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  • 6/21/2025
Watch Mohabbat Ek Saza Episode 66, the emotional rollercoaster drama airing on HUM TV. In this episode, love and betrayal collide as relationships are pushed to the brink. Will justice be served, or will love become a punishment? Find out in today’s powerful episode.

📌 Stay tuned for the latest episodes and dramatic twists only on HUM TV!

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Transcript
00:00वो आदमी अगर मेरी बीवी के बिच्छार है तो सिर्फ तुम्हारी वज़ा से
00:03अली अपनी आवाज और अलफास का दिहान रखो
00:06ये तुम्हारा घर नहीं, मेरा दफ्तर है
00:07अगर तुम चाहते हो के दफ्तर और घर में फर्क रहे तो फौरान उसको दूर कर दो मेरी बीवी से
00:12अगर तुम चीखते रहे तो सब ये समझेंगे के करीम संज़कार अलीना के पीछे है
00:17मेरी बात सुरो मैं तुम से ये बिलकुल आखरी बार कह रहा हूँ
00:19मेरी बीवी को उससे दूर रखो
00:21बीवी बीवी बीवी
00:23मैंने तुम्हारी बीवी से जो कहना था कह दिया
00:25मैंने पूरी कोशिश की कि वो उससे दूर है
00:27तुझे कोई फैट नहीं पड़ता उससे
00:28मैं ये आखरी बार कहारो उसके बात नहीं करूँगा याद रखना
00:30अली, देखो मैं तुम्हें शराफज से कह रहा हूँ
00:33मैंने तुम्हारी बीवी से बात किये
00:35मैंने उसे कहा कि तुम्हारा शोहर मौफ जादा करे
00:39और फिर चले जाए यहां से
00:40और तुमने उसे ब्लैक्मेल किया कि अगर नूर ने काम छोड़ा
00:42तो बहुत सारे लोग भी रुजगार हो जाएगे
00:43और तुमने क्या किया
00:45तुमने कहा कि सब को रोजी रोटी दूगा
00:47लेकिन उसे उसकी परवा भी नहीं थी
00:48अब जाकर अपनी बीवी से बाद करो समझे
00:51मुझसे नहीं
00:52ओफ यार ओफ अली
01:12मैंने तुम्हारी बीवी के लिए हर मुम के नहीं रास्ता खोला
01:15और तुमने भी
01:16लेकिन वो इस रास्ते पर नहीं जाना जाती
01:18अब यहां बैठकर घुसा निकालने के बजाए जाओ
01:22जाकर अपनी बीवी को समझाओ
01:37तुमने ये सब को शुरू क्या फरात
01:39अब इसे मैं खत्म करूँगा
01:42अबा़ ने कर दो हूगा करुआ है
01:50जाख टालिए
02:03अली, अली, अली
02:12तुमने अंदर कोई हंगामा तो नहीं गिया ना
02:15मैं कोई जवाब नहीं दूँगा तुमें अब
02:33कैसे में दिलाओ तुमने यार, कैसे
02:38अली कुजान चिला क्यो रहा था
02:46नहीं जनता में
03:03नूर, तुम्हें पता है अभी थोड़ दिर पहले क्या हुआ
03:21अली कुजान यहाँ पर आया था, मालूम है तुम्हें
03:23नहीं तो, क्या हुआ है मज़े बता
03:26कोई छगड़ा वगएरा तो नहीं हुआ न
03:28वो बहुत खुस्से में आया, चीखा चिलाया और चला गया
03:31दो तो, फराज साब के जान ही लेने वाले थे
03:34दोनों की बीच बहुत ही बुरा जगड़ा हुआ
03:37मुझे तो सच में कुछ भी नहीं बता
03:42फराज साब उपर रहा, मैं देखकर आते हूँ
04:01क्या हुआ यहाँ पर, फराज साब
04:10खुश किसमती थे टुकड़े नहीं हुआए
04:14सिंजक्तार से मुलागात के बाद मुझे फॉरां कॉल करो
04:22अली बहुत हुश्से में, अगर तुम उसे मना सको तो यह काम असान हो जाएगा
04:26करीम साब, मैंने अपनी सारी बातें आपसे कर दी है
04:37और अब आपकी बारी है
04:39प्लीस आप मुझे साफ बात करें
04:42क्या आप मेरा साथ देने के लिए तयार है
04:45साथ देने का आइडिया तो बहुत से पर्दस्त है लीना सहबा
04:48आपने मुझे अच्छा सर्प्राइज दिया है
04:50लेकिन, मैं आपके अलफास के मताबिख है
04:54अच्छी तरह यह जानता हूँ कि मैं क्या चाहता हूँ
04:58लेकिन आपके कहानी में जो जाल है
05:00और जो खेल और चाले है
05:02वो मेरे लिए नहीं है
05:04यानि
05:07जिस आउरत को आप इतना चाहते हैं या तक कि उसे शादी की आफर करती
05:11आज उसे जिदने के लिए बिलकुल भी इंट्रस्टेड नहीं है आप
05:14जान सकती हूं कि ऐसा क्यों है
05:16मेरे काम लोगों को खुबसूरत बनाना है
