Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 2 days ago
Udne Ki Aasha 14 Jun 2025 Today Full Epiisode

On June 14, 2025, the village of Hiranpur was filled with excitement as the annual festival “Udne Ki Aasha” began. This year was special because it marked the fifteenth anniversary of the festival. The village square was transformed into a colorful fairground with lights, laughter, and delicious food.

Maya, a bright and kind girl of fifteen, was eagerly waiting for this day. She had a secret wish to fly. Maya loved watching the kites soar high in the sky during the festival. Each time she saw them, her heart filled with joy and a longing to fly like a bird. She gathered her friends, Rahul and Neela, and shared her dream with them. They decided to help her make this dream come true.

Together, they brainstormed ideas. "Let's make a big kite! " suggested Rahul. Neela nodded, "We can decorate it with bright colors and write our wishes on it. " Maya's eyes sparkled with excitement. They spent days preparing for the festival, collecting materials, and creating a large, beautiful kite. Finally, the day of the festival arrived.

As people filled the village square, Maya and her friends set up their kite near the tall hill where many kites would fly. They carefully tied the string and decorated the kite with vibrant colors. On it, they wrote: "We wish to fly high, just like our dreams. "

As the sun began to set, the villagers gathered to launch their kites. Maya held the string tightly, her heart racing with anticipation. When the signal was given, she let the kite soar into the sky. It danced and twirled, catching the wind perfectly. Maya felt a rush of hope and happiness as she watched her kite climb higher and higher.

Suddenly, a strong gust of wind surprised everyone. Many kites began to tumble down. Maya closed her eyes, hoping her kite would stay up. When she opened them, she saw her kite, high above the others, shining in the evening sun. The crowd cheered, and Maya felt an overwhelming sense of joy.

She realized that even though her feet were on the ground, her dreams could still fly high. Inspired by the laughter and cheers around her, Maya knew that with friends by her side and dreams in her heart, anything was possible. The festival continued, celebrating not just kites but the power of hope and friendship, leaving a lasting memory in everyone’s hearts.

#UdneKiAasha
#FullEpisode
#NewEpisode
#14June2025
#DramaSeries
#LatestEpisode
#TVShow
#Entertainment
#DramaLovers
#EpisodeAlert
#CatchUp
#WatchNow
#TVDrama
#IndianTelevision
#EpisodeRecap
#Showbiz
#SpoilerAlert
#BingeWatch
#PrimetimeTV
#MustWatch
#TVFanatics
#HitSeries
#SerialLovers
#TelevisionDrama
#DontMiss
#TVEntertainment

udne ki aasha today episode,udnee ki asha today full episode,udne ki aasha today new episode,udne ki aasha new episode,udne ki aasha,udne ki aasha promo,udne ki aasha star plus,udne ki aasha serial,udne ki aasha behind the scenes,udne ki aasha new promo,udne ki aasha new serial,udne ki aasha latest update,udne ki

