इंजन फेल या पायलट की चूक... एयर इंडिया के प्लेन क्रैश की वजह क्या? देखें वारदात
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00:00नमस्कार मैं हूँ शम्स ताहर खान और आप देख रहे हैं वारदाद
00:03एहंदाबाद से लंदन जा रहा है एर इंडिया के प्लेन के क्रेश की असली वज़ा क्या है
00:08इंजन का फेल होना या पाइलिट की चूक
00:11एक्सपर्ट्स की माने है तो प्लेन क्रेश से पहले की जो दो वीडियो सामने आएं
00:16उन्हें देख कर साफ पता चलता है कि प्लेन का बाया इंजन फेल हो चुका था
00:21लेकिन दाया इंजन तब भी काम कर रहा था
00:24लेकिन फिर एक चूक की वज़ा से पाइलिट ने बाया इंजन की जगा दाया इंजन भी बंद कर दिया हो
00:31ये वो दो वीडियो हैं जिन पर इस वक्त बोईंग से लेकर हर एविएशन एक्सपर्ट्स की नजर है
00:42इस वीडियो को बार-बार हर तरह से पेहत बारीकी से इसके हर फ्रेम को देखा जा रहा है
00:48जानते हैं क्यों क्यों क्योंकि इनी दो वीडियो में एंदाबास से लंदन जा रहा है
00:54एर इंडिया की फ्लाइट नमबर AI-171 के हाथ से का सक शुपा
00:58इन वीडियो में ही वो राज है जिससे पता चलेगा कि इस प्लेन के क्रैश होने की अस्ली वज़ा क्या है
01:19इंजन का फेल हो जाए बड़ हिटिंग तकनी की खरापिंग या फिर इनसान की अलती यानि पाइलिट की चोग
01:28दरसल इस प्लेन क्रैश की वज़ा इनी दो वीडियो में है
01:38इस वज़ा को आप जाने उससे पहले आईए इन दो वीडियो की कुछ बारी की आपको दिखाता है
01:44जिसे शायद अब तक आप ध्यान से नहीं देख पाए
01:48यह पहला वीडियो है अहम्दाबाद एरपोर्ट के रनवे का यह वीडियो एरपोर्ट के एटी सी यानि एर ट्रैफिक कंट्रोल के सी सी टी वी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है
01:59वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि प्लेन रनवे पर दोड़ता हुआ तैय स्की पर पहुंचते हैं टेक आफ करता है
02:07अब एक बार फिर रनवे से लेकर टेक आफ तक का यह पूरा वीडियो आप देखे
02:29इस बार इसके हर फ्रेम जरा ध्यान से देखे
02:41कुछ दिखाई दिया आपको अगर नहीं तो चलिए हम ही आपको दिखाते हैं
02:55प्लेन टेक आफ बिल्कुल ठीक ठाक करता है
02:58मगर जैसे ही वो ग्राउंड से 425 फीट उपर पहुचता है
03:06अचानक प्लेन पाईं तरफ छुकने लगता है
03:20स्लो मोशन इसे फिर से देखे
03:22प्लेन सीधे उड़ा तेक आफ पी ठीक हुआ
03:26लेकिन 425 फीट की उचाई पर पहुचते हैं
03:29अचानक प्लेन का पाईं अभी पाईं तरफ छुकने लगता है
03:33जैसे ही प्लेन पाईं तरफ छुकता है
03:35इसके सिकन भर बाद अब ये प्लेन सीधे नीचे की तरफ जाना शुरू हो जाता है
03:40इसके बाद जमीन से टक्रा जाता है
03:43अब इसके बाएं जुकने का सच और इस हाथसे का उससे जोड़ा रिष्टा आपको बताँ
03:56उससे पहले हाथसे का ये दूसरा वीडियो को देख लेजे
04:00ये वीडियो शायद किसी ने अपने मोबाईल से शूट किया है
04:03पहले इस वीडियो को पूरा देख जी
04:05इस वीडियो में भी प्लेन टेक आफ के बाद तेजी से नीचे आता हुआ नजर आ रहा है