05:18आप ये जानती हैं ना
05:20इसी वज़े से मैं जबर्दस्टी की मुहपत का काहिल नहीं
05:23जो कुछ आपने मुहपत में बर्दाश किया है
05:31उसका मुझे अफसूस है
05:32लेकिन मैं फिर भी वो कुछ मैसूस नहीं कर सकता
05:35जो आपके दिल पर गुज़री है लिनसाहिब है
05:37हम शैद किसी बात पर मुद्टफिक नहीं हो सके करीम साहब
05:43गरसल मुझे आपकी नहीं
05:45बलके हमें एक दूसरे की ज़रुरत है
05:47मैंने आपकी आखों में उस रोश्णी को देखा
05:50जो नूर को देखकर जलती है
05:51और अब मैं देख रही हूँ कि वो रोश्णी कैसे बुझ गई है
05:55मुझे मालूम है कि एक ना एक दिन आपकी सोच बदल जाएगी
05:58मैंने यहाँ पर अपना फोन नमबर छोड़ दी है
06:17या तबदील हो या फिर ना हो लेकिन मूर को आपकी जरूरे जरूर पड़ेगी
06:20क्यूंकि मैं उससे अपना शोहर छीन कर वापस ले लूँगी
06:37तुम्हारा शोहर कोई आम आदमी नहीं है
06:38उसकी नजीब बाचीत का मतलब यही है
06:41नराज वो तुमसे होता है घुसा हम पर निकालता है
06:43मुझे अफसोस है भाग
06:47मैं उनकी हरकतों का दिफा नहीं करूंगी
06:49मगर आप अली को जानते है
06:50घुसा ठंडा होते ही उन्हें अपनी घलतियों का एसास हो जाता है
06:55क्या घलती नूर
06:56उसके नजदीक उसके लावा हर कोई घलत है
06:58मैंने तुम्हें इन मामलात में मुलवश करके गलती की
07:01संज्जकतार के साथ काम करना भी घलती है
07:02ये सारी घलतीया मेरी ही है
07:04मुझे अफसोस है मगर
07:07मुझे पदा है कि अली को घुसा फजूल में नहीं आता
07:10करीम सामने उसके सामने मचे शादी के लिए प्रपोस किया
07:12और ये किसे भी शोहर के लिए मामूली बात नहीं हो सकती
07:15जैसे चाहो इस मसले को हल करो
07:20लेकिन ना ही मुझे और ना ही मेरे आफिस को इसमें खसीडो
07:23अपनी लडाईएं यहां से दूर रखो नूर
07:25मैं तो सिर्फ उसका गुस्सा उतारने के लिए
07:27उसका गुस्सा ठंडा नहीं होगा पते नहीं और किसके इस बात का गुस्सा है उसे
07:30हेलो अलीना
07:44वो करीम संग्जिक्तार इतना भी बेवकुफ नहीं है जितना हम उसके बारे में सोच रहे थे
07:49अरे वाकई
07:51मुझे खुशी हुई
07:53तुम्हें खुशी हुई?
07:56क्या तुम्हारे साथ कोई है?
08:01हाँ बिलकुल ऐसा ही है
08:02मतलब वो नागिन सर पे खड़ी है
08:05हाँ
08:06बिलकुल ऐसा ही हुआ था
08:09वो सरदर्द की गोली मेरे लिए भी बादमुफीत थी
08:11मैं उस नागिन का ऐसा सरदर दूर करूंगी हुई याद रखेगी
08:16हाँ बिलकुल ऐलीना
08:19सुनो फराद
08:20अभी ऐसे जाहर करो जैसे मैं तुम्हें अली से मुतालिक कोई बहुत अच्छी बात बता रही हूँ ठीक है?
08:24जैसे के मैं तुम्हें आज शाम का कोई बहुत ही रोमांटिव प्लान बता रही हूँ
08:29समझ गया
08:30समझ गया
08:32बाकी में?
08:40मुझे बहुत खुशी हुई के गोली तुम्हारे लिए भी फैदे में थी
08:42उमीद है के सब कुछ तुम्हारी मरदी की मताबिक होगा
08:45मुझे लगा था आप दोनों कांटेक्ट में नहीं है
08:54मगर कौजान था माउस के लोग तो मेरी समझ से बहुत बाहर है
08:59मैं भी यही सोच रहा था
09:00लेकिन अलीना हमेशे उलट करती है
09:02तो ऐसे है?
09:05सिर्फ इसलिए कि मैं उसके पीछे ना पड़ जाओ
09:06वो ऐसे शोगरती है जैसे अपने शोहर के साथ बहुत खुश है
09:09वो खुश है या नहीं इस बारे में आपको कैसे पता?
09:12जानता हूँ मैं
09:13लेकिन
09:14मिसाल के तोर पर
09:16वो आज की राद अपने शोहर के साथ बाहर गुजारने जा रही
09:19ये भी मुझे ठीक नहीं लगता
09:21ये उसने खुश बताया?
09:26मैंने उसे एक दर्ब की गोली दी थी
09:28जिससे वो इतनी ठीक हो गई कि
09:30उसने ये फैसला किया कि वो आज की राद अपने शोहर के साथ बाहर गुजारेगी जाके
09:34बाहर कहा जा रहे है?
09:35अली ने मुझे तो नहीं बताया
09:37मतलब शाम साथ कुजारेंगे
09:40और ये दोनों साथ कहा जाने वाले हैं?
09:42मैं अलीना से पूछ नहीं सका
09:43तुम खुद ही अपने शोहर से पूछ ले ना?
09:48नूर
09:48क्या तुम देखनी रही हो?
