकन ज़रूर दुबाना ताके जब भी हमारी नई वीडियो आए तो आपको उसके बारे में पता चल जाए
02:07एक रेस होने वाली होती है और हवल्दार गुरू देव आता है ये इस सेंटर का कोच भी होता है और वो इन्हे रेस के बारे में बताता है कि कल ये 6 मील की दोड़ लगाएंगे पहले 10 आने वालों को ये खोद ट्रेन करेगा
02:23और आने वाले ब्रिगेड गेम्ज में वो इस यूनिट की तरफ से दोड़ेंगे
02:28अगली सुबा रेस शुरू होती है
02:30सारे लड़के दोड लगा रहे होते हैं
02:33रेस के बीच में मिलखा रुक जाता है
02:35वो अपने दोस्त को बिताता है कि मिलखा के पेट में खलियां पढ़ गई है
02:40पेट में खलियां पढ़ना यानि के पेट का पकड़ा जाना
02:43पर फिर मिलखा भागता है और मिलखा पहले दस लड़कों में आ जाता है
02:48पहले आने वाले दस लड़कों को दो अंदे और दूद मिलता है
02:52मिलखा का दोस्त वो रेस हार गया होता है
02:55मिलखा उसे दूद दिता है पर वो ये कह के मना करता है
02:59कि तुने पिया मैंने पिया एक ही तो बात है
03:02फिर कहानी वक्त में पीछे आ जाती है
03:04जब मिलका दूद पी रहा होता है
03:07इसकी बेहन ने इसे अपना दूद दे दिया
03:10और कहा कि तुने पिया मैंने पिया एक ही बात है
03:13मिलका स्कूल में अंग्रेजी सीख रहा होता है
03:16और इसके घर वाले इससे अंग्रेजी बोलने का कहते हैं
03:20और ये अंग्रेजी जुबान बोलता है और इसके घर वाले खुश होते हैं
03:24मिल्खा का एक दोस्त होता है जिसका नाम संप्रीत होता है
03:28दोस्तों जमीन धूप की वज़ा से बहुत गरम होती है
03:32और मिल्खा गरम जमीन पे भागता है फिर कहानी वक्त में वापिस वहीं आ जाती है
03:38गुरुदेव मिल्खा को रेस के बारे में बताता है और बताता है कि 400 मीटर की रेस में जो पहले तीन नमबरों पे आएंगे वो ब्रिगेड गेम्स के लिए सिलेक्ट होंगे
03:50यहां पे मिल्खा देखता है एक सीनियर फोजी को जिसका नाम शेर सिंग राना होता है उसने एक कोट पहना होता है जिस पे इंडिया लिखा होता है
04:00मिल्खा इस से कोट के बारे में पूछता है और वो बताता है कि इस कोट को कमाना पड़ता है
04:06मिलखा पानी पी रहा होता है और वो उस कोट को देखता है
04:10मिलखा उस कोट को पहन के अपने आप को शीशे में देखता है
04:14और वो खुश होता है और दोस्तों वो सीनियर फोजी आ जाते हैं
04:19इन्हें लगता है कि मिलखा कोट चोरी कर रहा है
04:22ये मिल्खा के खपड़े फार दते हैं पर गुरु देव आकर इने रोक लेता है और मिल्खा को थपड़ मारता है और बताता है कि ये कोट कमाना पड़ता है इसके लिए शेर सिंग को हराना पड़ेगा
04:35मिल्खा बताता है के वो शेयर सिंग को हराएगा और उन सीनियर फोजीयों को जाने के बाद गुरू देव इसे कहता है तू ऐसे सो शेयर सिंग राना को हराएगा
04:45अगली सुबा रेस होती है, मिल्खा नंगे पाउं होता है और दूसरों के पास भागने वाले शूज होते हैं, मिल्खा रेस में बहुत तेज दोड़ता है, वो जीतने वाला होता है कि इसका पाउं एक पत्थर की वज़ा से जखमी हो जाता है, मिल्खा रेस पूरी नहीं कर �
05:15पाकिस्तान ना जाने की वज़ा पूचता है और ये बताता है कि जब इंडिया और पाकिस्तान का बटवारा हुआ था, कई लोग इस बटवारे का गम मना रहे थे, जिन में मिल्खा भी एक था, मिल्खा का गाउं गौविंद पूरा होता है, जो के पाकिस्तान में पंजा�
05:45इंडिया वाले हिस्से में होती है, एक गाड़ी में खाना दिया जा रहा होता है, मिल्खा खाना नहीं ले पाता पर अगली बार इसे खाना मिल जाता है, और फिर मिल्खा के नाम का एलान होता है, और इसकी बहन को मिल्खा मिल जाता है, अब ये अपनी बहन के पास रहने ल
06:15देखते हैं और वो मिल्खा को अपने साथ शामिल करना चाहते होते हैं मिल्खा नहीं मानता मिल्खा टेंट में जाता है और वो टेंट खराब करने लगता है इसका बहनोई इसे मारता है पर मिल्खा उसी से लड़ने लगता है मिल्खा यहां से भाग जाता है इसके पीछे ल�
06:45मिल्खा इसे पैसे मिलते हैं और इसी तरह मिल्खा बड़ा हो जाता है।
07:15गुरु देव मिलखा की प्रैक्टिस करवा रहा होता है और मिलखा अपनी बनैन से पसीना उसी मग में निचोड़ता है फिर कहानी वक्त में पीछे आ जाती है मिलखा पीछे की तरफ साइकल चला रहा होता है कि वो एक लड़की से टकराता है और उस लड़की का भरा हुआ प
07:45वो इसके लिए पानी उठाता है और एक जगा पे जाकर ये इससे पानी लेकर घर चले जाती है एक दिन तो मिलखा ने इसके लिए पहले से ही पानी भरवा लिया होता है इस लड़की का नाम बीरो होता है एक दिन बीरो पानी भरने नहीं आती तो ये खुद उसके घर चला ज
08:15प्यार का सिलसिला शुरू होता है। एक दिन मिल्खा दो घी के डबे लेके जा रहा होता है। और पुलिस वाला इससे घी के डबों की रसीद मांगता है। वरना ये घी के डबों को यहाँ से आगे नहीं ले जा सकता।
08:45बोलती है मिल्खा इससे शादी का पूचता है पर बीरो इससे इसके चोर होने के बारे में ही बात करती है ये बताता है कि वो ये सब छोड़ देगा मिल्खा को एक हजार रुपे चाहिए होते हैं ताके वो अपना काम कर सके उस वक्त में एक हजार रुपेया बहुत ज्यादा
09:15पर मिल्खा को अपना बचपन यादाता है ये गुसे में आ जाता है और ये ट्रेन वाले पर चाकू से हमला कर देता है और इस वज़ा से मिल्खा जेल में चला जाता है मिल्खा को इसकी बहन जेल से चुडवाती है और मिल्खा देखता है कि इसकी बहन ने इसे चुडवान
09:45रेस की प्रैक्टिस कर रहा होता है और अब मिलखा रेस वाले शूज पहन के दोड़ना सीख रहा होता है मिलखा को शूज में मसला हो रहा होता है रनवीर इसे भागने का कहता है और ये आइस्ता आइस्ता शूज में दोड़ना सीख जाता है और मिलखा कमाल का दोड़ रहा ह
10:15जिनोंने ये किया पर मिलखा नहीं बताता डॉक्टर बताता है कि मिलखा को अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ेगा अगली सुबा रेस होती है और मिलखा रेस में आता है ये दोनों इसे रोकते हैं रनवीर सिंग इसे समझाता है कि इसे नहीं दोड़ना चाहिए पर मिलखा
10:45तोड़ देता है और दोस्तों फिर मिल्खा के लिए वही इंडिया वाला कोट त्यार होता है
10:50मिल्खा चश्मा लगा के वही कोट पहन के अपनी बहन को मिलने जाता है
10:55इसकी बहन पहले तो इसे पहचानती ही नहीं
10:58इसका बहनोई इसे देखता है और मिलखा अपनी बहन को वो कोट पहनाता है और ये अपनी बहन के लिए सोने की बालियां भी लाया होता है
