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  • 2 days ago
Udne Ki Aasha 13th June 2025 Full Episode

On June 13, 2025, a small town named Greenfield woke up to the beautiful sound of birds chirping. The sky was painted in soft shades of pink and orange, welcoming a brand-new day. In this town lived a girl named Mira, who was full of dreams and hopes. Mira had seen many struggles in her life, but her spirit never faded.

Mira was known for her big heart and kindness, always helping others. She worked at a local school as a teacher. Every day, she inspired her students to chase their dreams. But Mira had a dream of her own. She wanted to open a community center to help children learn and grow.

One day, while walking home, Mira noticed a colorful flyer stuck to a lamppost. It announced a contest called “Udne Ki Aasha,” which meant “Hope to Fly. ” The winner would receive funds to turn their dreams into reality. Mira's heart raced with excitement. This was her chance.

Without wasting time, Mira gathered her ideas and started working on her project. She spent every free moment writing down her plan, imagining how the community center could change the lives of many children. She encouraged her students to join her, and soon, they were all buzzing with ideas. Together, they painted banners and created posters that brought their dreams to life.

As the contest day approached, Mira felt nervous but hopeful. The event was to be held at the town hall, and everyone was invited. On the morning of June 13, the hall was filled with people. They sat in anticipation, eager to hear the contestants' dreams.

When it was Mira's turn, she stood in front of everyone. Her hands trembled a little, but she took a deep breath and spoke from her heart. She shared her vision of the community center, describing the fun activities, the learning opportunities, and the space for creativity. Mira's passion shone bright, and the audience listened intently.

After all the contestants presented, the judges took time to deliberate. The atmosphere was thick with anticipation. Finally, the head judge announced the winner. Mira's heart raced as her name was called. Cheers erupted around her, and tears filled her eyes.

That day changed everything. With the funding from the contest, Mira’s dream became a reality. The community center opened its doors, bringing joy and hope to many children in Greenfield. Mira had not only won a contest but also the chance to change lives.

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Transcript
00:00पर राद आपके साथ को अपके साथ कुछ अपके साथ कुछ एक अच्छ अच्छ एक नाव जो अपना वोट डाल रहे हो
00:21सचिन में इसले कह रहे थी हम ये बार आराम से सोच समझ के सब को बतानी चाहिए थे
00:28एक मिनिट
00:30इसका मतलब है तुम दोनों अभी तक ते नहीं किया है यह निए बाबा थे किया है अपन
00:36मैं साहिली को यह बोला था कि हम लोगे बातना सब के सामने रखेंगी पानी में पेर रखते दिखते है कि किता गे रहे है
00:43जी सिस आप से बात चल रहे है सब सेमतिश लग रहे है
00:46कि दो जन को छोड़के परियल का बुछ कर भी नी सकते भरग नी बढ़ता ही अजया आप
00:56क्या हो आपको क्या चल रहे है आजा रोष्णी सुन ले इनकी बख्वास क्या बोल रहे है वो वो आख पर पट्टी बांदा हुआ बच्चा निया था बीच में क्या नाम था रिश रिश रिश आप वी जो भी है वो आया था उसको गोद लेने की सोच रहे है दोनों
01:15बाहिए लोग ऐसे कैसे किसी अंजान बच्चे को घर ले आएंगे
01:21किसका खून है कैसी पजाएश है हमें कैसे बता
01:25और अगर उसकी क्रिमिनल मेंटालिटी निकली तो
01:33हागी जाके चोर बना तो क्या करेंगे अब
01:37ए गजूर वेसे तो तू भी इस घर की पईदाईश है कौन सोचा थे इस घर में एक चोर पेदा होएगा पन तू हे ना चोर
01:46जब तेरी तरह जोलजा पटा नहीं करती समझ लगे पबस तू बड़ी बहु है तू बता क्या सही है
01:55अरे बड़ी बहु क्या बात है तू ना अपनी टिपणी है लगाँ अपने बाससरह ने बादी दू मैं को बड़ी बहु हो य Kennदेता हय प्रह्ण जाए मिर को तम Wirka अपा बाबा का सेंपती इंफे बाद भगे
02:10वाद खत्म अभी साहिली देख बाबा के बाद ना एकी चिंसानी जिसके हाया नाबूने से अपने को फड़क पढ़ ना मुंकरी वो एक रिष्की आजी
02:18हुआ काका एक बार करिश की आजी मान जाए उसके बाद सारी प्रक्रिया शुरू करेंगे हम तो तेरे चॉल में लेके जाना अपाल पोस के वहीं बढ़ा कर उसको तो हम लोग की मर्जी हम लोग इदर भी रखे
02:32करेंगे तो तो तुम्हारा कहना है कि ये दोनों ऐसे किसी को भी उठा के मेरे घर में ला सकते है दिख रेडू जैसा भी सचीन ने कहाँ अगर अगर
03:02क्रिश की आजी मान गई है और क्रिश भी यहां आना चाहता है तो वो डिसीजन ये दोनों लेंगे अगर क्रिश की किस्मत में इस परिवार का हिस्सा बनना लिखा है तो भगवान कुछ भी करके क्रिश को इस घर मिलाएगा
03:32कि अचिन ने तो मिरी लंका लगाने का फुल प्लान परालिया है पता है को यहां लाक ही माने गो आएव
04:02अजी, आई को फोना है?