04:20नीचे पस्ती है पर इससे पहले कि ये क्रैश करें ध्यान से देखेगा
04:24जब ये प्लेन नीचे आ रहा है तो साफ दिखाई दे रहा है
04:28कि इस वक्त भी प्लेन बाईं तरफ थोड़ा सा छुका हुआ है
04:31ये देखे
04:32अब आप सोच रहे होंगे कि दोनों ही वीडियो में प्लेन के बाईं तरफ छुकने का इस हाथसे से क्या लेना देखे
04:56तो जवाब ये है कि इसी में हाथसे का सक छुपा है
05:00और इसलिए सारे एक्सपर्ट्स इन दोनों वीडियो को बारीकी से देख रहे है
05:06असल में एक्सपर्ट्स की माने तो टेक आफ के फॉरन बात प्लेन का बाईं तरफ छुकना इस बात का सबूत है
05:14कि इस जहास का लिफ्ट इंजन फेल हो चुका था
05:17पाया इंजन फेल होने की वज़ा से पाईं तरफ प्लेन को थ्रस्ट यानि फोर्स नहीं मिल रहा था
05:28जिस वज़ा से ये पाईं तरफ छुकने लगा पर प्लेन का दाहिना हिस्सा बिलकुल ठीक था
05:33इससे ये पता चलता है कि प्लेन का राइट इंजन फेल नहीं हुआ था
05:40बलकि काम कर रहा था
05:42एक्सपर्ट्स की माने तो इन दोनों वीडियो से ये साबित होता है
05:45कि इस प्लेन के दोनों इंजन एक साथ फेल नहीं हुए
05:49बल्कि सिर्फ बाया इंजन ही फेल हुआ था
05:51राइट इंजन अभी काम कर रहा था
05:55तो अब सवाल यह है कि जब एक इंजन काम कर रहा था
05:59तो फिर प्लेन क्रेश कैसे हुआ
06:00क्योंकि ये प्लेन एक इंजन से भी आसानी से तब तक उडान भर सकता था
06:05जब तक कि प्लेन फ्यूल मौचूँ थी
06:07एक इंजन के साथ भी ये 20,000 फीट की उचाई पकड़ सकता था
06:14एमर्जनसी की सूरत में एक इंजन के साथ थी इसकी इमर्जनसी लैंडिंग भी हो सकती थी
06:23पहले कई बार कई प्लेन एक इंजन के साथ नसरिफ उडान भर चुके हैं बलकि सेफ लैंडिंग भी कर चुके हैं
06:30तो फिर एर इंडिया की इस प्लेन ने एक इंजन से सेफ लैंडिंग क्यों नहीं थी
06:35तो एक्सपर्ट्स के माने तो फिलाल इसकी एक ही वज़ा नज़रा रहे है और वो है पहले इंजन का फेल होना और दूसरे इंजन को फेल कर दिया जाना एक इंसान भूल की वज़ा से
06:51एवेशन एक्सपर्ट्स और कई पाइलिट का कहना है कि हाथसा फिलहाल साफ साफ इंसानी भूल का ही नतीजा नज़रा रहा है
07:03यानि सीधे सीधे कहें तो पाइलिट की खल्दी का
07:07प्लेन के कॉक्पिट में इंजन को चालू और बंद करने के दो लिवर भूते हैं
07:13लिफ्ट इंजन का लिवर लिफ्ट और राइट इंजन का लिवर राइट
07:18लिवर कॉन करते ही इंजन तक क्यूल जाना शुरू हो जाता है
07:23पर जैसे ही लिवर को बंद करते हैं इंजन तक क्यूल पहुचना बंद हो जाता है
07:28एक्सपर्ट्स के मताबिक टेक आउफ के फॉरन बाद पाइलिट को पता चल चुका था
07:33कि प्लेन का वाया इंजन फेल हो चुका है
07:35इसलिए प्लेन पाई तरफ चुकने रखे
07:38अमूमन दो में से जब भी कोई एक इंजन फेल होता है
07:44तो पाईलिट फॉरन उस इंजन को बंद कर देता है
07:47तो कि फेल इंजन को चालू रखने की वज़ा से
07:50प्लेन में कई और तकनीकी खाम या सकती है
07:53इसलिए हर पाईलिट इंजन फेल होते ही