Category

😹
Fun
Transcript
00:00आपके साथ निया एक जाए है तो फुल सपोर्ट अपके साथ है, गुड़ जोब
00:10मेरा भी
00:12ए चुबबेट अकष
00:14यह कोई चुनाव है जो आपना वोट डाल रहे हो
00:18सचिन मैं इसलेह कह रहे थी
00:22हम ये बात आराम से सोच समझ के सब को बतानी चाहिए थे
00:27एक मिनिट इसका मतलब है तुम दोनों ने अभी तक तै नहीं किया है
00:33यह बाबा थे किया है अपन
00:35मैं साहिली को यह बोला था कि हम लोगे बात ना सब के सामने रखेंगी
00:39पानी में पेर रखते दिखता है कि किता गे रहे है
00:42कि इस आप से बात चल रहे हैं सब सेमतिश लग रहे हैं दोलन को छोड़की पर यह लोगा बुछ कर भी नी सकते भरग नी बढ़ते
00:49कि अजया रोशनी तुनले इनकी बख्वास क्या बोल रहे है वो वो आख पर पट्टी बांदा हुआ बच्चा नी आया था बीच में क्या नाम था उसका रिष रिष रिष रिष हाओ इस जो भी है वो आया था उसको गोद लेने की सोच रहे यह दोनों
01:15कि अजयान बच्चे को घर ले आएंगे किसका खून है कैसी पधायश हमें कैसे बता हुआ हमें कैसे बता हुआ और अगर उसकी क्रेमिनल मेंटालिटी निकली तो अगर जा के चोर बना तो क्या करेंगे ए गजूर वेसे तो तो तू भी इस घर की पाइदाईश है कौन सोच
01:45डाएं पंटू हे ना चोर अच सब तेरी तरा जोल जा पटा नहीं गरती समझ़ ले गपभस तू बड़ी वहु है तू बता क्या सही है अरे बड़ी बभू क्या बाते है तूना अपने अपने बास इस रख वाबाबा दीश बड़ी बड़ी बाड़ी को अगरी निस को त�
02:15यहां आबुने से अपने को फरक पढ़ना मुंकरी लिए वो एक रिष्की आजी
02:18हाँ काका एक बार क्रिष्की आजी मान जाए उसके बाद सारी प्रक्रिया शुरू करेंगे हम
02:25तो तेरे चॉल मेले के जाना अपाल पोस के बढ़ा कर उसको ताइको अमलोग की मर्जी अम्लोग इढर भी रखे
02:32तो तुम्हारा कहना है कि यह दो नोग एसे किसी को भी उठा के मेरे घर में ला सकते हैं
02:59दिख रेडू, जैसा भी सचीन ने कहा, अगर क्रीश की आजी मान गई है, और क्रीश भी यहाँ आना चाहता है, तो वो डिसीजन ये दोलो लेंगे, वरूरूरूरूरू अगर क्रीश की किस्मत में इस परिवार का हिस्सा बनना लिखा है, तो भगवान कुछ भी करके क्रीश
03:29सचीन ने तो मिधी लंका लगाने का फुल प्लान बना लिया, पतता है कि इसको यहाँ लाखी माने को,
03:59आजी, आई को फूना है, आई, क्रीश, आया अब मुझसे मिले बिना वापस कर से चलेगे,
04:27मेरे बगजे के तेना आप यही क्यों ने रुक गई?
04:31पिश, बेटा, आई को आई को अजिन्नली काम आगया था ना, इसलिए है ना पड़ा, पर तुम चिंदा बद करो,
04:42आई, तुमसे वापस मिलने आएगी, बेटा, आजी कहा है, उन्हें प्लीज फोन दो,
04:48आजी, आई को आपसे बात करनी है, ठीके बेटा,
04:54हाँ, कल्यानी, आई, मैंने तुझे कहा था ना, मैंने तुझे कहा था था ना,
04:58कि अनना, मैंने तेरी बात मान लिए है, ना, कुझे कहा है,
05:03ना, कि मैं उनका फोन नहीं उठाऊँगी, अब और क्या करूँ,
05:07आई, पुझे पता भी हमें क्या चाहिए,
05:10हुन्हें क्रिश चाहिए, उन्हें क्रिश चाहिए,
05:12वो मेरे क्रिश
05:15मेरे बेटे को अडॉप्ट करना चाते है
05:18क्रिश?
05:21हो आई क्रिश
05:22भाते तो ऐसी करहे थे जसे सादों से मापाप नहीं पढ़ पाए
05:29और अब बच्चे के बिना जी नहीं सकते
05:31आई तो सोच भी सकती
05:33मेरा बेटा
05:34मेरा क्रिश उनको चाहिए
05:36हो सकता है तेरी कहानी सुनकर
05:38उनके मन में ये खयाल आया हो
05:41किसने सुनाई उन्हें ये कहानी?
05:44देखा नाई?
05:45देखा? बात कहां से कहां पौच गई आई?
05:49तेरी वज़े से
05:50उन्होंने पुरे परिवार को ये बात बता दी?
