Israel Iran War: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के चलते इसके प्रभाव भारत में भी पड़ने की आशंका जताई जा रही है. युद्ध से भारत पर पड़ेगा कैसा असर, वीडियो में जानें विस्तार से.
00:14इरान और इस्राइल के बीच बड़ते तनाव के चलते हॉर्मूद जल्डमरू मद्धे की स्थिती बेहद समवेदन शील बन गई
00:32ये समुतर इमार्ग वैश्विक उर्चा पूर्टी की द्रिष्टी से अत्यांत महत्वपूर्ण है
00:38क्योंकि दुनिया का करीब 20 प्रतिशत कच्चा तेल और प्राक्रितिक गैस इसी मार्ग से हुकर गुजरता है
00:45भारत के लिए ये स्थिती और भी चंता जनक है
00:49क्योंकि देश अपने कुल कच्चे तेल आयात का 40-50 प्रतिशत और प्राक्रितिक गैस का लगभग 60 फीजदी इस मार्ग के जरिये प्राप्त करता है
01:00यदि इस मार्ग में कोई रुका बटाई तो भारत की तेल आपूर्थी बाधित होगी जिससे न केवल तेल की कीमते बढ़ेंगी बलकि आपूर्थी में अस्थिरता आएगी
01:11ट्रेडिट रेटिंग एजनसी ICRE के अनुसार अगर कच्चे तेल की कीमतें 10 डॉलर प्रती बैरल बढ़ती है तो भारत का तेल आयार और उसका बिल 13 से 14 अरब डॉलर तक बढ़ जाएगा
01:23जिससे चालू खाता घाटा CAD भी GDP का 0.3 फीजदी तक पहुँच जाएगा इससे देश के वित्य संतुलन पर सीधा असर पड़ेगा
01:34तेल की कीमतों में बढ़ होत्री से पेट्रोल, डीजल, रसुई गैस और अन्य उपभुकता वस्तों के दाम में बढ़ होत्री कोगी जिससे आम आदमी की जेप पर बोज बढ़ेगा और महंगाई दर में तेज उचाल आएगा
01:48यदि ये संघर्ष लंबा चलेगा तो भारत की जीडिपी ग्रोथ में भी दवाब आएगा भले ही वर्दमान अनुमान 6.2 पर स्थिर है तेल महंगा होने से विनिर्मान लागत बढ़ेगी जिससे घरोईलू उद्योगों की लाभ प्रतता यानि की जो फायदे होते हैं जो
02:18सकता है वहीं रिफाइनरी कंपनियों के मार्जन पर इसका विपरीद प्रभाव पड़ेगा इसके साथ ही लपीजी पर मिलने वाली सबसीडी में कटावती संभव है जिससे गरीब और मध्यमवर्ग को ज्यादा कीमत चुकाने पड़ेगी सबसे गंभीर बात तो यह है कि �
02:48कीमतों में लगातार बढ़ होतरी चालू खाता घाटा और निवीश के लिए रुकने जैसे समस्याएं गहरा संकट पैता करने वाली है बहराल मामले पर हमाई नजर है इस तोनों देशों पैच तोनों देशों के संघर्ष पर हमने पैनी निगाहें बनाए रखी है मामले प