04:19आई?
04:21खृष्ष?
04:23आई अब मुझ से मिले बिना वापस कर से चले गए?
04:28मेरे बग्जे के तेन आप यहीं क्यों ने रुक गई?
04:31खृष?
04:32आई, आई, आई आई, आई रेली आई.
04:36आई को अजानक से आई को अजिन्टली काम अगया था ना?
04:40इसलिए आपड़ा.
04:41और तुम चिंदाबन करो, आई तुम इसे वापस मिलने आएगी.
04:45आई आई जी कहा है? उन्हें प्लीज फोन दो.
04:48आई जी, आई को आपसे बात करनी है.
04:52ठीके बटा.
04:53हाँ, कल्यानी?
04:55आई, मैंने तुछे कहा था ना?
04:57मैंने तुछे कहा था ना साईली से दूर रहने को?
04:59मैंने तेरी बात मान ली है, ना?
05:01तुझे कहा है, कि मैं उनका फोन नहीं उठाओंगी.
05:04अब और क्या करूँ?
05:06आई, तुझे पता भी हमें क्या चाहिए?
05:10उन्हें क्रिष चाहिए.
05:13वो मेरे क्रिष.
05:16मेरे बेटे को अडॉप करना चाहते है.
05:18यह?
05:20क्रिष?
05:21वो आई, क्रिष.
05:26बाते तो ऐसी करहते हैं, जैसे सालों से मापाप नहीं बढ़ पाए.
05:29और अब बच्चे के बिना जी नहीं सकते.
05:31आई, तो सोच भी सकती है.
05:33मेरा बेटा, मेरा क्रिष उनको चाहिए.
05:36हो सकता है तेरी कहानी सुनकर उनके मन में यह खयाल आया हो.
05:41और किसने सुनाई उन्हें यह कहानी?
05:43देखा नाई?
05:45देखा?
05:46बात कहां से कहां पाँच गई आई?
05:49तेरी वज़े से.
05:50उन्होंने पुरे परिवार को यह बात बता दी?
05:53हाई, सबको.
05:54सबके सामने बात किये हैं.
05:56पर तु इसे परेशानी की तरह क्यों देख रही है?
05:59थोड़ा सा सोच ले.
06:00शायद यही मौका है कि क्विष हमेशा के लिए तेरे पास रह सके.
06:05तेरी आखों के सामने.
06:20यह दिन कब आने वाला है?
06:22तु आई, तुझे...
06:23तुझे क्रिश को सच्चन साहिली को देने में कोई प्रब्लम नी है?
06:27तेक आई, मेरा दिमागना पहले ही बहुत थराब है.
06:30प्लीज और मत करना.
06:32परना मैं ऐसा कुछ बोल दूंगी ना, जो अच्छा नहीं होगा.
06:35तुझे आईनिया में तो क्या बोल रही है, यह समझ में आ रहा है के तुझे?
06:39अच्छा बबा, उनका फोन आया ना, तो मैं उन्हें मना कर दूगी.
06:42नहीं.
06:43तु मना नहीं करेगी.
06:45तु उनका फोन तक नहीं उठाएगी.
06:47अच्छा, उनका फोन नहीं उठाओंगी मैं.
06:49लेकिन वो घर तक आ गए तो.
06:51हाँ, तो इस तरीके से उनसे बात करना,
06:53कि वो फिर से अपनी शकल नहीं दिखाये तुझे.
06:56अब वो क्या सूचेंगी उने क्या लगेगा?