09:52तुम्हारा शोहर करीम फंजक्तार के बारे में
09:54हम दोनों को खोन के घूट पिला रहे है
09:55और खुद अलीना के साथ भार घूमने जा रहा है वो
09:58ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है
09:59ये सिर्फ अलीना की एक साज़िश और कुछ नहीं
10:01ठीक है अली मुझसे नराज है
10:02लेकिन ये सच नहीं है फराज साथ
10:04खैजब आपने मुझसे इतनी जिप की है
10:06तो ये भी जान ले कि ये मेरा यहां आखरी प्रोजेक्ट है
10:08इसके बाद में एक दिन भी यहां नहीं रुकूंगी
10:10अली को जित्ता नराज करना था कर चुकी
10:13आपने भी उसे अगर उसके हाल पर छोड़ दिया तो याद रखिएगा
10:36आपके लावा उसका ख्यार लखने वाला कोई भी नहीं बचेगा
10:39कोई भी नहीं होगा उसके पास
10:40अगर आप वाके उसे दिल से चाहते हैं तो
10:44आखिर में उसके जखमों को भरने वाले सिर्फ और सिर्फ आप ही होंगे
10:47दूर
11:03क्या हम कुछ बात कर सकते हैं
11:09करीम साथ दरस है
11:11कल के बाद तुम्हें शायद ना हो लेकि मुझे तुमसे बात करने की शतीद सरुरत है
11:14मेरी आफर तुम्हारे लिए जितनी भी तेज अचानक और घर ममूली थी
11:30लेकिन वो सच्छे खुलूस से और सोच समझ कर की गई थी
11:34तुम यही सोच रही होने कि किस करस्म का बागई शक्स है
11:40नहीं नहीं बलकुल ऐसा नहीं है
11:42तुम्हें यह समझाना मेरे लिए मुझे नहीं है कि मैंने
11:45तुम्हें शाल्दी की ओफर इतनी जल्वी क्यों की
11:48लेकिन यह किसी दिवान की का नतिज़ा नहीं थी
11:50हर चीज वाज़ है उन बातों को दोराने का कोई मतलब नहीं है
11:54लेकिन मैं चाहता हूँ कि कुछ भी इंतरी बात हमारे दर्मियान न रह जाए
11:59इसलिए मैं तुम्हें मतलब अपनी हर बात तुम्हें अची तरह से समझाना चाहता हूँ
12:05मैं वाके कुछ नहीं समझ पा रही हूँ
12:09आपको हकीकत का अल्म हो चुका है ना कि मैं शादी शुदा हूँ
12:11देखें मैं अचानक फैसला करने और शादी में जलबाजी करने का मतलब अच्छी तरह समझती हूँ
12:18एक दफ़ा तजर्बा हो चुका है अलिय और मैं जब मिले थे हमने एक हफ़ते बाद ही शादी कर ली थी
12:24उसकी बीवी कुम में थी ना
12:26हाँ कुम में थी
12:30माफ करना नूर मेरे मकसद तुम्हें तंग करना नहीं था
12:34मैं अचानक फैसला करने और जल्दी शादी करने के हक में नहीं हूँ
12:39और मैं आपको भी नहीं समझ पा रही हूँ
12:42दिखें हम एक दूसरे को इतना जानते भी नहीं है ये मुम्किन नहीं है
12:46इन बातों से मुझे बहुत हैरत हो रही है
12:48एक पल के लिए तो मुझे लगा कि शायद मीधी तरफ से
12:51कहीं आपको कोई खलत फैमी नहीं हो गई हो
12:53नहीं दूर
12:54तुम्हारी तरफ से मुझे कोई खलत फैमी नहीं हो यह
12:58तुम चाहो तो
13:01मैं ये बात तुम्हारे शोहर से भी कर सकता हूँ
13:03नहीं, नहीं, ऐसा नहीं कीजिगा
13:04शायद तुम्हें मेरी दूसरी आग के फिकर है दूर
13:09देखें, आपकी वज़ा से अली इस वक बहुत ज्यादा घुस्से में है
13:14मेरी वज़े से तुम्हें मुश्किलात देगी है
13:16और इसके लिए मैं मागती तुमसे माफे चाता हूँ
13:19मैंने तुम्हें एक बार मुश्किल में डाला
13:21लेकिन अब ये दुबारा नहीं होगा
13:23मैं तुम्हारे लिए बसी दास्वाइशन नहीं लाऊँगा
13:27तो फेर एक रिक्वेस्ट है मेरी आपसे
13:30जिरूर तुम मुझसे जो चाहो कह सकती है नौर
13:33वो दरसल मैं आपके इस प्रोजेक्ट को
13:38कंटिन्यू नहीं कर पाऊंगी
13:40अदन किब खत्मों का इस
13:48अली
13:55मुझे फेक्टरी जाना होगा मेरे भाई
13:58हाँ ठीके जाओ
14:00मेरी जगा तुम जा सकते हो
14:02मेरी शकल देखके तुम्हें लग रहा है कि मैं कोई भी काम करने के काबिल हूँ
14:04तुम ही चले जाओ मेरे भाई
14:05सिर्फ तुम्हारा ही मूट खराब हो सकता है न
14:07तुम कैसी बाते करने लगे हो यार
14:09अब समझ में आगे है मुझे अमीन की वज़ा से न
14:13अरे मैं बस जाओ
14:14नहीं मैं मैंनेजर को फोन कर देता हूँ और कह देता हूँ कि इसको
14:16थोड़ी देर के यह और भीश देता है कि तुम आरा हमसे जा सको
14:19शुक्रिया इहसान है अपका
14:22तो और क्या करूँ मैं जाहिद
14:24मिरे दिमाग सही नहीं है अभी
14:25तुम्हारा दिमाग हमेशा खराब ही रहता है भाई