07:56सबसे पहला काम यही करता है
07:58कि वो इस इंजन को बंद कर देता है
08:00एर इंडिया के इस पाइलिट को भी टेक आफ के फॉरन बाद ये पता चल चुका था
08:05कि प्लेन का बाया इंजन फेल हो चुका है
08:08पाइलिट को अब बाया इंजन बंद करना था
08:14यानि बाया इंजन का लिवर आफ करना था
08:17लेकिन एक्सपर्ट्स की माने तो एंट टेक आउफ के दौरान कुछ सिकंड के अंदर एक इंजन के फेल हो जाने से पाइलेट तो कुछ समझ ही नहीं आए
08:25और इसी खबराहत गल्पी से बाएं इंजन की जखा उसमें ताहिने इंजन कली बन आउफ कर दिया
08:33प्राइमा फेशिया तो जो नजर में आ रहा है कि इसमें जो त्रस्ट दोनों एंजन में लॉस्ट हो गया है उसके कई मल्टिटूड ऑफ कारण हो सकते हैं नॉर्मली फ्यूल स्टार्वेशन बर्ड स्ट्राइक हम सिर्फ इस्पेकुलेट कर सकते हैं रीजन कुछ भी हो सकते
09:03प्रस्ट प्रडूस करना बंद कर दिये टेक आफ के इविडेटली प्रश्ट इसको एक तरीके से भी समझाए जा सकता है कि पाइलेट्स ने जो वीडियो अभी तक आ रहे हैं इसमें किसी में लैंडिंग यह अब नहीं किया तो राइट आफ्टर टेक उफ उनको अंदाज
09:33नहीं बचाता इस तरक के पीछे एकसपर्ट्स की एक और थेओरी है एकसपर्ट्स के मताबिक टेक आफ के बाद पाइलेट ने गेर ऊपर की तरफ नहीं लिया था जबकि टेक आफ के फॉरण बाद गेर ऊपर की तरफ ले लेना चाहिए था
09:50गेर मतलब प्लेन की नीचे जो पहिये होते हैं उन्हें वापस गेर बॉक्स में बंद कर दिया जाता है
09:58एक्सपर्ट्स की माने तो पाइलेट ते शायद जानबूच कर गेर उपर नहीं लिया
10:04क्योंकि तब तक पाइलेट को यह अहसास हो चुका था कि अप्लेन क्रेश करने वाला है
10:09इसलिए गेर को नीचे ही छोड़ दिया ताकि क्रेश के दौरान इंपेक्ट का एक बड़ा हिस्सा गेर सभाला
10:16तो जैसे में लैंदिंग गेर आप करता हूं तो एयरकाफ एक स्मूध टेक आफ में शला आप निभार ही होता था पर इस एयरक्राफ का जो अम्दाबाद में दूरगट्ना करस्त हुआ है
10:36इसके वीडियो में मैंने देखा कि लेंडिंग गेर को अप नहीं किया गया था
10:40उसका most probable cause यह हो सकता है कि पाइलेट्स को टेक आफ के इमिरेटली बात
10:46यह अंदाजा हो गया था कि कुछ एरकार्ट में कुछ ना कुछ गरबढ़ है
10:50तो इसके लिए लेंडिंग गेर उन्हों ने उपर नहीं किया ताकि अगर क्रेश होता है
10:54तो वो इम्पैक्ट लेंडिंग गेर ले सके
10:59दरसल किसी भी बोईंग या ऐसे प्लेन के दोनों इंजन एक साथ फेल हो जाए ऐसा मुम्तुन नहीं
11:06अब तक की तफ्तीश और आखरी बल के वीडियो यहीं बता रहें कि हाथसा इंजन फेल होने की बज़ा से हुआ लेकिन दोनों इंजन एक साथ फेल नहीं हुए थे
11:18एक अपने आफ फेल हुआ और दूसरा घबराहट में इंसानी भूल की बज़ा से बंद कर दिया लिया
11:36अगर सिर्फ एक एंजन फेल हुआ होता है तो पालेट इसमें पूरी तरीके से ट्रेंड होते हैं एरकाफ को कम्प्लीटली हैंडल करने के लिए पर यह अपने आप में एक बहुत ही रेर गटना हुई
11:55टेक ओफ के बाद अमूमन 400 फीट की उजाई तक पहुचने से पहले पाइलेट को कुछ नहीं करना होता है सिर्फ प्राई करना होता है
