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  • 6/13/2025
जानिए HPU के कुलपति प्रो. महावीर सिंह की कहानी. कैसे उन्होंने गांव से विश्व के टॉप वैज्ञानिक तक का सफर पूरा किया?

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Transcript
00:00Medium Hindi, Science was a very good idea, but we had a good idea,
00:06we had a hard work and a good idea.
00:10When I joined, there was nothing here.
00:14I want to tell you this.
00:16Today I am happy to be able to get out and go out there,
00:23which we have proposed summit, funding from there,
00:28and we had a great idea.
00:30AI, AI, Data Science, AI,
00:33AI, Education, Healthcare, and in all sectors,
00:39AI, we have to introduce AI to the course curriculum.
00:45Today we are with Himachal Pradesh University,
00:49Professor Mahavir Singh.
00:52The most important thing is that the top two people
00:56will be their name.
00:58We will be going to talk about it.
01:00We will know that this is what their opinion is
01:03and in the meantime,
01:05what kind of change can be changed?
01:10First of all, ETV,
01:12you are very welcome.
01:14Thank you very much.
01:16First of all, sir,
01:17we would like to know that
01:18Kulpati will become Himachal Pradesh University.
01:21How much is it for you?
01:22How much is it for you?
01:23How much is it for you?
01:25Yes.
01:26The information of Himachal Pradesh University
01:28is about to be shared by my Master's family.
01:31This is the story of Himachal Pradesh University.
01:34As I said,
01:35because I was from here,
01:38the Master's family,
01:41the Master's family,
01:42the Master's family.
01:44The Master's family was casted.
01:45So, it was a dream that every person takes a dream of this Vishwadalaya, which has now been completed and has also been completed.
01:59It is also a dream of the Vishwadalaya.
02:05you have to keep your vision on the international level,
02:13whether it is research or academic,
02:18whether it is skill development,
02:22whether it is university related to the international level,
02:27whether it is placed on the international level,
02:30it is profound,
02:32and if it is important for the three important components,
02:37the most important part is student,
02:41whether the students are proper,
02:45whether the student is proper,
02:47how the teaching is properly,
02:49how they are the best,
02:51that is what is the most important part,
02:53the other important part is teaching,
02:55whether the faculty is properly updated,
02:59चाहे course curriculum चाहे research के label पर वो एक दूसरा pillar है तीसरा pillar है जो उसके लिए non-teaching का provision है जो भी non-teaching related जितने भी registrar से लेकर नीचे assistant तक जो भी उनको non-teaching aid देनी है बच्चों के लिए या teaching के लिए तो वो तीसरा component है तो मेरा ये मानना है इस पद की इस पद के लिए सबसे बड़ी �
03:29international label पर क्योंकि university के लिए universal उसको international label पर university के vision को रखना जैसे सर आप ने कहा कि एक सपना था मेरा सपना साकार हुआ है अगर आपकी सर पैड़ाई की बात करें कि बहुत छोटे से गाउं से निकल कर आप यहां पहुंचे है education primary से लेकर higher education के बारे में थोड़ा बताईए
03:49primary education तो मेरी गाउं का एक छोटा सा school था जो कि मैं गुमाना गाउं से हूँ जहां से JBL खाची बड़े popular leader रहे हैं वहां एक school है जिसका नाम है कचेडी school आदी शक्ति कचेडी school के नाम से और वहां पर मेरी primary education हुई उसके बार मैं कुमारसन गया कुमारसन से मैंने 10th तक की प�
04:19पैदाल आता था और वहां से metric उसके बाद मैं रामपूर college गया वहां मैं BSc की medium हिंदी से science में जाना वह एक बहुत चनौती थी लेकिन हमने चनौती को पार किया मैनत मैनत रखी hard working रखी और इमानदारी रखी तो करते गे medium family से थे mediocre family से तो एक चनौती थी सारी चीजों को द
04:49भगवान के क्रिपा से मैंने BSc की और BSc में मेरे प्रतमस्तान भी प्राप्त किया उसके बाद मैं विश्वदैले आया विश्वदैले मैं मैंने master की master मैं भी काफी चनौतीयां थी अलग-अलग segment में उस टाइम इतना resource material नहीं होते थे उसके बाद मैं research के लिए IIT दिली गया