14:27आखिर तुम्हारा दिमाग कभी ठीक क्यों नहीं हो सकता अली
14:29यानि अलीना ठीक हो गए
14:31नूर ने नौकरी छोड़ दे लेकिन ये दिमाग ठीक ना हुआ
14:33यार नहीं छोड़ी नौकरी वागरी कोई उसने
14:35उसने सोच रहे है कि अली कुजान जबता कातिल नहीं बन जाएगा काम करती रहेगी
14:39ठीक है समझ किया अब कोई फाइदा नहीं
14:42बेहतर है फैक्टिल चला जाओ मैं
14:44मैंने अली से कहतो दिया कि मैं कंचिन्यू करूँगी
14:57ताकि कोई मुश्किल ना है
14:58लेकिन मेरा दिल नहीं मान रहा
15:00क्योंकि मुझे लगता है मैं काम पर तवज्ज़ नहीं दे पाऊंगी
15:04जब तक मैं आपके साथ काम करूँगी
15:06अली और मेरे दर्मियान मसले रहेंगे
15:09मेरा जहन हमेशा लड़ाई जगड़ों में ही उलचा रहेगा
15:13और इस तरह काम करने का फाइदा नहीं है कोई
15:16खुद भी दुखी रहोंगी और दूसरों को भी करूँगी
15:19ठीक है नूर तुम्हें मुझे सफाया देनी की जरूरत नहीं है
15:22मैंने कहा था तुम मुझे कुछ भी मंग सकती हो
15:24और तुमने बता दिया के तुम क्या चाती हो
15:26तो फिर
15:28मेरे प्रोजेक्ट छोड़ने से अब कोई मसला नहीं
15:31कोई मसला नहीं
15:32मैं भी मर्जी से तुम्हें इस प्रोजेक्ट से लग करूंगा
15:35और क्योंकि ये मेरा फैसला होगा
15:37इसके उस फैसले पर कोई अद्रास नहीं कर सकेगा
15:40फरहाद या उसका आफिसे किसी फ़र्ट कोई नुसान नहीं होगा
15:42और नहीं कोई प्रुसकार होगा
15:43आपका बहुत शुक्रिया
15:46चीक है
15:47चलो रूर अब तो मुस्कुरा होना तो
15:49ऐसे क्यों दास बेटी हो
15:50मुस्कुरा नहीं सकते
15:53क्योंकि मेरा दिल इस वक सुकून में नहीं है
15:55और जो मैंने कहा वो खेर इखलाकी है
15:57यकीनन अगर मैं मजबूर नहोती
16:00तो आपसे इस तरह कभी बात ना करती
16:01डर है कि आपने कहीं मुझे गलत ना समझा हो
16:03मैंने ये अपने शोहर के लिए किया है
16:07उसे मजीद नराज नहीं कर सकती मैं
16:10ऐसा नहीं है कि मैं उससे डरती हूँ
16:11या उसने मुझे मुझे मजबूर किया है
16:13बलके वो तो चांटा भी नहीं कि मैं यहां हूँ
16:15और अगर मैं आपसे यहां पर ना मिलती
16:18तो शायद मुझे जिन्देगी भर ये कदम ना उठाए जाता
16:21लिकिन जब मैंने आपसे बात की
16:24तो मुझे अपना होसला मिला कि मैं आपसे इस ट्रॉपिक पर बात कर सको करीम साहब
16:28नूर तुम्हें मुझे कुछ भी समझाने की ज़रूद नहीं है
16:30तुम्हें समझता हूँ और तुम्हें सपोर्ट करता हूँ
16:32तुम अपने शादी बचाने की कोशीश कर रही है
16:35और तुम्हारे दिल सकूँट जाता है
16:37मैं अतराम करता हूँ उस बात का
16:40और यकीन मानु
16:41मेरे लिए कुई काम किसी की खुशी से जज़दा एम नहीं है
16:44और कमसकम नूर
16:45तुम्हारी खुशी से स्यादे कुछ भी अजीस नहीं मुझे
16:48बहुत शुक्रिया
16:49लेकिन मैं वाकई आपके जजबात को नहीं समझ पा रही है
16:53मुझे अफसूस है नूर
16:55वाकई अफसूस है
16:59यह से बताने का मेरे पास कोई और तरीखा नहीं था
17:02मुझे अब चलना चाहिए
17:06हर चीज़ के लिए और आपकी समझतारी के लिए बहुत शुक्रिया
17:15और जो कुछ भी हुआ उसके लिए मुझे वाकई अफसूस है
17:19नूर
17:19शायद मैं तुम्हें कभी ने देख सको
17:28लेकिन तुम हमेशे ही याद रखना
17:31तुम्हारे लिए मेरे चुबी चजबात हैं और तुम्हें जैसे भी लगे हो
17:34बेमाने ये दिवान पन जैसे भी हो
17:37हमेशे वैसे ही रहेंगे
17:40अगर तुम्हें कभी मेरी दोस्ती
17:42मदद
17:43या किसी चीज़ की जर्वरत हो
17:45तो मुझे आवास देला
17:47तो मुझे अपने पास पाओ की दूर
17:50अपना ख्याल रखिएगा करीम साहब
17:56आप एक अच्छे इंसान है
17:58अच्छे अच्छे अच्छे अच्छे अच्छे इंसान है
18:28किसी करेंगा अपने शोहर का साथ दे रही है
18:31नहीं मिझे लगता है कभी इस खेल का हिस्सा नहीं बनेगा
18:45लेकिन वो इस मौक्चे का फाइदा उठाएगा
18:48और नूर की तरफ से की जाने वाली पेश्कुष को कुबूल करेगा
18:53तुम्हारे जहन में क्या चल रहा है
18:58आखिर तुम्हें इतने जलने किस बात की है फराज जब तुम्हारी बारी आएगी तो तुम्हें सब कुछ पता चल जाएगा
19:04चलो अब मुझे फोन बंद करना है बाद में बात करूं भी तुमसे