06:58यह सब बिल्कुल मत सोचना.
07:00उनसे बात भी मत करना.
07:02हाँ, नहीं करूँगे उनसे बात.
07:06कल्यानी.
07:21क्रिसाइली?
07:22हाँ?
07:23किसको?
07:24किसको मुझे गया?
07:25का की कूँ?
07:26क्रिष्कियाच जी को अपनी लाना?
07:27पर क्यों?
07:28हाँ, पन क्यों मंझे?
07:30जब तक हम लोग का की से बात करें कि तब तक समझनी आया का कैसे क्या करने के?
07:33सचन पर घर में सबने इस बात पे सहमती नहीं दिया ना?
07:37और फिर काकी से बात करके परिशानिया को क्यो बढ़ा है?
07:40एक, साहिली, को बढ़ा है पर देखना पर बाभा की बादी को क्या बोलती हो इसको साइड में रख में को तंबूरा भरग नहीं बढ़ता है
07:48बाबा क्या बुला?
07:49कि अगर हम लोग खूश है इस भाइसले से और अगर हम लोग अच्छ होते उस बच्चे का अच्छ होता है तो बाबा भी खूशी बोला ना उस में पोकस मार
07:56सचन पर तुम समझ नहीं रहें कि तिर को तिर को कृष को गोद नहीं लेने काई
08:01मन में कुछ संपोचीétais नहीं सचन मैं नहींज़ाबिएム मैं बाख नहीं हैं?
08:05मैं रहते हिए कि करिष उस ब्साप में आएँ, अगर वारो जिन नहीं है
08:11खूछी हम को में कोई नहीं चाता और अकर सोचो क्रिष आख खेया उस जाए भीचारे बच्ची को कեչा neste
08:16जब उसे पता चरहेगा कि इस खर में उसे कोई अपनाना नहीं चाहता है।
08:19इसने मैं सोच रहे हूँ कि...
08:21विजह रहे हुआ है?
08:23क्या सोच क्या रहे हुआ?
08:25मेर को तुछ यह समन्नी आता?
08:27कौन क्या केता है क्या फरक पड़ता है?
08:29एक चिंसान है
08:30जिसके कहने से फ़रक पड़ता है।
08:34कृष्याजी
08:36काकी से जब चक बात करके उसका जवाब नी सुनते है ना
08:39तब तक कोई कुछ बोले तंभूरा फ़रक नी बढ़ता है।
08:41उसको मालूमोना मंगता है इसले बोड़ है प्लीच पोन मीला
08:44प्लीच
08:45ठीक है
08:46आजी, एलिएंडी का फोन है, मैं उठा लूँ
09:01रूक, क्रेश
09:02उठाना नहीं
09:04फोन मुझे दे
09:05आजी, सैजीन की तो मुझसे बहुत प्यार करती है।
09:09वही तो परिशानी है, बेटा
09:11वो तुस्से कुछ ज्यादा ही प्यार करती है।
09:15तुसे बात करेगा
09:17तो तेरी आई को गुस्सा आएगा
09:19जिसे पहले आया था
09:20इसलिए कभी
09:23सैली अटी का फोनाया ना
09:24तो उठानाई का नहीं
09:25हाह?
09:26हो आजी
09:31अजी
09:32बादा
09:34नहीं, फोन नहीं उठा रही है
09:36का ये को नहीं उठा रही है
09:38तो पहले भी पहोन की नहीं उठाई अभी भी पहोन की नहीं उठाई मतलब अब भून पहोई नहीं सकता है, सैली.
09:44कुछ बाते हैं, जो असामने बेट के कर नहीं मंती है.
09:47चल, दाउको निकलती है.
09:48सचिं, रुको, अगर कृष्की आजी मान गई तो…
09:51तो क्या तो हम लोग खुषी समय कर घराई ना गोदाबिल लेकर, मस्तें, भी तो अच्छा है?
09:55जलदबाजी का काम शैतान का काम होता है.
09:57जलदबाजी? कुछ तो अछी समय को तो नहीं दिख तो नहीं दिख रहे है?
10:01मैं तो तो आपोर नहीं लग पले से लेट है.
