लेह, लद्दाख: लेह की ऊंचाइयों पर अब भारत की पहली हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस दौड़ती नजर आएगी। बस का ट्रायल रन शुरू किया गया है। पहली बार लेह में हाइड्रोजन बस सेवा शुरू होगी। कोल्ड डेजर्ट ऑफ इंडिया यानी लद्दाख के बेहद ठंडे तापमान में चलने वाली इन बसों को खास तरीके से डिजाइन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में स्वत्रंता दिवस पर लद्दाख को देश का पहला कार्बन न्यूट्रल प्रदेश बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि लद्दाख की कई विशेषताएं हैं। हमें उनका संरक्षण और पोषण करना चाहिए। सरकार ने ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजेक्ट के तहत बिजली उत्पादक कंपनी नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (NTCP) के साथ समझौता किया है। इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनी ने लद्दाख के सबसे ऊंचे क्षेत्र में 11,562 फीट पर 1.7 मेगावाट का सोलर प्लांट बनाया है। इसके लिए लेह प्रशासन ने NTPC को 7.5 एकड़ जमीन लीज पर दी है।
00:29यह पांच बसे मिलें सर यह मंडे ट्यूजडे से चल चलना स्टाट हो जाएगा सर तो यहां से लेसे अल्ची के लिए ड्रेस एक चलेगा और लेसे खरू आया चुशत से एक बस चलेगा तो फिर हल तो हमने यह दो बस यह रूट के लिए हमने इह किया था अभी तो हमने दो �
00:59हाँ इस बास तो फैदा मिलेगा मिलेगा यह तो मालब जहां भी बुल जाता है पड़िक जादा पलेगा को वहां पे चलते रहेगा जिसे कि खारु है
01:06या मलब शेटिक से है, छुशोत है, स्टोग है, हमारा तो यह बस जहां, यह बस चलता है, वहां यह भी चलेगा, तो यह बस भी चलेगा, यह तो हम को मिला है कि इसको चलाने के लिए, तो अभी तो हम स्टार्ट है, तो चलने की बात ही पाता चलेगा, कि यह ठीक चलेगा, क्
01:36एक दो तीन आमी टाइल करेंगे जैसे कि हमें कल अलची ले जाएंगे कल हीमिज ले जाएंगे तो हम इसको टाइल करेंगे उसके बाद हम अगर कोई दिकत नहीं होगा तो हम परसों से इसको चलाना है