19:28अई फिर से होटेल सर्विस आ गई वैसे यह होटेल मुझे कोई खास पसंद नहीं आया है
19:34ओ अलीना साहबा मेरी नजरे तो आपके राहत देख रहीं थी
19:47तुम बहुत महंगी पढ़ी हो मुझे अलमास बहुत ज्यादा महंगी
19:56ओ बहुत बड़ी बात है लीना कुसान
19:59ओ सो सौरी वैसे शादी से पहले क्या नाम था आपका क्या केकर पुकरना चाहिए
20:03तमिसे बात करो
20:04खुद पर काबूर रखो
20:06बेवकूफी की बाते नहीं करना
20:09मुझे माफ कीजिए का लेकिन होटेल के अखराजात के बारे में परिशान होना सूट नहीं करता आपको
20:13आप अगर बरवत मेरी मदद का फैस्ता कर लेती तो इस तरह से होटेल नहीं आना पड़ता मुझे
20:20ठीक है अलमास, अब ज्यादा बाते मत करो
20:23यहां तुम काफी अच्छे से रह रही हो
20:26बलके काफी मज़े चल रहे हैं तुमारे
20:28सॉरी, यहां मैं अपनी छुटिया मनाने नहीं आई
20:32अलीना साहबा, नॉर्मल हालात में भी मैं किसी मामूली स्पा नहीं जाती
20:36अगर आपको होटेल के खरजात के इतनी परवा नहीं होती
20:39तो यहां पर रानियों की तरह एश कर रही होती
20:42मगर अफसूस के साथ इस वक्त तुम मीट से भी हूँ मैं
20:45आपको ज़्यादा टेंशन तो नहीं देना चाहती हूँ
20:48तुम अगर प्रेग्नंसी नमाया होने से पहले घर जाना चाहती हूँ
20:51अल्मस तुम्हे पता होना चाहिए कि मैं तुम्हें जादू के जरीए फाम हाउस नहीं पहुचा सकती हूँ
20:56वैसे अगर आप बुरा नमाने तो आपसे एक बात पूछना चाहती हूँ
21:01कि आप क्या फेवर दे रही है मुझे
21:06क्या तुम उससे हिसाब ले रही हो
21:08नहीं बिल्कुल नहीं अस्ताग्विर अल्ला हिसाब कैसे ले सकती हूँ मैं आपसे
21:12लेकिन बहुत अकाद सूचती हूँ
21:15क्या गलती हो गए मुझसे
21:18आपके अन्तिखाव करके
21:31क्या हो जब झाल
21:37अर्व辅र
21:40करे लोग
21:41क्या अर्व
21:44तुम
21:45क्याँ
21:48क्याbook
21:50त uno
21:52का प्याच
21:53क्या अंप
21:56क्याच
21:57क्या RIGHT
21:58झाल झाल
22:28यारे हम दोनों एक दूसरे से जितनी भी खार खाएं पिला आखिर वो मेरी कजन है
22:34मेरा खून का रश्टा है नूर से
22:36और अली सहाब की कानून बीवी है
22:39माफ कीजी का लेकि नरास होने की जरूरत नहीं है
22:43हो सकता है कि नूर जो बात करे उसका ज्यादा असर हो उसके शोहर पर
22:47आप मेरी बात का बुरा मत मलाएं वैसे भी मैं अपने आपको इस सूरत में गलत कह रही हूँ
22:52सोच रही हूँ
22:53कि कहीं मैं गलत घोड़े पर दाव तो नहीं लगा बैठी हूँ
22:58मैं तुम्हारे घोड़े की दोड़ से तंगा चुकी हूँ अलमास अब अपने कान खोलो और मुझे अच्छी तरह सुनो ठीक है
23:03तुम्हें उस्वाम हाउस में मेरे लावा कोई वापस नहीं ले जा सकता है
23:06क्यूंकि मेरे सिर्फ वली को बिलके नाजान को भी राजि करूँगी
23:09कैसे नाजान को कैसे तुम मुझे अच्छी तरह से जानती नहीं बद तुम्हारी तरह तीन दिन के मन्सूबें नहीं बनाती हो, अलमास
23:17मैं बहुत दूर का सोचती हूँ
23:20सारा हिसाब किताब रखती हूँ
23:22अच्छा
23:23तो नासान कैसे तयार होगी कि बाप को साजाओ मैं
23:27तुम इस बात के फिकर नहीं करो अलमास
23:29तुम्हारी सोच वहाँ तक नहीं जा सकती
23:32यहाने जब ये साबित कर दूँगी कि मेरी उलाद अपने बाप की ही उलाद है
23:36तमाम मसाल तब ही हल होंगे मेरे
23:38सच कहूं तो तुमारे बच्चे का असली बाप कौन है इसकी मुझे कोई परवा नहीं
23:41फिर चाहे मुझे जाहिद हो या फिर कोई दूद वाला या फिर कोई पिलंबर ही क्यों नहीं
23:44माफ कीजी का मगर ये थोड़ी बत्तमीजी है
23:46देखो तुम्हारा पेट बढ़ा हुआ है अगर तुम अकेली नहीं रहना चाहती अलमास
23:51तो जब तक मैं तुमें फार्म हाउस के लिए वीजा ना दलवा दूँ
23:54तुम मेरे कहे से एक अदम में बाहर नहीं निकलोगी समझकी
23:57तुम वही करोगी जो मैं तुम से कहोँगी
24:00वरना तुम मुझे खोदोगी
24:02और अगर तुमने मुझे खोदिया तो फिर तुम कुछ भी नहीं पासकोगी अलमास
24:09और रूम सर्विस आई होगी
24:12नूर? इतना हैरान क्यों हो तुमें पता था मैं आने वाली हूँ
24:24तुमने ही तुम मुझे होजल का पता दिया था
24:26अलीना साहिबा आप यहां कैसे है?