10:03यह जब आपको देखता है ना तो उसके ज़स्बात उसके अंदर चल रहा है अब समझता ही में तिर को गज़ता है असान निए जिंदगी जीना है अब अपनी आई के प्यार के लिए तरस्ता है वो उसको गिदा याद करता है और उसकी आई को तंबूरा फरक नहीं बढ़ता
10:33वह बदा नहीं को सुझने कहां ढई जया घ।mbre synchron väère हुआ किरहा दुन तुम घठी हम झाले हुआ तुम तुम इपस क्या में हुया थाने को भी त्र विवाद फश्रॉ
11:03तुम भात अपनी हैं रखने भी नहीं दे रही हो
11:05तुम बस अपना निर्नाई बता रहे हो
11:08कि तुम क्या सोच्रों क्या सबुती है
11:11कि गलत है ना सच्छिन
11:13और अभर तुमेड़ करना है तुम वही करना चाती हो तो ठीक है
11:16मुझसे पूछने को कोई फाइदा ही ने है, तुम्हें जो ठीक लगे तुम भोही कर तो
11:20साइडी, साइडी, साइडी
11:25मेरा दलती है, सूरी
11:28मैं थोड़ा भावना विद्वन में बेह गया था, मैं थोड़ा अपने में चट अगया था, तुम क्या सूछती है
11:32क्या बोलना चाहती है, तेरे इमाम में क्या है, मेरे बहुत जरूर ही है
11:36तु प्रीज बुले
11:38ठीक है, सचिन, तु मेरी बात धान से सुनो और समझने की कोशिश करो
11:42मैं सुन रहे है, तु बुलना
11:43क्रिश को भी तो हमें अपनाना होगा
11:46ऐसे ही रातोराथ, दुनिया नहीं बदल सकते है
11:50तीरे तीरे समय के साथ
11:52प्रहती हमें उसे इस पदलाव के लिए तयार करना होगा
11:56इस साल हम उसकी पढ़ाई उसे वही पूरी करने देते है
11:59साथी साथ हम उसे मिलते रहेंगे
12:01जिससे हमारा प्यार और बढ़ेगा और यहां लिए तेहर भी हो जाएगा
12:06अप्या ना कै अच्छी मेर को समल नी आ लगी
12:10तुम्हारे लिए यह तो सब कुछ काला या सफेद होता है
12:12तुम बीच का रास्ता कुछ सोच नी सकते क्या
12:15क्योंकि हम लोग किसी भी रास्ते में जब निकलते हैं तेकों पचास अचने आती है ना
12:19विच प्रोब्लम है मेरा
12:20अचेन अगर हम कृष को यहां ले आए तो काकी का क्या होगा
12:23अगर कृष यहां जाएगा तो काकी तो अकेली रह जाएगी ना
12:28उन पर क्या भीतेगी उनका क्या
12:33सचिन काकी के तो जिन्दगी एक पल में बदल जाएगी ना
12:36उनके बारे में भी तो सोचना पड़ेगा ना
12:39इसको हम ऐसे ही नहीं ला सकते
12:42भावनाओं के साथ-साथ में सही समय का भी इंतसार करना होगा
12:46तब तक हम शान्त रहते हैं
12:55किसा यड़ायमी
12:59किता सुचती है सहलीटे को मालूमी
13:01यह बात ना अभी चटक्रायमे को में सिर्फ ना
13:03क्रीश को इधर लाने का है क्रीश को इधर लाने का उस पर फोकस मार रह तू
13:06कि असके लिए क्या ऐख रह रहेगा फ्या नहीं रहेगा उसका माहोल वी होल सब जो बदल जाएगा उसके बारे में तू सूची ताखी के बारे में सूची
13:15मेरे महगज में सब आयाइचनी साईली में थोड़ा अलगी चल रह था तूम्तु अच्छ की सूचकी
13:23तेंको, मैं सोचनी बारत इतना, यह भाई को मस्पाइ की दिवाग अली, अच्छे है?
13:29कम से कम अब तो तुम्हे समझ आया है
13:32समझ तो मेर कुट पहले ही चाहा गया तैसा है
13:36जैन, कोई देख लेगा, दूर जाओ
13:39सच में दूर जाओ, कि इधर से जाओ?
13:43चोट से दूर कैसे जाते हैं?
13:45पीगी
13:49हमस्ती
14:04जोही?
14:05हाँ, जोही?
14:06मैं कितनी देर कर दी तुन्हें फोन उठाने में?
14:08मैं कब से ट्राइ कर रही थी तुझे?
14:10क्या होगा जोही?
14:11एक गुड निउस है
14:12गुड निउस?
14:13क्या है बताना?
14:14तुझे आदे पिछले हफ्ते मेरे एक्जाम्स थी?