05:53हाई सबको
05:54सब के सामने बात किये है पर तु इसे परेशानी की तरह क्यों देख रही है थुड़ा सा सोच ले शायद यही मौका है कि क्विश हमेशा के लिए तेरे पास रह सके तेरी आखों के सामने
06:07हाई क्या बोल रहे है तु तु चाहती है मैं अपना बच्चा उने डेडू अच्छा एक बात बता तू कब अपने बच्चे को अपना मानेगी तुझे पता है यह दिन कब आने वाला है तुझे तुझे कृष को सचन साहिली को देने में कोई प्रब्लम नहीं है तेक है मेरा �
06:37क्या बोल रही है अच्छा बबा उनका फोन हाया ना तो मैं उन्हें मना कर तो कि नई हुझा प्रदाने अच्छा उनका फोन नहीं उठाओंगी मैं लेकिन वो घर तक आ गए तो थो हाँ तो इस तरीके से उनसे बात करना कि वो फिर से अपनी शकल नहीं दिखाए तुझे
07:07किसको किसको मुझे गया है काकी को ग्रीष की आठ जी गो भॉन भी लाना पर क्यों अरे पन क्यों मुझे जब तक हम लोग काकी से बात ने करें के तब तक समझनी आएगा ना कैसे क्या करने के
07:33सचेंधे इस लोग के लृट संचेंथि पर घमने का कोच परसानी को गळ। बाइट अद्धायार निया।
07:42बढ़े से लाले से नालूंदा गिना लुग अवावा की बाबा की बोलती है उसको साइड में रख में को तंबूरा भरग निए बढ़ता है बाबा क्या बोला कि अगर हम लोग खुषे ये इस भाइसले से और हम लोग अच्छ उस बच्छे का अच्छ होता है तो बाबा भी �
08:12और अगर सोचो करश आ भी गया उस बच्छे को कैसा मैसूसोषगा जब उसे पता च्रेगा किस घर में उससे कोई अपनाना नही चाहते है इसलिए मैं सोच रही हूऊ कि...
08:21क्या जूच्री?
08:23क्या सोच क्या रही?
08:26मिलको तो ये समन्नी आता, कौन क्या केता है क्या फरक पड़ता है?
08:29एकीच इंसान है, जिसके जह पड़ता है.
08:34क्रिष्क्या जी,
08:36काकी से जब तक बात करके उसका जवाब निसुनते है,
08:39तब तक कोई कुछ बोले, तंबूरा फरक नी बढ़ता है, उसको मालूम होना मंगता है, इसलिए बोड़ रहा है, प्लीच फोन मीला.
08:44प्लीच.
08:45ठीक है.
08:58अजी, एले इंडी का फोन है, मैं उठा लूँ.
09:00रूक्रेश, उठाना नहीं, फोन मुझे दे.
09:04फोन मुझे दे.
09:05आजी, साहिन की तो मुझसे बहुत प्यार करती है.
09:09वही तो परिशानी है, बेटा.
09:11वो तुस्से कुछ ज्यादा ही प्यार करती है.
09:14तुसे बात करेगा, तो तेरी आई को गुसा आएगा.
09:19जिसे पहले आया था, इसलिए कभी साहिली अंटी का फोन आया ना, तो उठानाई का नहीं, हाँ?
09:26हो आजी.
09:31लागा?
09:34नएगा फोन नहीं टारी है.
09:36जनाए को नहीं टारी है?
09:39तो पाटली भी भी फोन की नहीं टारी है, अभी भी भी फोन की नहीं मतनखा भी मतलब भी बडाशानी सकता है, जुछ बाते हैं, रसे कुछ बाते बएटके करिने बंगती बनें, उटेग
09:47फिर दाख कोड़ी को अजय को निकलती है सचिन रुका अगर कृशी कृषि को नगर ले लेंगा है नायों प्र Railicias को अजाई काम चैतन को ह IG
09:59कुछी कर दो खुषु अजयी उल्दवाजी पिर नहीं डिग हमें टहलें कि लिपButan दुष।
10:03तो उसके ज़स्बात उसके अंदर क्या चल रहा है अब समस्ताई में तिर को यह अपनी आई के प्यार के लिए तरसता है वो उसको गिदा याद करता है और उसकी आई को तंबूरा फरक नहीं बढ़ता है कि वो क्या कर रहे कैसे जी रहे
10:21एग जब भी मोश को देख्ता है ना सायली मेरी आखो के आगे ना मेरी अखी जिंदगी आगाती है कि मिको ना मालू मैं क्या मैसूस कर रहे वच्छ तुम्हें को बजिए जल्बासी कर रहे है जिम्हारी बात समझ तु पर फ्लीज एक बार तीम सो एक बार में कुछ ने का है स
10:51क्या बस क्या?