24:35मैं नाजान के लिए हूँ
24:36बिल्कुल
24:37अलीना साहिबा अपनी भावी की वज़े से मुझे डाटने आई थी लेकिन वो जा रही है
24:42अलीना साहिबा आप मुझे जितना भी डरा ले
24:44अल्मास देखो जो भी मैंने तुमसे कहा है वो कभी नहीं भूलना
24:55बहुत नुकसान उठाओगी
24:57मैंने तुम्हारी कजन से बात किया लेकिन इसे समझ नहीं आई
25:01उमीद है कि तुम इसे गंदी चाल चलने से रोक सकूगी नूर
25:06चला कॉरत नागिन
25:16चुडैल है बिल्कुल चुडैल
25:22कैसी ओरत है
25:24अब देख रो उन दोनों की नाजान से भी बनने रगी है
25:27सुपा से दोनों ओरतें जान खा रही है मेरी दर्स दे रही है मुझे
25:30अलमास
25:32अलीना को तुमारे होटल का कैसे पता वो यहां कैसे आई
25:35हाँ यानि फोन किया था
25:38कहरी दी बात करनी है
25:39मैंने कह दिया ठीक है आजाए
25:41खुद भी मा है समझेगी मेरी बात
25:43लेकिन मेरी उमीद के बरक्स हुआ सब
25:45वो तो यहां मुझसे नाजान के वकालत करने के लिए आ रहे है
25:48तो तुम यह कह रहे हो के वो फार्म हाउस से निकल कर यहां तुम से सिप नाजान के बारे में बात करने के लिए आई है
25:53ऐसे है क्या
25:54बलकुल पागल है
25:56अलमास
25:59ये स्टूडियो अपाटमेंट है ना
26:02हाँ
26:02स्टूडियो कमरा है
26:04पसंद आया क्या तुम्हे
26:05खुबसूरत है
26:07बहुत खुबसूरत है
26:09लेकिन जो पैसे मैंने तुम्हें दिये थे
26:10उससे यहां तुम सिर्फ एक ही रात रुख सकती हो
26:12हाँ तो स्टूडियो तुम्हें अपनी जेब थोड़ी खाली करनी पड़ेगी
26:14अलमास मेरी बात सुनो
26:16मेरे पीछे कोई चाल चलने की कोशश मत करना
26:18इस दफ़ा मुझ पर तुम्हारे आंसुमों का उसा नहीं होगा
26:21समझ रही हो ना मेरी बात
26:22अगर अलीना के साथ मिलकर तुम एर मेरे पीछे कोई चाल चलने हो
26:29हाँ अलमास देखो मैं बहुत सीरियस हूं
26:46मैं नहीं जानती कि तुम उसके साथ मिलकर क्या साज़श चलने हो
26:48लेकिन अगर तुमने कोई भी करबर की
26:50मैं कसम खाती हूँ
26:51तुम प्रेगनेंट हो या नहीं
26:52मैं तुम्हारा पुरा अशर कर दूँगी
26:54आँ
26:55बस कर दो नूर अब
26:56एक हामला औरत से तुम इस तरह की बात है कर रही हो
27:00खुद के मुश्किलाग कम है
27:02जो तुम्हारे और अलीना के बारें भी सोचूँगी मैं
27:04ठीक है
27:05ठीक है मैंने जो कहना था मैं कह चुकी हूँ
27:07लेकिन अलमस
27:09ये होटल का कमरा ही क्यों
27:11तुम्हें तो किराए पर घर लेना था न
27:13हाँ
27:14बहुत अच्छा सवाल किया है नूर
27:15चाहे तुम यकीन करो या फिर ना करो
27:19लेकिन एक दिन ज़रूर वापस जाओंगी
27:20फार्म हाउस वापस आओंगी
27:22ये तुम लिख लो
27:23जाहिर सी बात है जाहिद कुजान के बच्चे को मैं पाल रही हूँ
27:26तुस छोटे से कमरे में जाकर तो नहीं रह सकती थी मैं
27:28देख लेना तुम
27:30मेरा बच्चा शानु शॉक कर चिस फार्म हाउस पे रहेगा
27:32यानि तुम्हारी सोई अभी भी वहीं अपकी है
27:34ये बच्चा तुम्हें जाहिद का लगता है
27:37अभी तर तुम्हें यकीन नहीं आया
27:38अपने बच्चे को बचाने की बचाए मैं अपनी खुद के ही जान ले लूँगी नूर
27:42तुम आखिर समझते क्यों नहीं हो मुझे
27:44मैं जाहिद के लावा कभी किसी दूसरे मरत के करीब तक नहीं गई
27:47चलो
27:48तुम्हारी बात पर यकीन कर लिया मैंने
27:51लेकिन मुझे ये समझाओ एक आदमी जो बाप नहीं बन सकता ही उसका बच्चा कैसे है
27:54ऐसा बिल्कुल भी नहीं है सब जूट है ये
27:56उस औरत ने उससे क्या कहा है क्या किया है ये तो मैं नहीं जानते हूँ
27:59लेकिन उसने धोका दिया है और इस बात का सुबूत मेरे पेट में पल रहा है
28:03हाँ ठीक है तो मेरा यकीन ना करो हाँ मगर
28:10मौका दो मुझे मौका दो कि साबित कर से कुमे खुट को
28:15ग्यार देखो तुमसे दरखास करती हूँ कि जाहिए को टेस्ट के लिए मना लो
28:19देखो ना मैं अपने पैदा होने बाले बच्चे का टेस्ट उसके साथ करवाना चाहती हूँ
28:24तरस खाओ ना मुझ पर
28:25अपने बच्चे को टेंचिन के साथ इस दुनिया में नहीं लेकर आना चाहती हूँ मैं
28:30हाँ लेकिन वो टेस्ट तुम्हारे बताए गए डॉक्टर या उस हॉस्पिटल से तो बिल्कुल नहीं होगा
28:35वहाँ से होगा जहां से जाहिद बोलेगा और उसी के हॉस्पिटल से होगा