14:16हाँ
14:17आई ने तुझे बताया होगा कि मैंने कितनी महनत की थी?
14:20कितनी बढ़ाई की थी?
14:21जोही, आई ने सब कुछ बताया था
14:23कि कैसा अगे भी तो बता क्या हुआ?
14:28मेरे एक्जाम का रिजल्ट आगे है ताही
14:30मैं पास हो गए हो
14:32मू भी फर्स क्लास थे है
14:40क्या?
14:42है bene
14:47है पपपा
14:49थांगित
14:51का
14:53चोई जोही तुम पास होगा
14:55फाट आय तेरी शुवी पास होगा
14:58कर दो चुझे एनियूस सब से पहले तुझे बतानी थी
15:00चुवी मैं तुझे पताने सकती मैं कितनी कुछु
15:05तुझे पताया
15:07कितनी बड़ी बात है
15:09हमारे पूरे परेवार में कभी कोई ग्राजुएटी हुआ, तू पहली लड़की है, उजे बहुत खुशी हुई है, जुई, हाई के सपने, बाबा के सपने, मेरी ख्वाईश है, तू में सब पूरा कर दिया, जुई, हैसा लग रहा है, मैं इसी दिन के लिए तो जी रही थी
15:39पात है, यह डिगरी सिर्फ मेरी नहीं, हमारी हता है, मुझ से जादा तेरी हता है, तद जुई, महनत तू करे, रात रात बर पढ़ा ही तू नहीं की है, जाहे गर्मी हो पारिश हो, लाइट हो ना हो, कैसी भी परिस्तती क्यों नहीं, तूने पढ़ाई नहीं छोड़ी, त
16:09सिर्फ तेरी है, सिर्फ तेरी, सिर्फ तेरी, हैस् Hariri, एकप चाव नहीं, है 2022
16:16है Menghaidala, कि विगली करीज कर लके उख
16:19कया हुआ?
16:20सचिन, तुम जूई से बातता़ को भूँ, मैं बताङी, जूई disgusting
16:23अधिक, एजुई, तु क्या खरीगुटी सुनाईगे इसको?
16:26अरे तु क्या फोन से क्या इसके संध्रे का छिलका मारी है क्या इसके मूह पे आकों से आसू निकल रहे है?
16:30क्या बुली तु इसको?
16:31जीजु मेरे एक्जाम का रिजल्ट आ गया है
16:33मैं पास हो गई हूँ, वो भी फर्स क्लास से है
16:36क्या बात करिये जुई, ये तो एक नमबर कबरे
16:44मतलब तु अपने परिवार की पहली महिला निकलिये जो एक तम डिग्री विक्रे आतिल की
16:49क्या बात कबरे जुई, एक दम एक तम कड़क
16:53करेंगे जुई, जुई एक बात बुलू गया, जुई इंचान ये लगिर पार नी कर पाता है न उसको मालूम रहता है कि ये लगिर पार करने का इम्यत किया है
17:09मैं बुद प्रावडी तेरी पी, बुद गरोवई मिर कुई, मस्-मस्तिक नमबर
17:15जीजु, आप ताई को लेके घरा हो ना, हम गर पे मिलके पाटी करेंगे अरे सावाली, मैं आए तेरी घर पी, मस्-पाल्टी विल्टी करेंगे
17:23मैं तेरी ले फूल माला भी लेके आए गागा जो भी खाने का बोल में ओडर मारेगा पिक अप मार के तरी वास एगा और फिर
17:29को ड्रिंग का बोडल भी लेके आएगा मी हाँ, पाटी करते है पर
17:34हो जी जू
17:35पाटी कर लखते है मी
17:36बरू
17:37का है रही सहीली, तीसी बाती
17:42कोई बाती सहीली, तरूमत, मेर को मालूमी तुबट खुशिए
17:55अरे चुपी को डिंगे बिलिगे, अरे बहुत खुशिए
18:00पाट खुशिए
18:02पाटी कर दो आएगा, पासी
18:05पाटी कर दो आएगा, तो में नहीं पता, सचिन
18:09में कितने खुश हो हाज
18:11बहुत बड़ी बात है यह जो ही ने हम सब के सबने पूरे करती है
18:16और वो पगली कहती है
18:19यह ज़िए तिगरी मेरी है
18:22यह ज़िए ज़त क्या केती है
18:25जब तू पढ़ाई छोड़ के कामीम पे लगी
18:31तू पढ़ाई छोड़ी ना, इसलिए उड़ोग पढ़ाई करके महिनत कर रहे है