05:19उसके बाद मैं विश्वदैले आया विश्वदैले में जब मैंने join किया था तो उस समय जो मेरा विवाग था वहां पर जिस तरह की जिस पर मेरा शोध था उससे related यहां कोई lab नहीं थी तो मुझे जो है काफी struggle करना पड़ा और बहार जा जाके चाहे वो national level की top labs है फिर उस
05:49परिवार के साथ गया था मेरे बच्चे भी वहां schooling हुई और उसके बाद Scotland के बाद मैं वापिस इंडिया आया और उस बीच फिर मैं यहां विभागात यक्ष भी बन गया था 2007-08 में उसके बाद मैं फिर France गया France में मैंने breast में जहां पर की मैंने उस telecommunication lab में काम किया जो र�
06:19system communication का वो इसी lab से हुआ था जिस lab में मैंने काम किया था वहां मेरे बच्चे भी जाते हैं student जो research के है वो भी जाते रहते हैं उसके बाद मैं बीच में US भी गया और बहुत सारी conference जो abroad है उसमें भी गया और इस तरीके से फिर धीरे-धीरे हमने department के लिए बहुत सारी project लिखे
06:49पर मुझे आज कहने में यह खुशी होती है कि हमारा जो बहुतिक विगान का बहुतिक विभाग का जो department है उसमें जो experimental facility है या जो theoretical facility है यह international star की है यहां सारी facility international star की है तो यह मेरी journey है जब मैंने join किया था उस समय यहां कुछ नहीं था मैं यह बताना चाहता हूँ लेकिन आ�
07:19जो भी हमने proposal है summit की वहां से funding लाई तो उसके base पर हमने labs को strengthen किया सर आपने बताया कि विदेशों में आपनी शोद किया राफेल जहां पर बना था उस lab में भी आपनी शोद किया है जॉब की है तो वो थोड़ा अनुभब हमारे दर्शकों के साथ राफेल तो बना यह तो अ
07:49उस lab के साथ मेरा collaboration रहा है मैं यह कहना चाहता हूं जो उसमें communication का जो system है radar का
07:56Sir अगर हम बात करें कि आने वाले तीन सालों में आने वाले पान सालों में आप हिमाच्वल परदेश उनिवर्सिटी को कहां देखते हैं क्या कुछ प्रात्मिक्ता हैं आपकी रहेगी
08:04मैं यह कहना चाहता हूं यह तो मेरे domain से बाहर की चीज़ है मैं ऐसा सोचता भी नहीं हूं कि मैं पान साल का कोई vision रखूं मैं तो यह
08:13मेरी सोच यह है कि ना मैं पीछे देखता ना मैं आगे देखता मैं आज का देखता हूं आज क्या चुनोती है विश्व देले के लिए उस में मुझे जूजना पड़ेगा आज के जब आप आज को सुधार होगे तो future अटोमेटिकली सुधर जाएगा तो इस दिशा में आ�
08:43पीचर को motivate करना यहां पर center create करना तीन सेंटर में हमने दो तिन दिन से चर्चा भी कर रहे हैं आज काफी न्यूजपेपर में भी है हम उसमें continuously work कर रहे हैं तीन सेंटर जो हम यहां develop करने जा रहे हैं वो एक green energy nanotechnology center है दूसरा यह
09:02cyber security और physical mode में cyber security का जो issue है तीसरा है disaster management वो भी एक बड़ा issue है आपने देखा होगा किस तरीके से summer rail में तरास्थी हुई थी जो आपने देखा
09:21बीते सालों में यहां किस तरह से disaster हुआ था तो इसलिए मेरी कोशिश है कि यहां disaster management का हमारे यहां पर जो disaster management के जो competent faculty है
09:33Dr. Mahesh is a very competent person दूसरे यहां green energy के Dr. Manish है Dr. Ramesh है और उस से उपर professor NS Negi के द्यक्षता में यह सारी चीज़ें हो रही है और तीसरा जो cyber security का Dr. Tarun है और दूसरा Dr. Sandeep Chohan भी है
09:52green energy के और सारे बहुत सारे है Dr. Mahindar है इन सब को और बहुत सारे लोग है जो जिनको मैं दीरे-दीरे हम इसके उपर work out कर रहे हैं दीरे-दीरे जब हमारी यह policy बन जाएगी तेनों center की मेरी कोशिश यह है आपके channel के माद्दियम से हमेत आना चाता हूँ मेरी कोशिश यह है कि
10:22green energy में चाए electrical vehicle है चाए solar है चाए geothermal है चाए hydrogen storage का hydrogen storage का है यह बहुत important है
10:31तीसरा यह जो cyber security भी बहुत बड़ा issue है चोथा disaster management उसके लिए क्या हमारी त्यारी है तो उस दिशा में यह जो प्रमुक क्षेतर है तो इसमें मेरे को बताते हूँ आपको यह हर्ष महसूस हो रहा है कि हमारी जो university है यहाँ पर पूरी human resource है वो चाए physical science है चाए social science है चाए management ह
11:01सेंटर के मादियम से में पूरी university के faculty को जोड सको यह मेरी सोच है
11:05Sir आखरी सवाल हमारी दर्शक यह भी जानना चाहेंगे कि nanotechnology के खेतर में आपने काम किया इसको लेकर काफी ज़्यादा तारीफ भी मिली है तो थोड़ा हमारी दर्शकों को बताईए कि क्या कुछ यह होता है
11:17देखो आपने बहुत आखरी में जो question पूछा है