28:38क्या तुम्हें कबूल है कि टेस्ट वहाँ से हो
28:40चाहे कोई भी हॉस्पिटल हो, कोई भी डॉक्टर हो चाहे
28:42मुझे यकीन नहीं आ रहा कि मैं ये कह रही हूँ
28:46लेकिन मैं ये तुम्हारे लिए नहीं
28:48इस मासूम बच्चे के लिए कह रही हूँ
28:50और मैं हर मुम्किन कोशिश करूँगी
28:53और उमीद है कि तुम्हारी कोई चाल लाओ
28:54और इस दफ़ा मैं पूरे दिल से
28:56चाहती हूं कि तुम सच कह रही हो
28:58बाल बाल बच गई यार
29:23अब आमने सामने बात करने का वक्ता क्या
29:29कर दो
29:31कर दो
29:32कर दो
29:37कर दो
29:39कर दो
29:43
29:47कि तुम मेरी जासूस की नहीं कर सो को डिए
29:53कुगीनाकिन
30:18मिरी जान
30:19सुर्प्राइस
30:23खेरियत है अलीना
30:25असल में
30:26फोन पर भी बात हो सकती थी लेकिन
30:29यहीं करीब थी तो
30:30सोचा के तुम्हारे पास ही आ जाओ
30:32हाँ
30:33तो ऐसी क्या बात है
30:35आज मैंने वो
30:38कुछ नाखुशगवार किया है
30:40मैंलमास से मिलने के लिए गई थी
30:42लेकिन
30:43उससे क्यों मिलना था
30:45अरे घुस्सा नहीं करो मेरी जान
30:46और क्या मतलब है कि क्यों गई थी
30:48आखिर जाहिद और नाजान की वज़े से गई थी मैं वहाँ
30:50उन दोनों का कोई तालुक नहीं है
30:52अलीना वो साधिशे करती थी उसके खिलाफ
30:54उसके खिलाफ
30:55और हमने उसे घर से निकाल दे तो था जोट से चुटकारा पाया
30:57तो उसके पास आखिर गई ही क्यों
30:59तुम कहते हो कि चुटकारा पा लिया है
31:01मगर इतनी असानी से नहीं
31:03अलमास ने कहा है कि वो जाकर टेस्ट करवाएगी
31:05मुसर्फ छूट बोलती है ये भी कोई साधिश है उसकी यार
31:10लेकिन मुसर्फ खुट पर यकिन नहीं कर रही याली
31:12वो कह रही है कि वो सबको यकिन दिलाएगी
31:14ऐसे क्या कर लेगी वो
31:15वो अलमास धमकी दे रही थी कि अगर जाहिद ने टेस्ट नहीं करवाया
31:19तो वो अच्छे से जानती है कि फिर उसे क्या करना है
31:21वो कह रही थी कि अगर वो नहीं माना तो फिर
31:23वो मीडिय के पास जाएगी और फिर जबरदस्ती जाहिद को टेस्स करवाना पड़ेगा
31:27यहीं रह गे था यह किसकदर नीच औरत है यार
31:30इसको बिलकुल भी यह सब करते को शर्म नहीं आरी हमने कितना टाइम इसको घर में रखा
31:33और हिम्मत तुम दे रही हो अलमास को तुम क्यों गई बापे
31:36तुम अब दुबारा जाने की बिलकुल भी गलती नहीं करना वन्ना वो बास नहीं आईगी
31:40ठीक है ठीक है मेरी जान हम इस मसले को यहीं खत्म करते है इस बात को भूल जाओ अब असल बात पर आती हूँ मैं
31:48मैं आज रात तुम से खास मलाकाद चाहती हूँ
31:51खास मलाकाद हूँ?
31:53ऐसी मलाकाद जिसमें बस हम दोनों साथ हूँ
31:56हाँ लेकिन क्यो?
31:58सबसे पहले हम मेरी सहत्याबी का जशन मनाएंगे
32:02फिर मेरे मुन्तखिब किये गए काम का जशन मनाएंगे
32:04क्या काम चुना तुमने?
32:08मैंने जियोल्य डिजाइनर बनने का फैसला किया है
32:10और भी बहुत सारी बाते हैं मेरी जान जो करनी है
32:13और आज शाम का डिनर हमारी जिन्दगी के नए दोर का आगास करेगा
32:43मैं अपनी जिन्दगी में पहली बार काम करने जा रही हूँ
32:57इसलिए मिरी जान में चाहती हूँ कि तुम्हें इस बात का अच्छी तरह इल्म हो
33:00और तुम्हारे बगए मेरी जिन्दगी का कोई पदम भी ना हो ली
33:13मैं चाहती हूँ कि तुम मेरे साथ रहो मुझे रास्ता दिकाव मेरी जान
33:43ओ नूर आज तो तुम से दूसरी बार सामना हो क्या
33:50माफ करना हमने नौक करने के वास नहीं सुनी
33:53हाँ नहीं सुनी होगी मस्रूफ जो थी हैं और सेकेटरी भी अपनी जगा बन नहीं है
33:58हरे नूर मुझे आज दूसरी बार मिल रही है ये
34:03मुझे तो ऐसा लग रहे जैसे तुम मेरा पीछा कर रही हो
34:05वैसे तुम कर क्या रही हो यहाँ पर हाँ
34:08मुझे शाद अली साब को इतला करके यहाँ आना चाहिए था
34:11माफ कीजेगा आप तोने को डिस्टर्प किया मैंने चलती हूँ
34:14जाओ मत
34:15नहीं या
34:19कोई
34:21कोई मसला था जो तुम यहाई हो
34:23अरे नहीं तुम आओ अराम से बैठो
34:26मैंने अली से बात कह लिए है
34:28जान तुम वैसे
34:30शाम को मुझे पिक कर लोगी कि हम भही मिलेंगे
34:32पिक कर लोगा आमे
34:34ठीक है
34:34बाई बाई नूर
34:40क्या था ये सब यहाँ क्या कर रही थी
34:49मुझे नहीं समझाया