11:07इसकी बहन की आंखों में आंसू आ जाते हैं अब मिलखा बीरों से मिलने जाता है पर बीरों के घर में कोई और होता है और इसका दोस्त इसे बताता है कि उसकी शादी हो गई
11:19मिलखा इससे पूछता है कि तूने मुझे बताया नहीं
11:22जिस पे वो बताता है कि तू कुछ बनने गया था
11:25और बताता है कि बीरों ने शादी से बहुत मना किया
11:28पर लड़कियों की कौन सुनता है
11:30मिलखा वहीं जाता है जहां ये और बीरों एक साथ बैखते थे
11:34यहां इसे बीरों के साथ गुजारा हुआ वक्त याद आता है और मिलखा उसका डुबटा हवा में छोड़ देता है
11:41गुरुदेव मिलखा का होसला बढ़ाता है और अब मिलखा ऐस्ट्रेलिया जा रहा होता है
11:46मिलखा से सीट बेल्ट नहीं बंद हो रही होती और एक लड़की इसकी सीट बेल्ट बांदती है
11:51मिलखा इसके बारे में पूछता है और पास बैठा लड़का इसे बताता है कि ये स्विमिंग चैंपियन है और इस लड़की का नाम परिजाद है
12:00अब मिलखा उस्ट्रेलिया में मेलबूर्ण में आ जाता है अभी साल होता है 1956 यानि के 1956 और मेलबूर्ण में उलम्पिक्स हो रही होती है और यहां पे मिलखा गोरियों को देखता है इसका नाम पीटर होता है यह इनका टेकनिकल एडवाइजर होता है यह इसके घर जाते हैं �
12:30यहां पे नाच गाना होता है स्टेला और मिलखा एक दूसरे को पसंद आते हैं और मिलखा बीर भी पीता है और यह रात यह दोनों एक साथ गुजारते हैं अगली सुबा रनवीर गुसे में होता है क्योंके मिलखा लेट आया होता है और वो इसे समझाता है कि इसे अपना �
13:00पास आती है पर ये स्टेला से बात नहीं करता क्योंकि इसे लग रहा होता है कि स्टेला के साथ वक्त गुजारने की वज़ा से ये रेस हारा है ये बातरूम में जाकर अपने आपको थपड मारता है ये स्टेला से जाकर सोरी बोलता है और ये दोनों एक दूसरे को अलविदा
13:30त्रेइनिंग में रन्वीर मिल्खा का पूरा साथ देता है।
14:00अभी होता है साल 1958 यानि के 1958 तोकियो में एशियन गेम्स हो रहे होते हैं और यहां मिलखा देखता है अब्दुलखालिक नाम के एक पाकिस्तानी को ये भी मिलखा की तरह दोडने वाला होता है अब्दुलखालिक ये रेस जीतता है और ये इसका कोच होता है जिसका नाम जाव
14:30तब से भाग ही रहे हैं मिल्का को ये बात अच्छी नहीं लगती कहानी वक्त में पीछे आ जाती है जब इंडिया और पाकिस्तान का बटवारा हुआ था और इनमें बात हो रही होती है कि ये इंडिया में जाएं या यहीं रहें
14:44मिलखा का बहनोई इंडिया जाने की बात करता है पर मिलखा के पापा इंडिया जाने के लिए नहीं मानते
14:50और बाकी लोग भी यहीं रह कर लडने के लिए त्यार होते है
14:54फिर कहानी वहीं वापिस आ जाती है मिलखा और अब्दुल खालिक दोनों रेस में दोड़ते हैं और ये दोनों जीतने वाली लकीर में बिलकुल पास पास होते हैं और मिलखा ये रेस जीत जाता है ऐसे समझ लो के मिलखा ने अब्दुल खालिक से ये जीत छेनी होती है और म
15:24record भी तोड़ देता है। और एक अख़बार में तो ये छपता है कि
15:29King of England Milka Sink यानिकि Of England का बात्षा purl Milka Sink मिलका
15:34अब अफसर बन जाता है। ये सब Milka को सलिट करते हैं.