12:04400 फीट की हाइट पकड़ने के बाद ही पाइलेट का पहला एक्शन शुन होता है
12:10हाथसे के शिकार एर इंडिया के इस फ्राइट ने ग्राउन लेवल से 425 फिट तक की हाई पकड़ दी थी
12:17लेकिन फिर तेजी से नीचे आने लगी यानि 400 फिट के पैमाने के हिसाब से भी देगे
12:25तो सब कुछ इतनी जल्दी हुआ के पैलेट के पास वक्त ही नहीं था और शायद इसी हर बड़ा हट ये इनसानी चूख होगी
12:33International Civil Aviation Organization यानि ICAO की एक रिपोर्ट के मताबिक
12:43प्लेन क्रेश के 65 फिसदी मामले इनसानी भूल की वज़ह से होते हैं
12:4920 फिसदी तक्मीटी खराबी के चलते हैं 10 फिसदी मौसम की वज़ह से और 5 फिसदी अन्य वज़ह से
12:57ICAO की एक रिपोर्ट के मताबिक टेक आउफ के दौरान है एक पैलेट पर सबसे ज़्यादा दबाव होता है
13:03यही वो वक्त होता है जब एक पैलेट को किसी भी इमर्जनसी की सूरत सेकंड में फैसला लेना होता है
13:10टेक आउफ के दौरान इंजन, रन्वे, मौसम और विमान के सिस्टम पर एक साथ नज़र रखनी होती है
13:17कोई भी छोटी चूख किसी बड़े हाथसे का सबब बन सकती है
13:21टेक आउफ के दौरान अगर पैलेट, स्पीट, रन्वे, लिफ्ट अपॉइंट यब पिच एंगल का धलत अंदाजा लगा ले
13:27इमर्जनसी की सूरत फौरण फैसला ना ले पाए, तो प्लेट क्रैश हो सकता है
13:33वो टेक आउफ और लेंडिंग ही होता है, जब एक प्लेट पूरी तरह से पाइलेट के कंट्रोल में होता है
13:41यानि उस वक्त प्लेट का पूरा कंट्रोल पाइलेट के हाथ में होता है
13:45टेक आफ के दौरान सबसे पहले रनवे पर स्पीड मेंटेन करना होता है
13:50अमूमन रनवे के स्टार्टिंग पॉइंट से लिफ्ट आफ पॉइंट तक एक प्लेन की स्पीड 300 किलो मिटर पर दी घंटा होती है
13:58इस स्पीट पर जैसे ही प्लेंग लिफ्ट ओफ वाइंट यानि अब टेक आउफ के लिए तैयार हो चुका होता है
14:04तब उसी पलग किसी भी एमरजनसी में प्लेंग के टेक आउफ को अबॉर्ट नहीं किया जा सकता है
14:10प्लेंग के टेक आउफ में कुछ चीजें बहुत अहम होती है
14:14इन में से एक है स्टॉल
14:15स्टॉल यानि प्लेंग को हवा में लिफ्ट करता है
14:18एक्सपर्ट की माने तो ज्यादा गर्मी की वज़ह से हवा पतली हो जाती है
14:22इसलिए तेज गर्मी में टेक ओफ हमेशा खत्रे का सबब होता है
14:27जबकि हुमिरिटी या बारिश में हवा अच्छी होती है
14:30जो प्लेन को टेक ओफ के दौरान बेतर धंग से एर लिफ्ट करने में मदद करती है
14:34बड हिटिंग के सभी मामले अमूमन टेक ओफ और लेंडिंग के दौरान ही होते है
14:41लेकिन एर इंडिया के इस बोईंग 7878 में वो तकनीक कि अगर एक इंजन से 3-4 बड भी टकरा जाए
14:49तो प्लेन क्रेश नहीं हो सकता है
14:51ज्यादा से ज्यादा इंजन के एक आद बलेट को नुकसान पहुंच सकता है
14:55अमूमन किसी प्लेन के दोनों इंजन से एक साथ बड टकराएं ऐसा भी होता नहीं है
15:02बड हिटिंग के केस में अक्सर इंजन में आग लग जाती है
15:08लेकिन एर इंडिया के इस प्लेन में जमीन पर गिरने से पहले इंजन में कोई आग नहीं लगी थी