10:54सचिन तुमने कहा था
10:55कि ये निर्ने हम दोनों का होगा
10:57तुम अपनी बात से पलट रहे हो
10:59तुम अपनी बात सुनने को भी तयार नहीं हो
11:03तुम मुझे बात अपनी रखने भी नहीं दे रहे हो
11:05तुम बस अपना निर्ने बता रहे हो
11:07कि तुम क्या सोचरों क्या सही है
11:09कि गलत है ना सचेन
11:12और अगर तुम्हें जो करना है तुम वही करना चाहते हो ना तो ठीक है
11:16मुझसे पूछने को कोई फाइदा ही नहीए। तुम्हें जो ठीक लगे तुम वही गढ़ा
11:21सेली सेली
11:25मेला बलती है sobrem
11:26तो प्रिज बोलना चाहते हैं तेरे इमाग में क्या है बहुत जरूरी है तु प्रिच बुल
11:38ठीक है सचन तु मेरी बाद धान से सुन और समझने की कोशिश करो
11:42मैं सुन रहे तु बुल्णा
11:43कृष्ट को भी तो हमें अपनाना होगा
11:45एसी रातो रात हम उसकी दुनिया नहीं बदल सकते हैं तीरे तीरे समय के साथ प्यार से हमें उसे इस बदलाव के लिए तयार करना होगा
11:55इस साल हम उसकी पढ़ाई उसे वहीं पूरी करने देते हैं साथी साथ हम उसे मिलते रहेंगे
12:01जिसे हमारा प्यार और बढ़ेगा और यहां एकले तेयर भी हो जाएगा
12:06अपिए नगा, अच्छी में नहीं रहा है
12:10तुमारे लिए एहा है तो सब कुछ काल या सफेद होता है
12:12तुम भीच का रास्ता कुछ सोच नहीं सकते क्या
12:15क्योंकि हम लोग किसी भी रास्थे में जब निकले üçथ को 15 अर्चन आति इना वीच प्रॉबलम मैं ऴेरा
12:20अगर हम कर अड़ को यहां ले आए तो का कि का क्या होगा
12:24अगर कर अड़ कर शेगा तो का के टो अकेलेए जाएगी ना उन पर क्या वितेगी उनका क्या
12:31सचिन, कहा कि तो जिन्दगी एक पल में बदल जाएगी ना, उनके बारे में भी तो सोचना पड़ेगा ना, इसको हम ऐसे ही नहीं ला सकते, भावनाओं के साथ-साथ में सही समय काभी इंतसार करना होगा, तब तक हम शान्त रहते हैं
12:48किसा इड़ाय मही तो किता सोचती है साहली तो मालूमी यह बात ना, अभी चाटक रहें में सिर्फ ना, क्रीष को इड़ाने का है, उस पे-फोकस मार रहे है तूं
13:07क्या हिँए इन अग्या एचा रहेगा, और बादा हमाहोल Δा मेद आप अए कि आपका महागी आपके मेद को
13:16पर ही आपके के शुचे इन आपके एिना आपकें अशह रहरा था ए ही
13:21आपक मेरेह जगा है
13:23धूरिओंक में आपके के अवरोमेड़ थैना
13:26अजय बाइको मस्पखी दिमाग अच्छे ही?
13:29अब लो कम से कम अब तो तुम्हे समझ आया
13:31समझ तो मेर कुछ पहले ही चाहा गया तैसा यह जो
13:36जैनी कोई देख लेगा दूर जाओ
13:39सच में दूर जाओ कि दर से जाओ
13:42चोट से दूर कैसे जाता है
13:44ठीकी
13:46अजय आधा टेकी
13:56तुम्हें
14:00उस एक दो
14:04जोही?
14:06प्रीक अतनी देर कर दीट तुन्हें अठाने में
14:08मैं कबसे ट्राइ कर दी तुझे
14:10एक वर जोही?