15:38Milka Guru Dev को अपना medal पहना आता है और ये सब खुशी मनाते
15:43है दोस्तों जिस चीज़ पे मिलखा ने रनवीर से वर्ल्ड रिकॉर्ड लिक्वाया था मिलखा उस चीज़ को आग में पैंक देता है क्योंकि
15:52मिलखा ने चार सो मीटर वाली रेस का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया होता है जो के होता है
15:5745.80 seconds यानि के 45.80 seconds जब के पिछला वाला 45.90 seconds था यानि के 45.90 seconds और मिल्खा को पदमा शरी अवार्ड भी दिया जाता है
16:11पंडित नहरू भी मिल्खा के साथ तश्वीर खिच्च्वाते हैं और वो मिल्खा की तारीफ करते हैं
16:17मिलखा ने रोम उलम्पिक्स में जाना होता है नहरू इस से पूछते हैं कि हम तुम्हारे लिए क्या कर सकते हैं और ये बताता है कि अगर कामयाब हुआ तो एक दिन की चुटी का एलान कर दें पूरे मुलक में पर फिर पाकिस्तान से जनरल अयूब का फून आता है नहरू की
16:47कहानी वक्त में वापिस आ जाती है जब मिलखा के घर वालों को मार दिया गया था इसके पापा ने इससे भागने का कहा मिलखा भागा और उन्होंने आवाज लगाई भाग मिलखा भाग और दोस्तों इसके बाप को भी मार दिया गया कहानी यहां पर आ जाती है और मिलखा
17:17मिल्खा इन्हें बताता है कि मेरे अपनों का खून है उस हवा में मैं सांस नहीं ले पाऊंगा जिस पे नहरू इसे समझाते हैं कि तुम एक फौजी हो देश को तुम्हारी जरूरत है तो उसके लिए तुम्हें खुद से भी जंग करनी पड़े तो करनी चाहिए और इसके ब
17:47मिल्खा वहांपे जा रहा होता है जहांपे ये बटवारे से पहले रहा करता था दोस्तों जब ये भागने के बाद घर वापिस आया था तब इसने जमीन पे खून और अपनों की लाशों का ढेर देखा था
18:00मिलखा को ये याद आता है और वो रोता है इसके पास एक बच्चा आता है और दोस्तों इसको इसका बच्पन का दोस्त समप्रीत मिल जाता है ये बताता है कि ये बच गया था और बताता है कि वो मौलवी जी जो इने पढ़ाते थे उन्होंने इसे पाला बढ़ा किया और इस
18:30ये इंडिया और पाकिस्तान का दोस्ताना खेल होता है
18:34मिलखा के पोजी साथी, पंडित नहरू, मिलखा की बहन और मुहले वाले
18:39और इसका दोस्त भी और जगा जगा पे लोग इस रेस की कमेंटरी सुन रहे होते हैं
18:44जनरल अयूब खान स्टेडियम में आते हैं और वो इन सब से हाथ मिलाते हैं
18:49मिलखा ने भी रेस जीतनी होती है और अब्दुल खालिक ने भी यही सोचा होता है
18:54जावेद इस से कहता है कि ये आपकी जिन्दगी की आखरी रेस साबित हो सकती है
19:00जिस पर ये कहता है कि दोरूंगा भी वैसे ही रेस शुरू होती है और मिलखा ये रेस जीत जाता है
19:06सब लोग खुश होते हैं मिलखा की बेहन भी खुश होती हैं और जनरल अयूब भी मिलखा के लिए तालियां बजाते हैं
19:13पंडित नहरू इस खुशी में पूरे मुलक में एक दिन की छोटी की बात कर देते हैं
19:18मिल्खा भाग ही रहा होता है कि इसे अपना बच्पन इसके साथ दोड़ता हुआ नजर आता है
19:24ये दोनों मुस्कुरा के एक दूसरे को देखते हैं
19:27मिल्खा को गोल्ड मेडल पहनाया जाता है और जनरल अयूब इससे कहते हैं
19:31ऐसा दोड़ते हमने किसी इंसान को कभी पहले नहीं देखा
19:35बेटा तू दोड़ा नहीं उरा है
19:37आज से दुनिया तुम्हें एक सिख नहीं बलके फ्लाइंग सिख के नाम से जानेगी
19:42पाकिस्तान आपको ये खिताब देते हुए फखर मैसूस कर रहा है
19:46वेल डन माई बोई, वेल डन
19:48यानि के बहुत खूब हमें लिखा हुआ नजर आता है
19:52के हार्ड वर्क, विल पावर और डेडिकेशन
19:54यानि के महनत, इरादे की ताकत और लगन
19:58जिस इनसान में ये चीजें हैं
20:00वो जमीन से उठके आत्मान को चूँ सकता है
20:03और इस बात के नीचे मिलखा सिंगी के साइन होते हैं
20:06यानि के ये बात मिलखा सिंगी की है
20:08हमें मिलखा सिंगी की तस्वीर नजर आती है
20:11और इस तरहां इस फिलम का एंड होता है
20:14दोस्तों इस फिलम की कहानी असे जिंदगी से इंस्पायर्ड है
20:17आप मिलखा सिंग के बारे में इंटरनेट पे सर्च कर सकते हैं
20:21दोस्तों वीडियो को लाइक जुरूर करना और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करके बैल आइकन जुरूर दुबाना
20:26ताके जब भी हमारी नई वीडियो आए तो आपको उसके बारे में पता चल जाए
20:30और अगर आपने इसी तरह की और वीडियो देखनी हैं तो लेफ्ट या राइट जोन सी मर्दी वीडियो को क्लिक कर लो

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