11:21Nanotechnology के मला सूक्षम level पर जानना material को सूक्षम ते कि तरह जाना
11:27देखिए जब इनसान सूक्षम की तरफ जाता है या कोई पदार्थ सूक्षम की तरफ जाता है
11:32तो वहाँ पर चनोतियां है लेकिन अगर वो चनोतियों को पार लेते तो उसको सचाई मालम होती है
11:37कि actual है क्या है वो purist form है तो अगर Nanotechnology में हम जो देख रहे हैं जिस material को
11:44तो future material जैसे मैं आपको बताता हूँ graphene है graphene future material है
11:50अब graphene अगर ordinary देखें तो carbon है carbon इतना important नहीं है जैसे carbon हम कहते हैं
11:57लेकिन carbon की सूक्षम graphene है जो की future material है उसमें thousand क्रोडों लखों टाइम जो है उसकी property या चेंज हो जाती है
12:05मतलब कहने का simple भाषा में मैं message के तूर यह जाना देना चाहता हूँ
12:09एक ordinary इंसान है वो ordinary सोच रहा है लेकिन एक वो ही इंसान अगर सूक्षम level पर सोच रहा है
12:16cosmic level पर सोच रहा है purest conscious level पर सोच रहा है आत्मा जिसको कहते हैं तो वो nano material है
12:23इस दिशा में आज की date में ये भी मैं बताना चाहता हूँ
12:27वो जो आने वाले समय में classical computer की जगा quantum computer आएगा जो की processing crodo time बढ़ जाएगी
12:34AI आ रहा है data science आ रही है AI आने से चुनोतिया है
12:39education के शेतर में health के शेतर में और सारे sectors में AI आने से बहुत जाज़ा चुनोतिया है
12:45तो हमें course curriculum में भी AI को introduce करना पड़ेगा
12:49ये समय की demand है कि हिमचल प्रदेश विश्व दाले को इसमें जल्दी ढ़लना पड़ेगा
12:54मैंने initial जो address था faculty के सामने ये बताया है कि AI को हमें individual के तौर पर हर एक department को जोड़ना पड़ेगा
13:04क्योंकि AI बड़े स्थर पर आ रहा है
13:05इससे क्या होगा जो teaching का style है या जो research का style है वो different हो जाएगा change हो जाएगा
13:12तो जैसे मैं आपको example देता हूँ
13:152040 तक car में कोई driver नहीं होगा
13:19driverless car कौन उसको drive करेगा AI
13:21जैसे Tesla की कारें आज भी चल रही है
13:24यूरोप में देखे आप UK में देखे driverless car है
13:27अगर आप खोदे चलाना चाहोगे वो मेंगी पड़ेगी
13:30अगर driverless car है वो सस्ती होगी
13:32कारण क्योंकि driverless car में accident 0% होगा
13:36अगर आप खोद चलाओगे तो उसमें possibility रहती कि
13:38आप accident कर सकते है due to human error
13:41तो AI बड़े स्तर पर आ रहा है
13:43जैसे health के क्षेतर में
13:44health के क्षेतर में भी जैसे आने वाले
13:47समय में AI की वज़ा से
13:48diagnostic kit होगी आपके mobile में
13:50सारी diagnostic kit है आपको mobile में
13:52पता लग जाएगे कि मेरे को BP हुआ कि
13:54नहीं मेरे को कोई skin allergy हुई कि
13:56नहीं मेरे को कोई symptom तो नहीं है
13:58कोई liver के या कोई ये तो
14:00symptom के बेस पर आप specialized doctor
14:02से diagnose कर सकते हैं
14:04तो कहने का मतलब ये है कि ये आपकी
14:06रोजमर्य की चीज़ों को
14:08smooth करेगा AI लेकिन
14:10साथ में चनौती ये भी है कि
14:12फिर आम जो
14:14youth है वो किस तरह
14:16की job उनके लिए होगी अब जैसे
14:18मैं आपको example देता हूँ एक quantum
14:20computer एक quantum computer
14:22जितने दुनिया
14:24के सारे bank का काम
14:26पूरे दुनिया के bank का काम
14:28quantum computer दो मिनिट में कर सकता है
14:30ये उसकी efficient लेकिन
14:32point फिर एक वो जाएंगे कहां लोग फिर इतने
14:34banking sector कहने का मतलब ये
14:36कि nature of job change होगी
14:38वो change करना पड़ेगा profile क्योंकि
14:40quantum computing को तो आना है तो किस
14:42तरह से होगा transition है
14:44God knows कि किस तरीके से
14:45ये shape लेगा
14:46क्योंकि university के स्तर पर
14:49हमें इसकी उपर चिंतन करना पड़ेगा
14:51कि AI के आने से क्या-क्या
14:53changes हो सकती है higher education
14:55में वो सारा देखना पड़ेगा
14:57बहुत बहुत शुक्रिया
15:00सर हम उमीद करते हैं
15:01कि आपकी सोच और अनुभव
15:02हिमाचल प्रदेश university को
15:04एक नई दिशा की और ले जाएगा
15:06बहुत बहुत शुक्रिया सर
15:07तो ये थी हमारे साथ हिमाचल प्रदेश university के
15:10नए कुलपती प्रोफेसर महावे सिंग
15:12जीजे नोंने बहुत हमें आसान
15:14शब्दों में बताया कि AI चर
15:16technology है वो आने वाले समय में क्या
15:18कुछ करेगी और इनके academic के बारे में
15:20हमने भी जाना तो cameraman लगी बर्मा
15:22के साथ श्रेया शर्मा एटीवी भारत
15:24हिमाचल प्रदेश

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