18:35समझ लगाए? एकदम बर-बर गोली और तेरिष निगरी
18:38यह सचिन, ऐसा कुछ भी नहीं है
18:41हालाद के हसाब से उस सेमेधारी मेरे हिस्सी थी
18:46इसलिए बस उसे पूरा करने की कोशिश में
18:50जो ही को अपनी पढ़ाई मिलगी
18:52एक भूलना मो तासय नहीं
18:54एक दुनिया मेना लागों लोगों को यह करने आमों का मिलता है
18:58पन किसी को उसका मतलब, किसी को इसका इमियत समझने आते है
19:02एक दर्फ तु
19:04जाला तु अपना पढ़ाई खुरुबान की
19:08तेरे बाई बीन के लिए
19:10तेरे आको मेना सहली मेरेको
19:12मेरेको
19:14मेरेको आज भी दिखता है
19:16मेरेको पढ़ाई करने की इच्छा है ना
19:22है ना
19:23है
19:24बिल्कुल है
19:26इसका मतलब यह नहीं कि मैरे जो कुछ भिखिया मुझे उस भात का दुख है
19:32मेरे आए बाबाब आप
19:36हमेशा संगर्ष करते रहे
19:38मेरे
19:40चुपचाप सहते रहे
19:42परेशानियों के आज हम तक कभी आने नहीं थी
19:46और चब मुझे समझ में आया
19:50और मैने अपनी पढ़ाई चोड़ने का ने नहीं लिया
19:54तो वो तेन दिन तक बहुत रुए
19:58मैं आपको दोश्तेते रहे
20:02पर
20:04पर इसके आदा वक्वे और रास्ता भी नहीं था ना
20:08किसमत
20:12एक तरफ तु पढ़ाई
20:14छोड़ती क्योंकि पैसे की तंगी थी और
20:18जाला दुस्री तरफ में
20:24इजर कर वे सब कुछ होने के बावजूत
20:28वाही दोनों भाही मस्पई की पढ़ लिए
20:32सला में पीछी रह गया
20:36क्या हुले हालातीच कुछ
20:38सला में पालातीच कुछ
20:40सला में
20:44सचिंघ तुमने अभी बताया
20:46नहीं ऐसा क्या हो गया था
20:48कि तेजोंसा राकाश पढ़ पढ़ा
20:50और तू नहीं
20:52क्या तुम्हें पढ़ाई में रूची नहीं
20:54ती नहीं
20:56सब इलकुल ली
20:58तो बढ़ा ही आना एक नमब लगता था चाहिली क्या?
21:04जानी ते है अभी क्या पुराने गाहओ खुरुविदने के अभी?
21:08घरे जुई का डिगरी हुआ जल पाल्टिक ते है?
21:11पाल्टिक नहीं चल्टिक पाल्टिक अपन?
21:19Mr. Sachin Parish Dishmokh
21:21तुम चानते हो तुम मुझसे जूट नहीं बोल सकते
21:26जरुब तुम सुभान से जूट बोल लोगे
21:30और अपने चेहरे से सचाई के से चुपा होगे
21:34Sachin
21:36मुझे बताओ ना
21:39मुझे वह सच चानना है
21:43वह सच
21:44जिसकी कस्तक तुमारी आखों में दिखाई देती है मुझे
21:50वह सच
21:52जिससे मुरे तेरी आखों में दिखाई देती है
21:55तेरी आखों में दिखाई देती है
22:01हम दोनों के मंजल बहले है अलग अलग थी
22:04परिसित्या समान थी
22:07हम दोनों का बस एक ही अधूरा सपना है
22:10तो
22:12क्योना इसे साथ में पूरा किया जाए
22:15तुम अपनी पढ़ाई शुरू करो
22:18और मैं अपनी
22:19तुम अपनी
22:20यह शीली यह एड़े के मापिक बात करी अभी
22:22मैं के अभी पढ़ेगा
22:24यह सुमर में इतने जीमिदादी के साथ
22:26में मतलब टेक्सी चलाएगा
22:28कि पढ़ाई करेगा या तेक्सी चलाए तुम इपढ़ाई करेगा
22:30नहीं हो पाएगा ना
22:32क्यों नहीं होगा
22:34हम इंग्लिश भी तो पढ़ रहे हैं ना साथ में
22:37इंग्लिश के साथ साथ तीन चार और सब्जेक्ट पढ़ लेंगे
22:40वो रात वाली स्कूल में दाखिला लेंगे
22:43जिससे हमारी पढ़ाई भी पूरी हो जाएगी