34:52वो अच्छानक आई और मैं उसको नहीं हटा सका
34:54और तुम इतने में आ गई
34:55मुझे माफ कर देना नूर तुम्हें गलत लग रहा हूँ
34:57ना यहाँ ना आथी तो तुम्हें मज़ा आ रहा होता
34:59मुझे जवाब दो तो मली
35:03यार नूर तुम्हें हो क्या गया है
35:05मेरे सामने खड़े होने से भी तुम्हें फाट नहीं पढ़ा ली
35:07यार तुम्हारा दिवाख खराब हो गया है और कुछ नहीं
35:09यही हक्यकत है
35:10तुम अची तरह जानती हो के हमारे दर्मियान ऐसा कुछ भी नहीं है
35:13फिर भी मुझे से यहाँ खड़े होकर उल्टे सवालात पूछ रही हूं मुझे से नूर तुम्हें
35:16मैं अची तरह समझता हूं तुम्हें तुम सिर्फ खेल खेल रही हो मेरे साथ
35:19आ रहा है समझ पते नहीं क्यों बेवकूफों की तरह तुम्हारे पास आजाती हूं
35:22दूर दूर दूर रुक चाओ मैं कहरो तुमसे दूर दूर साइबा
35:31उमीद करती हो आपके शामच्छी गुज्र अली साथ
35:34पागल है यह पागल
35:49अजाक का यह पास भागोर्ग पास भागोर्ग भागोर्गों
36:07झ्लाभ ढगल
36:08भागल
36:09झ्लाभ
36:10झ्लाभ
36:12अलीना कहां की तैयारी है बिटा
36:29हम डिनर पर जा रहे हैं
36:32यह तो बहुत अच्छा है
36:33तुमने मुझे बताया भी नहीं इस बारे में
36:35तो बताती है ना भी
36:37अलीना मैं दुबारा पूछ रही हूं तुमसे
36:41क्या तुम मुझे से किसी बात पे नारास हो
36:44बस कर दे अमी
36:45आप मुझे तंग करिये
36:47रोज रोज मुझे एक ही बात पूछे जा रही है आप
36:49सारा दिन तुम मुझे से भागती रही
36:52मेरी फून कॉल्स का जवाब नहीं दिया तुमने
36:54अगर मैं खुछ से तुमसे कुछ ना पूछू
36:56तो तुम भी मुझे कोई बात नहीं बताओगी तो मैं और क्या पूछू अलीना
36:59मैं नरास नहीं हूं अमी
37:00ठीक है मेरा दिमाग खराब है
37:02किस चीज से
37:02मेरा दिमाग क्यों खराब होगा अमी हाँ
37:06अली की वज़े से और क्या
37:08अलीना
37:09क्या कोई एसी बात है जो मुझे जानना चाहिए
37:12आपको नई बात जानने की ज़रूफ हैंमी
37:17आपको तो सबकुछ पहले से ही मालूम है
37:19ये तुम किस लेज़ पे बात कर रही हो
37:22हाँ
37:23मैं कुछ समझे नहीं अलीना
37:25मुझे लहीं लगता कि समझने के जरूरत है क्यूंकि आपको तो वैसे भी सब कुछ पहले से ही मालूम होता है बहुत देर हो रही है अब मैं जा रही हूं अली मेरा वेट कर रहा है
37:34अम्मी
37:40मुझे आपसे कुछ चाहिए था
37:45इतनी लड़ाईयों और इतने शोरों खुल के बाद अज पहली बार
38:01मैंने पूरे दल से महसूस किया कि मैं थाप गई हूं
38:20मुझे आखिर कब तक अपने शोहर को किसी और के साथ बाड़ना होगा
38:32पूर मेरे उठा रही है यार फोर मेरे उठा रही है
38:48अली चलो चलो चलो तुम्हें अपनी बीवी के पास आना चाहिए
38:52अलीना को संभाल लूगा मैं तुम जाओ
38:54यार जाहिद ऐसा नहीं है कि मौमला ये बातों से हदर हो सके
38:57कितनी जिद्धी है यार वो तुम जानते तो
38:59देखो मेरे भाई
39:00पहाई जिस अलसे थी तुम क्या तावको कर रहे हो मैं बता रहा हो तुम्हें जाहिए
39:04मैंने कुछ नहीं किया मैंने यार तुम उस सोरी करने के बजाए उल्टा उस पर भड़क गया
39:08यार ये उस तो कुछ समझ नहीं आ रहा था
39:10मैं उसकी महबत में पागल हो चुका हूं पूरी तरह से भाई
39:13और वो मुझसे क्या कहती है आके कि अगर मैं नहीं आती तो तुम्हें बहुत मजा रहा हूता अलीना के साथ
39:17असलम से इल्जाम लगाने की भी कोई हद होती है
39:19वगर समझ यह मैं क्या करना है मुझे
39:22मैं उस आदमी का किस्ता ही तमाम करतूंगा
39:23तुमने उससे सब कुछ बता दिया
39:26लेकिन कल तुम अलीना के साथ इस्पटार जाने वाले हो
39:28और अलीना को सब कुछ बताने जा रहे हो
39:30और नूर को खबर भी नहीं
39:32खुशकब्री सुनाने के काबिल छोड़ा ही नहीं मुझे उससे में क्या करूं
39:34मिरी जान
39:37मैं तयार हूँ
39:42मुझे अली पर इस कदर खुसा हा रहा था
39:52उससे तो ये भी नहीं पता कि उसकी में मैं इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया
39:55और वो असरत अलीना के साथ टिनर पर जा रहा है मुझे यकीन नहीं आ रहा
40:03अब मुझे उन्हें साथ देखने की हिम्मत खत्म हो चुकी है
40:25ये देको देको सराइं गनूर
40:52ये ये रहा है

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