15:13इस से साफ है कि यह हाथसा बड हिटिंग का केस नहीं है
15:17हाथसे के शिकार एर इंडिया के इस विमान का बलेक बॉक्स मिल चुका है
15:21ये ब्लैक बॉक्स इस केस की जात में सबसे एहन सबूर होगा
15:26यूकि इस ब्लैक बॉक्स में ने सिर्फ दोनों पाइलिट की आखरी वक्त की बात चीत रिकॉर्ड होगी
15:30बलकि इस प्लेन में क्या दिक्कत आई थी
15:33प्लेन के सिस्टम में क्या खराबी थी
15:35क्या पाइलेट से गलती हुए यह सारी चीन साफ हो जाएगी
15:38फिलार डीजी सिये, एर इंडिया और खुद बोईंग भी इस हादसे की वजह को जानने के लिए जान शुरू कर चुकी है
16:05शुरुवाती रिपोर्ट जल्धी सामने आने की उम्मीद है
16:08मनीश जा के साथ सुपरतीन बैनेट जी आज तक
16:12हादसे के शिकार लोगों की लाशों को देख कर कोई यह सोच भी नहीं सकता था
16:18कि इस प्लेन में सवार कोई मुसाफिर जिन्दा भी बच सकता है
16:22लेकिन इसे किस्मत कही है यह करिश्मा के इस प्लेन में सवार एक मुसाफिर जिन्दा बच गया
16:28और बिल्कुल सही सलामत है
16:30इसके लावा एहमदाबाद की एक महिला को कैसे ट्रैफिक जाम ने बचा लिया
16:35पेश है पूरी कहाल
16:36किस्मत का खेल भी अजीब होता है
16:45अस्पताल के विस्तर पर लेटे इस शक्स को कल तक कोई नहीं जानता है
16:50लेकिन आज यह शक्स को न सिर्फ पूरी दुनिया जानती है
16:54बलके खुद देश के पिएम नरिंद्र मोदी उससे मिलने अस्पताल पहुँचते है
16:59इस शक्स का नाम है विश्वास रमेश कुमा
17:04गुजरात में हुए भयानक प्लेन हादसे के तुरंत बाद की ये वही तस्वीरे हैं
17:11जिन्होंने विश्वास रमेश कुमार को एकाएक पूरी दुनिया की नजरों में ला दिला
17:16क्योंकि एक ऐसा प्लेन जो डगमगाता हुआ एक भयानक हादसे का शिकार बनने जा रहा हूँ
17:23सेक्डों फीट की उचाई से उस प्लेन से कूद कर कोई इनसान जिन्दा भी रह सकता है
17:31ये सोच पाना कल भी उतना ही मुश्किल था जितना आज लग रहा है
17:36ऐसे में विश्वास रमेश कुमार के साथ हुए चमतकार की ये कहानी एक ऐसी कहानी बन गई है
17:44कि अब लोग उस कहानी को पूरी हैरानी और विश्माई के साथ एक दूसरे को सुना रहे है और आगे भी सुनाएंगे
18:14में निकल गया वहां से मेरे सामने नजरों के सामने एर होस्टल वर दूसरे आंटे अंकल सभी उसमें मेश हो गयते सभी टेक अप के बाद एक मिनिट के अंदर ही जब टेक अफुआ ना तो सब्सक्राइब पांच-दस सेकंड के से लगा जैसे स्टॉक हो गया हो
18:29बाद में से मेरे को लगा कि कुछ हुआ दे बाद में प्लेन में लाइट वन हो गई गरीन वर वाइट बाद में वह पताने वह प्लेन टेक अप जदा करने के लिए बोलते हैं किया रेस दिया हो गया और सिधार
18:40विश्वास रमेश कुमार की जिन्देगी में हुए इस अदभुत चमतकार के बारे में आपको आगे और बताएं के लेकिन इस बीच
19:09विश्वास रमेश कुमार की तरह ही इस प्लेन हाथसे में करिश्माई तरीके से बची भूमी चौहान से मिल लीजी
19:16भूमी लंदन की ही रहने वाली है
19:19भूमी विश्वास रमेश कुमार की तरह उस प्लेन से नीचे तो नहीं कूदी