22:46और हमारे काम पर भी असर नहीं होगा
22:48इसाहिली बहुत जिमिदारी है मेरे सरफे
22:51तिरको तमाहलूमीचे दो तो गाड़ी का लोनमीन भरने काई
22:55सवारी पर सवारी उठाता रहता है में
22:57सुबे से रात हो जाती उदर इच
22:58तेरे पूलों का दुकानवी कानवी तो देखने का रहता है
23:02और बाकी हो लग काग
23:04और सोने पे सुवागा तो अभी वो क्रिषका जुमिदारी लेने का बात कर रहे हम लोग
23:08उसके बीच पढ़ाई की तर से गुसाएगा मी
23:10अचन, मैं सब समझती हूँ
23:12मुझे सब पता है
23:14पर मैं कौन सा कह रहो के कल के कल तुम पढ़ाई शुरू परो
23:19हम हमारे सपनों की उडान पूरी करेंगे
23:23और उसमें एक पढ़ाव है
23:26इसे हम साथ में पूरा करेंगे
23:28जब भी टाइम हो
23:30पिर जाहे वो एक महीने बाद हो, एक सार बाद हो
23:34पर हम साथ में कोशिश करेंगे
23:38और सचे
23:40पढ़ाए की कोई उमर थोड़ी होती है
23:44अज़े
23:50अपन पढ़ेंगे
23:52किसकी बेस की ठाग अपन पढ़ेंगे और इसले पढ़ेंगे ना साईली
23:56क्यूंकि हम लोग पढ़ रहे हैं
23:58हम लोग पढ़ रहे हैं देखकरना
24:00क्रीश और बाकी बच्चावालती लोग
24:02जो भी रहेंगे हम लोग अक्षे कदम पे चलेंगे
24:04और वो लोग भड़ेंगे
24:06अरे अज़ा प्रोमी ची मिस्तिन लिते
24:08इमें वादा कर चल
24:10कैसा वादा?
24:12यह पूलेंगे प्रोमी प्रोमी चलेंगे
24:14चले वादा कर।
24:16है
24:35ड़य अर्षेली
24:38वो यह जो में लिते हाँ
24:40क्यों लुए आगी
24:41भुशी है सच्छी
24:43भुशी क्या आत हो है
24:45कावो ने खरपारी
24:47योग तो मेर को दिख रही
24:49ऐसा लग रहा है ना साहिली तरह तोपड़े पर किसी ने नलका छोड़के रहे
24:53यह से गंगा जमोना ही भाती रहेगी
24:57कि चोलेगी
24:58कि तर?
24:59वहा साहिली, तू तो अभी से भूल गई
25:01कि अभी से भूल गई?
25:03मानते में पड़ा लिखानी है
25:05तो अभी तो जुई विचारी फोन पे बोली कि मेरको मिलो
25:09पाल्टी विल्टी करने के अगर कि
25:11इतना बड़ा बात है डिगरी आसिल कि
25:13उसको चल के मिलना मंगता है
25:15साहिली
25:16काका
25:18आसो पोच्चन
25:20काका
25:25काका बोलिये
25:26साहिली बाड़ा जा
25:33क्या बाद है बाद है
25:34अज तुम दोनों बहुत खुश दिख रहे हैं
25:37हा काका
25:38खुशी की बात है
25:39चुही ने अपनी डिगरी पूरी की है
25:41वो भी फर्स्ट क्लास के साहत
25:43इसले हम बहुत खुश है
25:45अरे वाह
25:46यह तो सच में खुशी की बात है
25:48हा काका, आपको पता है
25:50जुही पहली लड़की है
25:52हमारे परेवार में
25:54जिसने अपनी डिगरी पूरी की है
25:56इसले यह बात और भी साधा खास है हमारे लिए
25:58बादा यह सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई
26:00और मैं जानता हू
26:02जुही के सफल तक ही पीछे
26:04सारी मेहनत तीरी है
26:06शावास बाद
26:08नहीं काका
26:10सारी मेहनत और पढ़ाई तो जुही ने की है
26:12उसी का नतीजा है
26:14इसमें मेरा को योगदान नहीं है
26:16मुझे पता है, तु मानेगी नहीं
26:18और यही तेरा बढपन है
26:20देख बाड़ा
26:22तेरे बाबा की भी यही इच्छा थी नहीं
26:26उनके गुजरने के बाद तुने
26:28सारी जिम्मेदारिया