14:11एक गुड नूज है
14:12बिदेवाल मैं तुझे आदे पिछले हवते मेरी इंग्सान
14:16यहाँ.
14:17आई ने तुझे बताया ओगा कि मैने कितनी महनत की थी, कितनी बढ़ाई की थी.
14:21जो ही आई ने बताया था, कि कैसे अगे झाल झाल बंद कर लिया था, बाहर ही नहीं आ रही थी, अब आगे भी तो बता क्या हुआ?
14:28मेरे एक्जाम का रिजल्ट आगे है ताई, मैं पास हो गए हूँ.
14:32मूँ भी फर्स्ट क्लास थे है.
14:41क्या?
14:47हे पपा, थैंचियो.
14:52जुई, जुई तु पास हो गई?
14:54हाँ ताई, तेरी जुई पास हो गई.
14:57मुझी इन्यू सबसे पहले तुझे बतानी थी.
15:00जुई, मैं तुझे बता नहीं सकती, मैं कितनी खुष हूँ.
15:04तुझे पता है?
15:06कितनी बड़ी बात है?
15:08हमारे पूरे परेवार में कभी कोई ग्राजुएटी हूआ.
15:11तु पहली लड़की है.
15:12मुझे बहुत खुशी हुई है, जुई.
15:15हाई के सपने, बाबा के सपने, मेरी क्वाइश है.
15:20तु मैं सब पूरा कर दिया, जुई.
15:22मैं सब पूरा कर दिया, जुई.
15:24इसा लग रहा है?
15:26मैं इसे दिन के लिए तु जी रही थी.
15:28तुझे बगवान को क्रेडिट देना तु दे.
15:30पर मैं तो मानती हूँ कि यह सब तेरी वज़े से हुआ है.
15:34अगर तु अपनी पढ़ाई छोड़के आई बाबा का हाथ नहीं बटाती ना, तो हम कभी नहीं पढ़ पाते दाए.
15:39यह डिगरी सुरफ मेरी नहीं हमारी हैताई.
15:43मुझ से जादा तेरी हैताई.
15:45तद जुई.
15:47महनत तू करे.
15:49रात रात बर पढ़ाई तू नहीं की है.
15:52जाहे कर्मी हो पारिश हो, लाइठ हो ना हो, कैसी भी परिस्त्रती क्यों ना हो,
15:58कर तूने पढ़ाई नहीं छोड़ी, तिन रात तूने महनत की है.
16:02यह और इसका श्री तू मुझे दे रही है.
16:06यह टिक्री सिर्फ और सिर्फ तेरी है, सिर्फ तेरी.
16:11यह जाहिली एकप चाहा बनाना है.
16:15जाहिली?
16:17जाहिली, तू रोगा है कुरी, क्या हुआ?
16:20सचिन, तुम जुई से बात रो, वो खुद पह बतागी, जुई रले.
16:23यह जुई, तू क्या खरीकुटी सुनाईगे इसको?
16:26तू क्या फोन से क्या इसके संत्रे का छिल्का मारी है क्या मुझ पे आकों से आसू निकल रहे है?
16:30क्या बुली तू इसको?
16:31जीजु मेरे एक्जाम का रिजल्ट आ गया है.
16:33मैं पास हो गई हूँ, वो भी फर्स्स क्लास से है.
16:40क्या बात करिये जुई, यह तो एक नमबर कवरे है.
16:45मतलब तो आपने परेवार की पहली महिला निकलिये जो एक तम डिग्री में करे आतिल की है.
16:50क्या बात कवरे है जुई, एक दम, एक तम गड़क.
16:54क्या बात करेंगे जुई, जुई एक बात बुलू गया, जुई इंचान ये लकिर पारनी कर पाता है न उसको मालूम रहता है कि ये लकिर पार करने का इम्यत किया है.
17:10मैं बुद प्रावड ही तेरी भी, बुद गरोवई मिरकू, मस्ट मस्ट एक नमबर.
17:14जीजु, आप दाई को लेके घरा हो ना, हम घर पे मिलके पाटी करेंगे.
17:19अरे सावाले, मैं आयाएका न तेरी घर पे, मस पाल्टी विल्टी करेंगे.
