ृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को नई दिल्ली में पूर्व IAS अधिकारी अशुतोष अग्निहोत्री की पुस्तक ‘मैं बूंद स्वयं, खुद सागर हूं’ के विमोचन कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने भारतीय संस्कृति, भाषा, इतिहास और धर्म पर जोर देते हुए कहा,
“अपने देश को समझने के लिए विदेशी भाषा काफी नहीं है... वो दिन दूर नहीं जब अंग्रेज़ी बोलने वाले खुद शर्मिंदा होंगे।”
यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है और इसे लेकर बहस भी छिड़ सकती है।
📌 देखिए पूरा वीडियो और जानिए अमित शाह ने क्या कहा, इस बयान के पीछे क्या है उनका मकसद, और क्या इसका राजनीतिक असर हो सकता है?
00:00गोण मोण जी ने हिंदी के प्रती चिंताव्यक्त की, हिंदी की पूरी यात्रा का बहुत अच्छे से वर्णन किया, अभ्यास पूर्ण वर्णन किया, मगर मैं थोड़ा उनसे ऐसे हमत हूँ, कोई संकट नहीं है, मेरी बात याद रखना,
00:23हम सब के जीवन में, मेरी बात ध्यान से सुनना, हम सब के जीवन में इस देश में अंग्रेजी बोलने वालों को सर्म आएगी, ऐसा समाज का निर्मान अब्दिल नहीं है।
00:53मेरी देश की बासाओं के बगर हम भारतिये ही नहीं रहते हैं।