26:30अपनी समझी है
26:32और जरुर से जादा उसे अच्छी तरह से निभाई
26:36यह सब देखके
26:38आज उनके आत्मा को शांती मिले हुगे
26:40मेरी तरफ से तु जुए को बदा ही दे ना
26:46काका आप हमारे परिवार का सबसे बड़ा साहरा हो
26:52मैं जानती थी
26:54आप ये खुशकबरी सुनके बहुत खुश होगे
26:56आपने कभी दोनों परिवार में अंतर नहीं किया
27:01क्योंकि तुम सब मेरे ही बच्चे हो
27:03और मुझे सिर्फ खुशी ही नहीं मुझे तुम सब पर गर्फ है
27:10अरे रिडू, बेट बेट, एक खुशकबरी है
27:16कौन सी खुशकबरी है, तुम्हारी पैंचन बढ़ गई क्या
27:19तेरी नजरों में खुशकबरी यहनि सिर्फ पैसा ही होता है
27:23है ना
27:25पैसों से जादा बड़ी खुशकब्री है अच्छा ऐसी कौन सी खुशकब्री है बताओ दो आज जुही ने अपनी डिगरी पूरी कर लिये
27:34जुही कौन जुही तो मैं नहीं जानता था तू दस जुही नाम के लड़कियों को जानती है
27:44मैं तो सिर्फ एक ही जुही नाम के लड़की को जानता हूँ साहीली की छोटी बैहन अपनी जुही हो काकू जुही ने अपनी डिगरी पूरी की है वो भी फर्स्ट क्लास के साथ है कैसे है कैसे मुझे पढ़ लिखके मलब पेपर देते ना एक्जाम रेता है तो उसमें अच्
28:14कि अधिर को मालूम नहीं रेगा तुने हासिल नहीं किया ना शोरी वो सब तो ठीक है लेकिन इस डिगरी का करेगी क्या मढवा के दिवार पर ही टंगाएगी ना कितनी भी डिगरीया लेले ओकात तो फूल वाली की रहेगी ना काकू हम क्या है वो हमें चुनने का मोका नही
28:44कि अपने भविष्य को भैतर बनाने के लिए पढ़ाई की महनत की है कि यह दिगरीया सिर्फ एकागस नहीं है उसकी महनत का उसकी काबिलियत का परिनाम है
28:56कि अब किसी की भी काबिलत को कम नहीं आग सकते है रेनु कभी भी कुछ अच्छा हो और उस पर तू नकारात्मक ना बूले ऐसा दिन तो तो आने नहीं देगी है ना
29:11कि अब एक बड़िवार के हालत का बहना नहीं भणता है जिसने अपने परिवारे के हालत का बहना नहीं बड़ाया है उसने अपने जिम्टिषगाई
29:41आमेदारी समझी, वहीनी का हाथ बटाया और अपनी पडाही भी पुरी की, इतनी मेहनत की उसने, उस बच्ची ने, लेकिन तुझे नहीं देखेगा, तुझे तो अपनी मुह से सिर्फ नीम चड़ी, कड़वी बाते ही निकाल लिये, बस, है ना? और उमीद भी क्या कर सकते ह
30:11अरे पुराने जमाने में डिगरी मिल जाना बहुत बड़ी बात भुआ करती थी, लिए ना अजकल क्या है? चायवाले के पास भी MBA की डिगरी होती है
30:19पुलकिदे, यह भादर्डे है ना बाबा, किसी हीरो की जिन से कमनी तो अगर सही समय पे मेरा हाथ ने थामा रहता ना बाबा, तो आज तेरा यह सच्या गुम्णाम कलियों का बद्नाम राजा रहता
30:48जेसा तू उताओ ऐसा दस टक्का भी अगर में उपाया था बाबा में बोट अच्छा बाबा बनेगा अनो ही
30:53मतलब छो फरिवरीश तू मेर को दी है ना बाबा में, मैं भरिवरीश को देना चाते है
30:57मैं उसको एक्छा जिन्दी की देना चाते है बाबा
30:59ये फैसला भावनाओं से नहीं वास्तेविक तक क्या है उसे देख कर ले तू दूसरे किसी से नहीं अपने मन से पूश क्या तू बाब की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार है
31:08झाल

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