17:24मैं तेरी ले भूल माला भी लेके आगा, जो भी खानेगा, बोल मैं ओडर मारेगा, पिक अप मार के तेरी बास आएगा, और फिर,
17:31कुल्ड रिंग का बोडल भी लेके आएगा मी, हाँ, पाटी करते है पर.
17:34हो, जीजु.
17:35तेटी के रखते है मी, बरू.
17:37का है रिसाइली, इसी बाती.
17:42कुछ बाती साइली, तारूमत, इर कमालू में तु बट खुशिए, अरे जुई कुछ दिरी मिलिगे, इर बट खुशिए.
18:00मैं तु आएगा, पाटी कुछ आएगा, बट खुशिए.
18:04मैं तु आएगा, बट खुशिए.
18:07मैं नहीं पता, सचिन.
18:10मैं कितनी खुश हूँ हाज.
18:12बहुत बड़ी बात है ये.
18:14चुही ने हम सब के सबने पूरे करती है.
18:17और वो पगली कहती है.
18:20ये तिगरी मेरी है.
18:23क्या रहे जाएगी गलत क्या केती है?
18:26मैं तु आएगी जब तु पढ़ाई छोड़ के कामीम पे लगी.
18:31तु पढ़ाई छोड़ी ना, इसलिए लोग लोग पढ़ाई करके महिनत कर रहे है.
18:35समझ लगए?
18:36एकदब बर-बर गोलीव, तेरिष निष डिगरी.
18:38क्या प्रश डिगरी है?
18:40नहीं सच्छन. ऐसा कुछ भी नहीं है.
18:42अधात के हसाब से, उस्सेमेधारी मेरे हिस्सी थी.
18:46इसलिए बस उसे पूरा करने की कोशिश में जोगी को अपनी पढ़ाई मिल गी.
18:52झाली भूलन थासा नहीं.
18:54इसके दुश्या मेना लागों लोगब को यह हम एका मिलता है यह जो फेनिका भशावा इसके अन्याद समझ नहीं है
19:03एक तरफ तु जाला तु पना पड़ा ही कुरवान की तेरे बाई वींगारें की लिए
19:10तरी आको में शहली मेरको एक जोज भी तिखता है
19:17कि यरको पड़ाई कर दी कि इच्चा है ना है ना है ना है बिलकुल है इसका मत्स भी यह नहीं कि मैंने जो कुछ भी किया मुझे उस बाद का दुख है
19:31मेरे आए बाबा आप हमेशा संगर्ष करते रहे है चुप चाप सहते रहे है
19:42कि अरिशानी हो कि आज हम तक कभी आने नहीं थी और चब मुझे समझ में आया और मैंने अपनी पड़ाई चोड़ने का अने में लिया तो वो तेन दिन तक बहुत रुए और आपको दोश्टेते रहे है पर इसके अदाबा को रास्ता भी नहीं था ना
20:08किस मत एक तरफ तू पढ़ाई चोड़ती क्योंकि पैसे की तंगी थी और अर जाला दुस्री तरफ में इजर कर वे सब कुछ होने के बावजूत बागी दोनों भाई मस्टपई की पढ़ लिए
20:33किसला में पीछी रहे गया क्या हुले हाला तीज कुछ है
20:43सचें तुमने अभी पताया नहीं हैसा क्या हो गया था कि थेजोंसा राखाश पड़ पाया और तू नहीं
20:52क्या तुम्हें पढ़ाई में रूची नहीं थी क्या
20:56अधिए अब धवली है
20:59कि यल भाड़ा एक नम्मर लगताता चाहिबे क्या
21:03झानी तै अभी क्या जानी तै क्या पुराने गहां खुरुईदने के अभी
21:08थे थेजुईगा डिग्री उवाय चल पाल टिकते है
21:11पाल टिकते हैँ अवाय पाल टिकते हैं
21:16तुम जानते हो तुम मुझसे जूट नहीं बोल सकते हैं
21:25जदो तुम सुभान से जूट बोल लोगे
21:28और अपने चेहरे से सचाई के सचुपा होगे
21:33सच्छिन, मुझे बताओ ना
21:38मुझे वो सच चानना है
21:41मुझे बता है
21:43मुझे बता है