19:24लेकिन हाँ उसी प्लेन में जरूर बैटने वाली थी
19:28लेकिन तकदीर का खेल देखिए कि भूमी एहंदबाद की बिजी ट्रैफिक में फंस कर ऐसी लेट हुई कि उसकी फ्लाइट ही छूट गए
19:36तब तो भूमी को बहुत बुरा लगा
19:39वो कभी अपनी लेट लतीफी को कभी ट्रैफिक को तो कभी एर इंडिया के उन कर्मचारियों को मन ही मन कोस रही थी
19:48जिन्होंने उसे बोडिंग करने से रोक दिया
19:50लेकिन हताश निराश भूमी जैसे ही फ्लाइट मिसकर एरपोर्ट के एकजिट गेट से बाहर निकल कर काड़ी में बैठी
20:01एक ऐसी खबर उसकी कानों में पड़ी जिसने एक तरफ तो उसे तहला दिया
20:07वहीं दूसरी तरफ उसे रहत और खुशी दी कि उसकी जिन्दगी बच गए
20:11एरपोर्ट से टेक आफ करते ही एक फ्लाइट क्रेश कर चुकी थी
20:17और ये फ्लाइट एर इंडिया की वही AI-171 वाली फ्लाइट थी जिसमें बैट कर भूमी को लंदन जाना था
20:25भूमी लंदन में अपने पती के साथ रहती है
20:29कुछ रोज पहले वो किसी काम से भारत आई थी और अब वापस लोटना था
20:35उसके पती अभी भी लंदन में ही है
20:37लेकिन इत्ते फाक से एरपोर्ट पर लेट पहुँचने की वज़़ से
20:42भूमी अपने प्लेन में बोर्ड नहीं कर सकी और उसकी फ्लाइट छूट दे
20:46भूमी को तब तो बहुत बुरा लगी लेकिन अब भूमी अपने फ्लाइट छूटने की इस घटना को भी चमतकार मान था
20:55और इसे गणपती बपा की क्रिपा बताते नहीं था
20:59एक्चुली मैं वापिस लंडन जा रही थी और मेरी फ्लाइट का टाइम था एक दस का तो हमें पहुंचते थोड़ा बारा बीस हो चुकी थी
21:10और बारा दस को एर इंडिया वालों ने चेक इन और सब कुछ करना बंद कर दिया था
21:15मैं वहाँ पर चेक-इन के गेट पर पहुंचने के बाद मैं मैंने उनसे रिक्वेस्ट भी किया कि अभी दस मिनिटी थोड़ा लेट हुआ है तो मुझे जाने दो जो भी इमिग्रेशन और वो होगा मैं फटा-फट से सब क्लियर कर दूँगी
21:29अब आई एक बार फिर से विश्वास रमिश कुमार की बाद करते हैं दीव के रहने वाले विश्वास रमिश कुमार उस अभागे प्लेन की सीट नमबर 11-A पर बैठे हुए थे
21:59अभी फ्लाइट ने टेक आउफ किया ही था कि वो हवा में लड़ खडाने लगा
22:03सारे लोग डर के मारे चीखने लगे इमर्जनसी साइन्स ओन हो गए और तभी डर के मारे इमर्जनसी डोर के पास बैठे विश्वास रमिश कुमार ने प्लेन से बाहर चलांग लगा
22:15इसके बाद तो अगर किसी ने विश्वास रमिश कुमार को देखा तो इसी हाल में देखा
22:21शरीर में कई जग़ चोट लिये हुए वो लंगडाते हुए एम्बूलेंस की और बढ़ रहे
22:26बाद में अस्पताल में भरती विश्वास रमिश कुमार से जब लोगों ने पूछा कि आखिर वो प्लेन से नीचे कैसे खुदे और कैसे बचे
22:37तो वो ज्यादा तो कुछ नहीं बता सके लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि मैं कैसे बचा ये खुद मुझे भी नहीं बता
22:44उन्होंने कहा कि मेरा बचना अपने आप में किसी करिश्मे से कम नहीं है
22:49आज तक प्यूद तो वारदात में फिलाल इतना ही
22:54मगर देश और दुनिया की बाकी खबरों के लिए आप देखते रहें आज तक