क्या हम एलन मस्क के हाथों अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक हित गिरवी रखने जा रहे हैं? भारत सरकार के पूर्व सचिव ई.ए.एस. शर्मा ने कैबिनेट सचिव टी. वी. सोमनाथन को पत्र लिखकर इस संबंध में गंभीर आपत्तियां और चिंताए जताई हैं। पत्रकार मुकुल सरल की रिपोर्ट
00:00भारत में इस्टारलिंग की एंट्री क्या ये कोई उपलब्दी है या फिर खत्रे की घंटी
00:14क्या हम गाउं गाउं गली गली इंटरनेट का जाल बिछाने जा रहे हैं
00:18या फिर एलन मस्क के हाथों अपनी राष्टे सुरक्षा और आर्थे खेत गिर्वी रखने जा रहे हैं
00:24ये बहुत एहम सवाल हैं जो आज फिर से पूछे जा रहे हैं और पूछे जाने चाहिएं
00:29नमस्कार सलाम बेबाग भाशा में आपका स्वागत है मैं हूँ मुकुल सरल और आज बात एलन मस्क के श्टारलिंग की
00:37आप जानते हैं कि मोदी सरकार ने अमरीकी कारोबारी जो अभी तक ट्रम साब के बहुत करीबी रहे
00:43एलन मस्क के स्टारलिंग कंपनी को भारत में काम करने की मंजूरी दे दी है
00:48और बिना किसी निलामी स्पेक्टर्म देने की प्रिक्रिया भी शुरू कर दी गई है
00:53इससे कई तरह के खत्रे पैदा हो गए है
00:55आप सोचेंगे इसमें क्या खत्रा है?
00:58तो आईए बारी बारी देखते है
01:001965 बैच के आईए सदिकारी और भारत सरकार में पूर सचिव रहे
01:05EAS शर्मा ने श्टारलिंग की भारत में एंट्रिकुले कर गंभीर आपत्यां और चिंताएं जताई है
01:12जी हाँ ये मेरी और आपकी आपत्यां चिंताएं नहीं है
01:17ये भारत सरकार के पूर सचिव की आपत्य और चिंताएं है
01:20जो इन सब को भली बाती जानते हैं
01:22तो इस पर गौर करना चाहिए
01:24दावायर में प्रकाशित रिपोर्ट का नुसार शर्मा ने 9 जून 2025 को
01:28भारत सरकार के कैबिनेट सचिव टीवी सोमनाथन को एक पत्र लिखा
01:33और बहुत कड़ा पत्र लिखा
01:35और इसमें धोराया कि एक कदम सुप्रिम कोर्ट के आदेश का उलंगन
01:38सरकारी खाजाने का नुकसान
01:41और राष्टे सुरक्षा के लिए गहरी चिंता का विशय है
01:44जी हाँ राष्टे सुरक्षा के लिए
01:46शर्मा इस बारे में भी पहले कई बार आपत्या जता चुके हैं
01:49सरकार को पत्र लिख चुके हैं
01:51लेकिन कोई जवाब नहीं मिला
01:53तो उनकी आपत्ति अचिंताए क्या है नमबर एक कानूनी उलंगन सीधे स्पेक्टरम आवंटन से सुप्रिम कोर्ट के 2G केस में दिये गए निर्ने का उलंगन हुआ है जहां 2G केस आप जानते होंगे मनमौन सरकार में ये मामला उठा था और कितना बवंडर मचा था कि सरका
02:23ये निलामी के जरीए ही होना चाहिए और पारदरशी निलामी होनी चाहिए ऐसे ही किसी को नहीं दिया जा सकता फिर आता है नितिगत पक्षपात डियोटी यानि दूरसंचार विभाग ने श्टार्लिंग को असामाने चुटे दी हैं जी हां असामाने चुटे जो दूसरे
02:53अपने उससे भी जादा तरजी एलनमस सहब को दी गई है। ये एक गंभीर चूक है, गंभीर मामला है। फिर आता है वित्य नुकसान। इस पेक्टरम को निलाम किये बिना सीधे सौपने से सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है। ये ऐसा कहना है शर्मा जी का। उन्ह
03:23इस्टार लिंग जी ओर एटेल के साथ समझाता कर ले तो फिर पूरे बाजार पर उसका कबजा हो सकता है। और इससे क्या खत्रा पैदा हो इससे सामाने भूगता और जो सामाने ऑपरेटर हैं वो बाजार से बाहर हो जाएगे। और जब एक जगे कबजी में आ जाएगा �
03:53असाधारन छूट मिली है। यह असाधारन क्या है इसे बताना चाहिए मोदी सरकार को। इससे यह अशंका हो रही है कि देश की सिमाओ के पास उसके टर्मिनस को मॉनिटर करने की व्यवस्ता कमजूर हो जाएगी। और यह भारत की सुरक्षय निती के खिलाफ है। इस्टा
04:23देशी घटनाओं से भी सबक लेने की चेतावनी दी है। अमरीकी वाइट हाउस में इस्टारलिंग के इस्टालेशन से जुड़ी स्रुक्षा खामयों की खबर का हवाला दे कर शर्मा ने बताया कि ऐसी तकनीक भारत में भी समवेदनशील सूचनाओं को हैकिंग और जास�
04:53मुद्दा सिर्फ एक कारोबारी समझोते का नहीं हैं बल्कि भारत की नितिकत पारदर्शिता, साम प्रभुता और राष्टे सुरक्षा से जुड़ा प्रश्न हैं इसलिए सवाल पूछे जाने चाहिए जवाब मांगे जाने चाहिए इसलिए इन सवालों पर सोचिए और �