21:45जिसकी कस्टक तुम्हारी आख़ों में दिखाएदेती है मुझे
21:51ऑईसीच
21:54जिस मुझे तेरी आख ते
22:02हम डुनों के मनजल बले हा लग लग लग थी
22:05इफ परेसित्या समानथी
22:08हम दोनों का बस एकि हटूरा सपना है
22:11तो क्यो ना इसे साथ में पूरा किया जाए तुम अपनी पढ़ाई शुरू करो और मैं अपनी
22:20हहें? सायली या एड़े कि मापिक बाग कर रही अभी मैं क्या अभी पढ़ेगा इस उम्हर मी इतने जिमिदारी के साथ में मगलब टेक्षी चलाएगा कि पढ़ाई करेगा या तेक्सी चलातु एपढ़ाई करेगा नहीं होगा पुजी इस नहीं होगा हम इंगलेश पी तो �
22:50मेरे सरफे, तिरको तुम हालुमीचे दो तो गाड़ी का लोन भरने कहीं, सवारी पर सवारी उठाता रहता है हुए, सुबे से रात हो जाती उदर इच, तेरे फूलों का दुकान वी कान वी तो देखने का रहता है, और बाकी अलग का और सोने पे सुवागा तो अभी वो कृ
23:20हम हमारे सपनों के उडान पूरी करेंगे, और उसमें एक पढ़ाव है, इसे हम साथ में पूरा करेंगे, जब भी टाइम हो, फिर जाहे वो एक महीने बाद हो, एक साल बाद हो, पर हम साथ में कोशिश करेंगे, और सचिल, बढ़ाए कि कोई उमर धोड़ी होती है,
23:50कि अपन पड़ेंगे, किसकी बेसगे ठाग अपन पड़ेंगे, और इसले पड़ेंगे रासाईली, क्योंकि हम लोग बढ़ रहे हैं, देखर ना, क्रीष और बाकी बच्चा वालती लोग, जो भी रहेंगे, हम लोग अक्षे कदम पे चलेंगे, और वो लोग बढ़ेंगे, �
24:20एए, सैली, कहाई को इतना रोरी है, क्यो इतना रोरी है, मुषकर?
24:42हुशी है सच्छन, हुशी है क्या आज हुआ है, कावो ने थर पारी
24:48योगत व में इसको दिख रहा है
24:50ऐसा लग रहा है तरह थोपड़े पर किसी ने नलका छोड़के रखे
24:53यह से गंगा जमोना ही भाखे रहेगी
24:58कि छोलेगी
24:59किधर?
25:00हुआ साहिली, तु तो अब इसे भूल गई
25:03मानते में पड़ा लिखा नहीं है
25:05तौन में इता भरचन नहीं
25:07अब इतो जुई विचारी फोन पे बोली कि मेरको मेलो
25:09पाल्टी विल्टी करने के अगर की
25:11इतना बड़ा बात है डिग्री आसिल कि
25:13उसको चल के मिलना मंता है
25:15साहिली
25:16अब काका
25:18आसो पोच्चल
25:20हाँ काका
25:21हाँ काका बोलिए
25:26साहिली बाहा जा
25:27क्या बात है बाया
25:34अज तुम दोनों बोट खुश दिख रहे हो
25:37हाँ काका, खुशी की बात है
25:39चुही ने अपनी डिग्री पूरी की है
25:42हो भी फर्स्ट क्लास के साथ
25:43इसलिए हम बहुत खुश है
25:45अरे वाँ
25:46यह तो सच में खुशी की बात है
25:49हाँ काका, अपको पता है
25:51जुही पहली लड़की है हमारे परेवार में
25:53जिसने अपनी डिग्री पूरी की है
25:55इसलिए यह बात और भी ज़ाधा खास है हमारे लिए
25:58बाड़ा यह सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई
26:00और मैं जानता हूँ
26:02जुही के सफल तक ही पीछे
26:04सारी मेहनत तीरी है
26:05शावास बाद
26:09काका सारी मेहनत और पढ़ाई तो जुही ने की है
26:12उसी का नतीजा है
26:13इसमें मेरा कोई ओगदा नहीं है
26:15मुझे पता है तू मानेगी नहीं
26:18और यही तेरा बड़पन है
26:19देख बाड़ा
26:23तेरे बाबा की भी यही इच्छा थी मैं
26:26उनके गुजरने के बाद तुने सारी जिम्मेदारिया अपनी समझी है
26:32और जरुर से ज़्यादा उसे अच्छी तरह से निभाई
26:35यह सब देखके आज उनके आत्मा को शान्ती मिले होगी
26:40मेरी तरफ से तू जुही को बदा ही देना
26:46काका आप हमारे परिवार का सबसे बड़ा साहरा हो
26:53मैं चानती थी आप यह खुशकबरी सुनके बहुत खुश होगे
26:57आपने कभी दोरों परिवार में अंतर नहीं किया
27:02यूंकि तुम सब मेरे ही बच्चे हो
27:04और मुझे सिर्फ खुशी ही नहीं
27:08मुझे तुम सब पर गर्फ है
27:10अरे रेडू बेट बेट एक खुशकबरी है
27:16कौन सी खुशकबरी है तुम्हारी पेंचन बढ़ गई क्या
27:20तेरी नजरों में खुशकबरी याने सिर्फ पैसा ही होता है
27:24ना
27:24पैसों से जादा बड़ी खुशकबरी है
27:28अच्छा ऐसी कौन सी खुशकबरी है बताओ तो
27:31आज जुही ने अपनी डिगरी पूरी कर लिये
27:34जुही कौन जुही
27:37प्रेडू मैं नहीं जानता था
27:40तु दस जुही नाम के लड़कियों को जानती है
27:44मैं तो सिर्फ एक ही जुही नाम के लड़की को जानता हूँ
27:49साहीली की छोटी बैहन अपनी जुही
27:53हो काकू जुही ने अपनी डिगरी पूरी की है
27:58वो भी फर्स्ट क्लास के साथ है
28:00कैसे
28:01कैसे मुझे
28:04पढ लिखके
28:05मतलब पेपर भी पर देते है ना एक्जाम रेता है
28:09तो उसमे अच्छा मारक स्वारक साता है ना तो डिगरी मिलते है
28:12समझ लगए
28:13तेर को आलों मेरेगा तुने हासिल निखिया ना
28:17सुरी
28:17वो सब तो ठीक है लेकिन इस डिगरी का करेगी क्या
28:22मडवा के दिवार पर ही टंगाएगी ना
28:26कितनी भी डिगरीया ले ले आउकात तो फूल वाली की रहेगी ना
28:34काखू
28:35हम क्या है वो हमें चुनने का मौका नहीं मिलता
28:38लेकिन हम क्या हो सकते हैं
28:41वो हम सरूर चुन सकते हैं
28:43जोई ने अपने भविश्य को भैतर बनाने के लिए पढ़ाई की महनत की है
28:50यह डिग्री सिर्फ एक कागस नहीं है उसकी महनत का उसकी काबिलियत का परिनाम है
28:56अब किसी की भी काबिलियत को कम नहीं आग सकते
29:01अब कभी भी कुछ अच्छा हो और उस पर तु नकारात्मक ना बोले ऐसा दिन तो तो आने नहीं देगी है ना
29:11आप परिवार के बाहना नहीं बनाया है
29:39उसने अपनी जिम्मेदारी समझी, वहीनी का हाथ बटाया और अपनी पढ़ा ही भी पुरी की, इतनी मेहनत की उसने, उस बच्ची ने, लेकिन तुझे नहीं देखेगा, तुझे तो अपनी मुझे से सिर्फ नीम चड़ी, कड़वी बाते ही निकाल लिये, बस, है न? और उम
30:09खोचके लाए हो, अरे पुराने जमाने में डिग्री मिल जाना बहुत बड़ी बात हुआ करती थी, लेकिन आजकल क्या है, जाए वाले के पास भी एम्बेए की डिग्री होती है
30:39कि अपने मन से पुष, क्या तू बाप की जिम्मेदारी उठाने के लिए तयार तू बाप की जिम्मेदारी उठाने के लिए तयार?
31:09करता है